*कोठां गांव में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन*
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गोरखपुर- जिनका मन निर्मल होता है वही भगवान को प्राप्त कर सकते हैं। भगवान के पास कपट वेष में नहीं जाना चाहिए, अभिमानी जीव ईश्वर को कभी नहीं पा सकता।
उक्त विचार प्रयागराज से पधारे कथाव्यास पंडित शिवम शुक्ल ने कोठां गांव में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में पूतना वध, भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं,माखन चोरी, कालिया मर्दन और गोवर्धन पूजा की कथाओं का विस्तार सहित वर्णन करते हुए उपस्थित श्रद्धालु श्रोताओं के समक्ष व्यक्त किए।
कथा व्यास ने मनमोहक स्वरों में रामचरितमानस की चौपाई निर्मल मन जन सो मोहि पावा,
मोहिं कपट छल छिद्र न भावा।।
गा कर सुनाया तो लोग मंत्रमुग्ध हो उठे नंदोत्सव के साथ शुरू हुई संगीतमय् कथा का समापन गोवर्धन भगवान को छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ा कर की गई। भव्य आयोजन में बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग उपस्थित रहे। सुमधुर भक्ति भजनों की धुनों पर श्रद्धालु श्रोता देर रात तक झूमते रहे।
व्यास पीठ से श्री शुक्ल ने बताया कि हमें प्रकृति का सदा सम्मान करना चाहिए, और सृष्टि के सभी जीवों के प्रति दया, करूणा की भावना ही ईश्वर की सच्ची भक्ति है। इस अवसर पर मुख्य यजमान चंद्रभाल त्रिपाठी मटेलू बाबा समेत उनके परिजन क्षेत्रीय संभ्रांत जन और ग्राम वासी उपस्थित रहे।














Apr 07 2024, 09:18
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