फुटबॉल मैच के दौरान इजराइल पर किया रॉकेट हमला,12 लोगों की मौत,30 से ज्यादा लोगों घायल
इजराइल के शहर गोलान ड्रूज शनिवार को हिजबुल्लाह के किए गए हमले से दहल उठा, शनिवार को हुए इस हमले में 12 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें से ज्यादा बच्चे हैं, जिनकी उम्र 10 से 20 साल है और लगभग 30 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर आई है. इजराइल और हमास की जंग शुरू होने के बाद से इजराइल पर ये अब तक का सबसे घातक हमला रहा है, हालांकि हिजबुल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है.
इजराइल-हमास की जंग को 10 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक इस जंग के खत्म होने का कोई आसार नजर नहीं आ रहे है, बल्कि अब मिडिल ईस्ट में एक और जंग शुरू होने का अंदाजा लगाया जा रहा है, क्योंकि हमास को समर्थन देने वाला लेबनान का हिजबुल्लाह समूह और इजराइल के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ता जा रहा है. इजराइल डिफेंस फोर्स के मुताबिक, हिजबुल्लाह ने शनिवार को गोलान हाइट्स के उत्तरी शहर ड्रूज के मजदल शम्स में एक फुटबॉल मैच के दौरान रॉकेट से हवाई हमला किया. पिछले साल अक्टूबर से जारी इजराइल-हमास के युद्ध में हिजबुल्लाह इजराइल पर अटैक करता रहता है, लेकिन ये हवाई हमला अब तक का सबसे घातक हमला था. हमले के समय इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका में थे.
हिजबुल्लाह ने इजराइल पर एक साथ तीन हमले किए जो कि गोलान हाइट्स में IDF के बेस, किर्यत शिमोना में बेत हिलेल बेस और फुटबॉल मैच में हमला हुआ. वहां पर मौजूद लोगों ने बताया कि फील्ड पर खतरे का अलर्ट सायरन बजाया गया था, लेकिन समय इतना कम था कि लोग भागने में असमर्थ थे. जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त फील्ड पर हमला हुआ उस वक्त वहां 100 से ज्यादा लोग मौजूद थे. इजराइल पर ये हमला दक्षिणी लेबनान पर इजराइली हवाई हमले में हिजबुल्लाह समूह के तीन सदस्यों के मारे जाने के कुछ घंटों के बाद हुआ, जिसके बाद से इजराइल ने इस हमले की पूरी जिम्मेदारी हिजबुल्लाह को दी है, लेकिन हिजबुल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी को लेने से इनकार कर दिया है, उन्होंने कहा है कि इजराइल पर हुए इस हमले से हिजबुल्लाह समूह का कोई लेना-देना नहीं है.
इस हमले के बाद से इजराइल और लेबनानी आतंकी समूह में तनाव नए सिरे से बढ़ना शुरू हो गया है, जिससे युद्ध की आशंका पैदा हो गई है. अन्य देशों के राजनीतिक नेताओं ने इस हमले पर अपना गुस्सा जताया है और हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
हमले के बाद से नए जंग की पैदा हो रही आशंका
अमेरिका के बाइडेन प्रशासन के एक अधिकारी ने इस हमले के बाद एक और युद्ध के शुरू होने की आशंका जताते हुए कहा है कि शनिवार को किए गए इस हमले से जिस युद्ध को 10 महीने से टाले जाने की कोशिश कर रहे थे अब इस हमले से वह ट्रिगर हो सकता है. फुटबॉल फील्ड पर हुए हमले के बाद की तस्वीरें और वीडियोज वायरल होने लगे, जिसमें देखा गया कि कैसे हमले के बाद बच्चों के माता-पिता उन्हें ढूंढने के लिए इधर-उधर भागते देखे गए. घटनास्थल के आस-पास के अस्पतालों में
अधिकारियों से मिली जानकारी में बताया गया कि घटनास्थल पर ही 10 लोगों की मौत हो गई थी और 2 लोगों की मौत अस्पताल में हो गई. हिजबुल्लाह ने इस घटना की जिम्मेदारी से इनकार किया है, जबकि आईडीएफ ने कहा है कि यह रॉकेट लेबनान के चेबा गांव से लॉन्च किया गया था.
फलर-1 से हुआ हमला, केवल हिजबुल्लाह करता है इस्तेमाल
आईडीएफ के अधिकारी ने बताया कि इस हमले में जिस रॉकेट से हमला किया गया वो ईरान की निर्मित फलर-1 था, जिसमें 50 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक लगे हुए हैं. इस रॉकेट का इस्तेमाल केवल हिजबुल्लाह समूह ही करता है. आईडीएफ के स्पोकपर्सन कर्नल अविचाय अर्देई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह हमला चेबा के रॉकेट लॉन्च साइट के कमांडर अली मुहम्मद याह्या की निर्देशन में किया गया. आईडीएफ के स्पोकपर्सन रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हिजबुल्लाह इस हमले से भले ही इनकार कर रहा हो, लेकिन इसकी जिम्मेदारी उसी को जाती है और अब इस घटना को लेकर कार्रवाई की जाएगी.
7 अक्टूबर के बाद से हिजबुल्लाह लगभग रोज ही हमास के समर्थन में इजराइल पर हमला कर रहा है. हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच इस झड़प में इजराइल के 24 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें से 18 आईडीएफ और रिजर्व सैनिक मारे गए और हिजबुल्लाह के 381 सदस्यों की मौत हो गई है.
Jul 28 2024, 16:32