भदोही में वित्तविहीन काॅलेजों का दबदबा , बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल और इंटर के 50 टाॅपर्स में 40 से वित्तविहीन काॅलेज के रहे शामिल
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। भदोही के माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज बोर्ड की ओर से घोषित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के रिजल्ट में सरकारी विद्यालय एक बार फिर पिछड़ गए। वित्तविहीन काॅलेजों के छात्र-छात्राओं ने अपना झंडा बुलंद किया।
जिले के टाॅपटेन में आए 10, राजकीय और वित्तपोषित विद्यालय शामिल रहे। जबकि 35 के करीब वित्तविहीन विद्यालय के छात्र - छात्राएं शामिल रहे। जिले में 38 राजकीय,25 वित्तविहीन समेत कुल 190 माध्यमिक एवं इंटर कॉलेज संचालित है। जिसमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के 55 हजार विद्यार्थियों ने बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुए। मूल्यांकन के बाद यूपी बोर्ड की तरफ से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट घोषित किया गया।
सरकारी स्कूलों की बातें तो हाईस्कूल के टाॅपर देवेश कन्नौजिया, सहायक प्राप्त में शहीद नरेश इंटर कॉलेज, नेशनल इंंटर काॅलेज भदोही, आश्रम पद्धति विद्यालय को छोड़ दिया जाए तो सभी विद्यार्थी वित्तविहीन काॅलेजों में पढ़ने वाले रहे। इंटरमीडिएट में तो सिर्फ एक विद्यार्थी ही एडेड विद्यालय का टाॅपटेन में शामिल रहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि संसाधनों के अभाव में ऐसी समस्या आ रही है। राजकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी भी कहीं न कहीं एक कारण है कि छात्र - छात्राओं को विषयवार शिक्षा नहीं मिल पाई। नेशनल इंंटर काॅलेज भदोही, जीआईसी ज्ञानपुर, जिला पंचायत बालिका इंटर कॉलेज ज्ञानपुर समेत कई नामचीन विद्यालय है।
इसमें छात्र -छात्राओं का नामांकन भी अधिक है। शैक्षिक सत्र की शुरुआत में प्रवेश के लिए इन विद्यालयों में मारामारी मचती है। इन काॅलेज में छात्र - छात्राएं अपना नामांकन कराकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं, लेकिन जीआईसी समेत अन्य राजकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण पठन - पाठन प्रभावित होता है।
Apr 26 2024, 19:25