*सुल्तानपुर डकैती कांड में अमेठी के बदमाश शामिल, सभी पर एक-एक लाख का ईनाम, कई टीमें तलाश में दे रहीं दबिश*
28 अगस्त को सुल्तानपुर में सर्राफा कारोबारी के यहां हुए दिनदहाड़े डकैती के मामले ने प्रदेश भर में सुर्खियां बटोरी हैं। इस चर्चित डकैती कांड में शामिल अमेठी के पांच शातिर डकैत अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इन डकैतों की डकैती कांड में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि इनमें से तीन डकैत वारदात के दौरान सर्राफा कारोबारी भरत जी सोनी की दुकान में घुसे थे, जबकि दो डकैत बैकअप टीम का हिस्सा थे। इन डकैतों के अमेठी में छुपे होने की आशंका जताई जा रही है। सुल्तानपुर और अमेठी की पुलिस और एसटीएफ की टीमें इन डकैतों की खोजबीन में लगी हुई है। पुलिस सर्विलांस और अन्य तकनीकी माध्यमों का सहारा लेकर इन डकैतों की तलाश कर रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी फरार डकैत पकड़े जाएंगे या फिर एनकाउंटर के डर से कोर्ट में आत्मसमर्पण भी कर सकते हैं।
3 को किया जा चुका गिरफ्तार सुल्तानपुर में हुई डकैती में शामिल अमेठी के कुल 9 डकैतों में से तीन को 3 सितंबर को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इसके अलावा, डकैती का मास्टरमाइंड एक बदमाश ने रायबरेली कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। फिर भी, पांच शातिर डकैत अभी भी फरार हैं, जिनमें मोहनगंज कोतवाली क्षेत्र के अनुज प्रताप सिंह, चंदई चिलौली गांव के फुरकान गुर्जर, आशापुर रूरू गांव के अरबाज, सहमेऊ गांव के विनय शुक्ला, और भवानी नगर का विवेक सिंह शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रही हैं और सुलतानपुर पुलिस व एसटीएफ भी सक्रिय रूप से काम कर रही है।
ठिकानों पर दी जा रही दबिश फरार डकैतों की गिरफ्तारी के लिए अमेठी में संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी जा रही है और इनसे जुड़े संदिग्ध व्यक्तियों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने डकैतों के संपर्क में रहने वाले लोगों की गतिविधियों पर भी नजर रखी हुई है। पुलिस का दावा है कि वे इन फरार डकैतों के बेहद करीब पहुंच चुकी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए सभी ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
जिले की पुलिस अलर्ट मोड पर अमेठी पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि जिले के सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में इन डकैतों पर निगरानी बनाए हुए हैं। पूरे जिले की पुलिस अलर्ट मोड में है और एडीजी स्तर से सभी फरार डकैतों पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। विशेष रूप से मोहनगंज कोतवाली पुलिस को इस मामले की जिम्मेदारी सौंपी गई है, और एसटीएफ भी इस मामले में शामिल है।
Sep 07 2024, 18:53