बेंगलुरु के होटलों को बम धमकी मेल, क्या है सच या फिर एक अफवाह ?
बीते दिनों में लगातार मेल से बम की धमकी की मामले सामने आ रहे रहे है, जयपुर, कानपूर,और अन्य शेहरों में लगातार धमकियों के बिच फिर बेंगलुरु होटलों को चेतावनी मिली है। बेंगलुरु पुलिस ने गुरुवार को कहा कि बेंगलुरु के तीन जाने-माने होटलों को बम विस्फोट की धमकी वाले ईमेल मिले हैं। डीसीपी साउथ ईस्ट बेंगलुरु ने कहा, इन होटलों में द ओटेर्रा भी शामिल है। पुलिस ने कहा कि ईमेल के बारे में जानकारी मिलने पर, बम निरोधक और पता लगाने वाली टीमों को मौके पर तैनात किया गया था।
यह बात नॉर्थ ब्लॉक, जहां गृह मंत्रालय स्थित है,वहाँ एक बम धमकी भरा मेल मिलने के एक दिन बाद आया है, जो बाद में अफवाह निकली। अप्रैल में, दिल्ली-एनसीआर, जयपुर, उत्तर प्रदेश और बेंगलुरु के कई स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल भेजे गए, जिससे दहशत फैल गई। ये सभी धमकियाँ बाद में अफवाह निकलीं।
दिल्ली हाई कोर्ट ने इन घटनाओं को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। जवाब में, दिल्ली पुलिस ने 17 मई को एक रिपोर्ट सौंपी, जिसमें शहर भर में पांच बम निरोधक दस्ते और 18 बम पहचान टीमों की तैनाती का संकेत दिया गया। सेंट्रल रेंज के अंतर्गत आने वाले कुल 1,764 स्कूल, पूर्वी रेंज में 1,032, पश्चिमी रेंज में 1,762 और नई दिल्ली रेंज में 76 स्कूल हैं, याचिकाकर्ताओं ने ऐसे खतरों से निपटने और सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना की कमी के बारे में चिंता जताई है।
सरकार ने साइबर अपराधों में 'वृद्धि' को देखने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति का गठन किया। कंबोडिया जैसे दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से होने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठित साइबर अपराधों में हालिया वृद्धि को संबोधित करने के लिए, सरकार ने कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों को शामिल करते हुए एक अंतर-मंत्रालयी समिति का गठन किया है।
भारत भर में स्कूलों, अस्पतालों और हवाई अड्डों पर बम की धमकी वाले ईमेल में हालिया वृद्धि के बारे में, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के सीईओ राजेश कुमार ने खुलासा किया कि ये संदेश वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का उपयोग करके भेजे गए थे। उन्होंने आगे कहा कि जांच एजेंसियां इन खतरों के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान करने के लिए कई देशों के साथ सहयोग कर रही हैं।





बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सांसद अनवारुल अजीम की हत्या सुपारी देकर कराई गई थी। इसके लिए 5 करोड़ टका (बांग्लादेशी करेंसी) में डील हुई थी। कोलकाता पुलिस का कहना है कि बांग्लादेश अवामी लीग के सांसद अनवारुल अजीम की 13 मई को न्यूटाउन के फ्लैट में गला घोंटकर हत्या करने के बाद आरोपियों ने शव को सड़ने से बचाने के लिए उसके कई टुकड़े किए। इसके बाद उन टुकड़ों में खास फ्रीजर में रखा गया। बांग्लादेश में पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार करते हुए हत्या की पूरी कहानी का खुलासा किया है। बांग्लादेश की सत्ताधारी पार्टी के सांसद अनवारुल अजीम 12 मई को भारत इलाज के लिए आए थे। यहाँ वह पहले दो दिन अपने एक सुनार दोस्त के यहाँ रुके थे, इसके बाद वह इलाज की बात कह कर उसके घर से निकले और फोन पर बताया कि वह दिल्ली जा रहे हैं। हालाँकि, इसके बाद से वह गायब हो गए और उनका कोई पता नहीं लगा। इसके बाद उनकी हत्या की खबर आई। द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने बताया है कि बीते हफ्ते कोलकाता में लापता हुए हैं। जेनाइदाह-4 से सांसद अनवारुल अजीम की हत्या कोलकाता के एक फ्लैट में की गई थी। अब तक हमें यही पता चला है कि हत्या में शामिल सभी लोग बांग्लादेशी हैं। यह एक पूर्व नियोजित हत्या थी। भारतीय पुलिस हमारे साथ पूरा सहयोग कर रही है और बाकी चीजें भी जल्दी ही सामने आ जाएंगी। बांग्लादेश के अखबार द डेली स्टार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अजीम का कोलकाता में अवैध सोने का कारोबार था। कारोबार को लेकर अपने सहयोगी अख्तरुज्जमां से अजीम की अनबन हुई थी और इसके बाद उसने अमानुल्लाह नाम के शख्स को अजीम की सुपारी दे दी, जिसे मंगलवार रात ढाका में गिरफ्तार किया गया था। अमानुल्लाह ने मुस्तफिजुर और फैसल नाम को इस काम के लिए अपने साथ मिलाया। ये दोनों भी गिरफ्तार हो चुके हैं, जो बिना किसी पासपोर्ट के भारत गए थे। गिरफ्तारी के बाद इन लोगों ने बताया है कि ये बीते महीने ही कोलकाता आ गए थे और किराए पर फ्लैट लेकर रह रहे थे।
पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान फिर हिंसा हुई है। बीजेपी महिला कार्यकर्ता की मौत के बाद हालात तनावपूर्ण हैं। पश्चिम बंगाल में 25 मई को छठे चरण के मतदान से पहले एक बार फिर हिंसा हुई है। मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई है। बुधवार देर रात हुई इस झड़प में भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता की मौत हो गई जबकि पार्टी के सात कार्यकर्ता घायल भी हुए हैं। यह घटना नंदीग्राम के सोनचूरा गांव की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि भाजपा कार्यकर्ता बुधवार रात को चुनाव प्रचार को लेकर इकट्ठा हुए थे, इसी दौरान कुछ गुंडे वहाँ मोटरसाइकिल पर आए और भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया। उन्होंने धारदार हथियारों से भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया। इसी दौरान गुंडों ने एक महिला भाजपा कार्यकर्ता रथिबाला आदि पर हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। उनको बचाने आए उनके बेटे पर भी गुंडों ने हमला किया। इस हमले में महिला का बेटा भी गंभीर रूप से घायल हो गया। महिला की बाद में मौत हो गई। उसके घायल बेटे को कोलकाता एक एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस हमले में भाजपा के कुल 7 कार्यकर्ता घायल हो गए हैं, उनका भी इलाज चल रहा है। भाजपा ने हमले का आरोप टीएमसी पर लगाया है। हालांकि टीएमसी ने आरोपों को खारिज किया है। बीजेपी नेता और पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने नंदीग्राम में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि ममता ने नंदीग्राम में मिली हार का बदला लेने की धमकी दी थी। वह 2021 विधानसभा चुनाव का जिक्र कर रहे थे। मालवीय ने एक पोस्ट में कहा, 16 मई, 2024 को ममता बनर्जी ने हल्दिया में एक रैली में धमकी देते हुए कहा कि वह नंदीग्राम में मिली हार का बदला लेंगी। उन्हें बीजेपी के सुवेंदु अधिकारी से हार मिली, लेकिन फिर भी शर्मनाक तरीके से मुख्यमंत्री बन गईं।
May 23 2024, 15:33
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