*प्लेटलेट्स के लिए नहीं भटकना होगा डेंगू के मरीजों को*
पिछले साल मिले थे डेंगू के 280 मरीज, जिला चिकित्सालय में ब्लड सेपरेशन यूनिट बनकर तैयार
नितेश श्रीवास्तव,भदोही। पिछले साल डेंगू के 280 मरीज मिले थे। प्लेटलेट्स की व्यवस्था नहीं होने के कारण उनमें से कई रोगियों को बनारस या प्रयागराज रेफर करना पड़ रहा था। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के पास ब्लड सेपरेशन यूनिट तैयार हो गई है। यहां काम शुरू होने के बाद एक यूनिट ब्लड को चार मरीजों के इलाज में इस्तेमाल किया जाएगा।
प्लेटलेट्स की भी कमी नहीं होगी। जिले में 280 मरीज डेंगू के मरीज मिले थे। डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है। ऐसे में डेंगू के मरीजों को जिले से बाहर जाकर इलाज कराना पड़ता है। इस बार स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही इस तरह की स्थितियों से निपटने की तैयारी में जुटा है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय परिसर में स्थित ब्लड बैंक के सामने ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट बनाया जा रहा है।
जिसका लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। मशीनें भी आ चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार चुनाव बाद यूनिट का संचालन होने लगेगा। तब एक यूनिट ब्लड से आरबीसी, प्लाज्मा और प्लेटलेट्स अलग किया जा सकेगा और उनको जरूरत के हिसाब से अलग-अलग रोगियों को दिया जा सकेगा। जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक की क्षमता 300 यूनिट की है।
150-150 यूनिट के दो फ्रीजर है। सेपेशन की व्यवस्था नहीं होने के कारण प्लाज्मा और प्लेटलेट्स के लिए मरीजों को अन्य जनपदों का रुख करना पड़ता है। जिला चिकित्सालय में ब्लड के कांपोनेंट को अलग करने के लिए किसी प्रकार के इंतजाम न होने से प्लेटलेट्स, प्लाज्मा,पीआरबीसी आदि यूनिट की अलग से व्यवस्था नहीं है। मरीजों को अन्य जनपदों का रुख करना पड़ता है।
यूनिट करीब - करीब तैयार हो चुकी है। कई मशीनें भी आ गई है। कुछ उपकरण अभी आने बाकी है। इसके बाद लखनऊ की टीम निरीक्षक करेगी। उपकरणों की आपूर्ति करने वाली कंपनी को बुलाकर यूनिट का संचालन शुरू करा दिया जाएगा। चुनाव बाद काम शुरू हो जाएगा
डॉ राजेंद्र कुमार सीएमएस जिला चिकित्सालय
May 09 2024, 16:31
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