गया सेंट्रल जेल में बंद कैदी की मौत, परिजनों ने जेल प्रशासन पर हत्या का लगाया आरोप
गया : बिहार के गया सेंट्रल जेल में बंद कैदी की मौत हो गई। जेल में बंद कैदी की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने गया-चेरकी मार्ग के मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के गेट के बाहर सड़क पर शव को रखकर हंगामा किया और मौत का आरोप जेल प्रशासन पर लगाया है।
परिजनों का आरोप है की जेल प्रशासन के लापरवाही से कैदी रतन सिन्हा की मौत हुई है। अगर रतन सिन्हा की तबीयत खराब हुई थी, तो जेल प्रशासन को इसकी सूचना परिजनों को देनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया और जब मौत हो गई तो हम लोगों को जानकारी दिया गया, जिसके बाद हमलोग मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे, तो देखे कि शव को लावारिस छोड़ दिया गया।
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दरअसल, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लखनपुर निवासी रतन सिन्हा का 42 लाख रुपए को लेकर लेन-देन का विवाद चल रहा था।
रतन सिन्हा ने रत्नेश शर्मा और मुंगरी सिंह से 42 लाख ले रखे थे। इसके बदले में रतन सिन्हा ने 42 लाख रुपए का चेक दिया था, जो बाउंस हो गया था। इसी मामले में रतन सिन्हा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था, तब से वह जेल में बंद था।
वहीं, मृतक के भाई गौतम कुमार सिन्हा ने बताया कि विगत मई में चेक बाउंस मामले में रतन सिन्हा गया जेल में बंद थे।
बुधवार सुबह जेल से फोन आया कि कैदी रतन सिन्हा की मौत हो गई है। हालांकि जब तबीयत खराब हुई थी, तभी जेल प्रशासन के इसकी सूचना देनी चाहिए थी। हमलोग जब मगध मेडिकल अस्पताल पहुंचे तो देखा कि हमारा भाई मृत पड़ा हुआ है। जेल प्रशासन का कोई सिपाही या कर्मचारी मौजूद नहीं है।
हमारे भाई के शव को लावारिस अवस्था में छोड़ दिया गया था। जब हमने ईसीजी रिपोर्ट मांगी तो कहा गया कि आपको नहीं मिल सकता। हमारे भाई की मौत हो गई है और उसका ईसीजी रिपोर्ट हमें क्यों नहीं मिलेगा? जेल प्रशासन के लोगों ने ही मिलकर हमारे भाई की हत्या कर दी है। हम पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं और दोषियों पर कठोर कार्रवाई किया जाय।
इस संबंध में गया सेंट्रल जेल के जेल सुपरिंटेंडेंट विजय अरोड़ा ने बताया कि लेन-देन के विवाद चेक बाउंस मामले में 15 मई को जेल में आया था। कैदी हाईपरटेंशन का शिकार था। मंगलवार की शाम में कैदी रतन सिंह की तबीयत खराब हुई थी, जिसके बाद जेल अस्पताल में ही उसका इलाज कराया गया, जब उसकी हालात और सीरियस हुई तो मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
गया से मनीष कुमार



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Jun 26 2024, 20:52
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