चेहरे की चमक अगर पड़ गई है फीकी तो चेहरे पर निखार लाने के लिए सोने से पहले लगाए ये चीज,मिलेंगे फायदे।
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दमकती और खूबसूरत त्वचा हर कोई चाहता है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि इसे पाने के लिए सबसे बेस्ट टाइम रात का होता है जब स्किन खुद को रिपेयर करती है। हम अपने चेहरे पर निखार लाने के लिए तरह-तरह की महंगी क्रीम का इस्तेमाल करते हैं। इतना सब कुछ फेस पर लगाने के बाद भी वैसा निखार नहीं मिलता है जैसा कि हम चाहते हैं। लेकिन अगर हम कहे कि हमारी बताई ये चीजें रोज रात को सोने से पहले चेहरे पर लगाने से आपके चेहरे का निखार खिल उठेगा तो!
अगर आपके चेहरे की चमक फीकी पड़ गई है और आप उसे फिर से निखारना चाहते हैं, तो सोने से पहले कुछ खास चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये चीजें आपके कीचन में ही मौजूद हैं। हम बात कर रहे हैं कच्चे दूध और चावल के आटे की, जिसका इस्तेमाल आपके चेहरे पर ऐसा ग्लो देगा कि चेहरे की चमक के आगे लाखों की क्रीम भी फीकी पड़ जाएंगी।
आइए आपको बताते हैं इन्हें आप किन अलग-अलग और खास तरीकों से चेहरे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
चेहरे पर कच्चा दूध लगाने के फायदे
कच्चे दूध में लैक्टिक एसिड और प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है, जो चेहरे पर जमे दाग धब्बों को कम करने और स्किन को ग्लोइंग बनाने में फायदेमंद होता है। साथ ही इसमें लैक्टोफेरिन, प्रोटीन, और लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कील-मुंहासों को कम करने, स्किन को मॉइस्चराइज और ब्राइट करने का काम करता है।
चेहरे पर चावल का आटा लगाने से क्या फायदा होता है
ये संभव है कि आप अपने चेहरे पर पहले से ही चावल का इस्तेमाल करते होंगे, लेकिन क्या आप इसके फायदों और सही तरीके से इसे चेहरे पर लगाने का तरीका जानते हैं! चावल का आटा न सिर्फ हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होता है बल्कि ये हमारी स्किन को क्लीन करने, चेहरे से ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स को साफ करने और साथ ही डलनेस को दूर कर चेहरे पर गजब का निखार लाने में भी फायदेमंद होता है।
आइए जानते हैं कच्चे दूध और चावल के आटे को अलग-अलग इस्तेमाल करने के तरीकों के बारे में।
चेहरे पर कच्चा दूध कैसे लगाएं
अगर आप महंगी क्रीम से छुटकारा पाना चाहती हैं और स्किन को ग्लोइंग बनाना चाहती हैं तो 5 चम्मच कच्चे दूध में 1 चुटकी हल्दी और आधा चम्मच मुल्तानी मिट्टी मिक्स करके पेस्ट तैयार कर लें। आप चाहें तो जरूरत पड़ने पर दूध की मात्रा को बढ़ा सकती हैं।
जब सॉफ्ट पेस्ट तैयार हो जाए तो इसे अपने चेहरे यहां तक की आंखों के नीचे काले घेरों पर भी लगाएं। कम से कम 20 मिनट तक इसे चेहरे पर रहने दें और फिर नॉर्मल पानी से फेस वॉश कर लें। फिर सोने से पहले चेहरे पर मॉइस्चराइजर लगाएं और फिर सो जाएं। अलग दिन देखिए, कैसे आपके चेहरे का निखार खिला-खिला दिखता है।
ऐसे लगाएं फेस पर चावल का आटा
हम सभी जानते हैं कि राइस वॉटर हमारे बालों के लिए कितना फायदेमंद होता है। उसी तरह चावल का आटा भी हमारी स्किन के लिए बहुत ही असरदार होता है, जो स्किन को हाइड्रेट करने के साथ-साथ डार्क स्पॉट को कम करने और अपने एंटी माइक्रोबियल गुणों से त्वचा को हेल्दी बनाने का काम करता है।
आपको बस एक कोटरी में 1 चम्मच चावल का आटा, 1 चम्मच शहद और 1/2 चम्मच चीनी का बूरा मिक्स करना है और इससे चेहरे पर स्क्रब करना है। लगभग 2-3 मिनट तक स्क्रब करने के बाद इसे 10 मिनट कर चेहरे पर रहने दें और फिर नॉर्मल पानी से फेस वॉश कर लें।


माता-पिता बच्चे की कई आदतों को लिए जिम्मेदार होते हैं। बचपन में माता-पिता अपने बच्चे को गर्म चीजों और सड़क में दौड़ती गाड़ियों से बचाने के लिए डरा देते हैं। यह छोटी-छोटी आदतें कुछ वर्षों के बाद बच्चों के लिए बड़ी समस्या का कारण बन जाती हैं। बड़े होने के बाद ये आदतें बच्चे के मन में डर का कारण बन सकती हैं। इस वजह से होने एंग्जाइटी बच्चों की लाइफस्टाइल को प्रभावित कर सकती है।
बच्चों को सोने में कठिनाई हो सकती है। डर या एंग्जाइटी होने पर बच्चा सोते समय बार-बार उठ सकता है। साथ ही, बच्चे को थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है। नींद की कमी की वजह से बच्चा एक एक्टिव हो जाता है।
मानसून का मौसम और रिमझिम बारिश का अपना ही आनंद है, हालांकि बरसात के दिनों में आपको सेहत को लेकर विशेषतौर पर सावधान रहने की आवश्यकता होती है। मानसून के समय में वैसे तो मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों का खतरा रहता ही है, साथ ही ये मौसम पाचन के लिए भी दिक्कतें बढ़ा देता है। बढ़ी हुई नमी हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को बढ़ाने वाली हो सकती है जिसके कारण गैस्ट्रिक समस्याओं का होना आम है।
हम में से ज्यादातर लोग दिन की शुरुआत चाय-कॉफी के साथ करते हैं, इसका अधिक सेवन आपके पाचन के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हालांकि इसकी जगह पर हर्बल का सेवन करना अच्छा विकल्प माना जाता है। जैसे अदरक की चाय पीना पाचन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। अदरक शरीर में पाचन एंजाइम और गैस्ट्रिक जूस के उत्पादन को उत्तेजित करने में मदद करता है। इससे पेट फूलने जैसे पाचन संबंधी लक्षणों को कम कर सकते हैं। नींबू पानी पीना भी पाचन के लिए फायदेमंद है।
छाछ और दही आदि को प्रोबायोटिक्स से भरपूर माना जाता है जो आंत में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देने और पाचन को ठीक रखने में मददगार है। छाछ लोकप्रिय भारतीय पेय है जो भोजन के पाचन को ठीक रखने और पेट की समस्याओं को कम करने में आपके लिए लाभकारी है। यह पेय आपके शरीर को पोषण देने और हाइड्रेट रखने में भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके नियमित सेवन से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।
एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हल्दी में पाए जाने वाला करक्यूमिन आपकी सेहत के लिए कई प्रकार से लाभप्रद है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ती ही है साथ ही ये मल त्याग, पेट दर्द और दस्त को कम करके आंतों की समस्याओं को कम करने में भी फायदेमंद है। इसी तरह से पुदीने के रस को पानी में मिलाकर पीने से भी पाचन संबंधित समस्याओं के जोखिमों को कम किया जा सकता है।
भारत समेत दुनियाभर में हृदय रोग की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। कोविड काल के बाद हृदय रोग का जोखिम भारतीयों में काफी बढ़ा है। उच्च रक्तचाप, हाई कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान, मोटापा और अस्वस्थ जीवनशैली के कारण हृदयाघात और स्ट्रोक समेत हृदय संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक , हृदय रोग भारत में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है।
योग विशेषज्ञों के मुताबिक किसी भी योगासन से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए उसका सही तरीके से अभ्यास किया जाना आवश्यक माना जाता है। वीरभद्रासन योग की कई मुद्राएं हैं, ऐसे में किसी विशेषज्ञ से बेहतर प्रशिक्षण के बाद ही इस अभ्यास की शुरुआत करें। इस योग के लिए सबसे पहले सीधी मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब अपनी बाहों को फर्श के समानांतर उठाते हुए सिर को बाईं ओर मोड़ें। बाएं पैर को भी 90 डिग्री बाईं ओर मोड़ें। कुछ देर तक इस अवस्था में बने रहें। इसी तरह से दूसरी तरफ का भी अभ्यास करें।
एनाफिलीज मच्छर
एनाफिलीज मच्छर के काटने के लक्षण
मस्तिष्क हमारे पूरे शरीर को नियंत्रित करने वाला अंग है, यही कारण है कि इसके विशेष देखभाल की भी आवश्यकता होती है। लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के साथ कई तरह की पर्यावरणीय स्थितियों के कारण इस अंग से संबंधित दिक्कतें बढ़ती देखी जा रही हैं। यहां तक कि कम उम्र के लोग भी मस्तिष्क रोगों के शिकार पाए जा रहे हैं। मस्तिष्क में ट्यूमर वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ती ऐसी ही एक समस्या है।
ब्रेन ट्यूमर और इसके कारण
रांची रिम्स में न्यूरोसर्जन डॉ विकास कुमार बताते हैं, ब्रेन ट्यूमर के लक्षण ट्यूमर के आकार और स्थान पर निर्भर करते हैं। कई मामलों में लक्षण इस बात पर भी निर्भर करते हैं कि ब्रेन ट्यूमर कितनी तेजी से बढ़ रहा है? सिरदर्द होना इसका प्रारंभिक संकेत माना जाता है। अक्सर होने वाले सिरदर्द को अनदेखा न करें।
लगातार या तेज सिरदर्द की समस्या के अलावा बिना स्पष्ट कारण के उल्टी और मतली की दिक्कत होते रहना भी ट्यूमर का संकेत हो सकता है। ट्यूमर की समस्या वाले कई लोगों में धुंधला दिखने, दृष्टि में परिवर्तन या दोहरी दृष्टि जैसी दिक्कत भी देखी जाती रही है।
Aug 04 2024, 10:46
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