एयर इंडिया एक्सप्रेस का ‘मास सिक लीव’ मामले में बड़ा एक्शन, सामूहिक छुट्टी पर गए 25 कर्मचारी निष्कासित
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एयर इंडिया एक्सप्रेस एयरलाइंस ने सामूहिक छुट्टी पर गए कर्मचारियों के खिलाफ सख्ती दिखी है।एअर इंडिया एक्सप्रेस ने ‘सिक लीव’ पर गए कुछ कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है और टर्मिनेशन लेटर थमा दिया है। बताया जा रहा है कि सिक लीव पर गए कर्मचारियों में से 25 को निष्कासित कर दिया है। क्रू मेंबर्स में से एक को भेजे गए टर्मिनेशन लेटर में एयरलाइन ने कहा कि केबिन क्रू मेंबर्स का “लगभग एक ही समय में बीमार” होना इस बात की ओर इशारा करती है कि वह उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया है। बता दें कि बड़ी संख्या में कर्मचारियों को सामूहिक छुट्टी लेने से एयर इंडिया एक्सप्रेस की कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं थी। इसके चलते यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
रिपोर्ट की मानें तो एअर इंडिया एक्सप्रेस ने बुधवार को कुछ सीनियर केबिन क्रू सदस्यों का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त कर दिया, जिन्होंने ‘बीमार होने’ की सूचना दी थी, जिससे कंपनी को उड़ान संचालन में बाधा उत्पन्न हुई थी। ड्यूटी पर नहीं आने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के पीछे के कारण का उल्लेख करते हुए एयरलाइंस ने कहा कि बिना किसी उचित कारण के संबंधित कर्मचारी जानबूझकर काम से दूर हुए। उड़ान भरने से ठीक पहले गायब होने की कोई वजह भी नजर नहीं आ रही है। कंपनी का कहना है कि मास लेवल पर सिक लीव लेना भी नियमों का उल्लंघन है।
अपने एक कर्मचारी को भेजे गए बर्खास्तगी के पत्र में एअरलाइन ने कहा कि उड़ान भरने से ठीक पहले भारी संख्या में एअरलाइन चालक दल के सदस्यों के बीमार होने की सूचना मिली। पत्र में कहा गया है कि यह स्पष्ट रूप से बिना किसी उचित कारण के काम से ठीक पहले उनकी जानबूझकर अनुपस्थिति की ओर इशारा करता है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को लिखे बर्खास्तगी पत्र में कहा, ‘आपका कृत्य न केवल सार्वजनिक हित को नुकसान पहुंचाने वाला है, बल्कि इससे कंपनी को शर्मिंदगी, गंभीर प्रतिष्ठा क्षति और गंभीर मौद्रिक नुकसान भी हुआ है।’
बता दें कि टाटा समूह के स्वामित्व वाली कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस के केबिन क्रू ने कथित कुप्रबंधन के विरोध में बुधवार को सामूहिक छुट्टी ली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को एयर इंडिया एक्सप्रेस का परिचालन लगभग ठप होने से करीब 15 हजार यात्री प्रभावित हुए। एयर इंडिया एक्सप्रेस खाड़ी के देशों में सबसे ज्यादा उड़ानों का संचालन करती है। ऐसे में केबिन क्रू की कमी के चलते भारत से खाड़ी के देशों को जाने वाली कई उड़ानें रद्द हुईं। बड़ी संख्या में उड़ानों के रद्द होने और यात्रियों की परेशानी को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को एयर इंडिया एक्सप्रेस से रिपोर्ट मांगी है और एयरलाइन को कर्मचारियों के साथ मुद्दे तुरंत हल करने को कहा है।
सूत्रों के मुताबिक, एअर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस में विलय होने वाला है, इसलिए दोनों एयरलाइंस के पायलट और केबिन क्रू को लग रहा है कि उनकी जॉब खतरे में है। इसलिए सभी लोग प्रोटेस्ट कर रहे हैं। बीती रात से यह प्रोटेस्ट बड़ा हो गया है, जिसके कारण 70 से ज्यादा फ्लाइट कैंसल हुई हैं। इनमें मिडल ईस्ट और गल्फ देशों की सबसे ज्यादा फ्लाइट शामिल हैं।
May 09 2024, 11:22