*प्रयागराज की जनता को लुभाने में कामयाब नही दिख रही भाजपा *विश्वनाथ प्रताप सिंह*
लोकसभा चुनाव जिस तरह से कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के बीच सिमटता दिख रहा है , उसने भाजपा के लिए परेशानी खड़ी कर दी है । भाजपा की परेशानी की वजह संगम नगरी प्रयागराज में वर्चस्व बचाए रखना है । प्रयागराज में कई दिग्गज भाजपा नेताओं का लोकसभा चुनाव में टिकट काटने के बाद भाजपा प्रयागराज को बचाने के लिए पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी के सहारे है। इस चुनाव की बात करें तो सत्ता विरोधी लहर का लाभ इंडिया गठबंधन (कांग्रेस) के खाते में जाता दिख रहा है। भाजपा का प्रयागराज में खासा प्रभाव है और इंडिया गठबंधन (कांग्रेस) का जनाधार भी है। लेकिन चुनावी समीकरण भाजपा के हक में नही दिख रहा है। ऐसे में भाजपा के सामने प्रयागराज को बचाना चुनौती से कम नही है।
प्रयागराज में पांचवें चरण में मतदान होना है । ऐसे में भाजपा प्रयागराज को बचाने के लिए बहुत फूंक - फूंक कर कदम रख रही है । भाजपा ने अपने कई दिग्गज नेताओं का साथ छोड़कर पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी को टिकट दिया है वहीं रमेश सिंह पटेल बहुजन समाज पार्टी का दामन थामकर प्रयागराज 52 संसदीय क्षेत्र से चुनावी मैदान में हैं । इस चुनाव में इंडिया गठबंधन (कांग्रेस) प्रत्याशी कुंवर उज्जवल रमण सिंह को दो तरफ से फायदे दिख रहे हैं पहला सत्ता विरोधी लहर और दूसरा जातीय समीकरण को सजाते हुए टिकट वितरण । ऐसे में भाजपा प्रत्याशी प्रयागराज की जनता को लुभाने में कामयाब नही दिख रहे हैं।
May 12 2024, 13:47