61 मदरसों के 800 विद्याथिर्यों के भविष्य पर संकट
भदोही। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के आदेश पर असर कालीन नगरी के सात अनुदानित समेत 61 मदरसों पर पड़ेगा। इससे मदरसों में पढ़ने वाले आठ हजार विद्यार्थियों और 134 शिक्षक - कर्मचारियों के भविष्य पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई संग मदरसा बोर्ड के अधीन विद्यालय एवं मदरसा संचालित होते हैं।
विभिन्न वर्ग एवं धर्म के छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। हाईकोर्ट ने दो दिन पूर्व उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड कानून को असंवैधानिक करार दिया। कोर्ट ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम समेत कई पहलुओं को ध्यान में रखते हुए निर्णय दिया। ऐसे में इन मदरसों पर ताला लटकने की नौबत आ सकती है। इससे जिले में संचालित 61 मदरसों के संचालकों की नींद उड़ गई है। दो से तीन दशक पूर्व से संचालित मदरसों को अचानक बंद करने से कईयों की नौकरी जहां चली जाएगी।
वहीं दूसरी दिक्कतें भी सामने आएगी। अल्पसंख्यक कल्याण वाले के अकरम परवेज ने बताया कि कोर्ट के आदेश से मदरसा संचालकों की परेशानी बढ़ी है। संचालक शासन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। इस बार परीक्षा देने वाले 2453 छात्र - छात्राओं का परिणाम आएगा, लेकिन नए सत्र से प्रवेश शासन के निर्णय पर निर्भर करेगा। अनुदानित मदरसों में 134 शिक्षक - कर्मचारियों को परेशानी बढ़ेगी।
वित्तविहीन मदरसों में प्रबंधतंत्र अपने हिसाब से शिक्षकों को तैनात करता है।
Mar 26 2024, 16:04