सरकारी पोखरी पाटी,हरे पेड़ काट कर खेत बनाया, एसडीएम ने दिए जांच के आदेश
खजनी गोरखपुर। तहसील क्षेत्र के भलुआन गांव में सरकारी पोखरी पाट कर और उसके किनारे मौजूद हरे आम के पेड़ों काट कर उसे खेत बना लिया। उसी गांव के निवासी धीरजलाल श्रीवास्तव की शिकायत पर 18 जून को एसडीएम खजनी शिवम सिंह ने राजस्व निरीक्षक और थानाध्यक्ष खजनी को मामले की जांच और सरकारी पोखरी से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया।
किंतु आदेश के 16 दिनों बाद भी जांच टीम मौके पर नहीं पहुंची। शिकायतकर्ता और गांव के निवासियों ने बताया कि बारिश का पानी पोखरी में जाता था। आदेश के बाद सरकारी पोखरी से अतिक्रमण हटाने की उम्मीद थी किंतु कोई जांच के लिए नहीं पहुंचा। इसकी शिकायत आॅनलाइन आइजीआरएस पोर्टल पर भी की गई है। शिकायतकर्ता धीरजलाल श्रीवास्तव ने एसडीएम को दिए गए शिकायती प्रार्थनापत्र में बताया है कि गांव के संपर्क मार्ग के किनारे स्थित गांव की वर्षों पुरानी सरकारी पोखरी आराजी संख्या-228 ग और उसके किनारे मौजूद 4 हरे आम के पेड़ों को काट कर आराजी संख्या-224 शामिल कर लिया गया है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और पोखरी की पुन: खुदाई कराने की मांग की थी।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी ने 18 जून को ही जांच और कार्रवाई का स्पष्ट आदेश दिया था। किंतु कार्रवाई न होने से बारिश के कारण गांव में जलभराव की समस्या हो गई है। वहीं शासन द्वारा भू-जल संवर्धन के लिए प्राकृतिक जलाशयों को संरक्षित किया जा रहा है,पौधरोपण को बढ़ावा दिया जा रहा है। किन्तु असामाजिक तत्वों के द्वारा खुलेआम बेखौफ होकर प्राकृतिक संसाधनों को नष्ट किया जा रहा है। एसडीएम के स्पष्ट आदेश पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है, तथा पोखरी पाटने वाले खुलेआम यह कहते घूम रहे हैं कि किस लेखपाल में इतनी हिम्मत है कि हमारी मर्जी के खिलाफ गांव में नापी के लिए आ जाएगा।
उल्लेखनीय है कि उपजिलाधिकारी के आदेश कूड़ेदान के हवाले होते जा रहे हैं, बीते दिनों सिकरीगंज के लालमनपुरा गांव में भी रास्ते से अतिक्रमण हटवाने के एसडीएम के स्पष्ट आदेश पर 9 दिनों बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने का मामला प्रकाश में आया था।
Jul 04 2024, 16:15