पानी पानी हुआ पीएचई विभाग, पॉलीथिन में ढके कम्प्यूटर, दस्तावेज भीगे, जर्जर भवन में कार्यालय संचालित
कवर्धा- जर्जर भवन, स्कूल में पानी टपकने जैसे खबरे तो हमेशा ही पड़ते है, लेकिन आपको यह खबर पढ़कर हैरत होगी कि कबीरधाम जिला मुख्यालय में ही संचालित पीएचई विभाग कार्यालय ही पानी पानी हो गया।
लोगों को पानी पिलाने वाला पीएचई विभाग के कार्यालय में पानी भर गया है। जर्जर भवन में संचालित कार्यालय में यह पहनी दफा नहीं है जब यहां बारिश का पानी भर गया है। यह हर वर्ष कार्यालय के अंदर पानी भर जाता है, लेकिन विभाग के अधिकारी न तो इसकी मरम्मत करते है और न ही नया कार्यालय बनाने ध्यान देते है। इसके कारण हर वर्ष कार्यालय के अंदर बारिश का पानी भर जाता है। इससे यहां काम करने वाले अधिकारी कर्मचारी भी परेशान हो चुके है।
जरूरी दस्तावेज खराब
पीएचई विभाग के अधिकारी के मनमानी के कारण यहां जरूरी दस्तावेज अव्यवस्थित ढंग से रखा होता है। अभी चार दिन से हो रही लगातार बारिश से खिड़की व छत से पानी टपकने से जरूरी दस्तावेज भी पानी भी भीग गए है, कर्मचारी पानी देख दस्तावेजो को समेटने में लगे हुए हैं। जबकि इस कार्यालय के माध्यम से केंद्रीय योजनाओं का संचालन होता है नल जल योजना से लेकर कई योजनाएं चल रही है जिसके दस्तावेज यहां रखे हुए है जिसमें से कई कागजात भीग गए है।
कम्यूटर को पॉलीथिन से ढकना पड़ा
दस्तावेज के साथ साथ कई रिकार्ड कम्प्यूटर में भी है, ऑनलाइन कई जानकारी से अन्य सारे काम कम्प्यूटर के माध्यम से होता है, बारिश का पानी कार्यालय में इतना आ रहा है कि कम्प्यूटर को पॉलीथिन में ढकना पड़ रहा है। कुछ कर्मचारियों के अनुसार तो पानी के कारण कम्प्यूटर व दीवार में करंट तक आ रहा है। ऐसे में यह पीएचई कार्यालय बढ़ी दुघटना घटित हो सकती है वही कम्प्यूटर में पानी जाने से कम्प्यूटर खराब हो सकता है इससे कई जरूरी जनाकारी नष्ट होने का डर बना हुआ है। इसके बाद भी पीएचई के अधिकारी मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं देते है।

कवर्धा- जर्जर भवन, स्कूल में पानी टपकने जैसे खबरे तो हमेशा ही पड़ते है, लेकिन आपको यह खबर पढ़कर हैरत होगी कि कबीरधाम जिला मुख्यालय में ही संचालित पीएचई विभाग कार्यालय ही पानी पानी हो गया।
रायपुर- छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार प्रदेश में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं लागू हुई है। राज्य के निःशक्तजनों के लिए सरकार सहारा बन रही है। जिसके समाज कल्याण विभाग के माध्यम से राहत पहुंचाने का कार्य हो रहा है। निराश्रित, बुजुर्ग एवं दिव्यांग हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाओं पर काम हो रहा है।
कवर्धा- सरदार वल्ल्भ भाई पटेल शक़्कर कारखाना पंडरिया के गन्ना रिकवरी दर में शक़्कर मील के एमडी व विधायक भावना बोहरा पर नीलू चंद्रवंशी ने गम्भीर आरोप लगाते हुए किसानों के साथ धोखा बताया है।
बलौदाबाजार- स्पंज आयरन प्लांट के विरुद्ध दायर जनहित याचिका पर हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा एवं रविन्द्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने बिना जगह का मुआयना किए अनुमति दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की. इसके साथ ही राज्य सरकार के साथ पर्यावरण विभाग और स्पंज आयरन प्लांट को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. मामले की अगली सुनवाई 13 अगस्त को होगी.
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व राज्य सभा सांसद प्रभात झा के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है।
रायपुर- विधानसभा में पिरदा में बारूद फैक्ट्री में विस्फोट पर कांग्रेस विधायक राघवेन्द्र सिंह और शेषराज हरबंश ने ध्यानाकर्षण पेश किया. कांग्रेस विधायकों ने फैक्ट्री में सुरक्षा मापदंडों का पालन नहीं होने पर सवाल उठाया. इस पर मंत्री लखन लाल देवांगन के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने बहिर्गमन किया.
राजनादगांव- जिला पंचायत सीईओ ने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने पर 5 सचिवों को निलंबित कर दिया है. ग्रामीणों की शिकायतों की जांच के बाद सीईओ ने यह बड़ी कार्रवाई की है. जिसमें सचिवों पर पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाह रहने और उच्च कार्यालयों के निर्देशों का पालन न करने का आरोप है.
रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को पूर्व सदस्य विजय सिंह के निधन पर सदस्यों ने शोक जताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. सत्र के अंतिम दिन सूचना पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने नाराजगी जताते हुए शासन को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए.
रायपुर- प्रदेश में सप्ताह भर से हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, और मौसम विभाग द्वारा लगातार छत्तीसगढ़ के लिए दिए जा रहै ऑरेंज एलर्ट को देखते हुए छग शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने प्रदेश में आई बाढ़, जलभराव और बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए स्कूल के संचालन को बड़ा जोखिम बताया है और मुख्यमंत्री तथा शिक्षामंत्री से अनुरोध किया है कि किसी तरह की अप्रिय स्थिति न हो इसके पूर्व संवेदनशीलता और सावधानी बरतते हुए प्रदेश के स्कूलों में आवश्यकतानुसार कुछ दिनों के लिए अवकाश प्रदान कर देना चाहिए,क्योंकि ग्रामीण व बनांचलो में पुल पुलियों में खतरनाक जलभराव, कच्चे व कीचड़ भरे रास्ते ,व पेड़पौधों से भरी जगहों पर लगातार बिजली गिरने की घटनाये देखने को मिल रही है, कई जर्जर स्कूल भवन, छत,व अहाता गिरने के समाचार आये दिन प्रकाशित हो रहे है कई स्कूलों में पानी भर जा रहा है ऐसे में विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए जान का जोखिम बना हुआ है,अतः अतिवृष्टि के चलते स्कूलों में अवकाश की घोषणा की जानी चाहिए, तथा आदेश में स्पष्ट उल्लेखित होना चाहिए कि खतरे के मद्देनजर स्कूल पूर्णरूपेण अवकाश के दिनों में बंद रहे अर्थात यह सावधानी हेतु अवकाश विद्यार्थी और शिक्षक दोनो के लिये हो क्योंकि प्रत्येक जान की कीमत है।
Jul 26 2024, 17:51
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