*अल्ट्रासाउंड मशीन महीनेभर से खराब, कमी नहीं पकड़ सके विशेषज्ञ, कंपनी ने बारबार किया प्रयास*
भदोही- दो से ढ़ाई लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने वाले जिला चिकित्सालय में एक महीने से अल्ट्रासाउंड मशीन खराब है। संबंधित कंपनी के विशेषज्ञ बनाने के लिए महीने भर में पांच बार आए, लेकिन कमी नहीं पकड़ सके। इससे अल्ट्रासाउंड कराने आने वाले मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। मजबूरन निजी सेंटरों पर एक अल्ट्रासाउंड कराने के लिए मरीज को 500-600 रुपये देना पड़ रहा है।
अल्ट्रासाउंड बंद होने से सबसे अधिक दिक्कत गर्भवती महिलाओं को हो रही है। जिला चिकित्सालय में रोजाना औसतन एक हजार ओपीडी होती है। 50-60 मरीजों का इमरजेंसी में उपचार किया जाता है। इसके अलावा 100 के करीब एक्स-रे और 40-50 मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया जाता है। पैथॉलाजी में 1000-1200 की जांच होती है। ज्ञानपुर निवासी सुरज गुप्ता अल्ट्रासाउंड कराने अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन अल्ट्रासाउंड कक्ष पर मशीन खराब होने की पर्ची चस्पा देखकर लौट गए। इन्होंने पेट में दर्द होने की बात कही। कावल निवासी कलावती, कुसौली की रीया, ज्ञानपुर के उमेश ने भी निजी सेंटर पर जांच कराई। मशीन न चलने से अब 100 शैय्या अस्पताल में धूल फांक रही मशीन लाई जाएगी। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक दो से तीन दिन में अल्ट्रासाउंड शुरू कर दिया जाएगा
मशीन में तकनीकी फाल्ट थी, जिसे दुरुस्त कराने का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं हो सका। जिलाधिकारी, सीएमओ की संस्तुति पर सौ शय्या अस्पताल में रखी गई अल्ट्रासाउंड मशीन जिला चिकित्सालय में लगाई जाएगी। उम्मीद है कि एक दो दिन में अल्ट्रासाउंड शुरु कर दिया जाएगा। - डॉ.. राजेंद्र कुमार, सीएमएस जिला चिकित्सालय।
Apr 27 2024, 13:53