समाज के लिए जीने वाले ही मरने के बाद भी याद किए जाते हैं-श्रीराम चौहान
खजनी गोरखपुर।गामा पहलवान सिर्फ इस गांव की माटी के ही नहीं बल्कि देश की धरोहर थे। स्वर्गीय चंद्रप्रकाश मिश्र उर्फ गामा पहलवान ने अपनी प्रतिभा और मल्ल कला में दक्षता का लोहा मनवाया था, वो देश के लिए कुछ कर गुजरने की इच्छा रखते थे। किन्तु नियति के क्रूर पंजों ने उन्हें असमय हम सभी के बीच से छीन लिया। निश्चय ही उनका जाना एक अपूर्णीय क्षति है।
उक्त उद्गार पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान ने भारत केसरी स्व.चंद्रप्रकाश मिश्र उर्फ गामा पहलवान की 24 वीं पूण्यतिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि
समाज के लिए जीने वाले लोग अमर हो जाते हैं और मरने के बाद भी हमेशा याद किए जाते हैं।
श्रद्धांजलि सभा को लवकुश पांडेय, ठाकुर मिश्रा,अवध बिहारी मिश्रा अखाड़े के गुरु
गिरिवर मिश्रा,डाॅक्टर उदय प्रकाश मिश्रा तथा अध्यक्षता कर रहे प्रेमशंकर मिश्रा आदि ने भी संबोधित किया। संचालन बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर नागेंद्र त्रिपाठी, अवनिंद्र शुक्ला,जय प्रकाश तिवारी,शिव त्रिपाठी, चंद्र कुमार सिंह सोनू,शिवसंपत तिवारी, सुधाकर त्रिपाठी, हरीराम त्रिपाठी, विनोद अनिल पांडेय, आदर्श राम त्रिपाठी, इंद्रेश यादव उर्फ बिट्टू, शुभम मिश्र,हर्ष मिश्रा, अश्वनी मिश्रा,आकाश मिश्रा समेत दर्जनों लोगों मौजूद रहे। सभा में पहुंचे सभी लोगों ने दो मिनट मौन रह कर आत्म शांति के लिए प्रार्थना की। इससे पहले सबेरे खजनी चौराहे पर स्थापित और समाधिनाथ बाबा मंदिर में स्थित गामा पहलवान की प्रतिमा पर सभी ने नम आंखों से श्रद्धासुमन अर्पित किए।
Sep 10 2024, 20:10