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Jul 12 2024, 12:33

वज्रपात से 25 लोगों की मौत पर सीएम नीतीश कुमार ने जताया गहरा दुख, मुआवजे का किया एलान

डेस्क : बिहार में जोरदार बारिश के बीच आसमान से मौत बरस रही है। बीते 24 घंटे के अंदर एकबार फिर आसमानी बिजली के चपेट में आने से 25 लोगों की जान चली गई है। जबकि 31 लोग गंभीर रुप से झुलस गए है। जिनका इलाज चल रहा है। 

इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने आज ही मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है। 

मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें।

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Jul 12 2024, 12:14

बिहार में बढ़ते अपराध और गिर रहे पुलों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तकरार, दोनो के अपने-अपने दलील

डेस्क : बिहार मे इनदिनों अपराध और गिर रहे पुलों को लेकर सियासत चरम पर है। विपक्ष जहां बिहार में बीते एक महीने के अंदर दर्जन भर पुलों के धाराशायी होने और बढ़े अपराध को लेकर प्रदेश की एनडीए सरकार पर हमलावर है। वहीं सत्ता पक्ष और खासकर बीजेपी इसके लिए बार-बार विपक्षी राजद को जिम्मेवार बता रही है।

पिछले दिनों विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार में बढ़े अपराध का पूरा डॉटा जारी करते हुए सरकार पर हमला बोला था। वहीं पुलों के एक के बाद एक धारासायी होने पर भी सरकार से जवाब मांगा था। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी लगातार इन मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावार है। 

वहीं सत्ता पक्ष ने इसके जवाब में लगातार लालू-राबड़ी के शासन याद दिलाते हुए प्रदेश में सबकुछ ठीक-ठाक होने का दावा कर रहा है। 

आइए अब आपको बताते है दोनो के आरोप-प्रत्यारोप में कितना दम है। इसके लिए सबसे पहले हम बिहार में अपराध की बात करते है। इसके लिए आपको को 2005 में लिए चलते है। 

बिहार में 2005 बड़ा सत्ता परिवर्तन हुआ था। राजद के शासन का अंत होकर प्रदेश में एनडीए की सरकार बनी थी। जो बीच के कुछ समय को छोड़ दिया जाए तो लगातार बनी हुई है। दरअसल जब 2005 में नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, तो उन्होंने वादा किया था कि बिहार से अपराध को खत्म करके कानून व्यवस्था को लागू करेंगे। इसी वादे को आधार बनाकर उन्होंने लालू यादव परिवार के 15 साल के शासन को उखाड़ फेंका था। 

यह भी सही है कि 1990 से 2005 का दौर बिहार के लिए बड़े पैमाने पर अपराध और भ्रष्टाचार का दौर रहा था। प्रदेश के कई लोगों के जेहन से अभी भी उस वक्त का खौफ नहीं निकला है। बिहार के ज्यादातर इलाकों में लोग, जिनमें गांव से लेकर शहर तक शामिल थे, अंधेरा होते ही घरों में कैद हो जाते थे। जिसकी बात तकरीबन हर सभा में सीएम नीतीश कुमार आज भी करते है। 

यह सही है कि सत्ता हाथ में आते ही नीतीश कुमार ने जो जनता से वायदा किया था उसपर उन्होंने काम भी किया। कानून व्यवस्था को लेकर बिहार में स्थिति 2005 के मुकाबले काफी बेहतर हुई। पहले जहां दिन-दहाड़े अपहरण, हत्या, रंगदारी की मांग और लूट की घटना को अंजाम दिया जाता था। उसपर लगाम लग गया। अपराधियों को लगने लगा कि अब उनकी मनमानी नही चलेगी। लेकिन बीते कुछ वर्षों में एकबार फिर बिहार की स्थिति बदली है। प्रदेश में एकबार फिर से अपराध बढ़ रहा है। बालू माफियाओं और शराब माफियाओं के हौसले काफी बढ़ गए है। हत्या और लूट जैसी घटना में बढ़ोत्तरी हुई है।

पूर्व उपमुख्यमंत्री व बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बढ़ते अपराध को लेकर अब सरकार पर ज्यादा हमलावर हैं। बीते दिनों उन्होंने महज एक हफ्ते के अंदर प्रदेश में हुई हत्या और लूट की घटना का पूरा ब्यौरा देते हुए सरकार पर हमला बोला था। तेजस्वी ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा था... गोपालगंज में मां के सामने बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई, मधुबनी में दबंगों ने पीट-पीटकर महिला को मार डाला, मधुबनी में मजदूरी मांगने पर महिला के सिर पर वार कर हत्या कर दी,बांका जिले के चांदन प्रखंड में महिला की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी गई,जमुई में 13 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई, बैंक डकैती तो लगातार हो रही है...यह है बिहार में डबल इंजन वाली सुशासन की सरकार।

तेजस्वी के इस हमले पर सत्ता पक्ष की ओर से पलटवार किया गया। सत्ता पक्ष ने कहा कि तेजस्वी ने अपने माता-पिता के शासनकाल को देखा नहीं है। इसलिए वे बिहार में अपराध की बात कर रहे है। बिहार में अपराध कर अपराधी बच नहीं सकते है। जो भी ऐसी घटना को अंजाम दे रहे है वे सलाखों के पीछे जा रहे है। 

वहीं अब बिहार में लगातार गिर रहे पुलों पर हो रही सियासत पर नजर डालते है। बीते दिनों महज सप्ताह भर के अंदर तकरीबन दर्जन भर पुल-पुलिया धरासायी हो गए। इसे लेकर विपक्ष ने सरकार पर जोरदार हमला बोला। सोशल मीडिया साइट एक्स पर राजद नेता तेजस्वी ने लिखा कि देखिए, कैसे आज

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Jul 12 2024, 09:25

बड़ी खबर : बिहार में 24 घंटे के अंदर वज्रपात की चपेट में आने से 25 की मौत, 31 गंभीर रुप से झुलसे

डेस्क : बिहार में जोरदार बारिश के बीच आसमान से मौत बरस रही है। बीते 24 घंटे के अंदर एकबार फिर आसमानी बिजली के चपेट में आने से 25 लोगों की जान चली गई है। जबकि 31 लोग गंभीर रुप से झुलस गए है। जिनका इलाज चल रहा है। वज्रपात की चपेट में आने से मधुबनी जिले में 5 लोगों की मौत हो गई। औरंगाबाद जिले में 2 महिला और 2 पुरुष समेत 4 लोगों की ठनका की चपेट में जान चली गई। नालंदा में वज्रपात से पकड़िया, कतरीसराय और अस्थावां में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। सुपौल जिले में तीन लोग वज्रपात के शिकार हो गए। वहीं, लखीसराय के चानन और हलसी में एक-एक व्यक्ति ने जान गंवा दी। पटना के धनरुआ व परसा बाजार में दो लोगों की मौत हो गई। उधर सासाराम के संझौली, बेगूसराय के परिहारा, गोपालगंज, समस्तीपुर, जमुई और पूर्णिया में एक-एक की जान चली गई। शेखपुरा जिले के बरबीघा के जाफरपुर गांव में आकाशीय बिजली से छह लोग झुलस गए। इनमें पांच बच्चे शामिल हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उमेश महतो के घर में शादी समारोह था। इसी दौरान हल्की बूंदाबांदी होने लगी। बारिश से बचने के लिए घर के पास बगीचा में सभी बैठे थे तभी ठनका गिरने से झुलस गए। वहीं भोजपुर के तरारी प्रखंड के बड़कागांव प्लस टू विद्यालय से सटे ताड़ के पेड़ पर ठनका गिरने से 18 छात्राओं की हालत बिगड़ गई। दहशत के चलते छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई और सभी गिरकर तड़पने लगीं। सभी को आनन-फानन में तरारी सामुदायिक स्वास्थ्य उपकेंद्र (सीएचसी) ले जाया गया। इनमें सात को गंभीर स्थिति में रेफर कर दिया गया।

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Jul 12 2024, 09:24

मौसम का हाल : पटना समेत जिलों में आज भी बारिश के आसार, इन जिलों में भारी बारिश के साथ वज्रपात का अलर्ट*

डेस्क : देर से ही सही अब बिहार में मानसून ने जोर पकड़ लिया है। प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों में बारिश हो रही है। वहीं आज शुक्रवार को सूबे के सभी जिलों में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। इस बीच मौसम विभाग ने राज्य के कुछ जिलों के लिए बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है और लोगों को बारिश के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी है। मौसम विभाग के अनुसार आज शुक्रवार को राज्य के कुछ जिलों में गरज के साथ बारिश की संभावना है। इस दौरान किशनगंज और अररिया में भारी बारिश और पटना समेत दक्षिण-मध्य और दक्षिण पूर्व के कुछ भागों में गरज के साथ बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही साथ राज्य के तराई वाले क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट है। आपदा प्रबंधन विभाग ने बारिश के दौरान वज्रपात को लेकर लोगों को सतर्क रहने को कहा है। बारिश के दौरान जरुरत पड़ने पर ही घरों से निकलने की अपील की गई है।

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Jul 11 2024, 16:13

जदयू में शामिल हुए पूर्व आईएएस मनीष वर्मा को मिली बड़ी जिम्मेवारी, बनाया गया राष्ट्रीय महासचिव

डेस्क : बीते मंगलवार 9 जुलाई को पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा जदयू में शामिल हुए थे। उनके पार्टी में शामिल होने के बाद से ही ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि पार्टी में उन्हें बड़ी जिम्मेवारी मिलेगी। जिसपर आज मुहर लग गई है। मनीष वर्मा को जदयू का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने इसकी घोषणा की है। 

गौरतलब है कि 2000 बैच के उड़ीसा कैडर के आईएएस मनीष वर्मा नालंदा जिले के मूल निवासी है और सीएम नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते है। 

2000 में आईएएस बनने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग उडीसा के कालाहांडी के सब कलेक्टर के तौर पर हुई थी। 2012 में जब अंतरराज्यीय प्रतिनियुक्ति के तहत मनीष वर्मा बिहार आए थे तभी उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई। 

वो पटना, पूर्णिया सहित कई जिलों के डीएम भी बने फिर नीतीश कुमार के सचिव भी रह चुके हैं लेकिन 2018 में उन्होंने वीआरएस ले लिया और रिटायरमेंट के बाद राजनीति में एंट्री करने का मन बनाया।

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Jul 11 2024, 14:19

बिहार में नौ सड़क व एक पुल परियोजना के निर्माण का रास्ता साफ, जल्द ही एडीबी को सौंपी जाएगी डीपीआर

डेस्क : बिहार में नौ सड़क व एक पुल परियोजना के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इन सड़क परियोजनाओं की डीपीआर तैयार हो गई है। अब पथ निर्माण विभाग चरणवार इन परियोजनाओं की प्रशासनिक मंजूरी देगा। इसके बाद एशियन विकास बैंक (एडीबी) को डीपीआर सौंपी जाएगी। जिसके बाद ही बिहार सरकार को एडीबी से 5100 करोड़ का कर्ज मिल सकेगा। एडीबी की टीम ने कर्ज देने की सैद्धांतिक सहमति पहले ही दे दी है। बनने वाली सड़कें राजकीय उच्च पथ (स्टेट हाईवे) और एमडीआर (वृहद जिला सड़क) है। इन सड़कों को दो लेन किया जाएगा। इन सड़कों का निर्माण एडीबी से मिलने वाले कर्ज से ही होगा।

एडीबी का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल और सीएस के साथ हुई बैठक में बनी थी सहमति

दरअसल बीते दिनों एडीबी का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल बिहार दौरे पर आया था। कार्यकारी निदेशक समीर कुमार खरे के नेतृत्व में आए इस शिष्टमंडल ने मुख्य सचिव के साथ बैठक की थी। उसी बैठक में राज्य की इन सभी दसों सड़क परियोजनाओं पर काम करने की सहमति बनी थी। कुल 482 किलोमीटर सड़क परियोजनाओं के लिए 5153 करोड़ की आवश्यकता है। बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रस्ताव पर एडीबी के अधिकारियों ने कर्ज लेने के लिए औपचारिक प्रक्रिया शुरू करने का सुझाव भी दिया था।

दो साल में निर्माण पूरा करने का लक्ष्य 

अगर अगस्त-सितम्बर तक तक कर्ज मिलने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई तो सितम्बर-अक्टूबर तक पथ विकास निगम और एडीबी में कर्ज पर समझौता हो जाएगा। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। दो साल के भीतर निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।

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Jul 11 2024, 09:43

मौसम का मिजाज : मानसून के इस सीजन में पहली बार इन 6 जिलो में भारी बारिश का रेड अलर्ट

डेस्क : बीते बुधवार को पटना में सुबह से ही मौसम का मिजाज बदल रहा। बादल छाए रहने के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का एहसास होना शुरु हो गया जो पूरे दिन और रात जारी। बादल की लुका-छिपी तो जारी रही। लेकिन पटना में कही बादल बरसा नहीं। जिसकी वजह से उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल रखा।

 वही आज गुरुवार को मानसून के इस सीजन में पहली बार मौसम विभाग की ओर से प्रदेश के छह जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 5 जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज और 5 में भारी बारिश का येलो अलर्ट भी मौसम विभाग ने जारी किया है। इसके अलावा पटना सहित राज्य के शेष भागों में गरज व चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है।

इन जिलों में अलर्ट

मौसम विभाग ने पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, किशनगंज, सीवान, पूर्वी चंपारण, शिवहर जिले में अत्यधिक भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। छपरा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, पूर्णिया जिलों में अति भारी बारिश होगी। इन जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। वैशाली, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा और कटिहार जिलों के एक या दो स्थानों पर भी भारी बारिश का येलो अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है।

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Jul 11 2024, 09:41

थाना प्रभारी ठिकानों पर निगरानी की छापेमारी, अबतक आय से 69 लाख रुपये अधिक की अवैध संपत्ति का चला पता

डेस्क : बांका जिला के शंभूगंज थाना के प्रभारी ब्रजेश कुमार के पास से आय से तकरीबन 69 लाख रुपये की अवैध संपत्ति मिली है। यह खुलासा आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में निगरानी की छापेमारी में हुआ है। 

बीते बुधवार को निगरानी ब्यूरो की टीम ने थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की। टीम ने ब्रजेश के शंभूगंज स्थित आवास के अलावा उनके पैतृक घर बेगूसराय में एक साथ छापा मारा। इस दौरान अब तक की जांच में आय से 69 लाख रुपये अधिक की अवैध संपत्ति का पता चला है।

2009 बैच के दारोगा ब्रजेश कुमार प्रोन्नति पाकर इंस्पेक्टर बने हैं। बुधवार की शाम से शुरू हुई यह कार्रवाई देर रात तक जारी रही। अब तक की गई कार्रवाई में उनके शंभूगंज स्थित आवास से 53 हजार कैश के अलावा बेगूसराय के वार्ड नंबर-11 में स्थित उनके घर से 2 लाख 50 हजार नकद, करीब 8 लाख मूल्य की ज्वेलरी, पत्नी के नाम से बैंक में 15 लाख रुपये से अधिक के निवेश से जुड़े कागजात और जमीन-फ्लैट से जुड़े कई दस्तावेज मिले हैं। इन सभी दस्तावेजों की जांच अभी चल रही है।

इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार के खिलाफ अब तक की जांच में आय से 69 लाख से अधिक अवैध संपत्ति का ब्योरा मिला है। जांच पूरी होने पर यह आंकड़ा बढ़ सकता है। बेगूसराय वाला घर कुछ महीने पहले ही इन्होंने खरीदा है। पहले वह इसी मकान में किराए पर रहते थे। इस मकान के पीछे एक प्लॉट भी इन्होंने कुछ महीने पहले खरीदा है। इसके अलावा बेगूसराय और आसपास के इलाके में इनके कुछ और प्लॉट की जानकारी मिली है। फिलहाल इनके पास से बरामद कई दस्तावेजों और बैंक एकाउंट या लेनदेन से जुड़े कागजात की जांच चल रही है।

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Jul 11 2024, 09:40

सीएम नीतीश कुमार ने किया एलान, जेपी गंगा पथ का मोकामा से कोईलवर तक होगा विस्तार

डेस्क : जेपी गंगा पथ का विस्तार मोकामा से कोईलवर तक किया जाएगा। इसके तहत दोनों ओर 122 किलोमीटर तक विस्तार होगा। इसके बाद पथ की लंबाई 143 किलोमीटर हो जाएगी। इसका एलान सीएम नीतीश कुमार ने बीते बुधवार को जेपी गंगा पथ के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान की है। उन्होंने कहा कि इसकी योजना बनाई जा रही है। कार्यक्रम में विस अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा, सांसद रविशंकर प्रसाद, सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार, नगर विकास व आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, सीएम के सचिव अनुपम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि, डीएम चन्द्रशेखर, पथ विकास निगम के एमडी शीर्षत कपिल अशोक आदि मौजूद थे।

पहले चरण में दीघा से दीदारगंज तक निर्माण किया जा रहा है। वहीं दूसरे चरण में दीघा से शेरपुर और दीदारगंज से करजान तक सड़क का विस्तार होगा। तीसरे चरण में करजान से मोकामा और शेरपुर से कोईलवर तक सड़क विस्तार होगा।

जेपी गंगी पथ की विस्तारीकरण योजना में पश्चिमी छोर पर दीघा-शेरपुर-कोईलवर तक 35 किलोमीटर में नया निर्माण होगा। पूर्वी छोर पर दीदारगंज-बख्तियारपुर-करजान-मोकामा तक 87.5 किलोमीटर में नयी सड़क बनेगी। इस समय जेपी गंगा पथ दीघा से दीदारगंज तक 20.5 किलोमीटर में निर्माण चल रहा है। इसमें कंगना घाट तक 15.5 किलोमीटर में आवागमन शुरू हो गया है। शेष भाग का निर्माण दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।

दीघा से कोईलवर की लंबाई 35.5 किलोमीटर है। इसके तहत दीघा से शेरपुर के बीच एलिवेटेड रोड का निर्माण होगा। इसकी लंबाई 12.5 किलोमीटर है। शेरपुर से कोईलवर पुल के बीच की दूरी 23 किलोमीटर है। इसमें साढ़े चार किलोमीटर एलिवेटेड होगा और 18.5 किलोमीटर पथ-बंध (बांध पर सड़क) होगा। इस छोर पर जेपी गंगा पथ का छितनावां में चार लेन सम्पर्कता होगी। दूसरी ओर दीदारगंज से बख्तियारपुर-करजान-मोकामा कुल 87.5 किमी लंबा है। दीदारगंज से बख्तियारपुर के बीच 35 किलोमीटर एलिवेटेड होगा। बख्तियारपुर से करजान पुल तक 7.5 किमी एलिवेटेड होगा। इस छोर पर जेपी गंगा पथ का चार लेन सम्पर्कता फतुहा, खुशरूपुर, सालिमपुर व बख्तियारपुर में होगी।

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Jul 10 2024, 19:32

बिहार में फिर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, आईए जानते है पिछले तकरीबन 45 साल से बने इस समस्या की क्या है वजह…

डेस्क : पिछले दो हफ्ते से नेपाल और बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण नदियों के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में बारिश के बाद कोसी नदी उफना गई। इससे सुपौल, मधेपुरा और सहरसा जिले में बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया है। मधेपुरा में आलमनगर तो सहरसा में सलखुआ के निचले इलाकों में पानी फैलने लगा है। खगड़िया जिले में कोसी और बागमती के जलस्तर में उतार-चढ़ाव से कटाव तेज हो गया है। कटिहार जिले में महानंदा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।

इधर, पूर्वी व पश्चिम चंपारण में गंडक उफान पर है तो सीतामढ़ी में बागमती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर बराज से 4.40 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद गंडक का पानी दियारा क्षेत्र के गांवों में घुस गया है। बैरिया की बैजुआ पंचायत समेत अन्य गांवों के लोग पलायन करने लगे हैं। 

वहीं सिकटा नदी में उफान से त्रिवेणी नहर का तटबंध नौ किमी में तीन जगहों पर टूट गया है। तटबंध टूटने से सिकटा के सरेह में पानी फैल रहा है। सुपौल जिले के सुपौल, किशनपुर, सरायगढ़-भपटियाही प्रखंडों के तटबंध के अंदर निचले इलाकों में पानी फैल गया है। लगभग तीन दर्जन से अधिक गांव में दो फीट पानी लोगों के आंगन और दरवाजे पर फैल गया है। 

बीते दिनों सीएम नीतीश कुमार ने जलमग्न क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। हालात का जायजा लेने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाके में तत्काल राहत पहुंचाने का सख्त निर्देश दिया। वहीं आपदा प्रबंधन विभाग को बाढ़ से निपटने को लेकर पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया है। 

आपदा प्रबंधन मंत्री बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा है कि आपदा विभाग स्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं। गंभीर हालत होने पर आपदा से बचाव को लेकर तैयारियां पूरी है। 

पिछले तकरीबन 45 सालों बिहार लगातार हर साल बाढ़ से जूझ रहा है। हर साल सरकार की ओर से बाढ़ के निदान के बड़े-बड़े दावे किये जाते है। लेकिन बरसात का मौसम आते ही सारे दावे फेल हो जाते है। उत्तर बिहार के अधिकांश जिले और खासकर सीमांचल के इलाके में बाढ़ से भारी तबाही होती है। इस इलाके को लोगों को जान-माल का भारी नुकसान उठाना पड़ता है।

आइए जानते हैं कि बिहार हर साल बाढ़ में क्यों डूब जाता है....

बिहार में बाढ़ के सबसे प्रमुख कारणों में पहला नेपाल में जब भी पानी का स्तर बढ़ता है वह अपने बांधों के दरवाजे खोल देता है। इसकी वजह से नेपाल से सटे बिहार के जिलों में बाढ़ आ जाती है। 

दूसरा फरक्का बराज बनने के बाद बिहार में नदी का कटाव बढ़ा है। सहायक नदियों द्वारा लाई गई गाद और गंगा में घटता जलप्रवाह समस्या को गंभीर बनाते हैं। बिहार में हिमालय से आने वाली गंगा की सहायक नदियां कोसी, गंडक और घाघरा बहुत ज्यादा गाद लाती हैं। इसे वे गंगा में अपने मुहाने पर जमा करती हैं। इसकी वजह से पानी आसपास के इलाकों में फैलने लगता है। नदी में गाद न हो और जलप्रवाह बना रहे तो ऐसी समस्या आए ही नहीं। 

तीसरा बड़ा कारण पेड़ों की अंधाधुंध कटाई है। बिहार में जलग्रहण क्षेत्र (कैचमेंट एरिया) में पेड़ों की लगातार अंधाधुंध कटाई हो रही है। इसकी वजह से कैचमेंट एरिया में पानी रुकता ही नहीं। कोसी नदी का कैचमेंट एरिया 74,030 वर्ग किमी है। इसमें से 62,620 वर्ग किमी नेपाल और तिब्बत में है। सिर्फ 11,410 वर्ग किमी हिस्सा ही बिहार में है। पहाड़ों पर स्थित नेपाल और तिब्बत में ज्यादा बारिश होती है तो पानी वहां के कैचमेंट एरिया से बहकर बिहार में स्थित निचले कैचमेंट एरिया में आता है। पेड़ों के नहीं होने की वजह से पानी कैचमेंट एरिया में न रुककर आबादी वाले क्षेत्रों में फैल जाता है।