सीकर जिले में नीदरलैंड की कंपनी द्वारा किसानों को घटिया बीज बेचने का आया मामला सामने
सीकर जिले में नीदरलैंड की कंपनी द्वारा किसानों को घटिया बीज बेचने का मामला सामने आया है. घटिया बीज के कारण किसानों को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. दातारामगढ़ के किसानों ने सीकर सांसद अमराराम को ज्ञापन सौंपकर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई. वहीं खराब बीज के कारण खराब हुई फसल का मुआवजा दिलाने की गुहार भी लगाई है.
सांसद अमराराम को ज्ञापन देने आए दांतारामगढ़ के किसान खेमाराम ने बताया कि वो पोली हाउस लगाकर खीरे की खेती करते हैं. किसान ने बताया कि नीदरलैंड की कंपनी का रिज्क जवान नाम का खीरे का बीज जो बड़ा महंगा आता है वह खरीद कर खीरे की खेती करते हैं. कंपनी की ओर से रोगों से लड़ने की अधिक प्रतिरोधक क्षमता का दावा किया जाता है. पिछले 5-6 साल से इस बीज को किसान लगातार काम भी ले रहे हैं. लेकिन इस बार खराब बीज दे डीओए गए
सारी फसल बर्बाद हो गई'
वो कहते हैं, इतने सालों तक किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है आई. लेकिन इस बार जयपुर के डीलर की ओर से खराब बीज दिया गया. जिसके चलते किसानों की सारी फसल बर्बाद हो गई और बहुत बड़े नुकसान का सामना भी किसानों को करना पड़ा है.
किसानों ने कहा कि 181 नंबर पर इस बारे में शिकायत भी दर्ज करवाई गई. लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके चलते आज सीकर सांसद अमराराम के पास पहुंचे हैं. सांसद ने भी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए संसद में इस मुद्दे को उठाने की बात कही है. किसानों ने कहा कि अगर फिर भी हमारी समस्या का निदान नहीं किया तो हमारे पास आत्महत्या करने के अलावा कोई और उपाय नहीं है. क्योंकि हमारे ऊपर बैंक का कर्ज भी है जिसे हम नहीं चुका पा रहे. इसके साथ ही खेती में काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी भी देना मुश्किल हो गई है. इसलिए सरकार फसल खराबे का मुआवजा दिलवाए.
सांसद अमराराम ने उठाई कार्रवाई की मांग
सीकर सांसद अमराराम ने मामले को लेकर कहा नीदरलैंड की एक कंपनी ने 1 करोड से ज्यादा का खीरे का बीज जिले के किसानों को दिया था. खराब बीज के कारण किसानों की करोड़ों की फसल भी नष्ट हुई है. दांतारामगढ़ में नेट हाउस से खीरे की फसल करने वाले किसानों को भी खराब बीज दिया गया और जिस तरह से खराब बीज देकर किसानों को तबाह करने का काम किया गया है ऐसी कंपनी के खिलाफ कृषि विभाग जांच करें.
Jul 29 2024, 10:56