928 दिन के कठिन प्रशिक्षण के बाद अग्निवीर रंगरूट बने, भारतीय राजपूत सेना में हुए शामिल
फर्रुखाबाद। गौरवशाली भारतीय सेना में शामिल होना हर भारतीय युवा का सपना होता है किन्तु कुछ ही युवाओं का यह सपना पूरा हो पाता है। ऐसे ही 928 भाग्यशाली रिक्रूट के 31 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद भारतीय सेना की राजपूत बटालियन की पासिंग आउट परेड़ के बाद भारतीय सेना का अंग बने ।
जिसमें सर्वोत्तम अग्निवीर सैनिक लक्ष्य गुर्जर को सर्वोत्तम कैड़ेट का मेडेल रेजिमेन्ट के कमान्ड़ेन्ट ब्रिगेड़ियर एच एस सन्धु ने प्रदान किया। परेड की सलामी राजपूत रेजिमेन्ट के कमान्ड़ेन्ट ब्रिगेड़ियर एच एस सन्धु ने ली। सलामी के बाद ब्रिगेड़ियर ने सैनिकों को सम्बोधित करते हुये अग्निवीर सैनिकों के साथ साथ उनके परिवारीजनों को मुबारकबाद दी।
फतेहगढ़ कैन्ट के राजपूत रेजिमेन्ट के करिअप्पा परेड़ ग्राउन्ड़ पर सोमवार को एक भव्य वासिंग आउट परेड़ का आयोजन किया गया ।
जिसमें शामिल 928 सैनिकों को भारतीय सेना में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर सेन्टर में नये सैनिकों ने एक भव्य परेड़ का प्रदर्शन किया जिसका निरीक्षण कमान्ड़ेन्ट एचएस सन्धु ने किया। परेड़ की समाप्ति के उपरान्त रेजिमेन्ट के बैन्ड़ ने कई मधुर धुनों को बजाकर उपस्थित सेना के अधिकारियो, सैनिकों व उनके परिजनों का मन मोह लिया।
Jun 06 2024, 19:23