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*1.89 लाख किसानों को मिलेगी सम्मान निधि की 17वीं किस्त, ई- केवाईसी कराने में 21 हजार किसानों को एक साथ मिलेगी दो किस्त*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही ‌- जिले में 1,89,000 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त मिलेगी। जुलाई के पहले सप्ताह में किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपये की राशि भेजी जाएगी। ई-केवाईसी कराने से 21 हजार किसानों को 16वीं और 17वीं दोनों किस्त एक साथ मिलेगी। 16वीं किस्त रोकने पर किसानों ने विभाग के सहयोग से तेजी से भूमि अंकन-ईकेवाईसी को पूर्ण कराया। 20 से 25 जून तक कृषि विभाग किसानों की सूची को लॉक कर देगा।किसानों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्र सरकार ने दिसंबर 2018 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी।

योजना में हर चौथे महीने में किसानों को दो-दो हजार की किस्त उनके खाते में भेजी जा रही है। शुरुआती दौर में आनन-फानन में किसानों को योजना का लाभ दिया गया। 2020-21 में कुल दो लाख 26 हजार किसानों ने योजना का लाभ लेने के लिए पंजीकरण कराया, लेकिन 2021-22 में आयकर पोर्टल के माध्यम से ढाई हजार आयकरदाता पकड़े गए। साल 2022 में शासन के निर्देश पर लाभार्थियों का भूलेख सत्यापन कराया गया तो करीब 27 हजार अपात्र मिले।1,99,000 को लाभार्थी मानकर 15वीं किस्त तक किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपये भेजे गए, लेकिन फरवरी 2024 में शासन ने ई-केवाईसी न कराने वाले 25 हजार से अधिक किसानों की 16वीं किस्त को रोक दिया।

इसके बाद विभाग ने अभियान चलाया तो भूअंकन से लेकर किसानों ने ई-केवाईसी कराई। अब जून के अंतिम सप्ताह से लेकर जुलाई के पहले सप्ताह तक योजना की 17वीं किस्त जारी होने की उम्मीद है। इसे लेकर कृषि विभाग किसानों की सूची को फाइनल करने में जुट गया है।उप निदेशक कृषि डॉ. अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि विभाग 1,99,000 किसानों को लाभार्थी मान रहा है। 1,89,000 किसानों की ईकेवाईसी हो चुकी है। सत्यापन में 4500 किसान मृतक मिले जबकि 5500 का ब्योरा नहीं मिल रहा है। इस कारण अब 1,89,000 किसानों के खाते में 17वीं किस्त जाएगी। उन्होंने बताया कि जुलाई के पहले सप्ताह में यह किस्त आने की संभावना है। जिन किसानों की दो और तीन किस्त रुकी है, उनकी जुलाई-अगस्त के मध्य मिल जाएगी।

*पौधरोपण कर भूले जिम्मेदार,सूख गए पौधे*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सरकार की मंशा है कि धरती हरा भरा हो जिससे लोगों को शुद्ध हवा मिले। लेकिन जनपद में पौधरोपण के नाम पर जिम्मेदार अधिकारी खुब खेल रहे हैं। साल 2023 में 15 विभागों की तरफ से करीब एक करोड़ रुपए खर्च कर 11,50,500 पौधे रोपे गए, लेकिन संरक्षण न होने से अधिकतर सूख गए। पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को सफल बनाने के लिए सरकार गंभीर है। इसके हर लाखों की संख्या में पौधे रोपे जाते हैं। सांसद, विधायक, डीएम, एसपी से लेकर अन्य जनप्रतिनिधि भी इसमें बढ़ - चढ़कर शामिल होते हैं। साल 2023 में सुरियावां के सनाथपुर में जिला प्रभारी मंत्री दानिश आजाद अंसारी, सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधियों सहित जिलाधिकारी,सीडीओ ने संयुक्त रुप से पौधरोपण किया था। यहां पौधे सभी सुरिक्षत है। इसकी नियमित निगरानी वन विभाग की ओर से की जाती है। हालांकि अन्य स्थानों पर लगे पौधों का ध्यान देने वाला कोई नहीं है। इससे वह पौधे कुछ दिनों में सूख जाते हैं।

यहां सूख गए पौधे, नहीं दिया गया ध्यान

पौधारोपण अभियान में साल 2023 में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में अमरुद समेत अन्य पौधे लगाए गए। निगरानी न होने से पौधे सूख चुके हैं। हास्टल मैदान लगाए गए पौधे भी नष्ट हो चुके हैं। ग्राम पंचायत विभाग, उद्यान विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग, स्वास्थ्य विभाग,जिला पंचायत विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग की ओर से रोपे गए अधिकतर पौधे सूख चुके हैं।

वन विभाग की ओर से करीब तीन लाख पौधे साल रोपे गए। इसमें 70 फीसदी से अधिक सुरक्षित है। जहां पौधे सूख जाते हैं। वहां पर दोबारा पौधारोपण किया जाता है।

*वन विभाग से रोपित होंगे तीन लाख से पौधे राहत*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- पर्यावरण संरक्षण की दिशा में शासन स्तर से पौधरोपण करने का लक्ष्य जिले को मिल गया है। जुलाई माह से पौधरोपण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस वर्ष वन विभाग को तीन लाख पौधा लगाने का लक्ष्य हासिल हुआ है।

प्रभागीय वनाधिकारी नीरज आर्य ने बताया कि अब तक सिर्फ वन विभाग का ही लक्ष्य आया है। विभागीय स्तर से चयनित स्थानों पर करीब तीन लाख पौधा रोपित किया जाएगा। पौधा लगाने के लिए वन विभाग चयनित स्थानों पर गड्ढा बनवाने लगा है। ताकि बारिश शुरू होते ही पौधारोपण का काम शुरू हो जाए। वन विभाग कार्यालय में करीब 16 लाख पौधा तैयार किया जा रहा है। बताया कि पौधा लगाने के लिए ग्राम समाज, सड़क की पटरियां, विद्यालय परिसर तालाब तट व नहर तक को चिन्हित किया जा रहा। पौधारोपण से ही पर्यावरण शुद्ध होगा। इसलिए सर व्यक्ति को कम से कम दो पौधा लगाना अत्यंत जरूरी है। जिस तरह हम हर जिम्मेदार का निर्वहन करते हैं। उसी प्रकार हमें पौधों की देखभाल में भी पर्याप्त समय देना होगा ताकि पेड़ पौधे सूखने नहीं पाए।

एक महीने में पांच की मौत 21 बचाएं गए ,गर्मियों में बढ़ी हादसों की संख्या,जिले में 46 किमी दायरे से होकर गुजरती है गंगा

नितेश श्रीवास्तव , भदोही। जिले की 46 किमी दायरे से होकर गुजरने वाली गंगा घाटों पर इन दिनों हादसों की संख्या बढ़ गई है। खासकर डीघ इलाके में इन दिनों कई हाथसे हुए हैं। लापरवाही और असुरक्षा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक महीने में केवल सीतामढ़ी क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर डूबने की एक दर्जन से अधिक घटनाएं हुई। जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। मछुआरों की सक्रियता से 21 लोगों को बचाया जा सका। गर्मी के दिनों में गंगा घाट पिकनिक स्पॉट बन जाते हैं।

स्कूल कॉलेज की छुट्टियां हो जाती है। गर्मी में परदेशी भी गांव जाते हैं। ऐसे में सुबह शाम लोग घूमने टहलने के लिए गंगा घाटों पर पहुंचते हैं। इन दिनों सीतामढ़ी सहित तमाम गंगा घाट पिकनिक स्पॉट को हुए हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग स्नान कर रहे हैं। युवा वर्ग और टीन एजर्स गंगा में स्नान करने के दौरान तैराकी और मौज-मस्ती करने के दौरान लापरवाही बरतने के कारण गहरे पानी में जाने लगते हैं।

ऐसे में मौके पर मौजूद मल्लाह लोगों की जीवन का रक्षक बनकर उभरते हैं। इसके बावजूद कई जाने चली जाती है। इसी माह पहली जून को इटहरा घाट पर छह लोग डूबे। जिसमें केवल तीन को बचाया जा सका। एक सप्ताह पहले 28 मई मंगलवार को सीतामढ़ी गंगा में 14 लोग डूबने लगे। जिन्हें मछुआरों ने बचाया। खास बात यह है कि क्षेत्र के किसी भी गंगा घाट पर सुरक्षा की ठोस व्यवस्था नहीं है।

जिले 50 कुष्ठ रोगियों का चल रहा है उपचार,अभियान में 14 लाख 43383 का हुई जांच

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में कुल 50 कुष्ठ रोगियों का इलाज चल रहा है। तीन माह पूर्व चले अभियान में कुल 14 लाख 43383 लोगों की जांच की गई। इसमें 329 लोग संदिग्ध मिले जिसमें 13 लोगों की कुष्ठ रोग से ग्रसित होने की पुष्टि हुई। कुष्ठ रोगियों में कोई दिव्यांग और बच्चा नहीं है।

कुष्ठ रोग चिकित्सक डॉ विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि तीन माह पूर्व स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष अभियान चला था। इसमें कुल 14 लाख 43338 लोगों की जांच हुई थी। औराई ब्लाक में 322663 , भदोही ब्लाक में 3283331, ज्ञानपुर ब्लाक में 265012 ,डीघ में 257556 , सुरियावां व अभोली ब्लाक में कुल 269631 समेत कुल 14 लाख 43338 लोगों की जांच हुई है। इसमें कुल 392 लोग संदिग्ध मिले थे। जिसमें 13 न‌ए कुष्ठ रोगियों की पुष्टि हुई थी।

कुष्ठ रोग छुआ - छूत व अनुवांशिक बीमारी नहीं होता है। इसकी जांच एवं दवाएं सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर फ्री वितरित होता है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष चक ने बताया कि बीमारी का पता चलते ही उपचार शुरू कर देना चाहिए।

दो माह में 2673 को लगा रैबीज का इंजेक्शन

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। तीखी धूप और प्रचंड गर्मी से पालतू कुत्ते हमलावर हो जा रहें हैं। कुत्ता पालने का शौक अब गांव में ज्यादा बढ़ गया है। पांच से 20 हजार रुपए तक के कुत्ते बच्चे शहर से लाकर गांव में पाले जा रहे हैं। खुंखार हुए कुत्ते - गली मोहल्ले में आए मासूम वृद्धों को काटकर जख्मी कर दे रहे हैं।

महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में प्रत्येक दिन 70 से 80 लोगों को कुत्ता काटने का इंजेक्शन लग रहा है। जबकि सीएचसी - पीएचसी में भी इसी हिसाब से टीका लग रहे हैं। अप्रैल - म?ई माह में 2673 लोगों को कुत्तों काटने का इंजेक्शन लगा।

आचार संहिता खत्म,अब जिले में घूमेगा विकास का पहिया

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। करीब ढाई महीने बाद चुनाव आचार संहिता खत्म हो गई। अब कालीन नगरी में रुके विकास का पहिया एक बार फिर तेजी से घूमना शुरू होगा। विभिन्न विभागों की करीब 150 करोड़ से अधिक के विकास से जुड़े काम गति पकड़ेंगे। भूमिपूजन और उद्घाटन के बाद टेंडर आदि न होने और अफसरों की ड्यूटी चुनाव में लगने से सभी काम अधर में लटके हुए थे। हालांकि पहले से जारी विकास कार्य पूर्ववत: चल रहे थे। लोकसभा चुनाव के कारण के देश भर में 16 को आदर्श आचार संहिता लागू कर दिया गया। चार की मतगणना खत्म होने के साथ ही अब जिले में करोड़ों के विकास कार्य फिर से शुरू हो ग‌ए।

आचार संहिता लगाने चंद दिन पूर्व क‌ई योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास तो हुए पर टेंडर आदि का कार्य न होने से काम ठप ही पड़ गया था। चुनाव ड्यूटी के चलने भी काफी स्तर पर काम प्रभावित रहा। चार जून को मतगणना के बाद ही आचार संहिता समाप्त हो गई। उसके बाद सभी विभागों में चहल-पहल तेज हो गई। सांसद , विधायक, पूर्वांचल विकास निधि संग,लोक निर्माण, ग्रामीण अभियंत्रण आर‌ईएस की स्वीकृति करीब 60 से 80 करोड़ की सड़कों के बनाने की कवायद भी शुरू हो गई। इसी तरह लाभार्थी परक योजनाओं का लाभ भेजने के लिए लाभार्थियों की सूची भी फाइनल की जा रही है।

एक सप्ताह के अंदर उनके खातों में धनराशि भेजी जानी है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय के निर्माण से लेकर अन्य कार्य शुरू होंगे। मुख्य विकास अधिकारी यशवंत कुमार सिंह ने बताया कि आचार संहिता खत्म होने से विकास कार्य तेज होंगे। जल्द ही बैठक विभागवार समीक्षा की जाएगी। इसी तरह पूर्व की 200 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का काम भी तेज होगा। चुनाव के चलते कामकाज कच्छप गति से हो रहा था। आचार संहिता संहिता खत्म होने पर वह कार्य भी अब रफ्तार पकड़ने लगा है।

किस विभाग में कितने करोड़ का होना है काम

विभाग धनराशि करोड़ में

लोक निर्माण - 50

आर‌ईएस- 05

शिक्षा- 15

पंचायत - 05

स्वास्थ्य - 06

निकाय - 20

बीडा - 75

बच्चों को तनाव में डाल रही है मोबाइल फोन की लत

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मोबाइल की लत में फंसे बच्चों के आंख की रोशनी कम होने लगी है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में 35 प्रतिशत आंख रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। ऐसे में आपका लाडला घर में हमेशा मोबाइल से चिपका है तो विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। इन दिनों बच्चों में डिप्रेशन, अनिद्रा चिड़चिड़ापन जैसे मानसिक समस्याएं तेजी से बढ़ रही है। इतना ही नहीं मासूम आंख व गर्दन में दर्द जैसे क‌ई बीमारियों की चपेट में फंस जा रहे हैं।

मोबाइल का ज्यादा उपयोग उनके स्वास्थ्य पर विपरित असर डाल रहा है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के मनोचिकित्सक डॉ अभिनव पांडेय ने बताया कि यदी बच्चा अक्सर मोबाइल से चिपका है तो सर्तक रहने की जरूरत है। मोबाइल का ज्यादा उपयोग मासूमों के लिए घातक है। मोबाइल चलाने से बच्चे डिप्रेशन, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन और कुंठा जैसी समस्याओं से घीर रहे हैं। मोबाइल की लत में फंसे बच्चों के शरीर में हमेशा सिर दर्द, भूख न लगना आंखों की रोशनी कम होना और गर्दन में दर्द समेत कई समस्याएं बढ़ गई है।

सीतामढ़ी में सात जुलाई से ऐतिहासिक लवकुश मेला

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। जिले के धार्मिक पौराणिक एवं पर्यटन स्थल सीतामढ़ी में नौ दिवसीय लवकुश जन्मोत्सव नवमी मेला 7 जुलाई से शुरू होगा। मुख्य मेला आषाढ़ शुक्ल पक्ष नवमी 15 जुलाई सोमवार को होगा।इस उपलक्ष्य में नौ दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान में श्री राम कथा, भजन, प्रवचन, संकीर्तन का शुभारंभ 7 जुलाई से शुरू होगा।

महर्षि वाल्मीकि आश्रम के महंत पंडित प्रसाद मिश्र शास्त्री ने बताया कि धार्मिक मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए रविवार को महर्षि वाल्मीकि आश्रम सीतामढ़ी में मेला सीमित की बैठक होगी।

मान्यता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम एवं जगत जननी माता सीता के सुपुत्रों लव और कुश कुमारों का जन्म आषाढ़ शुक्ल नवमी को भगवान महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में हुआ था। जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में सीतामढ़ी में पुरातन काल से ही आषाढ़ शुक्ल पक्ष नवमी को धार्मिक मेला आयोजन होता आ रहा।

मेले में आंखों की संख्या में आस्थावान गंगा कर महर्षि वाल्मीकि आश्रम स्थित माता सीता के प्राचीन मंदिर में दर्शन पूजन करते हैं। उसके बाद विशाल मेले का आनंद उठाते हैं। गंगा तट पर सीता के प्राचीन मन्दिर के पुजारी पंडित महेश्वर मिश्रा ने बताया कि लवकुश जन्मोत्सव नवमी मेला में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बताया कि धार्मिक मेले का मुख्य केंद्र महर्षि वाल्मीकि आश्रम है।

मरीजों को डिजिटल एक्स-रे की मिलेगी सुविधा

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कलेक्ट्रेट के पास स्थित सौ शैय्या अस्पताल में अब मरीजों को 24 घंटे डिजिटल एक्स-रे का लाभ मिलने वाला है। अब मरीजों को एक्स-रे के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। सौ शैय्या अस्पताल में गत माह से ही डिजिटल एक्स-रे संचालन हो गया है। हालांकि कम ही लोग डिजिटल एक्स-रे के लिए जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि सुबह आठ बजे से दोपहर 2 बजे तक एक्स-रे किया जा रहा है। दो बजे के बाद पहुंचने वाले मरीजों की सूचना के दस मिनट के अंदर एक्स-रे टेक्निशियन पहुंच जाएंगे। जिले के मुख्यालय स्थित सौ शैय्या अस्पताल में 2017 में डिलीटल एक्स-रे आकर रखी गई थी। अस्पताल का संचालन 2022 में शुरू हुआ। उसके बाद से ही डिजिटल एक्स-रे के संचालन की कवायद चल रही थी। काफी प्रयास के बाद बीते माह ही डिजिटल एक्स-रे का संचालन शुरू हुआ था।

जिला अस्पताल में डिलीटल एक्स-रे की सुविधा न होने के कारण बड़ी संख्या में मरीजों को निजी पैथोलॉजी सेंटरों पर जाकर उपचार कराना पड़ता था। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि ओपीडी का समय सुबह आठ से दोपहर 2 बजे तक है‌। ऐसे में अगर कोई मरीज दो बजे के बाद पहुंचता है तो वह एक्सरे टेक्नीशियन न मिलने पर सीधे सीएमएस के मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। इसका लाभ मरीजों को सीधे मिल सकेगा।