सीएचसी सोहावल मे स्टेप की जगह दस्ताना बांधकर होती है खून की जांच
सोहावल अयोध्या । प्रदेश सरकार की गांव गरीब को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बेहतर सुविधा देने तथा बाहर से जांच कराने के बदले केंद्र पर सुविधा देने के दावो को सोहावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोहावल अंगूठा दिखा रहा है। खून की जांच जैसी महत्व पूर्ण जांच हाथ की पट्टी नही होने से हाथ का दस्ताना बांधकर खून निकालकर जांच की जा रही है ऐक्सरा कराने के लिए प्रायाप्त मात्रा मे डेमो की कमी लैब टेक्निशियन के साथ मरीजो मे खामी देखी गयी।जिसको लेकर लैब टेक्निशियन का मरीज के तीमारदारो में आए दिन नोकझोक नित्य नियम बन गया है।बिजली गुल होने पर जेनरेटर नही होने के कारण मरीजो का जांच कराना टेढी खीर बना हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जगह के आभाव मे बेहतर सेवा के लिए नयी बिल्डिंग जांच केंद्र बनाया गया। सीएमओ के निर्देश पर पुरानी जगह कम होने के कारण नयी वेल्डिंग मे एक माह पहले ट्रांसफर किया गया।लेकिन एक माह बाद भी शुगर जांच की स्ट्रीप तथा मैनुअल जांच सीबीसी आरबीसी के लिए खून जांच करने पट्टी बांधने के बदले हाथ का दस्ताना बांधकर खून निकाला जा रहा है।महत्वपूर्ण जांच संबधी अव्यवस्था को लेकर एक कर्मी ने बताया कि ऐक्सरे मशीन के साथ मिले 150 डेमो मिली है।जिसकी जानकारी स्वयं सी एम ओ के औचक्क निरीक्षण मे सामने आई।शुगर की जांच मे स्ट्रीप कम होने हाथ मे बांधने कर खून निकालने की पट्टी खराब के कारण दास्ताना बांधकर खून की जांच की जा रही है।डेमो की कमी होने के कारणबाहर से मरीजो की तीमारदार को बाहर से ऐक्सरे कराने मुंहमागी कीमत देकर कराने पर विवश हैं।
के कारण अधिकतर मरीजो को बाहर से ऐक्सरे कराने की सलाह दी जाती है।गरीब मरीज बाहर से लेब्रोट्री मे महंगे दाम खर्च कर एक्सरा कराने पर विवश है। लोगो का कहना है कि खून की जांच मे खून निकालने के लिए हाथ मे बांधने वाले पट्टा नही होने से दस्ताना बाधा जा रहा है।। जिसके कारण दस्ताने का पट्टा बांध कर सीरिंज से ब्लड निकाला जा रहा है।मधुमेह की स्टिक नदारद है। अति महत्वपूर्ण पूर्ण जाच के लिए केंद्र पर मौजूद लैब टेक्निशियन ने बताया कि नये भवन मे नयी सुविधाओ से युक्त लैब बनाने की कवायद मे कुछ दिक्कते आ रही हैं।लगभग एक,सौ स्ट्रीप मिलता है जांच मरीज की संख्या ज्यादा होने तथा,टूटा ,पट्टा की जिला से मांग की गयी है।,एक्सरा मशीन के साथ कंपनी द्वारा 150 डेमो मिला है।जिसे चार भागो मे बाटकर 191 मरीजो का ऐक्सरे किया गया है।
Aug 21 2024, 19:37