विदेश मंत्रालय ने प्रज्वल रेवन्ना को जारी किया नोटिस, पूछा-क्यों नहीं रद्द करें डिप्लोमेटिक पासपोर्ट?
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भारतीय विदेश मंत्रायल ने यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।विदेश मंत्रालय ने प्रज्वल रेवन्ना को कारण बताओ नोटिस भेजा है और उनसे पूछा है कि उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द क्यों नहीं किया जाना चाहिए? कर्नाटक सरकार ने हाल में उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी। हासन सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है। मामला सामने आने के बाद से ही प्रज्वल फरार है।
विदेश मंत्रालय के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर कार्रवाई कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद रेवन्ना राजनयिक पासपोर्ट पर जर्मनी फरार हो गया था। अधिकारी का कहना है कि प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इसी के तहत उसे विदेश मंत्रालय की ओर से कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस विदेश मंत्रालय ने ईमेल के जरिए भेजा है।
सूत्रों का कहना है कि वह राजनयिक पासपोर्ट पर जर्मनी में है। कर्नाटक सरकार द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित एसआईटी की अपील पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है, लेकिन अभी तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिली है।
बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने 1 मई को पत्र लिखकर पीएम मोदी से प्रज्वल का पासपोर्ट रद्द कराने की अपील की थी। उन्होंने बुधवार को दूसरी बार ऐसा ही खत लिखा। प्रज्वल मामले की जांच कर रही विशेष टीम ने एक कोर्ट से उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट मिलने के बाद विदेश मंत्रालय से उनका पासपोर्ट रद्द करने की अपील की थी। विशेष जांच टीम के निवेदन पर इंटरपोल पहले ही प्रज्वल के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर चुकी है।
वहीं, पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने अपने पोते प्रज्वल रेवन्ना को चेतावनी दी है। गुरुवार को उन्होंने कहा था कि अगर वो वापस नहीं लौटे और पुलिस के सामने सरेंडर नहीं किया, तो उनका परिवार उन्हें अकेला छोड़ देगा।








हाल ही में कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि बीसीसीआई ने रिकी पोंटिंग और जस्टिन लैंगर से मुख्य कोच बनने का ऑफर दिया।वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने हाल ही में दावा किया था कि आईपीएल 2024 सीजन के दौरान कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया था और उनसे आमने-सामने बात हुई थी जिसमें टीम इंडिया का कोच बनने को लेकर उनके इंटरेस्ट को जानने की कोशिश की गई थी। हालांकि, अब बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने इन दावों को खारिज कर दिया है। टी20 विश्व कप 2024 के बाद राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। ऐसे में टीम इंडिया का मुख्य कोच बदला जाएगा। बीसीसीआई ने हाल ही में इस पद के लिए आवेदन मंगाए थे। इस बीच कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि बीसीसीआई ने रिकी पोंटिंग और जस्टिन लैंगर को मुख्य कोच बनने का ऑफर दिया। पॉन्टिंग ने हाल ही में आईसीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि कुछ लोगों ने उनसे टीम इंडिया का कोच बनने को लेकर संपर्क किया था और उनकी इच्छा जाननी चाही थी। पॉन्टिंग ने हालांकि सीधे शब्दों में बीसीसीआई का नाम तो नहीं लिया लेकिन ये जरूर कहा था कि निजी तौर पर आमने-सामने कुछ लोगों से बात हुई थी। पॉन्टिंग के इस दावे के एक दिन बाद ही अब भारतीय बोर्ड के सचिव जय शाह ने सच सबके सामने रख दिया है। शाह ने सीधे-सीधे तो पॉन्टिंग का नाम नहीं लिया लेकिन, शाह ने कहा कि बीसीसीआई या खुद उन्होंने किसी भी पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर से टीम इंडिया का कोच बनने के लिए संपर्क नहीं किया। शाह ने सीधे शब्दों में कहा कि मीडिया में ऐसी जो भी खबरें फैली थीं, वो एकदम गलत थीं। उन्होंने साफ किया कि टीम इंडिया का हेड कोच ढूंढ़ना एक विस्तृत और सटीक प्रक्रिया है। जय शाह ने साथ ही बताया कि कैसे शख्स को टीम इंडिया का कोच बनाया जाएगा। बीसीसीआई सचिव ने कहा कि बोर्ड ऐसे आदमी को कोच बनाना चाहता है, जिसे भारतीय क्रिकेट की गहरी समझ हो और अलग-अलग स्तर से उठकर आया हो। उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि भारतीय टीम का कोच बनने के लिए भारत के डॉमेस्टिक क्रिकेट की समझ और ज्ञान होना भी जरूरी है। शाह ने बोर्ड की सोच को साफ करते हुए बताया कि टीम इंडिया के स्तर को और ऊपर उठाना सबसे अहम है।

May 25 2024, 08:01
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