/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz पशुओं को बचाने में बरतें सावधानी उपाय करना Bhadohi
पशुओं को बचाने में बरतें सावधानी उपाय करना

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। भीषण गर्मी की स्थिति में पशुधन को सुरिक्षत रखने के लिए विशेष प्रबंधन एवं उपाय करना अत्यंत जरूरी होता है। मुख्य पशु चिकित्सक डॉ पीडी सिंह ने बताया कि पशुओं को ठंडा एवं छायादार स्थान पर रखें। स्वच्छ पानी व हरा चारा नियमित रूप से दें। प्रबंधन में लापरवाही हुई तो लू की चपेट में पशु आ सकते हैं। ऐसा होने पर मवेशी को तेज बुखार आता है। पशु सुस्त होकर मवेशी चक्कर खाकर बेहोशी की दशा में मर भी जाते हैं। ऐसे में ध्यान देना जरूरी होता है।

जीत से भाजपा विधायकों की बढ़ी साख,प्रतापपुर विधानसभा में ही भाजपा पर बढ़त बना सकी टीएमसी











नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। भदोही लोकसभा सीट पर कमल खिलने से दो सपा विधायकों को झटका लगा है, जबकि भाजपा व सहयोगी विधायकों की साख बढ़ गई है। पांच विधानसभाओं में तीन पर सपा, जबकि एक पर भाजपा और एक पर निषाद पार्टी के विधायक हैं।प्रतापपुर को छोड़कर कहीं से भी गठबंधन प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी बढ़त नहीं बना सके। अल्पसंख्यक बाहुल्य भदोही सीट पर भी भाजपा ने सपा को मात दे दिया। भदोही लोकसभा के पांच विधानसभा में जिले की ज्ञानपुर, औराई और भदोही और प्रयागराज की प्रतापपुर एवं हंडिया शामिल है।







हंडिया में सपा के हाकिम लाल बिंद, प्रतापपुर में सपा की विजमा यादव और भदोही में सपा के जाहिद बेग विधायक हैं, जबकि औराई में भाजपा के दीनानाथ भाष्कर, ज्ञानपुर में एनडीए के सहयोग निषाद पार्टी के विपुल दूबे विधायक हैं। चुनाव शुरू होने पर सभी पांचों विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई थी। जहां-जहां गठबंधन प्रत्याशी को बढ़त मिलने की उम्मीद थी। वहां भी पार्टी कमाल नहीं कर पाई। ज्ञानपुर में भाजपा प्रत्याशी को 97 हजार 450 तो टीएमसी को 70 हजार 787 मत मिले। यहां से ही भाजपा ने करीब 26 हजार की लीड बना लिया। 




औराई में बीजेपी को 91 हजार से अधिक जबकि टीएमसी को 80 हजार, भदोही में उम्मीद के हिसाब से गठबंधन को मत नहीं मिला।यहां पर भाजपा को 95 हजार से अधिक जबकि टीएमसी को 91 हजार 850 वोट मिले। हंडिया में भाजपा ने टीएमसी पर 15 हजार की लीड बनाई, हालांकि वह प्रतापपुर में सात हजार मतों से पीछे हो गई। ऐसे में गठबंधन प्रत्याशी को सिर्फ सपा विधायक विजमा यादव के क्षेत्र में ही भाजपा पर बढ़त बनाने का मौका मिला। हाकिम लाल बिंद और जाहिद बेग के क्षेत्र से वह चुनाव हार गए। इसी तरह औराई और ज्ञानपुर से भाजपा एवं गठबंधन के विधायक अपनी साख बचाने में सफल रहे।

लगातार तीसरी बार भदोही सीट पर भाजपा का कब्जा, टीएमसी की हार,भदोही में कांग्रेस के बाद हैट्रिक लगानी वाली दूसरी पार्टी बनी भाजपा






नितेश श्रीवास्तव ,भदोही।भदोही लोकसभा में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। भाजपा प्रत्याशी डॉ. विनोद बिंद ने टीएमसी के ललितेश पति त्रिपाठी को 44 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया। खास बात रहा कि इस बार चुनाव में भाजपा को पिछले बार की अपेक्षा लगभग सात फीसदी कम वोट मिले। उसके बाद 2019 के चुनाव की अपेक्षा इस बार भाजपा प्रत्याशी ने अधिक अंतर से जीत दर्ज की। परिणाम जारी होते ही भाजपा भदोही लोकसभा में कांग्रेस के बाद हैट्रिक लगाने वाली दूसरी पार्टी बन गई।जिले की तीन भदोही, ज्ञानपुर और औराई के साथ ही प्रयागराज की प्रतापपुर और हंडिया को मिलाकर बनी भदोही लोकसभा सीट 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। 2009 के चुनाव में बसपा प्रत्याशी के जीतने के बाद इस लोकसभा सीट से हर चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों का डंका बजा है।







कभी सपा की गढ़ कहीं जाने वाली इस सीट पर भाजपा ने जातीय और राजनीतिक समीकरण को साध कर नए इतिहास रचे हैं। बीते दो चुनावों की तरह इस बार भी भाजपा प्रत्याशी प्रतिद्वंदी पर भारी पड़े। भाजपा प्रत्याशी डॉ. विनोद बिंद ने पूर्व मुख्यमंत्री के प्रपौत्र और इंडिया गठबंधन के टीएमसी प्रत्याशी ललितेश पति त्रिपाठी को करारी शिकस्त दी।उन्होंने टीएमसी प्रत्याशी को 44 हजार से अधिक वोटों से हराया। भाजपा को 458877 मत प्राप्त हुए। वहीं ललितेश को 414131 मत ही प्राप्त हुआ। बसपा उम्मीदवार हरिशंकर सिंह चौहान 154718 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। इस तरह भाजपा प्रत्याशी ने टीएमसी को 44746 वोट से हरा कर इतिहास रच दिया। 25 मई को हुए मतदान के बाद से ही लोगों की नजरें चुनाव परिणामों पर टिकी हुई थी।




कालीन नगरी के नाम से विख्यात भदोही लोकसभा सीट पर यूपी से लेकर बंगाल तक के राजनीतिज्ञों की नजर थी। शुरूआती रूझान से भाजपा प्रत्याशी की बनाई बढ़ते आखिरी तक कायम रही। पहले और दूसरे राउंड से भाजपा प्रत्याशी की ओर से बनाई गई नौ हजार की बढ़त राउंड दर राउंड बढ़ता ही गया। 11वें और 12वें राउंड तक भाजपा प्रत्याशी की बढ़त 20 हजार के आसपास पहुंच गई, जो 20वें राउंड तक पहुंचते-पहुंचते 30 हजार के आसपास हो गई। 30वें राउंड तक यह बढ़त 40 हजार के पार पहुंच गयी।खास बात रहा कि प्रतापपुर छोड़कर सभी विधानसभाओं में भाजपा उम्मीदवार हर राउंड में ललितेश पति त्रिपाठी से आगे रहे। इस बार रिकॉर्ड 11229 वोट नोटा को भी पड़े। इस बार के लोकसभा चुनाव में कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे। जिसमें दो को छोड़कर सबकी जमानत जब्त हो गई। 




2014 और 2019 में मोदी लहर में चुनाव जीतने वाली भाजपा ने इस बार भी चुनाव जीतकर हैट्रिक लगा दी।सात फीसदी घटा वोट, फिर भी अधिक अंतर से जीते डॉ. विनोद

भदोही लोकसभा में इस बार भाजपा को 2019 की अपेक्षा लगभग सात फीसदी कम वोट मिले। इस बार भाजपा को कुल 459982 यानि कि कुल 42.38 फीसदी वोट प्राप्त हुए। वहीं 2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ. रमेश चंद बिंद को 510029 वोट यानि कि कुल 49.1 फीसदी वोट मिला था। इस लिहाज से भाजपा को इस चुनाव में लगभग सात फीसदी से कम भी वोट मिले।वहीं अगर दूसरी तरफ जीत के अंतर पर गौर किया जाए तो 2019 के चुनाव में 49 फीसदी वोट मिलने के बावजूद रमेश चंद बिंद ने बसपा प्रत्याशी रंगनाथ मिश्रा को 43615 वोट से हराया था। वहीं इस बार भाजपा प्रत्याशी डॉ. विनोद को 42.38 फीसदी वोट मिलने के बाद भी वे टीएमसी के ललितेश को 44746 से शिकस्त दी।

13 जून के बाद जिले होगी मानसून की एंट्री ,लू और पछुआ हवा से रहेगा गर्मी का असर






नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। भीषण गर्मी व लू का सामना कर रहे जिले के लोगों को अभी राहत के आसार नहीं नजर आ रहे हैं। पछुआ हवा का साथ मिलने के बाद लू का प्रकोप जारी रहेगा। 13 जून के बाद जनपद में मानसून की एंट्री हो सकती है। जिले के मौसम वैज्ञानिक सर्वेश कुमार बरनवाल ने बताया कि 5 जून से लेकर 13 जून तक अधिक गर्मी के कारण कुछ स्थानों पर आंधी व बूंदाबांदी का असर देखने को मिलेगा। 




13 के बाद ही जनपद में प्री मानसून की बारिश हो सकती है। आगामी सप्ताह में पछुआ हवा चलने के कारण दिन का तापमान करीब 45 डिग्री व रात का तापमान 30 डिग्री के पार दर्ज किया जाएगा। दिन में हवा करीब 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बहेगी। जून के तीसरे सप्ताह में पूर्वांचल के जनपदों में मानसून की आमद होगी।

भदोही में भी खिला कमल, विनोद की जीत पर मना जश्र

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही लोकसभा सीट पर भाजपा के डॉ. विनोद बिंद ने जीत दर्ज की है। वहीं, इंडी गठबंधन के प्रत्याशी और टीएमसी नेता ललितेशपति त्रिपाठी को कड़ी टक्कर के बाद हार मिली है। बसपा के हरिशंकर सिंह को भी निराशा हाथ लगी है।

भदोही में फाइनल 33 चक्रों की मतगणना के बाद फाइनल रिपोर्ट जारी कर दी है। जिसके अनुसार भाजपा उम्मीदवार डॉ. विनोद बिंद ने 458082 वोट प्राप्त कर अपने प्रतिद्वंदी पूर्व मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र टीएमसी प्रत्याशी ललितेश पति त्रिपाठी को 44 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया है। 33 चक्रों की मतगणना में ललितेश को 413708 वोट मिले।वहीं, बसपा के हरिशंकर सिंह चौहान को 154207 वोट मिले हैं।

हालांकि अभी इन परिणामों में पोस्टल बैलेट के लगभग चार हजार मतों के परिणाम को भी जोड़ा जाना है। भाजपा प्रत्याशी के जीत से कार्यकर्ता झूम उठे। कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह पटाखे फोड़ और मिठाईयां बांटकर जीत का जश्न मनाया। भाजपा की जीत के साथ ही भदोही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का प्रयोग फेल हो गया।

कल को होगा 10 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। देशभर में करीब दो महीने तक चला चुनावी महासंग्राम एक जून को अंतिम चरण के मतदान संग खत्म हो गया। अब सभी की नजरें मतगणना पर टिक गई है। जीत का सेहरा किसके सिर सजेगा यह चार जून को मतगणना के बाद पता चल सकेगा, लेकर आज की रात प्रत्याशियों के लिए सबसे अहम है।


भदोही लोकसभा के लिए जिले में छठवें चरण में 25 म‌ई को मतदान हुआ। ज्ञानपुर, भदोही, औराई, प्रतापपुर और हंडिया विधानसभा को मिलाकर कुल 53.06 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भाजपा से डॉ विनोद बिंद, इंडिया गठबंधन से ललितेशपति त्रिपाठी,बसपा से हरिशंकर सिंह उर्फ दादा चौहान समेत 10 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद है। करीब एक सप्ताह तक जीत हार की गणित बैठाने वाले विशेषज्ञ, कार्यकर्ता अब कल होने वाली मतगणना की तरफ देख रहे हैं।


भदोही सीट पर ऊंट किस करवट बैठेगा यह कोई भी स्पष्ट नहीं कर पा रहा है। मतदान के दिन कुछ विशेष वर्ग को छोड़कर अन्य मतदाताओं की चुप्पी अब लोगों को सताने लगी है। जैसे - जैसे गणना का काउंटडाउन शुरू हो गया है। वैसे - वैसे प्रत्याशियों की धड़कनें भी बढ़ने लगी है।
स्वास्थ्य केंद्रों पर केवल 10 फीसदी एंटी स्केन वेनम वैक्सीन की हो सकी खपत

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। जिले के सरकारी अस्पतालों में हर साल बड़ी संख्या में एंटी स्नेक वेनम की वैक्सीन एक्सपायर हो जाती है। जागरूकता की कमी और सांप काटने की घटना होने पर इलाज के बजाय झांड़-फूंक पर लोगों की निर्भरता के कारण वैक्सीन होते हुए भी लोग इसका लाभ नहीं उठा पाते। इसके कारण कई बार लोगों के जान भी बन आती है।

स्पायर होने वाली वैक्सीन बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट को वापस कर दिया जाता है। बीते एक साल में 614 वैक्सीन में केवल 65 वैक्सीन की खपत हो सकी है। दूसरी तरफ एक साल में पूरे जिले में करीब 319 सांप काटने की घटनाएं हुई।आगामी 21 जून से मानसून सीजन आरंभ हो जाएगा।

बारिश के दिनों में सर्पदंश की अधिकतर घटनाएं होती है। खासकर ग्रामीण इलाकों में इस तरह की घटनाएं अधिक होती है। खेतों काम कर रहे किसानों के अलावा कच्चे मकानों के कोनों में दुबके सांप कई बार लोगों को निशाना बना लेते हैं। इसमें महिलाएं, पुरूष और बच्चों समेत हर वर्ग के लोग होते हैं। माना जाता है कि अधिकतर सांप जहरीले नहीं होते हैं, लेकिन सर्पदंश के बाद होने वाली घबराहट के कारण कई बार लोगों की जान पर बन आती है।

सर्पदंश की घटनाओं से लोगाें की होने वाली मौतों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के हर अस्पतालों पर एंटी स्नेक वेनम की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाती है, लेकिन जागरूकता की कमी के कारण यह वैक्सीन पड़े-पड़े खराब हो जाते हैं। हर साल मानसून सीजन में जिले में सैकड़ों सर्पदंश की घटनाएं होती है। जिसमें अधिकतर घटनाएं ग्रामीण इलाकों में होती है। जहां लोग इलाज के बजाय झाड़-फूंक को तवज्जो देते हैं। जिले में बीते साल एक अप्रैल को जिले के सभी सेंटरों पर कुल 619 एंटी स्नेक वेनम वैक्सीन पहुंचाए गए, लेकिन उसमें से केवल 65 ही खर्च हो सके। इसके उलट जिले में करीब 319 सर्पदंश की छोटी-बड़ी घटनाएं हुई।

वैक्सीन की जगह झाड़-फूंक को दी तवज्जो

बीते साल ही अगस्त महीने में ऊंज के कुरमैचा गांव में सर्पदंश से एक महिला मंजू देवी की मौत हो गई। सांप काटने के बाद उसके परिजन झाड़-फूंक में जुट गए थे। इसी तरह जुलाई 2022 में कोईरौना इटहरा गांव में एक बच्ची की मौत हो गई थी। इस तरह दर्जनों ऐसे मामले आते हैं। जहां समय से वैक्सीन न लगने से सर्पदंश के कारण मौत हो जाता है।

एक वैक्सीन की अनुमानित कीमत 500 रुपये

जिले में हर साल 619 वैक्सीन शासन की ओर से विभाग को दिए जाते हैं। जिसमें 10 फीसदी ही यूज होते हैं। शेष वैक्सीन स्पायर हो जाते हैं। इस लिहाज से देखा जाए तो अगर 90 फीसदी वैक्सीन स्पायर हुआ तो शासन को दो लाख 77 हजार रुपये का नुकसान हुआ। विभाग स्पायर होने वाली वैक्सीन को बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट को वापस कर देता है। उनकी टीम निर्धारित स्वास्थ्य केन्द्रों से स्पायर वैक्सीन ले जाते हैं।

कहां कितना वैक्सीन और कितनी खपत

अस्पताल - वैक्सीन - खपत

जिला अस्पताल - 150-34

एमबीएस - 100-00

सौ शैय्या - 20-00

सुरियावां - 100-25

गोपीगंज - 50-03

औराई - 30-00

दुर्गागंज - 55-00

डीघ - 30-00

भदोही - 50-01

17 पीएचसी - 02-02 - 000

स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त वैक्सीन होता है। मानसून सीजन में सर्पदंश के मामले आते हैं तो लोगों को झाड़-फूंक की बजाय एंटी स्नैक वेनम को तवज्जो देनी चाहिए। ग्रामीण इलाकों में अभी जागरूकता का अभाव है, लेकिन शहरी इलाकों में लोग वैक्सीन जरूर लगवाते हैं। - डॉ. एसके चक, सीएमओ।

892 स्कूलों का होगा सर्वे, जर्जर भवनों को किया जाएगा चिन्हित

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। बारिश शुरू होने से पूर्व 892 स्कूलों के भवनों का सर्वे शुरू हो गया है। इसमें जर्जर भवन चिन्हित किए जाएंगे। खंड शिक्षा अधिकारियों के नेतृत्व में शिक्षकों की टीम लगाई गई है। गर्मी की छुट्टी में बीईओ और शिक्षक विद्यालयों का मूल्यांकन करेंगे।

जुलाई में स्कूल खुलने से पूर्व रिपोर्ट सौंपी जानी है, ताकि न‌ए भवन के लिए प्रस्ताव तैयार हो सके। जिले में 892 प्रथामिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित है। इसमें एक लाख 68 हजार से अधिक छात्र - छात्राएं पंजीकृत हैं। मिशन कायाकल्प कंपोजिट ग्रांट की मदद से हजार से अधिक छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। मिशन कायाकल्प कंपोजिट ग्रांट की मदद से विद्यालयों का विकास हो रहा है। डेढ़ से दो दशक पूर्व बने क‌ई स्कूलों के भवन जर्जर हो चुके हैं। स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश होने के बाद अब विद्यालयों का सर्वे शुरू हो गया है।

2023 में मिला बजट,सुधरे क‌ई विद्यालय

शिक्षा विभाग के सर्वे में 2022 में 171 विद्यालय के भवन जर्जर मिले थे। विभागीय प्रस्ताव पर 12 न‌ए स्कूलों और 60 से अधिक भवन के लिए बजट स्वीकृत हुआ था। इसके बाद निर्माण कराया गया। क‌ई भवन बनकर तैयार हो चुके हैं। जबकि क‌ई का निर्माण चल रहा है। प्रभारी डीसी निर्माण सौरभ सिंह ने बताया कि सर्वे में सामान्य मरम्मत लायक भवन को भी जर्जर दिखाया गया था। इसकी मरम्मत कर सही करा दी गई है। बताया कि अब 50 से 60 भवन ही जर्जर है। अनुपयोगी भवनों की नीलामी कर ध्वस्त करा दिया गया है।

2005 के बाद बने स्कूलों की स्थिति अधिक खराब

भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के कारण साल 2005 के बाद बने भवनों की हालत अधिक खराब है। वैसे तो भवनों की उम्र कम से कम 50 साल होती है, लेकिन 20 साल से कम उम्र के भवन जर्जर होने से सवाल उठते है। तीन साल पूर्व ग्रामीण अभियंत्रण की तरफ से कराई गई जांच में साल 2005 के बाद के भवनों की स्थिति सबसे अधिक खराब बताई गई थी।

स्कूलों का सर्वे चल रहा है। ग्रीष्मकालीन छुट्टी के 40 दिनों में इस कार्य को पूरा करना है। चुनाव होने से अभी सर्वे पूर्ण नहीं हो सका है। उम्मीद है कि जून में इसे पूरा करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।

भूपेंद्र नारायण सिंह बीएस‌ए

लाल पत्थरों से तैयार हुआ अचलेश्वर नाथ महादेव का भव्य मंदिर

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही । मां गंगा की धाराओं से तीन ओर से घिरा जनपद का कोनिया क्षेत्र आस्था और पर्यटन का संगम है। क्षेत्र के डीघ महादेवा गंगा के पावन तट पर जिले का सबसे सुंदर, दिव्य शिव मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। 63 फीट चौड़े, 33 फीट लंबे विशाल मंदिर का गुंबद 53 फीट ऊंचा है। गर्भगृह 10 फीट 5 इंच का है, जो लोगों के आस्था और आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पहले यहां लगभग 300 श्रद्धालु रोज दर्शन के लिए पहुंचते थे। अब यह संख्या हजार तक पहुंच गई है।डीघ क्षेत्र में महादेवा गंगा तट पर 300 वर्ष पुराने अचलेश्वर महादेव मंदिर के पुनर्निर्माण में नौ हजार घन फीट लाल पत्थर का इस्तेमाल हुआ है। मंदिर की मजबूती के लिए पत्थर के 51 पिलर लगे हैं। मंदिर के पत्थरों पर बेहतरीन नक्काशी की गई है।

मंदिर के ठीक सामने लाल पत्थरों से बने कछुआ की पीठ पर पत्थर का 41 फीट ऊंचे त्रिशूल का निर्माण भी पूरा हो चुका है।महादेव को समर्पित यह त्रिशूल श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास का प्रतीक है। दिव्य मंदिर के गर्भगृह में स्थापित स्वयं-भू शिवलिंग दिव्य व अद्भुत है। बाबा अचलेश्वर नाथ धाम का तीन सौ वर्षों का इतिहास है। मंदिर में स्थापित स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन मात्र से असीम सुख व शांति की अनुभूति होती है। मंदिर में दक्षिण की ओर आदि शक्ति मां दुर्गा की मनोहारी मूर्ति के साथ श्रीराम जानकी और लक्ष्मण की दिव्य मूर्ति स्थापित है। मंदिर में उत्तर की ओर हनुमान जी की आकर्षक मूर्ति और राधा-कृष्ण की मनोहारी मूर्तियां स्थापित की गई हैं। मंदिर का निर्माण कटरा बाजार निवासी दशरथ लाल दूबे के पुत्र युवा उद्यमी राघवेंद्र दूबे ने कराया है।

बाबा अचलेश्वर नाथ की कृपा से चला वंश

सीतामढ़ी। बाबा अचलेश्वर नाथ धाम से कोनिया का गौरव बढ़ा है। मिर्जापुर जनपद के जिगना थाना क्षेत्र के घुघुटी नगवांसी गांव के लोगों का इस पावन स्थल से असीम आस्था और विश्वास जुड़ा है। मंदिर में दर्शन पूजन के लिए आए नगवांसी गांव के बुजुर्ग रामदत्त शुक्ल, इसरावती देवी, निशा शुक्ला और निर्मला देवी का कहना है कि उनके पूर्वजों का वंश समाप्ति की ओर था, लेकिन बाबा अचलेश्वर नाथ की कृपा हुई और पूर्वजों का वंश आगे बढ़ा। हमारा पूरा खानदान अब 250 घर से अधिक का गांव हो चुका है।अचलेश्वर नाथ धाम महादेवा, सेमराध नाथ धाम, बाबा योगेश्वर नाथ धाम बारीपुर, पौराणिक स्थल सीतामढ़ी और पश्चिम वाहिनी गंगा को एक सूत्र में जोड़कर विशेष कॉरिडोर बनाकर धर्म आस्था और पर्यटन का अनूठा संगम बनाए जाने की जरूरत है। - राघवेंद्र दूबे, मंदिर निर्माण कर्ता, कटरा बाजार

*भदोही लोकसभा सीट पर वोटिंग संपन्न, 53.9 प्रतिशत हुआ मतदान*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- लोकसभा सीट पर सुबह 7:00 बजे से मतदान चल रहा था भदोही लोकसभा सीट में 20 लाख 18 हजार 135 मतदाता हैं। जो आज अपना सांसद चुनने के लिए मतदान किया। शाम बजे तक 53.9 मतदान हुआ। जबकि 2019 लोकसभा के चुनाव में भदोही लोकसभा क्षेत्र में कुल 54.63 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2024 में लगभग डेढ़ प्रतिशत मतदान कम हुआ है।

भदोही लोकसभा क्षेत्र में 1169 मतदान केंद्र व 2084 मतदेय स्थल बनाएं ग‌ए है। जिसमें से 53 संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किया गया है। जहां पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था किया गया है। लोकसभा क्षेत्र में कुल 20 लाख 18 हजार 135 मतदाता हैं। जिसमें पुरुष 10 लाख 65022 व महिला 9 लाख 52 हजार 36 तथा अन्य 177 मतदाता हैं। जिले में 7000 फोर्स की तैनाती की गई थी। प्रत्येक बूथ पर 10 सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। संवेदनशील अति संवेदनशील बूथ पर पुलिस फोर्स के साथ सीआरपीएफ के जवान की तैनाती की गई है। वहीं 15 माॅडल बूथ बनाए गए हैं। जिसमें प्रत्येक विधानसभा में तीन-तीन मॉडल बूथ एवं एक-एक पिंक बूथ बनाए गए हैं थे।