साफ सफाई को लेकर निष्क्रिय हो रही ग्राम पंचायते, गांवों में लगे गंदगी के ढेर
अमृतपुर फर्रुखाबाद ।केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार भारत को स्वच्छ बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं लेकिन प्रयास खाली जा रहे हैं वो भी ब्लॉक स्तर पर बैठे अधिकारियों की लापरवाही के कारण।
सफाई कर्मचारियों से वह अपनी कमीशन तय कर लेते हैं और ग्राम प्रधानो को भी सफाई कर्मचारी लालच देते हैं। इसलिए ना तो शहरी क्षेत्र साफ सुथरा बना हुआ है और ग्रामीण क्षेत्रों में तो गंदगी का अंबार लगा है।
विकासखंड राजेपुर की ग्राम पंचायत भावन के ग्रामीणों ने नाम न छापने के शर्त पर जानकारी देते हुए बताया कि यहां सफाई कर्मचारी ना के बराबर आते हैं।अगर आते हैं तो प्रधान के घर तक ही सीमित रहते हैं। जो सफाई कर्मचारी है वह प्राइवेट कर्मचारी लगाकर सफाई करवा रहे हैं। यही हाल ग्राम पंचायत हुसैनपुर हड़ाई के गांव नयागांव का है। जहां पर गंदगी से नालियां बज बजा रही हैं। सफाई कर्मचारी का अता-पता तक नहीं है।
इस पर ना तो कोई अधिकारी संज्ञान ले रहा है ना ही ग्राम प्रधान। ग्राम पंचायत भुवनपुर में भी साफ सफाई का यही हाल है। मीडिया में खबर छपने की भनक लगते ही सफाई कर्मचारी से लेकर ग्राम प्रधान तक सक्रिय हो गए और उन्होंने सोमवार को सफाई करानी शुरू कर दी। अगर यही सफाई कर्मचारी सही तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें तो गांव में कहीं पर भी गन्दगी दिखायी नहीं देगी। और फिर ग्राम पंचायते साफ सुथरी बनी रहेगी।
Jun 10 2024, 17:52