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बीजेपी ने जारी की लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट, जानें किसे कहां से मिला टिकट

#lok_sabha_elections_2024_bjp_candidate_list

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट जारी कर दी, जिसमें तमिलनाडु और पुडुचेरी के कैंडिडेट के नाम शामिल हैं।बीजेपी की इस लिस्ट में कुल 15 उम्मीदवारों के नाम हैं। इनमें से तमिलनाडु के लिए 14 नामों का एलान किया गया है। बता दें कि 7 चरणों में होंने वाले लोकसभा चुनाव 2024 का पहला राउंड 19 अप्रैल को है। तमिलनाडु और पुडुचेरी में लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।

बीजेपी ने ए. नमस्सिवयम को पुडुचेरी की सीट पर उम्मीदवार बनाया गया है,अभी इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। यहां से कांग्रेस के वी.वैथिलिंगम मौजूदा सांसद हैं। साथ ही कांग्रेस ने वैथिलिंगम पर एक बार फिर भरोसा जताया है।

पार्टी की ओर से जारी इस सूची के मुताबिक चेन्नई उत्तर से आर सी पॉल कनगराज, तिरूवल्लूर से पॉन वी बालागणपति, तिरवन्नमलाई से ए अश्वथामन, नामक्कल से के पी रामलिंगम, त्रिपुर से ए पी मुरुगनांदम, पोलाची से के वसंतराजन, करूर से वी वी सेंथिलनाथन, चिदंबरम से श्रीमती पी कार्तियायनी, नागपत्तिनम से एस जी रमेश,तंजावुर से एम मुरुगानंदम, शिवगंगा से देवनाथन यादव, मदुरै से राम श्रीनिवासन, विरूद्धनगर से राधिका शरतकुमार और टेनकासी से बी जॉन पांडियान को उम्मीदवार बनाया गया है।तमिलनाडु के लिए भाजपा ने अब तक 24 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है।

इससे पहले 21 मार्च को भाजपा ने तीसरी लिस्ट जारी करते हुए नौ उम्मीदवारों की घोषणा की। तमिलनाडु भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई को भाजपा ने कोयंबटूर चुनावी मैदानी में उतारा। चेन्नई दक्षिण से तमिलिसाई सुंदरराजन, चेन्नई सेंट्रल से विनोज पी. सेल्वम, वेल्लोर से ए. सी. शनमुगम. कृष्णागिरी से सी. नरसिम्हन, नीलगिरी से एल. मुरुगन, पेरम्बलुर से टी. आर. परिवेन्धर, थूथुकुड़ी से नैनार नागेन्द्रन और कन्याकुमारी से पोन. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया गया।

बता दें कि भाजपा की पहली सूची में 195 नामों का एलान किया गया था, जिसमें 34 केंद्रीय और राज्य मंत्रियों के नाम सूची में थे। पहली सूची में 28 महिलाओं को भी मौका दिया गया था। दूसरी सूची में 72 नामों को शामिल किया गया था। 72 उम्मीदवारों की दूसरी सूची में नागपुर से नितिन गडकरी और हमीरपुर से अनुराग ठाकुर को टिकट दिया गया था।

ये अदालत का स्वर्णिम काल नहीं होगा..', शराब घोटाले में SC ने कविता को नहीं दी जमानत, तो जज से बोले कपिल सिब्बल

 सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार, 22 मार्च को दिल्ली शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता के कविता को राहत देने से इनकार कर दिया। इस मामले में तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और BRS प्रमुख के।चंद्रशेखर राव (KCR) की बेटी को एक सप्ताह पहले गिरफ्तार किया गया था।

न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश और न्यायमूर्ति बेला त्रिवेदी की विशेष पीठ ने के कविता द्वारा दायर रिट याचिका पर सुनवाई की गई, कविता की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल पेश हुए। सिब्बल ने अनुरोध किया कि इस मुवक्किल को वापस हाई कोर्ट न भेजा जाए। सिब्बल ने कहा कि, “केवल एक अनुरोध, कृपया मुझे उच्च न्यायालय वापस जाने के लिए न कहें। देखिए हमारे देश में क्या हो रहा है। सभी बयान अनुमोदकों के हैं, जो कुछ हो रहा है उससे मैं बहुत परेशान हूं।'' 

पीठ ने सिब्बल को जवाब देते हुए कहा कि उन्हें भावुक नहीं होना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि, “भावुक मत होइए, हम विजय मदनलाल की चुनौती सुन रहे हैं। जमानत के मामले में जितना उचित है, हम बहुत स्पष्ट हैं कि आपको ट्रायल कोर्ट से गुजरना होगा। हम सभी स्पष्ट हैं कि केवल इसलिए कि यह एक राजनीतिक व्यक्ति है, हम राहत नहीं दे सकते।'' कोर्ट ने कहा कि, “आप हमसे जो करने के लिए कह रहे हैं वह संभव नहीं है, जो होने जा रहा है वह यह है कि हर कोई अनुच्छेद 32 के तहत आने वाला है। आप गुण-दोष के आधार पर दलीलें नहीं दे सकते, तो हम इसे नहीं सुन सकते, हम नोटिस जारी करेंगे और मुख्य केस के साथ पर सुनवाई करेंगे।” 

अदालत ने के कविता को यह कहते हुए राहत के लिए ट्रायल कोर्ट जाने का निर्देश दिया कि मामला एक राजनीतिक व्यक्ति से संबंधित है और ऐसे मामले में प्रथा एक समान है। BRS नेता को ट्रायल कोर्ट से संपर्क करने का आदेश देते हुए शीर्ष अदालत ने आदेश दिया कि यदि जमानत याचिका दायर की जाती है, तो उस पर शीघ्र निर्णय लिया जाना चाहिए। इस पर कपिल सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का इतिहास लिखा जाएगा, यह कोई स्वर्णिम काल नहीं होगा। 

सिब्बल ने कविता का बचाव करते हुए कहा कि, "एक बात कहु क्या? मुझे आशा है कि आप बुरा नहीं मानेंगे। इस न्यायालय का इतिहास लिखा जाएगा और यह कोई स्वर्णिम काल नहीं होगा।'' न्यायमूर्ति खन्ना ने जवाब देते हुए कहा, "चलो देखते हैं।"

उल्लेखनीय है कि, जब भी कोई निर्णय या कार्रवाई उनके हितों के खिलाफ जाती है तो विपक्ष को ऐसे सभी राज्य संस्थानों को बदनाम करने की आदत है। न्यायपालिका को सिब्बल की मौन धमकी से पता चलता है कि कैसे भारत में सर्वोच्च न्यायालय भी विपक्ष का निशाना बन गया है, क्योंकि फैसले उनकी जवाबदेही का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करने वाला था। लेकिन AAP ने अपनी याचिका वापस ले ली, उन्होंने कहा की वो निचली अदालत में अपनी बात कहेंगे। दरअसल सुप्रीम कोर्ट में केजरीवाल की अर्जी के तुरंत बाद ED ने भी केवियट दाखिल कर दी थी कि हमारा पक्ष सुने बिना अदालत फैसला न सुनाए। जिसके बाद केजरीवाल ने अपनी याचिका वापस ले ली।

केजरीवाल शराब घोटाले के मास्टरमाइंड” कोर्ट में ईडी का बड़ा दावा

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दिल्ली शराब घोटाला मामले में ईडी ने गुरुवार देर शाम दो घंटे की पूछताछ के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने आज केजरीवाल को कोर्ट में पेश किया। अरविंद केजरीवाल पर राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई जारी है। कोर्ट में ईडी ने केजरीवाल की 10 दिन की रिमांड की मांग की है। वहीं ईडी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को घोटाले का सरगना बताया। ईडी ने केजरीवाल पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। 

ईडी ने कोर्ट से कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता हैं, केजरीवाल ने दूसरे नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची, शराब नीति की किर्यान्वय में केजरीवाल सीधे रूप से शामिल थे। ईडी ने कहा कि विजय नायर कैलाश गहलोत के दिए गए बंगले में रह रहा था। नायर केजरीवाल के लिए काम कर रहा था। वह केजरीवाल का बेहद करीबी है। पीएमएलए के तहत इस पूरे मामले में कई आरोप हैं। एक्सपर्ट कमेटी जिसका काम नीति के लिए राय इकट्ठी करना था, उसने कोई काम नहीं किया। 

केजरीवाल ने साउथ लॉबी से रिश्वत मांगी थी- ईडी

ईडी ने कोर्ट में कहा कि केजरीवाल ने साउथ लॉबी से रिश्वत मांगी थी। ईडी ने कहा विजय नायर बिचौलिए के तौर पर केजरीवाल और के कविता के लिए काम कर रहा था।विजय मुख्यमंत्री आवास के पास रहता था। वह मीडिया प्रभारी था। ईडी ने कहा कि कविता ने आप पार्टी को 300 करोड़ दिए थे।

यह मामला 600 करोड़ तक पहुंच सकता है-ईडी

ईडी ने कई लोगों की चैट का हवाला दिया। ईडी ने बताया कि कई लोगों को भारी भरकम कैश दिया गया। रिश्वत के पैसे कैश में दिए गए थे। यह मामला 100 करोड़ का नहीं 600 करोड़ तक पहुंच सकता है। ईडी ने यह भी कहा कि सबूत पुख्ता हैं इसलिए मनीष सिसोदिया को भी जमानत नहीं मिल पा रही है। 45 करोड़ रुपये हवाला के जरिए गोवा भेजे गए। उनके पास बयान ही नहीं बल्कि सीडीआर भी है।

स्वदेशी स्पेस शटल “पुष्पक” विमान की सफलतापूर्वक लैंडिंग, कर्नाटक के एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज से भरी उड़ान

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आपने रावण के पुष्पक विमान के बारे में तो सुना ही होगा। इन दिनों देश में पुष्पक विमान की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई है। त्रेता युग के बाद अब 21वीं सदी में फिर से पुष्पक विमान आसमान में उड़ान भरने के लिए तैयार है। दरअसल, इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी इसरो ने स्वदेशी स्पेस शटल की सफलतापूर्व लैंडिंग कराई। इस स्वदेशी स्पेस शटल का नाम पुष्पक विमान रखा गया है। इसे कर्नाटक के चित्रदुर्ग के एरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में सुबह करीब 7.10 बजे हेलीकॉप्टर से 4.5 किमी की ऊंचाई तक ले जाया गया और रनवे पर ऑटोनॉमस लैंडिंग के लिए छोड़ा गया। 

लॉन्चिंग के बाद विमान ने सफल लैंडिंग भी की। इसरो ने आज सुबह 7 बजे कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज (एटीआर) में आयोजित इस परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया। आरएलवी लेक्स-02 लैंडिंग प्रयोग के माध्यम से लॉन्च कर, री-यूजेबल लॉन्च व्हीकल (आरएलवी) प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। री-यूजेबल लॉन्च व्हीकल यानी आरएलवी के क्षेत्र में इसरो की ये एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। 

इस परीक्षण के जरिए इसरो ने री-यूजेबल लॉन्च व्हीकल की ऑटोनोमस लैंडिक की क्षमता का प्रदर्शन किया। पंखों वाले इस व्हीकल को अधिक कठिन युद्धाभ्यास करने, क्रॉस रें और डाउनरेंज दोनों को सही करने और पूरी तरह से ऑटोनोमस मोड में रनवे पर उतरने के लिए तैयार किया गया है।

स्पेस तक पहुंच को सबसे किफायती बनाने की भारत की कोशिश- इसरो चीफ

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) के चीफ एस सोमनाथ ने कहा, पुष्पक लॉन्च व्हीकल स्पेस तक पहुंच को सबसे किफायती बनाने का भारत की एक साहसिक कोशिश है. ये भारत का फ्यूचरिस्टिक री-यूजेबल लॉन्च व्हीकल है। इसका सबसे ऊपरी हिस्सा सबसे महंगा है, इसी में महंगे इलेक्ट्रॉनिक्स लगे हैं। इस वजह से ये स्पेस शटल उड़ान भरने के बाद सुरक्षित रूप से धरती पर वापस आ सकता है। बाद में ये इन-ऑर्बिट सैटेलाइट और रिट्राइबिंग सैटेलाइट में री-फ्यूलिंग का काम भी कर सकता है।" ISRO चीफ ने कहा कि भारत स्पेस में मलबे को कम करना चाहता है। पुष्पक विमान उसी दिशा में उठाया गया एक कदम है।"

पुष्पक विमान की खास बातें

-पुष्पक RLV एक स्वदेशी स्पेस शटल है, कुछ साल में हमारे एस्ट्रोनॉट्स इसके बड़े वर्जन में कार्गो डालकर अंतरिक्ष तक पहुंचा सकते हैं।

-इसके जरिए सैटेलाइट भी लॉन्च किए जा सकते हैं। यह सैटेलाइट को अंतरिक्ष में छोड़कर वापस आएगा, ताकि फिर से उड़ान भर सके।

-इसके जरिए किसी भी देश के ऊपर जासूसी करवा सकते हैं। यहां तक की हमले भी किए जा सकते हैं।

-ये अंतरिक्ष में ही दुश्मन की सैटेलाइट को बर्बाद कर सकता हैं।

-यह एक ऑटोमेटेड रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल है।ऐसे विमानों से डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) चला सकते हैं।

-पुष्पक विमान की लंबाई 6.5 मीटर है और इसका वजन 1.75 टन हैइसे इंडियन एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से उड़ाया जाएगा।

-इसके छोटे थ्रस्टर्स व्हीकल को ठीक उसी लोकेशन पर जाने में मदद करेंगे, जहां उसे लैंड करना है।

-सरकार ने इस प्रोजेक्ट में 100 करोड़ रुपये से अधिक का इंवेस्टमेंट किया है, जो एक मील का पत्थर है।क्योंकि देश 2035 तक अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

भूटान पहुंचे पीएम मोदी के स्वागत में सड़कों पर उमड़े लोग, हवाई अड्डे से 45 किलोमीटर लंबी सड़क को तिरंगों से सजाया गया

#prime_minister_narendra_modi_reached_bhutan_grand_welcome 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर शुक्रवार को भूटान पहुंचे। पीएम मोदी का पारो हवाई अड्डे पर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। हवाई अड्डे पर भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने उनकी अगवानी की। पारो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से थिम्पू तक के 45 किलोमीटर लंबे मार्ग को भारत और भूटान के झंडों से सजाया गया था और मार्ग के दोनों ओर खड़े भूटानी लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।

पीएम मोदी के भूटान दौरे को लेकर भूटान के लोग बेहद खुश हैं और उनकी खुशी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जगह-जगह थिंफू की सड़कों के किनारे लोग पीएम मोदी के स्वागत के लिए खड़े दिखाई दिए। प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में बड़ी संख्या में बच्चे भी सड़क किनारे खड़े दिखाई दिए। बच्चों ने अपने हाथों में भारत और भूटान के झंडे पकड़े हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने भी बच्चों को निराश नहीं किया और लोगों से मिलते हुए बच्चों को उन्होंने दुलार किया। कई स्कूलों के बच्चे भी पीएम मोदी के स्वागत में अपने हाथों में तिरंगा झंडा पकड़े दिखाई दिए।

इससे पहले भूटान के प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर हिंदी में लिखा, ‘भूटान में आपका स्वागत है मेरे बड़े भाई।’ इससे पहले मोदी ने भूटान की अपनी यात्रा के बारे में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया था। उन्होंने कहा, 'भूटान के रास्ते में हूं, जहां मैं भारत-भूटान साझेदारी को और मजबूत करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लूंगा। मैं भूटान नरेश, भूटान के चौथे नरेश और प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे से मुलाकात करने के लिए उत्साहित हूं।’

पीएम मोदी की भूटान यात्रा 21 से 22 मार्च को होनी थी, लेकिन भूटान में खराब मौसम के कारण इसे टाल दिया गया था। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और भूटान के चौथे नरेश जिग्मे सिंग्ये वांगचुक से मुलाकात करेंगे। वह भूटान के अपने समकक्ष शेरिंग टोबगे के साथ भी बातचीत करेंगे।

भारत और भूटान के बीच 1968 से राजनायिक रिश्ते हैं। भारत भूटान का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है, भारत और भूटान के नेताओं के बीच यात्राएं पहले भी होती रही हैं। साल 2013 में गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में भूटान नरेश भारत आए थे। इसके अलावा भूटान के 5 साल प्लान में भारत 1961 से मदद करता आ रहा है।

केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से वापस ली याचिका, गिरफ्तारी को दी थी चुनौती

#kejriwal_withdraws_from_supreme_court_his_plea_against_arrest 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका को वापस ले लिया है। बताया गया है कि कोर्ट ने पहले इस मामले में सुनवाई के लिए हामी भर दी थी। इसके लिए चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इस मामले की सुनवाई के लिए जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच को मामला सौंपा था।

ईडी की टीम ने लंबी पूछताछ के बाद गुरुवार रात को सीएम केजरीवाल को दिल्‍ली के कथित शराब घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया। अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। शुक्रवार को केजरीवाल की ओर से वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता अभिषेक मनु सिंघवी सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ के समक्ष मामले को मेंशन किया और जल्‍द सुनवाई का अनुरोध किया। सीजेआई चंद्रचूड़ ने केजरीवाल को जस्टिस संजीव खन्‍ना की अगुवाई वाली तीन जजों की स्‍पेशल बेंच के पास जाने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि उनकी याचिका पर आज ही मतलब 22 मार्च को ही सुनवाई की जाएगी। इसके बाद अरविंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने जस्टिस संजीव खन्‍ना को याचिका वापस लेने की सूचना दी।

केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली दो-न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष कहा कि वह याचिका वापस ले रहे हैं। क्योंकि यह मामला ट्रायल कोर्ट में ईडी द्वारा रिमांड सुनवाई के साथ टकराएगा। सिंघवी ने कहा, क्योंकि (ईडी) रिमांड में टकराव हो रहा है, इसलिए इसे वापस लेने का फैसला किया गया। रिमांड के खिलाफ लड़ेंगे और वापस आएंगे।

इससे पहले दिल्‍ली शराब घोटाला मामले में ही गिरफ्तार की गईं बीआरएस नेता के. कविता से जुड़े मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट कविता को निचली अदालत में जाने का आदेश दिया था। साथ ही ट्रायल कोर्ट को मामले की जल्‍द सुनवाई करने का निर्देश भी दिया।

बता दें, यह मामला 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की शराब नीति घोटाला मामले में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है, जिसे बाद में रद्द कर दिया गया था। इस मामले में आप नेता दिल्ली के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी जेल में हैं।

अपने कर्मों के कारण ही..', पढ़िए, अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर क्या बोले गुरु अन्ना हज़ारे

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आज शुक्रवार (22 मार्च) को दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के "शराब नीति बनाने" पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि उनकी गिरफ्तारी "उनके अपने कर्मों के कारण हुई है"। हज़ारे ने कहा कि, मैं इस बात से बहुत परेशान हूं कि जो अरविंद केजरीवाल मेरे साथ काम करते थे, शराब के खिलाफ आवाज उठाते थे, वे अब शराब नीतियां बना रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी उनके अपने कर्मों के कारण हुई है। लेकिन वह क्या करेंगे? सत्ता के सामने किसी की नहीं चलती।" गिरफ़्तारी हो चुकी है, अब क़ानून के मुताबिक जो होगा वो होगा।''

उल्लेखनीय है कि, अरविंद केजरीवाल 2011 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन में शामिल हुए थे। उन्होंने प्रसिद्धि हासिल की और 2012 में अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाई और मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ा। लेकिन अब केजरीवाल उसी कांग्रेस के साथ गठबंधन में हैं, जिसके शीर्ष नेता सोनिया गांधी को वो पकड़कर जेल में डालने की बातें किया करते थे और उन्हें सबसे बड़ी भ्रष्ट बताया करते थे। मजे की बात तो ये भी है कि, कांग्रेस ने ही 2022 में शराब घोटाले की शिकायत की थी और केजरीवाल का इस्तीफा माँगा था, लेकिन आज कांग्रेस उनकी गिरफ़्तारी को लोकतंत्र की हत्या बता रही है । राहुल गांधी उनके परिवार से मिलने जाने वाले हैं ।

वहीं दूसरी तरफ, आज एक बड़े घटनाक्रम में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अरविंद केजरीवाल का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने पीठ को सूचित किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने याचिका वापस लेने का फैसला किया है। सिंघवी ने कहा कि वापसी जरूरी है क्योंकि यह केजरीवाल की चल रही रिमांड कार्यवाही के साथ टकराव है।

केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ AAP राष्ट्रीय राजधानी में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रही है। कथित भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तारी के बाद कई विपक्षी नेताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP नेता के प्रति एकजुटता व्यक्त की है।

ऋषिकेश आ रहे हैं तो हो जाएं सावधान, दो दिन बंद रहेगी रिवर राफ्टिंग; जानें कब बनाएं यहां आने का प्‍लान

राफ्टिंग के लिए विशेष पहचान रखने वाले गंगा के कौडियाला-मुनिकीरेती ईको टूरिज्म जोन में होली के मद्देनजर 24 व 25 मार्च को राफ्टिंग की गतिविधि बंद रहेगी। इस संबंध में उप जिलाधिकारी ने आदेश जारी किए हैं।

होली की छ़ुट्टियों पर बड़ी संख्या में बाहरी प्रदेशों से पर्यटक ऋषिकेश तथा आसपास क्षेत्र में पहुंचते हैं। होली की छुट्टियों को देखते हुए अभी से मुनिकीरेती, तपोवन, शिवपुरी सहित आसपास क्षेत्र के होटल व कैंपों में बुकिंग शुरू हो गई है। इन छुट्टियों के साथ पर्यटक गंगा में राफ्टिंग का लुत्फ भी उठाते हैं।

छोटी होली पर भी राफ्टिंग को बंद करने का निर्णय

होली पर शराब व मादक पदार्थों का सेवन कर राफ्टिंग करने वाले पर्यटक अक्सर हादसे का शिकार हो जाते हैं। पूर्व के वर्षों में इस तरह की घटनाएं सामने आई थी, जिसे देखते हुए पुलिस व प्रशासन विगत वर्ष से होली पर राफ्टिंग की गतिविधि को बंद कर रहा है। इस बार सिर्फ होली पर ही नहीं बल्कि छोटी होली पर भी राफ्टिंग को बंद करने का निर्णय लिया गया है।

उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर देवेंद्र सिंह नेगी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि 24 व 25 मार्च को गंगा के कौडियाला-मुनिकीरेती ईको टूरिज्म जोन में राफ्टिंग की गतिविधि का संचालन प्रतिबंधित किया गया है। इस संबंध में पुलिस तथा राफ्टिंग संचालकों को सूचित कर दिया गया है।

फाग महोत्सव में बरसा गुलाल, जमकर झूमे लोग

रुड़की के रामनगर स्थित रामलीला मैदान में श्री राधा माधव सेवा मंडल की ओर से 18वें फाग महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों ने फूल, गुलाल के बरसाने के अलावा लठमार होली भी खेली। इस अवसर पर गायकों ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी का मन मोहा।

रामलीला मैदान में आयोजित इस महोत्सव में पंजाब के लुधियाना से आए प्रसिद्ध भजन गायक प्रिंस छाबड़ा ने होली आई सारा सारा, श्याम होली खेलने आए, तुम संग होली खेलूंगी आदि होली गीतों की शानदार प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर श्री राधा माधव सेवा मंडल के संयोजक उमेश कोहली ने कहा कि संगठन की ओर से प्रत्येक वर्ष फाग महोत्सव का आयोजन किया जाता है।

दिल्ली शराब मामले में केजरीवाल समेत अब तक 16 गिरफ्तार, जानें अब तक किन-किन पर कसा शिकंजा

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देश की राजधानी दिल्ली में हुआ शराब घोटाले इन दिनों देशभर में सुर्खियों में है। गुरूवार रात इस मामले में अब तक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी हुई। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने गुरूवार रात को 2 घंटे की पूछताछ के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले इसी मामले में आम आदमी पार्टी के दो बड़े नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह पहले ही जेल में हैं। केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को ईडी ने बीते 15 मार्च को गिरफ्तार किया था।

नवंबर 2021 में दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने नई आबकारी नीति का ऐलान किया था। लेकिन जल्द ही इस नीति का विरोध भी शुरू हो गया। जुलाई 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव ने इस नई नीति के खिलाफ अनियमितता की जानकारी दी। फिर दिल्ली के उपराज्यपाल ने नियमों के उल्लंघन को लेकर सीबीआई जांच की मांग कर डाली। जांच एजेंसियों की ओर से की जा रही जांच के दौरान गिरफ्तारियों का सिलसिला सितंबर 2022 से शुरू हो गया। अब तक इस मामले में 

अब तक ये लोग शिकंजे में

समीर महेंद्रू,पी सरथ चंद्रा रेड्डी, बिनाय बाबू, विजय नायर, अभिषेक बायनपल्ली, अमित अरोड़ा, गौतम मल्होत्रा, राजेश जोशी, राघव मगुंटा, अमन ढल, अरुण पिल्लई, मनीष सिसोदिया, दिनेश अरोड़ा, संजय सिंह (राज्यसभा सदस्य), के कविता (तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी)

दिल्ली की नई शराब नीति क्या थी?

17 नवंबर 2021 को दिल्ली सरकार ने राज्य में नई शराब नीति लागू की। इसके तहत राजधानी में 32 जोन बनाए गए और हर जोन में ज्यादा से ज्यादा 27 दुकानें खुलनी थीं। इस तरह से कुल मिलाकर 849 दुकानें खुलनी थीं। नई शराब नीति में दिल्ली की सभी शराब की दुकानों को प्राइवेट कर दिया गया। इसके पहले दिल्ली में शराब की 60 प्रतिशत दुकानें सरकारी और 40 प्रतिशत प्राइवेट थीं। नई नीति लागू होने के बाद 100 प्रतिशत प्राइवेट हो गईं। सरकार ने तर्क दिया था कि इससे 3,500 करोड़ रुपये का फायदा होगा। सरकार ने लाइसेंस की फीस भी कई गुना बढ़ा दी। जिस एल-1 लाइसेंस के लिए पहले ठेकेदारों को 25 लाख देना पड़ता था, नई शराब नीति लागू होने के बाद उसके लिए ठेकेदारों को पांच करोड़ रुपये चुकाने पड़े। इसी तरह अन्य कैटेगिरी में भी लाइसेंस की फीस में काफी बढ़ोतरी हुई। नई शराब नीति से जनता और सरकार दोनों को नुकसान होने का आरोप है। वहीं, बड़े शराब कारोबारियों को फायदा होने की बात कही जा रही है।

पहली बार नहीं हुई है दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी, जानिए कब-कब कर चुके हैं जेल की यात्रा

भारी ड्रामे और उनके आवास पर तलाशी के बाद, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया, वह गिरफ्तार होने वाले पहले मौजूदा मुख्यमंत्री बन गए। हालाँकि, यह पहली बार नहीं है जब अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा हो। अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की लहर पर सवार होकर लोकप्रियता हासिल करने वाले केजरीवाल को पहली बार 2012 में गिरफ्तार किया गया था और दिल्ली की बवाना जेल में बंद कर दिया गया था। महीनों पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद 2014 में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया और दो दिनों के लिए तिहाड़ जेल में रखा गया।

12 अक्टूबर 2012 को, इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) आंदोलन के चरम पर, तत्कालीन प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के आवास - 7, रेस कोर्स रोड (RCR) के पास बहुत बड़ा नाटक हुआ था। केजरीवाल, जिन्होंने अभी तक अपना राजनीतिक दल शुरू नहीं किया है, ने अपने परिवार द्वारा संचालित एनजीओ, जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के बीच तत्कालीन केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद को बर्खास्त करने की मांग करते हुए प्रधान मंत्री आवास की ओर एक विरोध मार्च का नेतृत्व किया था। एनजीओ ने उत्तर प्रदेश में दिव्यांग लोगों की मदद की थी।

लोकपाल कानून के लिए हजारे के अभियान में शामिल होने के लिए 2006 में आयकर विभाग के संयुक्त आयुक्त के पद से इस्तीफा देने वाले केजरीवाल ने खुर्शीद और उनकी पत्नी लुईस खुर्शीद की गिरफ्तारी की भी मांग की। प्रदर्शनकारियों, जिनमें मनीष सिसौदिया भी शामिल थे, ने पीएम आवास के पास प्रदर्शन शुरू कर दिया. आईएसी के कुछ सदस्यों ने कथित तौर पर बंगले में घुसने की भी कोशिश की। कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते केजरीवाल और कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर बवाना जेल ले जाया गया। दिलचस्प बात यह है कि तब केजरीवाल ने अपनी मांगें पूरी होने तक जेल छोड़ने से इनकार कर दिया था। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने तब कहा था, "जो लोग भ्रष्टाचार से लड़ते हैं उन्हें जेल भेजा जा रहा है। और एक भ्रष्ट मंत्री आज़ाद है।"

2014 में मानहानि मामले में गिरफ्तार हुए

दो साल बाद, केजरीवाल ने खुद को फिर से सलाखों के पीछे पाया। इस बार मामला दिल्ली की मशहूर तिहाड़ जेल का था। भाजपा नेता नितिन गडकरी द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि मामले में 10,000 रुपये की जमानत राशि देने से इनकार करने के बाद केजरीवाल को दो दिन तिहाड़ जेल में बिताने पड़े। AAP प्रमुख ने गडकरी को "चोर" कहा था और भाजपा नेता का नाम "भारत के सबसे भ्रष्ट" की सूची में भी डाला था।

यह घटना 49 अशांत दिनों के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लगभग दो महीने बाद हुई थी। केजरीवाल ने कांग्रेस पर जन लोकपाल विधेयक पारित करने के पार्टी के प्रयासों को विफल करने के लिए भाजपा के साथ मिलीभगत का आरोप लगाने के बाद इस्तीफा दे दिया था, जो सार्वजनिक अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच के लिए जिम्मेदार निकाय बनाएगा। कई AAP समर्थकों ने जेल के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और यहां तक कि रात भर डेरा डाले रखा। प्रमुख AAP नेताओं मनीष सिसौदिया और संजय सिंह को कई अन्य लोगों के साथ हिरासत में लिया गया। फिर AAP नेता योगेन्द्र यादव को प्रदर्शन स्थल से खींचकर दिल्ली पुलिस की बस में डाल दिया गया। अंततः विरोध प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब वकील प्रशांत भूषण के कहने पर केजरीवाल जमानत बांड पर सहमत हुए और उन्हें तिहाड़ से रिहा कर दिया गया।