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सीतामढ़ी में लाखों की लागत का शवदाहगृह हुआ जर्जर:भागीरथी मोक्ष धाम बना नशेड़ियों का अड्डा, यहां लगा कूड़े का अंबार

जिला - भदोही

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

नितेश श्रीवास्तव,भदोही के सीतामढ़ी में 2 दशक पूर्व निर्मित सौदाहगृह काफी जर्जर हो चुका है। अगल-बगल की मिट्टियां धंस जाने के कारण यह शवदाहगृह कभी भी धराशाई हो सकता है। जिसके कारण इसमें लोग बैठने से कतराते हैं। शिकायत के बाद अधिकारी मामलो को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। बता दें कि यह शवदाहगृह बारिश के दिनों में शवयात्रा में आने वाले लोगों को परेशानी ना हो।इसे ध्यान में रखते हुए एक समाजसेवी ने 2 दशक पूर्व इसका निर्माण कराया गया था। जो अब काफी जर्जर हो चुका है।

इस शवदाहगृह पर आने के लिए ना तो समुचित रास्ते का प्रबंध है ना ही बिजली की जिससे यहां पर शव यात्रा में आने जाने वाले यात्रियों के लिए काफी परेशानियां होती है। एक तो शवदाह गृह की जर्जर अवस्था दूसरे यहां पर सुविधाओं का अभाव एवं भागीरथी मोक्ष धाम में कूड़े का अंबार लग चुका है। यह भागीदारी मोक्ष धाम में नशेड़ियों एवं विषैले जानवरों का आशियाना बन चुका है।

शव मात्रा में आने वाले यात्री इसमें बैठना सुरिक्षत नहीं समझते। इस संबंध में जब ग्राम प्रधान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही भागीदारी मोक्ष धाम का सफाई करवा दिया जाएगा और जो उसके बाउंड्री वालों के अगल-बगल की मिट्टी धंस उसे भर दिया जाएगा। जिससे यह भागीदारी मोक्ष धाम लोगों के बैठने लायक हो जाए।

मिल गईं जमीन, वेटनरी काॅलेज का रास्ता साफ,30 एकड़ भूमि चिन्हित, विभाग को निःशुल्क दी जाएगी

नितेश श्रीवास्तव,भदोही में वेटनरी काॅलेज खोलने का रास्ता साफ हो गया है। इसके लेकर जमीन की समस्या दूर कर ली गई है। भूमि जल्द ही पशुपालन विभाग को निःशुल्क हस्तांतरित कर दी जाएगी। यहां पर बनने वाले खेल के मैदान का इस्तेमाल काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्र भी करेंगे।

पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने भदोही में वेटनरी काॅलेज खोलने की घोषणा की थी। इसके बाद से भूमि की तलाश की जा रही थी। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में हुई विभागीय बैठक में तय हुआ कि काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की 19.73 एकड़ भूमि तथा चारागाह की 11.29 एक भूमि पशुपालन विभाग को वेटनरी काॅलेज के लिए दी जाएगी।

बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के इस प्रस्ताव को भी सहमति दी गई कि प्रस्तावित वेटनरी काॅलेज के खेल मैदान का प्रयोग दोनों महाविद्यालयों के छात्र करेंगे। जमीन मिलने के बाद अब लोकसभा चुनाव के बाद काॅलेज का निर्माण शुरू होगा। पहले चरण में स्नातक स्तर की पशु चिकित्सा की पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव है ‌।

61 मदरसों के 800 विद्याथिर्यों के भविष्य पर संकट

भदोही। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के आदेश पर असर कालीन नगरी के सात अनुदानित समेत 61 मदरसों पर पड़ेगा। इससे मदरसों में पढ़ने वाले आठ हजार विद्यार्थियों और 134 शिक्षक - कर्मचारियों के भविष्य पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई संग मदरसा बोर्ड के अधीन विद्यालय एवं मदरसा संचालित होते हैं।

विभिन्न वर्ग एवं धर्म के छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। हाईकोर्ट ने दो दिन पूर्व उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड कानून को असंवैधानिक करार दिया। कोर्ट ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम समेत कई पहलुओं को ध्यान में रखते हुए निर्णय दिया। ऐसे में इन मदरसों पर ताला लटकने की नौबत आ सकती है। इससे जिले में संचालित 61 मदरसों के संचालकों की नींद उड़ गई है। दो से तीन दशक पूर्व से संचालित मदरसों को अचानक बंद करने से क‌ईयों की नौकरी जहां चली जाएगी।

वहीं दूसरी दिक्कतें भी सामने आएगी। अल्पसंख्यक कल्याण वाले के अकरम परवेज ने बताया कि कोर्ट के आदेश से मदरसा संचालकों की परेशानी बढ़ी है। संचालक शासन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। इस बार परीक्षा देने वाले 2453 छात्र - छात्राओं का परिणाम आएगा, लेकिन न‌ए सत्र से प्रवेश शासन के निर्णय पर निर्भर करेगा। अनुदानित मदरसों में 134 शिक्षक - कर्मचारियों को परेशानी बढ़ेगी।

वित्तविहीन मदरसों में प्रबंधतंत्र अपने हिसाब से शिक्षकों को तैनात करता है।

पुलिस जवानों ने हटवाएं 5949 पोस्टर और बैनर,201 वाल पेंटिंग को पुलिस ने दीवारों से मिटवाया

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जनपद में सप्ताहभर के अंदर अफसरों व पुलिस के जवानों ने कुल पांच हजार 949 बैनर व पोस्टर हटाया है। 201 स्थानों पर दीवालों पर की गई वाल पेंटिंग को मिटवाया। चेताया कि अगर आचार संहिता के खिलाफ मामला पाया गया तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि आचार संहिता को प्रभावी बनाने के लिए कार्रवाई की जा रही है।

जवानों ने नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों के अधिकारियों, तहसील के अफसरों के साथ बाजारों में अभियान चलाकर बैनर, पोस्टर को हटवाने का काम किया जा रहा है। ग्रामीण बाजारों में भी अभियान चलाया गया। सुदुर गांवों में भी जाकर पुलिस के जवानों को बैनर, पोस्टर,वाल पेंटिंग को मिटवाने का निर्देश दिया गया है।

लोगों से आह्वावान किया कि कहीं पर भी आचार संहिता का उल्लंघन नजर आए तो पुलिस को सूचित करें, ताकि समय पर कदम उठाया जा सकें।

भदोही में होली के रंगों से सराबोर रहे लोग:फाग गीतों की मस्ती संग रंगों का त्योहार होली हर्षोल्लास के साथ मनाया

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही ।नगर में रंग - गुलाल और अबीर से एक- दूसरे को सराबोर करने की होड़ तथा फाग गीतों की मस्ती संग रंगों का त्योहार होली हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। क्या अमीर और क्या गरीब सभी एक ही रंग में नजर आएं। हर तरफ होली की धूम रही।

बच्चे तो बच्चे बड़े व बुढ़े भी होली की मस्ती में सराबोर रहें। होलिका दहन के बाद ही लोग होली रंग में रंगने लगे थे। सुबह होते-होते लोग होली की मस्ती में डूब ग‌ए। बच्चों की मस्ती तो पहले से ही दिखने लगी थी।

होली है भाई होली है कि गूंज हर गली,हर मोहल्लों में गूंजने लगी । होली आई रे कन्हाई,रंग बसरे की धून पर लोगों का जो थिरकना शुरू हुआ तो वह दोपहर बाद तक जारी रहा। जिसका काम हर आने जाने वालों को रंगों से सराबोर करना था। हर तरफ होली की उमंग और उत्साह एक समान था।

नगर के हर इसी तरह का उमंग और उत्साह के साथ लोगों ने होली मनाया। नगर में दोपहर के बाद रंग खेलना बंद हो गया। लोग रंग खेल अपने - अपने को घर लग ग‌ए। जहां नहाने और न‌ए कपड़े पहनने के बाद मिलने - मिलाने का दौर शुरू हुआ। लोग एक - दूसरे के घर पहुंचे और गले मिलकर एक - दूसरे को होली पर्व की शुभकामनाएं दी।

जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने जनपदवासियों को होली पर्व की दी शुभकामना व बधाई

नितेश श्रीवास्तव,भदोही । जिलाधिकारी विशाल सिंह एवं पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन ने जनपदवासियों को होली पर्व की शुभकामनाएं व बधाई दी है।जिला निर्वाचन अधिकारी ने अपने बधाई संदेश में कहा कि रंगोत्सव का यह पर्व सामाजिक सौहार्द एवं भाईचारे की भावना को और मजबूती प्रदान करता है।

होली के पावन पर्व पर आपसी भेदभाव को मिटाकर,समरसता व भातृत्व भावना को मजबूत करें। सभी के जीवन में हर्ष उल्लास का रंग चढ़े।होली यानी रंगों का त्योहार खुशियों का त्यौहार है, इसे सभी को मिलजुल कर सौहार्दपूर्ण ढंग से मनाना चाहिए।उन्होंने कहा कि शालीनता और सदभावपूर्ण तथा शांति के वातावरण में होली पर्व को मनाएं। पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन ने जनपदवासियों को प्रेम व विजय का प्रतीक होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई देते हुए कहा कि हम सभी घृणा, अहंकार एवं बुराइयों का दहन कर सामाजिक सद्भाव और भाईचारे को आत्मसात कर नई उमंग व उत्साह के साथ होली का त्योहार मनाएं।

उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति या वर्ग ऐसा कोई कार्य न करें या रंग न खेले, जिससे किसी की धार्मिक भावना आहत हो और कानून व शांति व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न हो। होली त्योहार में गड़बड़ी पहुंचाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जंगल छोड़ शहर में घूमता दिखा बारहसिंघा, जंगली जानवर देख लोगों में मची खलबली; वन विभाग ने पकड़ा

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही नगर में रविवार की सुबह बारहसिंघा टहलते देखा गया। घनी आबादी वाले कस्बे में बारहसिंघा कहां से भटक कर आया यही सवाल हर किसी की जुबान पर रही। लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचकर टीम ने बारहसिंघा को पकड़ लिया।

उधर, जंगलों में दिखने वाले जानवर को अचानक शहर में देखकर लोगो में कौतूहल का विषय रहा।जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह नगर के थाना परिसर के बगल स्थित भाजपा नेता संजय यादव के मकान के पीछे खाली स्थान पर एक बारहसिंघा टहलते हुए देखा गया। अभी लोग कुछ समझ पाते इसके पहले ही वह चौकड़ी मारते हुए उनके मकान के अंदर घुसा और फिर सड़क पर चला गया।मोहल्ले के युवकों ने पीछा किए तो सराय मोहाल होते हुए भगवतपुर की तरफ निकल गया। इधर, नगर में बारहसिंघा के आने की सूचना मिलते ही कौतूहल का विषय बन गया।

घनी आबादी में जंगली पशु कहां से पहुंचा। यह चर्चा का विषय बना रहा। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को दी। माधोरामपुर में पहुंची वन विभाग की टीम ने बारहसिंघा को पकड़ लिया।

होली में हुड़दंग पर जाना पड़ेगा जेल

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। होली पर पुलिस विशेष सतर्कता बरतेगी। छोटी से छोटी घटनाओं पर पुलिस ध्यान देगी। जिनके क्षेत्र में गड़बड़ी मिलेगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पर्व के मद्देनजर एसपी डॉ मीनाक्षी कात्यायन के निर्देश पर सभी थानों को पुलिस को अलर्ट किया गया है। पुलिस मित्र, चौकीदारों को विशेष निगरानी रखने का निर्देश देने के साथ ही संदिग्धों को चिन्हित किया गया है। रंगोत्सव के पर्व होली की तैयारी हो वैसे एक सप्ताह पूर्व से चल रही है।

इसी के साथ ही होली का हुड़दंग भी शुरू कर देंगे। होली पर्व को शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराना शासन की प्राथमिकता में है। कोई भी हुड़दंग मचाएगा तो उसे सीधे जेल भेज जाएगा।

होलिका आज, उड़ने लगेगा रंग - गुलाल,10.28 बजे के बाद शुभ मुहूर्त में करें होलिका दहन

नितेश श्रीवास्तव,भदोही आज होलिका दहन के बाद रंगों का त्योहार शुरू हो जाएगा। सोमवार को गली-गली रंग बरसेंगे। गुझिया की महक आलम सराबोर हो गया है। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रविवार की रात 10.28 बजे के बाद है।

मध्य रात्रि होलिका में आग लगा सकते हैं।आचार्य शरद पांडेय ने बताया कि श्री महावीर पंचांग के अनुसार होलिका दहन का मुहूर्त 24 मार्च रविवार की रात 10.28 बजे के बाद है। होलिका दहन के लिए पूर्णिमा तिथि, प्रदोष व रात्रि का समय शुभ होता है। इस बार होली पर शुभ संयोग बन रहा है।

ओम होलिकायै नम: मंत्र का उच्चारण करते हुए होलिका में आग लगाएं और पांच परिक्रमा करें। जिले में ज्ञानपुर, भदोही, गोपीगंज, सुरियावां, चौरी, औराई, मोढ, ऊंज आदि सहित जिले के 1150 स्थानों पर होलिका जलायी जा रही है। सबसे अधिक औराई और भदोही ब्लाॅक में होलिका स्थापित है।रंगों के त्योहार के पहले होलिका जलाने की परंपरा रही है। मान्यता है कि होली के साथ ही परिवार की कष्ट, रोग भी जल जाते हैं।

आचार्य शरद पांडेय ने बताया कि पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु के अनन्य भक्त प्रह्लाद को उसके ही पिता हिरणाकश्यप ने अपनी बहन होलिका की गोद में बैठाकर आग के हवाले किया था।

होलिका को वरदान था कि वे आग से भी नहीं जलेंगी, लेकिन भगवान विष्णु की लीला से भक्त प्रह्लाद सुरक्षित बच गए और होलिका का अंत हो गया। तब से ही बुराई पर अच्छाई की जीत का यह त्योहार मनाया जाता है।

*शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव की पुण्यतिथि आज, देश की आजादी के लिए शहादत देने वाले वीरों को देश कर रहा याद*

भदोही- हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत के प्रमुख आंदोलनकारियों और क्रांतिकारियों में से एक भगत सिंह शहीद हुए थे। भारत को अंग्रेजों की सदियों से चली आ रही गुलामी से आजाद कराने के लिए कई सपूतों ने अपने प्राणों की आहूति दे दी। कई बार क्रांतिकारी जेल गए, अंग्रेजों की प्रताड़ना झेली लेकिन हार नहीं मानी और उन्हें देश से खदेड़कर ही माने। इन्हीं क्रांतिकारियों में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का नाम बेहद गर्व के साथ लिया जाता है।

शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का नाम इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु युवाओं के लिए आदर्श और प्रेरणा है। लाहौर षड़यंत्र के आरोप में तीनों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। 24 मार्च 1931 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की फांसी दी जानी थी लेकिन अंग्रेजी हुकूमत को डर था कि उन्हें फांसी के फंदे पर लटकाने पर देशवासी आक्रोशित हो जाएंगे। ऐसे में तीनों वीर सपूतों को तय तारीख से एक रात पहले गुपचुप तरीके से फांसी दे दी गई। 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए।

आज उनकी पुण्यतिथि है। इस दिन को भारत के वीर सपूतों के बलिदान की याद में शहीद दिवस के तौर पर मनाते हैं।ज्ञानपुर नगर स्थित शहीद पार्क में शहीद दिवस के अवसर पर जय बाबा बर्फानी ग्रुप द्वारा शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।ब्रह्मा मोदनवाल ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि देश के लिए आजादी के आंदोलन में भारत माता के लाल के रूप में शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु ने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी। आजाद भारत के स्वप्नदृष्टा के रूप में वे हंसते-हसंते सूली पर चढ़ गए। शहीदों की शहादत की यह परंपरा भारत के प्रत्येक युवा वर्ग के प्रेरणा स्रोत के रूप में, देशभक्ति व राष्ट्र के प्रति उत्कृष्ट बलिदान के रूप में युगों युगों तक याद की जाएगी।