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शपथ ग्रहण करने के 24 घंटे के भीतर पीएम मोदी ने मंत्रियों के बीच विभागों का किया बंटवारा, जानिए बिहार से किसे मिला कौन सा मंत्रालय*

डेस्क : रविवार को शपथ लेने के 24 घंटे के भीतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया। मोदी-3 में बिहार से बने आठ मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने आठ मंत्रियों के बीच 10 अहम मंत्रालय दिए हैं। जिसमें जदयू को अहमियत दी गई है। वहीं मोदी-2 में बिहार से शामिल रहे दो मंत्रियों में गिरिराज सिंह को इस बार कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछली बार वे ग्रामीण विकास मंत्री थे। वहीं नित्यानंद राय को एक बार फिर गृह राज्यमंत्री की कमान सौंपी गई है। पिछली बार भी वे गृह राज्यमंत्री ही थे। जबकि मोदी सरकार में पहली बार शामिल छह मंत्रियों में जीतन राम मांझी को एमएसएमई की जिम्मेदारी दी गई है। जदयू के पूर्व अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को दो अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई है। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पंचायती राज के अलावा मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। इसके पहले यह मंत्रालय उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के पास था। जबकि मोदी-2 सरकार में गृह मंत्रालय में राज्यमंत्री रहे नित्यानंद राय को एक बार फिर वही जिम्मेवारी दी गई है। तीन अन्य राज्यमंत्रियों में रामनाथ ठाकुर को किसान और कृषि कल्याण महकमा दिया गया है। सतीश चंद्र दूबे को कोयला और खान भूतत्व तो डॉ. राजभूषण चौधरी को जलशक्ति मंत्रालय का राज्यमंत्री बनाया गया है।
बिहार के मंत्रियों को मिल गया विभाग, चिराग को मिला पिता-चाचा वाला मंत्रालय तो गिरिराज की बदल गई मिनिस्ट्री

डेस्क: मोदी 3.0 सरकार में मंत्रालय का बंटवारा हो गया। नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। पीएम मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। इनमें 30 कैबिनेट, 5 स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं। बिहार से भी आठ सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली। इनमें बीजेपी से चार, जेडीयू दो, एलजेपीआर से एक और हम से इकलौते सांसद जीतन राम मांझी शामिल हैं। अब इनको विभाग भी एलॉट कर दिया गया है। जिनमें चार कैबिनेट और चार राज्य मंत्री बनाए गए हैं।

नित्यानंद राय (BJP) गृह राज्य मंत्री

गिरिराज सिंह (BJP) कपड़ा मंत्री

सतीश चंद्र दुबे (BJP) कोयला और खनन राज्य मंत्री

राज भूषण चौधरी (BJP) जलशक्ति राज्य मंत्री

ललन सिंह (JDU) पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री

रामनाथ ठाकुर (JDU) कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री

जीतन राम मांझी (HAM) सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम मंत्री (MSME)

चिराग पासवान (LJPR) खाद्य प्रसंस्करण मंत्री

गृह, रक्षा, वित्त और विदेश ..! अहम मंत्रालय अपने ही नियंत्रण में रखेगी भाजपा, सहयोगियों को मिलेंगे दूसरे विभाग

आज नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने जा रहे हैं। जवाहरलाल नेहरू के बाद वे भारतीय राजनीति में दुर्लभ हैट्रिक हासिल करेंगे। मोदी 3.0 के लिए शपथ ग्रहण समारोह शाम 7:15 बजे निर्धारित है, जिसमें कई विदेशी गणमान्य लोग भाग लेंगे।

नए मंत्रिमंडल के गठन की तैयारियां चल रही हैं, शपथ ग्रहण के लिए संभावित मंत्रियों को फोन आ चुके हैं। गृह, रक्षा, वित्त और विदेश मंत्रालय जैसे प्रमुख मंत्रालय, जो सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) के अभिन्न अंग हैं, पिछले कार्यकाल की तरह भाजपा के नियंत्रण में रहेंगे। बुलाए गए प्रमुख पूर्व केंद्रीय मंत्रियों में राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, अश्विनी वैष्णव, मनसुख मंडाविया, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नितिन गडकरी और जितेंद्र सिंह शामिल हैं।

मंत्रालयों के आवंटन की प्रक्रिया जारी है, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष का चयन अभी भी तय नहीं हुआ है। पिछले वक्ता सुमित्रा महाजन और ओम बिरला भाजपा से थे, लेकिन सहयोगी दलों की नज़र इस फ़ैसले पर है। आधिकारिक समारोह से पहले, नरेंद्र मोदी 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर नए मंत्रिपरिषद के साथ बैठक करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान दिल्ली और राष्ट्रपति भवन के चारों ओर व्यापक सुरक्षा घेरा बनाए रखने के साथ सुरक्षा उपाय कड़े किए गए हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, नई दिल्ली क्षेत्र को दो दिनों के लिए नो-फ़्लाई ज़ोन घोषित किया जाएगा, जिसमें दिल्ली पुलिस, अर्धसैनिक बल, एनएसजी, एसपीजी और इंटेलिजेंस विंग के अधिकारियों सहित सुरक्षा कर्मियों की व्यापक तैनाती की जाएगी। राष्ट्रपति भवन में शाम 5 बजे से मेहमानों के पहुंचने की उम्मीद है।

मोदी 3.0 : मोदी कैबिनेट में बिहार से ये 8 सांसद बनेंगे मंत्री, जानिए कौन-कौन हैं शामिल

डेस्क : नरेंद्र मोदी आज रविवार को शाम तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे है। पीएम मोदी राष्ट्रपति भवन में शाम 7.15 बजे अपनी पूरी कैबिनेट के साथ पीएम पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। वहीं मंत्री पद की शपथ लेने के लिए सांसदो का नाम तय हो गया हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मोदी कैबिनेट में बिहार से मंत्री पद की बात करें तो इसबार 8 नेताओं को मंत्री पद दिया गया है। जिसका फाइनल लिस्ट तैयार हो गया है। 

मोदी कैबिनेट में बतौर मंत्री शामिल होने वाले चेहरों को लगभग फाइनल कर लिया गया है और उन्हें पीएम आवास पर नरेंद्र मोदी के साथ चाय पर आमंत्रित किया गया है। जिनमें बिहार से फिलहाल आठ सांसदों को फोन किया गया है। 

सूत्रों के अनुसार जदयू से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, बीजेपी से गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, सतीश चंद्र दुबे, राजभूषण निषाद को और इसके अलावे हम पार्टी के संस्थापक और बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ चाय पीने का मौका मिला। माना जा रहा है कि मंत्री बनने के लिए इन सभी सांसदों का नाम फाइनल है।

मोदी 3.0 : मोदी कैबिनेट में बिहार के इन नेताओं का मंत्री बनना लगभग तय, आने लगे फोन....

डेस्क : नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। पीएम मोदी राष्ट्रपति भवन में शाम 7.15 बजे अपनी पूरी कैबिनेट के साथ पीएम पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। वहीं मंत्री पद की शपथ लेने के लिए कई नेताओं को फोन आने लगे हैं। मोदी कैबिनेट की बात करें तो मोदी सरकार 3.0 में बिहार से इन नेताओं के मंत्री बनना लगभग तय हो गया है। 

इस सरकार में सहयोगी दलों को भी मौका दिया जा रहा है। इनमें बिहार से लोजपा से चिराग पासवान, हम प्रमुख जीतन राम मंझी और जदयू के ललन सिंह के नाम शामिल है। को भी शपथ ग्रहण के लिए राष्ट्रपति भवन से फोन आए हैं।  

अभी तक जिन नेताओं को शपथ ग्रहण के लिए फोन आने की पुष्टि हुई है उनमें बीजेपी से राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, पीयुष गोयल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जीतेंद्र सिंह, मनोहर लाल खट्टर, राव इंद्रजीत सिंह, शांतनु ठाकुर, मनसुख मांडविया, अश्विनी वैष्णव का नाम शामिल है। इसके अलावे जदयू के ललन सिंह, रामनाथ ठाकुर हम संरक्षक जीतनराम मांझी, लोजपा(रा) चिराग पासवान शामिल हैं।

2025 के विस चुनाव के लिए उभर के सामने आए तेजस्वी यादव, इंडिया गठबंधन इनके चेहरे पर लड़ेगी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव

डेस्क : लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में तेजस्वी यादव विपक्ष के बड़े चेहरे के रुप में उभर कर सामने आए है। उनकी मेहनत का परिणाम है कि बिहार में जहां पिछले चुनाव में राजद का खाता नहीं खुल पाया था साथ ही पूरे विपक्ष को महज 1 सीट पर जीत हासिल हुई थी। वहीं इस चुनाव में उसकी संख्या 9 पर पहुंच गई है। जिसमें सबसे ज्यादा सीट राजद को हासिल हुई है। 

इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। इंडिया गठबंधन ने तेजस्वी प्रसाद यादव में पूरा विश्वास जताया है। इंडी गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव तेजस्वी के चेहरे पर लड़ेगा। राजद सहित इंडिया गठबंधन के अन्य घटक दल जल्द ही विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटेंगे। 

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बिहार में इंडिया गठबंधन के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव हैं। कांग्रेस उनके नेतृत्व में ही बिहार में चुनाव में शामिल होगी। हालांकि, इसकी अधिकृत घोषणा चुनाव के दौरान की जाएगी।

वामदलों भाकपा माले, भाकपा व माकपा भी पूरी तरह राजद के साथ विधानसभा चुनाव में जाने को तैयार है। भाकपा माले के मीडिया प्रभारी कुमार परवेज के अनुसार पिछले विधानसभा चुनाव में भी वामदल तेजस्वी यादव के साथ खड़े थे। उन्हें महागठबंधन के अंतर्गत ही चुनाव में 16 सीटें (भाकपा माले 12, भाकपा व माकपा 2-2) हासिल हुई थी। नतीजतन, भाकपा माले की एक सदस्य को विधान पर्षद में भी स्थान मिला।

वहीं वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देवज्योति ने भी तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव में शामिल होने पर सहमति जतायी है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव एवं वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की जोड़ी एक बार फिर लोगों को गोलबंद करेगी।

नरेन्द्र मोदी आज लगातार तीसरी बार पीएम पद की लेंगे शपथ, इस बार बिहार से मंत्रियों की बढ़ सकती है संख्या

डेस्क : आज बीजेपी के साथ-साथ एनडीए के लिए बड़ा दिन है। आज रविवार को नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। नरेन्द्र मोदी देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के बाद ऐसे नेता है जो लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेने जा रहे है। वहीं उनके साथ मंत्रियों का भी शपथग्रहण होगा। 

सबसे बड़ी बात यह है कि इसबार मोदी कैबिनेट में बिहार से मंत्रियों की संख्या बढ़ सकती है। इस बार भाजपा के अलावा एनडीए के घटक दल जदयू, लोजपा-आर और हम से भी मंत्री बनाए जाएंगे। राजनीतिक गलियारे में चल रही खबरों के अनुसार चूंकि बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए इस बार बिहार को अधिक तवज्जो मिलना तय है। बिहार से आधा दर्जन से अधिक मंत्री बनाए जा सकते हैं।

बता दे पिछले केंद्र की मोदी सरकार-2 में बिहार से पांच मंत्री थे। इसमें से केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह चुनाव हार चुके हैं। पर्यावरण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे और रालोजपा सुप्रीमो पशुपति कुमार पारस चुनाव नहीं लड़े। बाकी बचे दो मंत्रियों में गिरिराज सिंह व नित्यानंद राय चुनाव जीत चुके हैं। दोनों को फिर मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। भाजपा से दो और नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। राजपूत कोटे से मंत्री बनने वालों में जर्नादन सिंह सीग्रीवाल, राजीव प्रताप रूडी का नाम आगे चल रहा है। ब्राह्मण कोटे से दरभंगा के सासंद गोपाल जी ठाकुर का नाम चल रहा है। वहीं डॉ. संजय जायसवाल को भी मंत्री बनाने की अटकलें हैं। 

वहीं बिहार में इसबार जदयू ने बिहार में शानदार प्रदर्शन किया है। बीजेपी को अकेले बहुमत नहीं मिलने के स्थिति में जदयू किंग मेकर की भूमिका मे आ गई है। जिसकी वजह जदयू को इसबार तव्वजो मिलने की अधिक संभावना है। चर्चा है कि जदयू कोटे इसबार कम से कम दो-तीन सांसदों का मंत्री बनना तय है। जिसमें ललन सिंह, संजय झा, रामनाथ ठाकुर के नाम की चर्चा जोरो पर है। 

वहीं एनडीए में शामिल लोजपा (रामविलास) ने कमाल का प्रदर्शन किया है। उसने अपनी पांचो के पांचो सीट पर जीत दर्ज की है। ऐसे पार्टी सुप्रीमो चिराग पासवान का मंत्री बनना तय है। वहीं, हम संरक्षक जीतन राम मांझी के भी मंत्री बनने की चर्चा है। हालांकि शपथ के बाद ही पूरा परिदृश्य साफ होगा।

मौसम अलर्ट : बिहार के कई जिलों में आसमान से बरस रही आग, राजधानी पटना में पिछले 6 दिनों में 7 डिग्री हुई बढ़ोत्तरी

डेस्क : राजधानी पटना समेत पूरा बिहार पिछले कई दिनों से एकबार फिर प्रचंड गर्मी की चपेट में है। आलम यह है कि आसमान से आग बरस रही है। पूरा जन-जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। बीते शनिवार को राजधानी पटना लू की लहर से झुलसता रहा। 

बीते शनिवार को राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 43 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार पारा का यह स्तर इस मौसम में सर्वाधिक है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 6 दिनों में राजधानी पटना के अधिकतम तापमान में 7 डिग्री तक की वृद्धि हुई। इससे पहले 28 मई को पटना का अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। शनिवार को पटना के अधिकतम तापमान में 1.1 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। पिछले 6 दिनों के दौरान यहां का अधिकतम तापमान 7 डिग्री चढ़ा है। 

हालांकि, शनिवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 45.3 डिग्री बक्सर का रहा। शनिवार को पटना के साथ-साथ गया, जमुई, गोपालगंज, नालंदा, जीरादेई और मुंगेर भी लू की चपेट में रहे। वहीं, शेखपुरा, बक्सर, भोजपुर, वैशाली, औरंगाबाद, बांका, नवादा और अरवल को भीषण गर्मी झेलनी पड़ी। 

वहीं मौसम विभाग ने आज रविवार को चार जिलों बांका, भागलपुर, जमुई और पूर्वी चंपारण में लू का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, दक्षिण बिहार के एक या दो स्थानों पर भी लू चलने के आसार है। दक्षिण बिहार के शेष भाग और उत्तर बिहार को भरी गर्मी सहनी पड़ेगी। अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान 2 से 3 डिग्री बढ़ सकता है।

इंडी गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार को डिप्टी पीएम ही नहीं पीएम पद तक का किया गया था ऑफर, जदयू के वरिष्ठ नेता सनसनीखेज खुलासा

 

डेस्क : देश में तीसरी बार नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। कल 9 जून रविवार की शाम सवा सात बजे नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसी बीच जदयू के वरिष्ठ नेता ने एक बड़ा खुलासा किया है। जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि इंडी गठबंधन ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का ऑफर किया था लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया है।

बता दें लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद जैसे ही रूझान आने शुरु हुए, तब यह चर्चा होने लगी थी कि इंडी गठबंधन की तरफ से नीतीश कुमार को उप प्रधानमंत्री बनाने का ऑफर दिया गया है। कहा जा रहा था कि शरद पवार ने नीतीश कुमार से फोन पर बात की है। इस खबर के सामने आने के बाद देश में सियासी हलचल तेज हो गई थी। तब शरद पवार ने कहा था कि नीतीश कुमार से उनकी कोई बात नहीं हुई थी।

अब जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने खुलासा किया है कि इंडी गठबंधन की तरफ से नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का ऑफर दिया गया था। लेकिन उन्होंने इससे सीधे तौर पर इनकार कर दिया। केसी त्यागी ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार ने विपक्षी खेमे से मिलने वाले किसी भी तरह के ऑफर को सिरे से नकार दिया है। वरना प्रपोजल तो यहां तक आए थे कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बन जाएं।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पास ऐसे ऑफर उन लोगों की तरफ से आ रहे हैं, जिन्होंने कभी नीतीश को इंडी गठबंधन का संयोजक बनाने से इनकार कर दिया था। त्यागी ने कहा कि हमलोग इंडी गठबंधन के जन्मदाता थे। अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी जैसे लोग कांग्रेस के साथ मंच साझा करने को तैयार नहीं थे। लेकिन नीतीश कुमार सभी को एक मंच पर ले आए। जिस तरीके का व्यवहार उनके साथ किया गया, जिसका नतीजा हुआ कि जेडीयू इंडी गठबंधन से बाहर आ गई और एनडीए का हिस्सा बन गई।

विपक्ष का वह नेता कौन है जिन्होंने नीतीश कुमार को अपने साथ लाने के लिए उनसे संपर्क साधा था? इस सवाल पर केसी त्यागी ने कहा कि राजनीति में नाम बताना ठीक नहीं है। लेकिन विपक्ष के सभी बड़े नेता नीतीश कुमार से बात करना चाहते थे। ऐसे में जेडीयू ने तय किया कि अब पीछे मुडड़कर झांकने का कोई सवाल नहीं है। हमने फैसला लिया है कि हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए को मजबूत करेंगे।

गौरतलब है कि इसबार बीजेपी अकेले बहुमत का ऑकड़ा नहीं कर पाई। उसे 240 सीट ही मिले है। ऐसे में सरकार जदयू और टीडीपी के सहयोग के बिना सरकार बनना मुश्किल था। विपक्ष अंतिम समय तक इस प्रयास में जुटा रहा कि इनदोनो पार्टियों को इंडी गठबंधन की ओर लाया जाए। लेकिन विपक्ष को इसमे सफलता नही मिल पाई। एनडीए गठबंधन में सीएम नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कहा कि जदयू अब कही नहीं जाने वाला है। वह एनडीए के साथ ही रहेगा। नीतीश कुमार ने तो यहां तक कहा कि अगली बार विपक्ष के लोग जीते है उन्हें भी समेट लिया जायेगा।

नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव ने इनके सर फोड़ा बिहार में इंडी गठबंधन की हार का ठीकरा, केन्द्र में महागठबंधन की सरकार नहीं बनने का बताया यह बड़ा कारण


डेस्क : इसबार के लोकसभा चुनाव में बड़ा उलट-फेर हो गया। हालांकि एनडीए की सरकार तो केन्द्र में बनने जा रही है, लेकिन जो जीत बीजेपी ने हासिल की है उसकी बीजेपी नेताओं ने कल्पना भी नही की होगी। वहीं विपक्ष भले ही सरकार नहीं बना पाई। लेकिन उसे अप्रत्याशित जीत हासिल हो गई है। 

इस बीच बिहार के पूर्णिया के नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव का बड़ा बयान सामने आया है। पप्पू यादव ने केन्द्र में इंडी सरकार नहीं बनने के लिए बिहार और दिल्ली को दोषी करार दिया है। वहीं उन्होंने बिहार में इंडी गठबंधन की हार का ठीकरा सीधे तौर पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर फोड़ा है। 

पप्पू यादव ने कहा है कि तेजस्वी यादव के अहंकार के कारण ही बिहार में इंडी गठबंधन की दुर्गति हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि किसकी वजह से राहुल गांधी प्रधानमंत्री नहीं बन सके। पप्पू यादव ने कहा कि हम तो पहले ही कहे थे कि 230 से अधिक सीटें नहीं आएंगी। अगर बिहार के युवराज यानी तेजस्वी यादव के भीतर अहंकार नहीं होता तो केवल बिहार में 25 सीटें इंडिया के खाते में आती। तेजस्वी के अहंकार के कारण बिहार की यह दुर्गति हो गई। अगर आप मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं तो दिल भी बड़ा कीजिए।

उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के कारण इतनी सीटें हार गए। जिन सीटों पर इंडी गठबंधन के उम्मीदवार की जीत हो रही थी, वह सीटें भी हम हार गए। आपने सीवान में भी वही किया। बेगूसराय में अगर कन्हैया को टिकट दिए होते तो शायद वह वहां से जीत गए होते। जहां भी एनडीए के लोगों की जीत हुई है, वहां देख लीजिए वोटों का अंतर कितना कम है।

पप्पू यादव ने कहा कि बिहार और दिल्ली के कारण राहुल गांधी प्रधानमंत्री नहीं बन पाए। सिर्फ बिहार और दिल्ली के कारण वह पीएम बनते-बनते रह गए। नहीं तो आज राहुल ही प्रधानमंत्री होते। 

बता दें लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय किया था। उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस से उन्हें पूर्णिया का प्रत्याशी बनाया जायेगा। लेकिन राजद के कारण उन्हें कांग्रेस का टिकट नहीं मिल पाया। उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद तक से इस सीट पर इंडी गठबंधन की ओर से उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने की गुहार लगाई थी, लेकिन बात नहीं बन पाई। अंत में पप्पू यादव निर्दलिए मैदान में उतरे और जीत हासिल की।