ऑस्ट्रिया से एक बार फिर मोदी ने दिया शांति संदेश, आतंकवाद पर किया कड़ा प्रहार
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय दौरे के लिए ऑस्ट्रिया में हैं। बुधवार को पीएम मोदी ने ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वैन डेर बेलेन के साथ बैठक की। इसके बाद एक ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ संयुक्त वार्ता को संबोधित किया।इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर शांति का संदेश दिया और आतंकवाद की कड़ी निंदा की साथ ही आपसी सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र और कानून के शासन जैसे मूल्यों में साझा विश्वास भारत-ऑस्ट्रिया संबंधों की मजबूत नींव हैं। मुझे खुशी है कि मुझे प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ऑस्ट्रिया आने का मौका मिला। मेरी यह यात्रा ऐतिहासिक और विशेष है। 41 वर्ष के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रिया का दौरा है। यह भी सुखद संयोग है कि यह यात्रा उस समय हो रही है, जब हमारे आपसी संबंधों के 75 वर्ष पूरे हुए हैं। लोकतंत्र और कानून के शासन जैसे मूल्यों में आपसी विश्वास हमारे संबंधों की नींव हैं। आपसी विश्वास से हमारे रिश्तों को बल मिलता है। आज मेरे और चांसलर नेहमर के बीच बहुत सार्थक बातचीत हुई। हमने आपसी सहयोग को और मजबूत करने के लिए नई संभावनाओं की पहचान की है। हमने फैसला लिया कि संबंधों को रणनीतिक दिशा प्रदान की जाएगी।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज मेरे और चांसलर नेहमर के बीच बहुत सार्थक बातचीत हुई। हमने आपसी सहयोग को और मजबूत करने के लिए नई संभावनाओं की पहचान की है।हमने निर्णय लिया है कि संबंधों को रणनीतिक दिशा प्रदान की जाएगी।हम दोनों आतंकवाद की कठोर निंदा करते हैं।हम इस बात पर सहमत हैं कि यह किसी भी रूप में आतंकवाद स्वीकार्य नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा, मैंने पहले भी कहा है कि यह युद्ध का समय नहीं है। समस्याओं का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता। मानवता में विश्वास रखने वाला हर व्यक्ति तब दुखी होता है जब किसी की जान चली जाती है। मासूम लोगों के जान की हानि स्वीकार्य नहीं है। भारत और ऑस्ट्रिया शांति और स्थिरता की बहाली के लिए हर संभव सहयोग देने को तैयार हैं।
ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने एक्स पर पोस्ट कर पीएम मोदी की ओर से कहे गए कई मुद्दों पर सहमति जताई। उन्होंने कहा, पश्चिम और दक्षिण के देशों को स्विट्जरलैंड में शांति शिखर सम्मेलन में चुने गए रास्ते को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट होना चाहिए। इस संबंध में भी भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर ने कहा, यूक्रेन में हो रहा युद्ध अब समाप्त होना चाहिए। इसके लिए ऑस्ट्रिया संवाद स्थापित करने के लिए हर संभव कोशिश करेगा।
Jul 10 2024, 20:00