CM मोहन यादव और शिवराज सिंह चौहान समेत मध्यप्रदेश के इन नेताओं को मिली बड़ी जिम्मेदारी
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के लिए मतदान संपन्न हो गया है. प्रदेश में मतदान से पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित बीजेपी के दिग्गज नेता प्रचार-प्रसार में जुटे थे. अब वोटिंग संपन्न होने के बाद प्रदेश के 60 बड़े नेताओं को देश के अन्य राज्यों में चुनावी प्रचार के लिए भेजा गया है. बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने मध्य प्रदेश के नेताओं की ड्यूटी देश के अन्य राज्यों में लगाई है. इन नेताओं में सीएम, पूर्व सीएम, सांसद, मंत्री विधायक सहित संगठन के पदाधिकारी शामिल हैं.
बता दें मध्य प्रदेश में तो वोटिंग संपन्न हो गई, लेकिन अब दिल्ली, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में वोटिंग होनी है. ऐसे में बीजेपी इन राज्यों में पुरजोर तरीके से प्रचार-प्रसार अभियान में जुटी हुई है. बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व ने एमपी के नेताओं की ड्यूटी भी इन राज्यों की लोकसभा सीटों पर लगाई है. सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण के अनुसार प्रदेश के 60 वरिष्ठ नेताओं को इन राज्यों में भेजा गया है.
बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व ने दिल्ली और ओडिशा में मध्य प्रदेश के 40 नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है. ओडिशा की कुल 21 सीटों में से बीजेपी के पास अभी आठ सीटें हैं. बीजेपी शेष बची सीटों पर अपनी नजरें जमाए हुए है. ऐसे में सीट की संख्या बढ़ाने के लिए बीजेपी पूरी ताकत झोंक रही है. दिल्ली 20 नेता, जबकि 20 नेता ओडिशा की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
जिन नेताओं को अन्य राज्य भेजा गया है, उनमें सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, सांसद बंशीलाल गुर्जर, पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, दर्शन सिंह चौधरी, राहुल सिंह लोधी, भारत सिंह कुशवाह आदि नेता ओडिशा में प्रचार प्रसार अभियान में जुटे हुए हैं. जबकि पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह को पश्चिम बंगाल की एक लोकसभा सीट की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
जबकि प्रदेश के सीएम डॉक्टर मोहन यादव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली-यूपी की जिम्मेदारी दी गई है. अन्य राज्यों की तुलना में ये ज्यादा दिल्ली और यूपी पर फोकस कर रहे हैं. इनके अलावा आशुतोष तिवारी, जयपाल सिंह चावड़ा, राजेश सोनकर, श्रीकांत चतुर्वेदी, प्रणय पांडे, गौरव पारधी दिल्ली की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. जबकि डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला, मंत्री दिलीप अहिरवार, नरेन्द्र शिवाजी पटेल, सांसद गणेश सिंह और प्रद्युम्न सिंह लोधी यूपी में प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं.





दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आम आदमी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट के मामले में बड़ी जानकारी सामने आ रही है।मालीवाल के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के आरोपी विभव कुमार ने अपना फोन फॉर्मेट कर दिया था। पुलिस ने अब इस फोन को एक्सपर्ट के पास भेजा है, ताकि इसमें मौजूद डाटा के बारे में पता चलाया जा सके। पुलिस ने ये भी बताया है कि सीएम हाउस में लगे सीसीटीवी से छेड़छाड़ की गई है। घटना के समय का सीसीटीवी ब्लैंक शो हो रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी विभव कुमार पर पुलिस आईपीसी की धारा 201 यानी सबूतों को नष्ट करने की धारा भी लगा सकती है, क्योंकि पुलिस का कहना है कि विभव कुमार ने जानबूझकर अपना IPhone फॉर्मेट किया है। पुलिस सीएम हाउस में लगे सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर का रिकॉर्ड मुहैया कराने के लिए लगातार एजेंसी के संपर्क में है। पुलिस मामले में और लोगों की भूमिका की भी जांच कर रही है। पैन ड्राइव में उपलब्ध कराई गई वारदात के वक्त की सीसीटीवी फुटेज ब्लैंक मिली हैं। विभव कुमार को लेकर दिल्ली पुलिस मुंबई भी जा सकती है, क्योंकि उसकी लास्ट लोकेशन मुंबई में ही मिली थी। यह सब जानकारियां दिल्ली पुलिस ने बीते दिन विभव कुमार को कोर्ट में पेश करते समय दायर किए रिमांड पेपर में दीं, जिनके आधार पर ही पुलिस को विभव कुमार का 5 दिन की कस्टडी मिली। इससे पहले की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने शनिवार रात दावा किया कि 13 मई की घटना का सीसीटीवी फुटेज ‘गायब’ कर दिया गया है और संपादित वीडियो जारी किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर मालीवाल से 13 मई को कथित तौर पर मारपीट की गई थी। पुलिस केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार को शनिवार को मारपीट मामले में मुख्यमंत्री आवास से ले गई थी और बाद में गिरफ्तार कर लिया था।



May 19 2024, 18:40
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