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मध्य प्रदेश के सिवनी में हादसे का शिकार हुई सुरक्षाबलों की बस, 3 की मौत, 26 घायल

 मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में विशेष सशस्त्र बल (SAF) के जवानों को ले जा रही एक बस एक कार से टकराने के बाद पलट गई, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और 26 अन्य घायल हो गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक जवान को गंभीर चोटें आईं और उसे पड़ोसी महाराष्ट्र के नागपुर रेफर किया गया है।

यह दुर्घटना जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर सिवनी-मंडला राज्य राजमार्ग पर धनगढ़ा गांव के पास रात करीब 1 बजे हुई। केवलारी पुलिस थाने के प्रभारी चैन सिंह उइके ने मीडिया को बताया कि राज्य पुलिस की SAF की 35वीं बटालियन के जवानों को मंडला से पांढुर्णा (छिंदवाड़ा) ले जा रही एक बस एक कार से टकरा गई, जिसमें चालक समेत पांच लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि हादसे में कार में सवार कन्हैया जसवानी (75), निकलेश जसवानी (45) और चालक पुरूषोत्तम महोबिया (37) की मौत हो गई। पीड़ित मंडला के रहने वाले थे। 

हादसे में घायल हुए दो अन्य कार सवारों का इलाज केवलारी सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि कार में सवार लोग अस्पताल से जुड़े कुछ काम के बाद नागपुर से लौट रहे थे। हादसे के बाद SAF जवानों को ले जा रही बस पलट गई। कुल 26 एसएएफ जवान घायल हो गए, जिन्हें केवलारी अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि उनमें से एक को गंभीर चोटें आईं, जिसे नागपुर रेफर किया गया और जांच जारी है।

'वे अग्निवीर योजना लेकर आए, जिसने लोगों की उम्मीदें तोड़ दीं..', प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर बोला हमला

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को आरोप लगाया कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बनी देश की बड़ी संस्थाओं को कमजोर कर दिया गया है और आज स्थिति ऐसी है कि लोगों को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर भरोसा नहीं है। उन्होंने बेरोजगारी चरम पर होने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा और सवाल किया कि उन्होंने बेरोजगारी दूर करने के लिए क्या किया है?

वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में पार्टी द्वारा अपना चुनाव घोषणापत्र जारी करने के बाद जयपुर में एक सार्वजनिक रैली में बोल रही थीं। प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, "आज बेरोजगारी चरम पर है. मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने बेरोजगारी दूर करने के लिए क्या किया है? उन्होंने वादे तो किए लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया।" प्रियंका गाँधी वाड्रा ने आगे कहा कि, "वे अग्निवीर योजना लेकर आए, जिसने लोगों की उम्मीदें तोड़ दीं, हर राज्य में पेपर लीक हो रहे हैं, किसान सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं।" 

अपने संबोधन के दौरान प्रियंका वाड्रा ने कहा कि, ''आप जो वोट डालने जा रहे हैं, वह देश के लोकतंत्र को बचाएगा। आप सोच रहे होंगे कि हमारा लोकतंत्र कैसे खतरे में है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए जो बड़ी-बड़ी संस्थाएं बनाई गई हैं, उन्हें कमजोर किया जा रहा है; उनका दुरुपयोग किया जा रहा है, आज स्थिति यह है कि लोगों को ईवीएम पर भी भरोसा नहीं है।'' उन्होंने पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र को देश की आवाज बताया। उन्होंने कहा, ''मुझे बहुत खुशी और गर्व है कि राज्यसभा सदस्य बनने के बाद मेरी मां सोनिया गांधी आपके राज्य (राजस्थान) आई हैं।''

प्रियंका ने कहा कि, "कल हमने अपना घोषणापत्र जारी किया। हमने अपने घोषणापत्र को 'न्याय पत्र' नाम दिया है। यह घोषणापत्र सिर्फ उन घोषणाओं की सूची नहीं है जिन्हें हम चुनाव के बाद भूल जाएंगे, बल्कि यह उस देश की आवाज है जो न्याय चाहता है। कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव दो विचारधाराओं के बीच और देश के लिए निर्णायक है। पायलट ने कहा कि, "यह चुनाव दो विचारधाराओं के बीच है। केंद्र सरकार ने नीति के जरिए हमारी संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया है।"

पायलट ने कहा, "छत्तीसगढ़ में मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने पहली बार घोषणा की: अगर कांग्रेस और INDIA गठबंधन की सरकार बनी, तो वे किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे।" इससे पहले, शुक्रवार को, कांग्रेस सात चरण के लोकसभा चुनावों के लिए अपना 'न्याय पत्र' या घोषणापत्र लेकर आई, जिसमें स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार किसानों को उनकी उपज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी दी गई। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस का घोषणापत्र राष्ट्रव्यापी विचार-विमर्श करने और ईमेल और 'आवाज़ भारत की' पोर्टल पर हजारों सुझाव प्राप्त करने के बाद तैयार किया गया था।

के. कविता ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से संबंधित कथित धन शोधन मामले में तिहाड़ जेल में उनसे पूछताछ की मांग के विरूद्ध दायर की याचिका

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की तेलंगाना विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के. कविता ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से संबंधित कथित धन शोधन मामले में तिहाड़ जेल में उनसे पूछताछ करने और बयान दर्ज करने की मांग करने वाली सीबीआई की याचिका का विरोध करते हुए शनिवार को दिल्ली की एक अदालत का दरवाजा खटखटाया।

गौरतलब है कि अदालत ने शुक्रवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को तिहाड़ जेल में कविता से पूछताछ करने की अनुमति दे दी थी।

कविता के वकील नितेश राणा ने शनिवार को अदालत को बताया कि जांच एजेंसी ने उसकी पीठ पीछे याचिका दायर करके कानून की उचित प्रक्रिया को विफल कर दिया।

राणा ने अदालत से कहा, मुझे गंभीर आशंका है कि सीबीआई ने अदालत से अनुकूल आदेश प्राप्त करने के लिए सही तथ्यों का खुलासा नहीं किया होगा। उन्होंने कविता का पक्ष सुनने तक आदेश को स्थगित रखने का आग्रह किया।

अदालत उनकी याचिका पर शनिवार को बाद में सुनवाई कर सकती है।

कविता पर आबकारी नीति घोटाले में 100 करोड़ रुपये की रिश्वत के भुगतान में सक्रिय रूप से शामिल होने का आरोप लगाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें घोटाले का सरगना करार दिया है। वर्तमान में वह 9 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं।

ईडी, जो राष्ट्रीय राजधानी में कथित शराब नीति घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की भी जांच कर रहा है, ने कविता को हैदराबाद में उनके आवास पर तलाशी के बाद 15 मार्च को गिरफ्तार किया था।

यह दावा किया गया है कि कविता अपने प्रॉक्सी के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग इकोसिस्टम यानी मेसर्स इंडो स्पिरिट्स की स्थापना में शामिल थीं, जिससे 192.8 करोड़ रुपये की अपराध आय उत्पन्न हुई।

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बंगाल में ED के बाद अब NIA पर हमला, सीएम ममता बोलीं- आधी रात को छापा मारने क्यों गए थे ?

पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम पर हमले के कुछ घंटों बाद, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूछा कि टीम आधी रात के बाद छापेमारी के लिए क्यों पहुंची थी। मुख्यमंत्री ने यह भी सवाल किया कि क्या टीम के पास विषम समय में छापेमारी करने के लिए आवश्यक अनुमति थी। हालाँकि, हमले के जो वीडियो सामने आए हैं, उसमे साफ़ दिख रहा है की ये दिन की घटना है, ऐसे में ममता बनर्जी का बयान अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। क्या वे अपराधियों के बचाव में बयान दे रहीं हैं या फिर उन्हें पूरी जानकारी नहीं हैं? 

बहरहाल, सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, "उन्होंने (NIA ने) आधी रात में छापेमारी क्यों की? क्या उन्होंने पुलिस से अनुमति मांगी थी? स्थानीय लोगों ने ठीक उसी तरह प्रतिक्रिया की जैसे वे तब करते जब कोई अन्य अजनबी आधी रात को उस स्थान पर आता।" केंद्र की आलोचना करते हुए और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का संदर्भ देते हुए सीएम बनर्जी ने पूछा, "वे चुनाव से ठीक पहले लोगों को क्यों गिरफ्तार कर रहे हैं? क्या भाजपा सोचती है कि वे हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार करेंगे? NIA के पास क्या अधिकार है? यह सब भाजपा का समर्थन करने के लिए किया जा रहा है। हम दुनिया से भाजपा की इस गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ने का आग्रह करते हैं।''

उल्लेखनीय है कि, NIA अधिकारियों पर भूपतिनगर इलाके में लगभग 150 ग्रामीणों ने हमला किया, जहां वे 2022 बम विस्फोट मामले की जांच करने गए थे। NIA अधिकारियों की एक टीम 2022 में तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता के आवास पर हुए विस्फोट मामले में जांच करने के लिए सुबह 5:30 भूपतिनगर गई थी। बता दें कि 3 दिसंबर, 2022 को भूपतिनगर में एक ब्लास्ट हुआ था, जिसमें एक घर की पूरी की पूरी छत ही उड़ गई थी और 3 लोग मर गए थे। सूत्रों के अनुसार, NIA की टीम ने स्थानीय थाने को छापेमारी की सूचना पहले ही दे दी थी। हालाँकि, इस अधिसूचना के बावजूद, जब टीम ने अपना खोज अभियान शुरू किया तो पुलिस ने पर्याप्त सुरक्षा उपाय मुहैया नहीं कराए थे।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि NIA अधिकारियों की एक टीम ने आज सुबह मामले के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया और वे कोलकाता वापस जा रहे थे, जब वाहन पर हमला हुआ। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "स्थानीय लोगों ने वाहन को घेर लिया और उस पर पथराव किया। NIA ने कहा है कि उसका एक अधिकारी भी घायल हो गया।" एनआईए ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है। इस बीच, हमले पर टिप्पणी करते हुए, भाजपा की बंगाल इकाई ने घटना को "घृणित" बताया है।

एक्स पर भाजपा ने लिखा, "घृणित! TMC के गुंडों ने बेशर्मी से पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर में NIA टीम पर पत्थरों से हमला किया, जिससे 2022 विस्फोट मामले की जांच बाधित हो गई। TMC का आतंक शासन समाप्त होना चाहिए! कानून और व्यवस्था बनाए रखने वाले वास्तविक नेतृत्व का समय आ गया है।" केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिहार के पटना में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, "क्या ऐसा पहली बार हुआ है? प्रवर्तन निदेशालय (ED) पर हमला हुआ या नहीं? संदेशखली का सच सामने आया या नहीं? अब NIA, क्योंकि जब एजेंसी आतंकवादी-संबंधित तत्वों को पकड़ती हैं, तो हमला होता है।"

वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता (LoP) सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि, "पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और चूंकि नियंत्रण अभी भारत के चुनाव आयोग के पास है, अब समय आ गया है कि चुनाव आयोग को भूपतिनगर पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी, कोंताई के SDPO, पूर्व मेदिनीपुर जिले के एसपी और पश्चिम बंगाल पुलिस के महानिदेशक के खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए।''

सुवेंदु अधिकारी ने अपनी पोस्ट में लिखा कि, "यह ममता बनर्जी के बार-बार उकसाने के कारण है कि संदेशखाली में ED अधिकारियों पर हमला होने के बाद भी, TMC नेता एनआईए अधिकारियों पर हमला करने की हिम्मत कर सकते हैं। ममता बनर्जी ने हाल ही में कूच बिहार के माथाभांगा में एक राजनीतिक कार्यक्रम में एनआईए के बारे में बुरा बोला था।"

संदेशखाली में भी हुआ था ED और CRPF पर हमला

 बता दें कि 2 महीने पहले पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में राशन घोटाले में फँसे तत्कालीन TMC नेता शाहजहाँ शेख को अरेस्ट करने पहुंची ED (प्रवर्तन निदेशालय) और CRPF की टीम पर हमला हुआ था। बाद में शाहजहाँ शेख और उसके गुर्गों द्वारा संदेशखाली में बड़े पैमाने पर आदिवासी समाज की महिलाओं के यौन शोषण का खुलासा हुआ था। TMC नेता शाहजहां कई दिनों तक फरार रहा था, बाद में हाई कोर्ट द्वारा आदेश दिए जाने के बाद बंगाल पुलिस ने उसे पकड़ा था। हाई कोर्ट ने जब शेख शाहजहां की हिरासत CBI को सौंपी थी, तो बंगाल पुलिस ने उसे CBI के हवाले करने से इंकार कर दिया था। यहाँ तक की ममता सरकार शाहजहां को बंगाल पुलिस के पास ही रोके रखने और CBI को न देने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई थी, लेकिन वहां बंगाल सरकार की याचिका ख़ारिज हो गई और फ़िलहाल शेख शाहजहां CBI की हिरासत में है।

शराब घोटाले में 18 अप्रैल तक बढ़ी मनीष सिसोदिया की हिरासत, कोर्ट ने नहीं दी जमानत

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जो दिल्ली शराब घोटाला मामले में एक साल से जेल में हैं, दिल्ली के राउज़ एवेन्यू कोर्ट के फैसले के अनुसार 18 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे। आज शनिवार सुबह सिसौदिया को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. यह विस्तार 2 अप्रैल को पिछली सुनवाई के बाद हुआ है, जहां अदालत ने 6 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत का आदेश दिया था। अपनी रिहाई की प्रत्याशा में, सिसौदिया ने अपने निर्वाचन क्षेत्र, पटपड़गंज को पत्र लिखकर अपनी शीघ्र वापसी के बारे में बताया था। शराब नीति मामले को लेकर वह 26 फरवरी 2023 से तिहाड़ जेल में बंद हैं। इस मामले के एक अन्य आरोपी, आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, जिन्हें हाल ही में जमानत मिली है, भी अपनी पेशी के लिए अदालत में मौजूद थे। सिसौदिया और सिंह दोनों को दिल्ली की उत्पाद शुल्क नीति संशोधन में अनियमितताओं के संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके परिणामस्वरूप कथित तौर पर लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ हुआ और उचित अनुमोदन के बिना लाइसेंस का विस्तार हुआ। 26 फरवरी, 2023 को सीबीआई द्वारा सिसौदिया की गिरफ्तारी, और उसके बाद 9 मार्च, 2023 को ईडी द्वारा संबंधित मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के कारण, 28 फरवरी, 2023 को उन्हें दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा था। अपने निर्वाचन क्षेत्र में, सिसौदिया ने अपनी कैद और अन्याय के ऐतिहासिक उदाहरणों के बीच समानताएं दर्शाते हुए केंद्र सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला, दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में शिक्षा क्रांति की प्रशंसा की और पंजाब में इसी तरह की प्रगति के लिए आशावाद व्यक्त किया। सिसोदिया ने अपने पत्र का अंत शिक्षा क्रांति के लिए एकजुटता और अपने समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए किया।
भारत को मालदीव पर “मोह”, तनाव के बावजूद मदद के लिए आया आगे, कई वस्तुओं का करेगा निर्यात*
#india_allows_limited_exports_to_maldives_despite_tensions भारत और मालदीव के बीच रिश्ते अच्छे नहीं रह गए हैं। मालदीव में नई सरकार के बाद इंडिया आउट के नारे लगने शुरू हो गए थे। मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू को चीन का बड़ा सपोर्टर माना जाता है।जब मुइज्जू मालदीव के राष्ट्रपति बने तो उन्होंने चीन के साथ मिलकर भारत के साथ दूरियां बनानी शुरू कर दी।मालदीव ने भारत के खिलाफ कई फैसले लिए। जिसके बाद भारत ने भी सख्ती दिखाई। हालांकि, मालदीव के साथ तनाव के बीच भारत ने आवश्यक वस्तुओं के निर्यात की इजाजत दी है। मालदीव के विदेश मंत्री ने इसपर भारत को दिल खोलकर धन्यवाद दिया है। *भारत ने दी निर्यात की इजाजत* मालदीव में भारतीय उच्चायोग की ओर से एक बयान में केंद्र सरकार के फैसले का विवरण दिया गया। बयान में कहा गया, 'मालदीव सरकार के अनुरोध पर भारत सरकार ने कुछ निश्चित मात्रा में जरूरी चीजों के निर्यात की इजाजत दी है। इन चीजों का निर्यात भारत और मालदीव के बीच एक विशेष द्विपक्षीय तंत्र के तहत किया जाएगा। निर्यात की जाने वाली प्रत्येक वस्तु के लिए कोटा बढ़ा दिया गया है और निर्यात की स्वीकृत मात्राएं 1981 में इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद सबसे ज्यादा हैं।' मालदीव के विकास में भारत की प्रतिबद्धता को यह दिखाता है। *इन चीजों के निर्यात की अनुमति* भारत ने चालू वित्त वर्ष के दौरान मालदीव को अंडे, आलू, प्याज, चावल, गेहूं का आटा, चीनी और दाल जैसी कुछ वस्तुओं की स्पेसिफिक मात्रा के निर्यात पर प्रतिबंध शुक्रवार को हटा दिया। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के तहत मालदीव को इन वस्तुओं के निर्यात की अनुमति दी गई है। डीजीएफटी ने कहा कि मालदीव को अंडे, आलू, प्याज, चावल, गेहूं का आटा, चीनी, दाल, बजरी और नदी की रेत के निर्यात की अनुमति दी गई है। मालदीव को इन वस्तुओं के निर्यात को किसी भी मौजूदा या भावी प्रतिबंधों से छूट दी जाएगी। आमतौर पर इन वस्तुओं के निर्यात पर या तो पूरी तरह प्रतिबंध है या सीमित निर्यात की अनुमति दी जाती है। निर्यात के लिए निर्दिष्ट मात्रा में आलू (21,513.08 टन), प्याज (35,749.13 टन), चावल (1,24,218.36 टन), गेहूं का आटा (1,09,162.96 टन), चीनी (64,494.33 टन), दाल (224.48 टन), बजरी (10 लाख टन) और नदी की रेत (10 लाख टन) शामिल है। *मालदीव ने भारत सरकार को दिया धन्यवाद* मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'मैं मालदीव को साल 2024-25 के दौरान भारत से आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में सक्षम बनाने के लिए कोटा के नवीनीकरण के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार को ईमानदारी से धन्यवाद देता हूं।' उन्होंने कहा, 'यह एक प्रतीक है जो लंबे समय से चली आ रही दोस्ती और हमारे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और वाणिज्य को और बढ़ाने की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है।' *भारत का जवाब* मालदीव के विदेश मंत्री के धन्यवाद का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा, 'यू आर वेलकम जमीर। भारत अपनी नेबरहुड फर्स्ट और सागर नीतियों के प्रति दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।' *दोनों देशों में तनाव की वजह* भारत की ओर से यह घोषणा बीते साल नवंबर से दोनों देशों के बीच शुरू हुए विवाद के बीच आई है, जब राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने शपथ लेने के कुछ ही घंटों के भीतर भारत से अपने 88 सैन्य कर्मियों को उनके देश से वापस बुलाने की मांग की थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच, संबंध तब और खराब हो गए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप द्वीप दौरे की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की। जिसपर मालदीव के तीन अधिकारियों ने भद्दी टिप्पणियां कीं। जिसके परिणामस्वरूप कई मशहूर हस्तियों सहित भारतीयों ने मालदीव का तगड़ा विरोध किया। वहीं, #BoycottMaldivesअभियान के कारण द्वीप राष्ट्र में भारतीय पर्यटकों की संख्या में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
मध्यप्रदेश के खरगोन में बीयर की खेप लेकर जा रहा ट्रक पलटा, धधकती आग में शराब लूटने टूट पड़े लोग

मध्य प्रदेश के खरगोन से एक हादसे की घटना सामने आ रही है यहाँ स्टेट हाइवे पर बीयर (beer) से भरे मिनी ट्रक में भीषण आग लग गई। इस के चलते जलते ट्रक से कूदकर ड्राइवर ने जान बचाई। सड़क पर बीयर की बोतलें बिखरते ही लोग लूटने पहुंच गए। कई लोग मोबाइल के प्रकाश में बीयर की बोतलें उठा ले गए। बीयर लूटने के चक्कर में लोगों ने जान तक खतरे में डाली। लोगों ने घटना की खबर पुलिस को दी। वहीं दमकल विभाग के वाहन जब तक पहुँचते, तब तक मिनी ट्रक जलकर खाक हो गया।

प्राप्त खबर के मुताबिक, यह घटना खरगोन जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर भीकनगांव थाना इलाके के इंदौर-इच्छापुर स्टेट हाइवे की है। यहां बीयर से भरा एक मिनी ट्रक पलट गया। यहां देशगांव एवं दौड़वा के बीच खेरदा गांव के पास यह दुर्घटना 7 बजकर 20 मिनट पर हुई। सड़क पर जैसे ही मिनी ट्रक पलटा तो उसमें आग लग गई। इसी के साथ सड़क पर बीयर की बोतलें भी बिखर गईं। ड्राइवर ने तत्काल सूझबूझ से गेट खोला तथा भागकर अपनी जान बचाई। आग के चलते बीयर की बोतलें फूटने लगीं। फोरलेन हाइवे पर आने-जाने वालों ने घटना के कारण स्वयं ही साइड बदल ली।

घटनास्थल खरगोन की सीमा में भीकनगांव थाना इलाके में आता है। लोगों ने घटना के बारे में पुलिस को खबर दी। सूचना के पश्चात् पुलिस मौके पर पहुंची तथा जायजा लिया। मिनी ट्रक ड्राइवर ने बताया कि वो सनावद डिपो से खंडवा के लिए बीयर की खेप लेकर जा रहा था। नवनिर्मित फोरलेन रास्ता कंप्लीट होने से पिकअप स्पीड में थी। अचानक क्या हुआ, कुछ पता नहीं चला एवं मिनी ट्रक का संतुलन बिगड़ गया। 100 मीटर तक ट्रक पलटी खाकर सड़क से रगड़कर चला, फिर आग लग गई। वाहन धू-धूकर जलने लगा। ट्रक जलता रहा तथा आसपास के लोग बीयर की बोतलें लूटने पहुंच गए। कई लोग मोबाइल की रोशनी में बीयर की बोतलें ले जाते नजर आए।

विवाद के बीच मालदीव ने मांगे आलू-प्याज़, गेंहू-दाल, भारत ने दिखाया बड़ा दिल, निर्यात को दी मंजूरी

भारत-मालदीव विवाद के बीच, मालदीव सरकार के अनुरोध के अनुसार, भारत 2024-25 अवधि के लिए आवश्यक वस्तुओं की विशिष्ट मात्रा में निर्यात करने पर सहमत हुआ है। मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने गुरुवार को एक्स के माध्यम से ऐलान किया है कि इन वस्तुओं के लिए कोटा बढ़ा दिया गया है।

भारत सरकार के बयान में कहा गया है कि, “मालदीव सरकार के अनुरोध के जवाब में, भारत ने एक अद्वितीय द्विपक्षीय तंत्र के माध्यम से 2024-25 अवधि के लिए कुछ मात्रा में आवश्यक वस्तुओं के निर्यात को अधिकृत किया है। इनमें से प्रत्येक आइटम के लिए कोटा को ऊपर की ओर संशोधित किया गया है। गौरतलब है कि ये स्वीकृत मात्राएं 1981 में इस व्यवस्था की शुरुआत के बाद से सबसे अधिक हैं। मालदीव में संपन्न निर्माण क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण नदी रेत और पत्थर समुच्चय का कोटा 25 प्रतिशत बढ़ाकर 1,000,000 मीट्रिक टन कर दिया गया है।

इसके अतिरिक्त, अंडे, आलू, प्याज, चीनी, चावल, गेहूं का आटा और दाल (दाल) के कोटा में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, पिछले साल भी, भारत से इन वस्तुओं के निर्यात पर वैश्विक प्रतिबंध के बावजूद भारत ने मालदीव को चावल, चीनी और प्याज का निर्यात जारी रखा। आधिकारिक संचार में कहा गया है, "मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने अपनी 'पड़ोसी पहले' नीति के अनुरूप, मालदीव में मानव-केंद्रित विकास का समर्थन करने के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की।"

यह ध्यान देने योग्य है कि मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंधों में तनाव का सामना करना पड़ा है, क्योंकि उन्होंने राष्ट्रपति चुनावों के दौरान और उसके बाद नई दिल्ली की आलोचना की थी। मार्च में, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कथित तौर पर नई दिल्ली से ऋण राहत उपायों का अनुरोध किया, साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि भारत मालदीव का "निकटतम सहयोगी" बना हुआ है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने ऐसा कोई कदम या बयान नहीं दिया है जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आए। स्थानीय मीडिया आउटलेट 'मिहारू' के साथ एक साक्षात्कार के दौरान, राष्ट्रपति मुइज्जू ने आशा जताई कि भारत मालदीव के लिए लगातार सरकारों द्वारा भारत से लिए गए पर्याप्त ऋण को चुकाने के लिए ऋण राहत उपायों को समायोजित करने पर विचार करेगा, जैसा कि अधाधु द्वारा रिपोर्ट किया गया है। उल्लेखनीय है कि, राष्ट्रपति मुइज़्ज़ु ने ही एक समय INDIA आउट का नारा दिया था, लेकिन जब भारत में इसका विरोध हुआ और मालदीव में पर्यटकों की संख्या घटने लगी, तो राष्ट्रपति के तेवर में बदलाव देखने को मिला है।

राष्ट्रपति मुइज़्ज़ु ने कहा था कि “हमें जो परिस्थितियाँ विरासत में मिली हैं उनमें भारत से बहुत बड़े ऋण शामिल हैं। इसलिए, हम इन ऋणों की पुनर्भुगतान शर्तों में लचीलेपन की तलाश पर चर्चा कर रहे हैं। किसी भी चल रही परियोजना को रोकने के बजाय, हमारा लक्ष्य उन पर तेजी से आगे बढ़ना है। इसलिए, मुझे नहीं लगता कि मालदीव-भारत संबंधों पर कोई नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।''

अब मालदीव के साथ तनाव के बीच भारत ने आवश्यक वस्तुओं के निर्यात की अनुमति दे दी है। जिस पर मालदीव के विदेश मंत्री ने भारत को दिल खोलकर धन्यवाद दिया है। मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए लिखा है कि, 'मैं मालदीव को वर्ष 2024-25 के दौरान भारत से आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में सक्षम बनाने के लिए कोटा के नवीनीकरण के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार को ईमानदारी से शुक्रिया कहता हूं।' उन्होंने कहा कि, 'यह एक प्रतीक है जो काफी समय से चली आ रही दोस्ती और हमारे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और वाणिज्य को और बढ़ाने की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है।'

बीजेपी राजनीति नहीं राष्ट्रनीति पर चलती है, सहारनपुर में बोले पीएम मोदी

#pmmodiin_saharanpur

केंद्र की सत्ता पर तीसरी बार काबिज होने के लिए बीजेपी जोर शोर से चुनाव प्रचार में लगी हुई है। प्रचार की कमान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभाल रखी है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सहारनपुर में चुनावी रैली को संबोधित किया।सहारनपुर में चुनावी शंखनाद करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।इस दौरान सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही यूपी सरकार के कई मंत्री मौजूद रहे।

पीएम ने पूछा- क्या कोई शक्ति को खत्म कर सकता है?

प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को सहारनपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा ये स्थान मां शक्ति का स्थान है, ये मां शक्ति की साधना का स्थान है और हिंदुस्तान के हर कोने में शक्ति की उपासना हमारी स्वाभाविक, आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा है। हम वो देश हैं, जो कभी भी शक्ति उपासना को नकारते नहीं हैं। लेकिन ये देश का दुर्भाग्य है कि इंडी अलायंस के लोग चुनौती दे रहे हैं कि उनकी लड़ाई शक्ति के खिलाफ है। जिन-जिन लोगों ने शक्ति को नष्ट करने का प्रयास किया, उन सबका क्या हाल हुआ, ये इतिहास और पुराणों में अंकित है।पीएम ने सवाल किया कि क्या कोई शक्ति को खत्म कर सकता है?

बीजेपी राजनीति नहीं राष्ट्रनीति पर चलती है-पीएम मोदी

इसके साथ ही पीएम ने कहा कि बीजेपी राजनीति नहीं राष्ट्रनीति पर चलती है। बीजेपी के लिए राष्ट्र पहले है। बीजेपी का मकसद सबका साथ और सबका विकास है। पीएम मोदी ने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। पूरी दुनिया में भारत की तारीफ हो रही है। उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ वोट की ताकत की वजह से दुनिया में मोदी का डंका बज रहा है और चारों तरफ से एक ही आवाज आ रही है वो ये कि एक बार देश में मोदी सरकार।

मोदी ने मेहनत करने में कसर नहीं छोड़ी-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, 10 वर्ष पहले मैं चुनावी जनसभा के लिए सहारनपुर आया था। उस समय देश घोर निराशा, घोर संकट के दौर से गुजर रहा था। तब मैंने आपको गारंटी दी थी कि मैं देश झुकने नहीं दूंगा, देश रुकने नहीं दूंगा। मैंने संकल्प लिया था कि आपके आशीर्वाद से हर स्थिति, हर परिस्थिति को बदलूंगा, निराशा को आशा में बदलूंगा, आशा को विश्वास में बदलूंगा। आपने अपने आशीर्वाद में कोई कमी नहीं रखी और मोदी ने अपनी मेहनत में कोई कमी नहीं छोड़ी।

सपा को हर घंटे अपने उम्मीदवार बदलने पड़ रहे हैं-पीएम मोदी

रैली के दौरान पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर बी जोरदार प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सपा की स्थिति तो ये है कि यहां उन्हें हर घंटे अपने उम्मीदवार बदलने पड़ रहे हैं। कांग्रेस की स्थिति तो और भी विचित्र है, कांग्रेस को तो उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे। जिन सीटों को कांग्रेस अपना गढ़ मानती थी, वहां भी उसे उम्मीदवार उतारने की हिम्मत ही नहीं हो रही है। यानी विपक्षी गठबंधन अस्थिरता और अनिश्चितता का दूसरा नाम बन चुका है। इसलिए देश आज उनकी एक भी बात को गंभीरता से नहीं ले रहा है।

आजादी की लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस तो दशकों पहले ही समाप्त हो चुकी-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस तो दशकों पहले ही समाप्त हो चुकी है। अब जो कांग्रेस बची है, उसके पास न देश हित में नीतियां हैं और न ही राष्ट्रनिर्माण का विजन। कल कांग्रेस ने जिस तरह का घोषणा पत्र जारी किया है, उससे साबित हो गया है कि आज की कांग्रेस, आज के भारत की आशाओं-आकांक्षाओं से पूरी तरह कट चुकी है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी। कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है और इसका जो कुछ हिस्सा बचा रह गया, उसमें वामपंथी पूरी तरह हावी हो चुके हैं। कांग्रेस इसमें दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती है।

*पश्चिम बंगाल में ईडी के बाद अब एनआईए की टीम पर हमला, ग्रामीणों ने कार पर किया पथराव*
#nia_team_attacked_with_stones_in_west_bengal पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम पर लोगों ने हमला कर दिया। इस हमले में एजेंसी के एक अधिकारी के घायल होने की खबर है। एनआईए पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में 2022 के बम विस्फोट मामले की जांच के लिए पहुंची थी। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने ईंट और पत्थर फेंके। अधिकारियों के गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। इस घटना में एक अधिकारी घायल हो गया। एनआईए अधिकारियों टीम ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया और यह दल कोलकाता वापस जा रहा था, तभी उसके वाहन पर हमला हुआ। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने वाहन को घेर लिया और उस पर पथराव किया। एनआईए ने कहा है कि उसका एक अधिकारी घायल भी हुआ है। उन्होंने बताया कि एनआईए ने भी इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। बता दें कि 2 दिसंबर 2022 को भूपतिनगर थाने के भगवानपुर 2 ब्लॉक के अर्जुन नगर ग्राम पंचायत के नैराबिला गांव में रात करीब 11 बजे भयानक बम विस्फोट हुआ था। घटना में तृणमूल बूथ अध्यक्ष राजकुमार मन्ना, उनके भाई देवकुमार मन्ना और विश्वजीत गायेन की मौत हो गई थी। सूचना मिलने पर पुलिस इलाके में गई और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। बाद में कोर्ट के आदेश पर एनआईए ने घटना की जांच अपने हाथ में ली। कोर्ट के आदेश पर विस्फोट की घटना की जांच करने जाने पर एनआईए पर यह हमला हुआ। वैसे पश्चिम बंगाल में जांच एजेंसी पर हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है। इस साल की शुरुआत में संदेशखाली में ईडी की टीम पर हमला किया गया था। दरअसल, राशन घोटाले में जब ईडी की टीम शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने पहुंची थी, तो टीम पर हमला कर दिया गया। करीब 55 दिन बाद शाहजहां की गिरफ्तारी हुई थी।