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अरूणाचल प्रदेश को लेकर अमेरिका का बड़ा बयान, बताया भारत का हिस्सा, चीन को लगेगी मिर्ची

#arunachal_pradesh_is_an_integral_part_of_india_america_gave_a_big_statement 

भारत के अरुणाचल प्रदेश पर चीन अपनी नज़र गड़ाए हुए है। आए दिन चीन की तरफ से किए जाने वाले दावों से ये बात साफ होती है। अपने मानचित्र में ड्रैगन अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अरूणाचल दौरे के बाद चीन ने फिर वही पुराना राग अलापा। चीन के इस दावे पर अमेरिका बिफर गया है। अमेरिका ने चीन के इस दावे को एक सिरे से नकार दिया है और दो टूक सुनाते हुए कहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का क्षेत्र है और वो इसे भारत के क्षेत्र के तौर पर ही मान्यता दे रहा है।

अमेरिकी अधिकारी ने दिया दो टूक जवाब

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बुधवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा,अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और हम वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य या असैन्य घुसपैठ या अतिक्रमण के माध्यम से क्षेत्रीय दावे करने के किसी भी एकपक्षीय प्रयास का कड़ा विरोध करते हैं। भारत ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन के क्षेत्रीय दावों को बार-बार खारिज किया है और कहा है कि राज्य देश का अभिन्न अंग है। भारत ने क्षेत्र को मनगढ़ंत नाम देने के बीजिंग के कदम को भी खारिज कर दिया है और कहा है कि इससे वास्तविकता में कोई बदलाव नहीं आएगा।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन को दिया करारा जवाब

इससे पहगले मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उसने चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के हालिया बयानों का संज्ञान लिया है जिनमें अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्र पर बेतुके दावे किए गए हैं, जिनका कोई मतलब नहीं निकलता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। किसी भी दूसरे देश का भारत के हिस्से पर किसी तरह का कोई हक जताना पूरी तरह से गलत है।

9 मार्च को पीएम मोदी के दौरे से चीन को लगी थी मिर्ची

बता दें कि कि चीनी रक्षा मंत्रालय प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग ज़ियाओगांग ने बयान जारी करते हुए कहा था कि ज़िज़ांग का दक्षिणी भाग (तिब्बत का चीनी नाम) चीन का इलाका है और बीजिंग इस अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देता ये भारत ने अवैध रूप से स्थापित कर रखा है जिसका चीन विरोध करता है। बता दें कि चीन ने इस क्षेत्र का नाम जंगनांग रखा है। चीन का ये बयान तब आया था जब बीती 9 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था और 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनी सेला सुरंग का उद्घाटन किया था। इससे अरुणाचल के सीमांत क्षेत्रों में सैनिकों की आवाजाही सुलभ होगी

केजरीवाल ने फिर खटखटाया हाई कोर्ट का दरवाजा, बोले- जांच के लिए तैयार, लेकिन गिरफ्तार न करने के मिले भरोसा

#arvind_kejriwal_filed_a_petition_in_delhi_high_court_and_demand_ed_not_take_strict_action 

शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी का डर सता रहा है। यही वजह है कि उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है।अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक नई याचिका दायर कर अपने खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने की मांग की है। न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत की अगुवाई वाली खंडपीठ आज इस मामले की सुनवाई करेगी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की राडार पर हैं। केजरीवाल को ईडी ने गुरुवार 21 मार्च को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। बता दें कि ईडी अब तक केजरीवाल को 9 समन भेज चुकी है लेकिन वह एक बार भी पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए हैं। हालांकि, केजरीवाल ने इस मामले में एक बार फिर से दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दिल्ली सीएम ने अपनी याचिका में कहा है कि वह जांच में सहयोग करने को तैयार हैं लेकिन उनकी मांग है कि ईडी को उन्हें गिरफ़्तार करने से रोका जाए। 

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ईडी के सभी समन को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। लेकिन बुधवार को अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से फौरी राहत नहीं मिली थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले के संबंध में उन्हें जारी किए गए समन को चुनौती देने वाली याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा। वहीं, सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केजरीवाल के वकील वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी से पूछा कि सीएम पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने क्यों नहीं पेश हो रहे हैं। सिंघवी ने जवाब दिया कि उन्हें आशंका है कि ईडी उन्हें गिरफ्तार कर लेगी और अगर उन्हें सुरक्षा दी जाए तो मुख्यमंत्री पेश होने के लिए तैयार हैं। पीठ ने पूछा आप देश के नागरिक हैं, समन केवल नाम के लिए है। आप पेश क्यों नहीं होते। पीठ ने वरिष्ठ वकील से पूछा ईडी द्वारा सामान्य प्रथा क्या है और क्या यह पहले समन पर ही लोगों को गिरफ्तार कर लेती है।

राहुल गांधी पर पीएम मोदी का तंज, बोले-'कुछ को बार-बार करना पड़ता है लॉन्च'

#pmmoditauntatrahul_gandhi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को भारत मंडपम में 'स्टार्टअप महाकुंभ' में शामिल हुए। यहां पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी जोरदार तंज कसा। पीएम मोदी ने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि स्टार्ट-अप तो बहुत लोग लॉन्च करते हैं, लेकिन राजनीति में कुछ को बार-बार लॉन्च करने की जरूरत पड़ती है।

पीएम मोदी भारत मंडपम में चल रहे 'स्टार्टअप महाकुंभ' को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘कई लोग, खासकर राजनीति में, कभी-कभी कई बार स्टार्टअप ‘लॉन्च’ करने की कोशिश करते हैं। आपके और उनके बीच अंतर यह है कि आप प्रयोगात्मक हैं आप एक लॉन्च की विफलता के बाद नए विचारों को आजमाते हैं।

पीएम मोदी का यह तंज राहुल गांधी की हाल ही में संपन्न उनकी भारत जोड़ो यात्रा के संदर्भ में माना जा रहा है। बता दें कि 2023 में कन्याकुमारी से कश्मीर तक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की थी। जिसके बाद इस साल इम्फाल से मुंबई तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा रहे।

पीएम मोदी ने क्या कुछ कहा?

उन्होंने कहा कि आज जब देश 2047 के विकसित भारत के रोडमैप पर काम कर रहा है, ऐसे समय में मुझे लगता है कि इस स्टार्टअप महाकुंभ का बहुत महत्व है। बीते दशकों में हमने देखा है कि भारत ने कैसे आईटी और सॉफ्टवेयर सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है। अब हम भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं। उन्होंने कहा, भारत आज अगर ग्लोबल स्टार्टअप स्पेस के लिए नई उम्मीद, नई ताकत बनकर उभरा है, तो इसके पीछे एक सोचा समझा विजन रहा है। भारत ने सही समय पर सही निर्णय लिए हैं। सही समय पर स्टार्टअप्स को लेकर काम शुरू किया।

पूर्ण बजट पेश करने का विश्वास जताया

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि बीते दशकों में भारत ने आईडी और सोफ्टवेयर सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है। अब हम भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं। मोदी ने लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने और एक अप्रैल, 2024 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए पूर्ण बजट पेश करने का विश्वास जताया।

क्या नुपूर शर्मा होंगी रायबरेली से भाजपा उम्मीदवार?

#willnupursharmabebjpcandidatefrom_raebareli 

लोकसभा चुनावों की घोषणा के साथ भाजपा अब उत्तर प्रदेश में बची हुई अपनी 24 सीटों का जल्द ऐलान करने वाली है। इनमें से अगर किसी सीट की सबसे ज्यादा चर्चा है तो वो है रायबरेली। अभी रायबरेली में किसी भी दल ने उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है। रायबरेली कांग्रेस की एकमात्र ऐसे सीट है जहां 2004 से सोनिया गांधी अजेय हैं। इस बार सोनिया के राज्यसभा चले जाने से यहां कांग्रेसी प्रियंका गांधी वाड्रा या राहुल गांधी को चुनावी समर में उतरने की मांग कर रहे हैं। वहीं, चर्चा ये भी है कि भाजपा रायबरेली से नूपुर शर्मा को उतार कर कांग्रेस के लिए कड़ी टक्कर पेश कर सकती है।

दरअसल, रायबरेली की लोकसभा सीट गांधी परिवार की पारंपरिक सीट मानी जाती है। पिछले चुनाव में सोनिया गांधी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से चुनावी राजनीति में उतरने से इनकार कर दिया था। कांग्रेस ने उन्हें राजस्थान से राज्यसभा भेजा है। लेकिन सोनिया गांधी के रायबरेली से हटने के बाद इस बात पर कयासबाजी शुरू हो गई है कि कांग्रेस इस सीट से किसे उम्मीदवार बनाएगी।

चर्चा है कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को रायबरेली सीट से चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव पार्टी की केंद्रीय इकाई से किया है। उनका मानना है कि प्रियंका गांधी के चुनाव में उतरने से कांग्रेस को यूपी में मजबूती मिल सकती है। यदि प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव में उतरती हैं, तो भाजपा का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि प्रियंका को मात देने के लिए भाजपा भी हाई प्रोफाइल नेता को टिकट देकर उन्हें कड़ी टक्कर देने की कोशिश करेगी। ऐसे में पार्टी नुपूर शर्मा को रायबरेली से चुनाव मैदान में उतारकर प्रियंका गांधी की राह कठिन करने का काम कर सकती है। हालांकि पार्टी हाइकमान की ओर से इस पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। 

अरविंद केजरीवाल के सामने लड़ा है चुनाव

बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पेशे से अधिवक्ता नुपुर शर्मा को अरविंद केजरीवाल के सामने चुनावी मैदान में उतारा था। अरविंद केजरीवाल ने 31 हजार से अधिक मतों से नुपुर को शिकस्त दी थी। 

पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान के बाद आई थी चर्चा में

2015 में नुपुर शर्मा ने एक टीवी शो के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान दिया था। उनके बयान को लेकर लोग आक्रोशित हो गए थे। विवाद आक्रामक होता देख भाजपा में नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया था।

राहुल गांधी की “शक्ति” टिप्पणि को लेकर चुनाव आयोग पहुंची बीजेपी, कार्रवाई की मांग

#bjpgoestoelectioncommissionregardingrahulgandhisshakti_comment

बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 'शक्ति' और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी आज नई दिल्ली में भारत के चुनाव आयोग कार्यालय पहुंचे और वायनाड सांसद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने के बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, कांग्रेस पार्टी की ओर से कई बयान दिए गए हैं। हमने चुनाव आयोग से इस मामले में एक्शन लेने की अपील की है। अगर कांग्रेस इस तरह के झूठ बोलना जारी रखती है और कार्रवाई नहीं की जाती है, तो यह अनियंत्रित हो जाएगा। हरदीप सिंह पुरी ने कहा ने कहा कि 100% उन्होंने जो कहा, मैंने उसे सटीक रूप से पढ़ा और फिर हमने जाकर एक विस्तृत प्रस्तुति दी. उन्होंने कई लोगों की धार्मिक भावनाओं का अपमान किया। उन्होंने 'नारी शक्ति' का अपमान किया।

राहुल गांधी “शक्ति” टिप्पणी पर दे चुके हैं सफाई

इससे पहले राहुल गांधी ने अपनी शक्ति टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि वह एक ऐसी शक्ति है, जिसने आज के समय में भारत की आवाज, भारत की संस्थाओं, सीबीआई, आईटी, ईडी, चुनाव आयोग, भारत के उद्योग जगत और भारत के समूचे संवैधानिक ढांचे को अपने चंगुल में दबोच लिया है। उन्होंने कहा कि उसी शक्ति को भारत के बंदरगाह, भारत के हवाई अड्डे दिए जाते हैं, जबकि भारत के युवा को अग्निवीर का तोहफा दिया जाता है, जिससे उसकी हिम्मत टूट जाती है

राहुल गांधी ने क्या कहा था?

दरअसल, रविवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन ने एक विशाल रैली आयोजित की थी। इस रैली में कांग्रेस नेताओं ने भी शिरकत किया। रैली में राहुल गांधी ने कहा कि हम एक शक्ति के खिलाफ लड़ रहे हैं। सवाल यह है कि शक्ति क्या है। राजा की आत्मा ईवीएम में है। सही है। राजा की आत्मा ईवीएम और हर संस्था में है। राजा की आत्मा सीबीआई और आयकर विभाग में है। कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया है कि पीएम मोदी वोटिंग मशीनों के बिना चुनाव नहीं जीत सकते।

पीएम मोदी भी राहुल गांधी के बयान पर उठा चुके हैं सवाल

जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 मार्च को राहुल गांधी की 'शक्ति' पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और पूछा कि कोई 'शक्ति' को नष्ट करने की बात कैसे कर सकता है। तेलंगाना में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता की आलोचना करते हुए कहा कि वह 'शक्ति' की पूजा करते हैं और उनके लिए देश की सभी महिलाएं 'शक्ति' का अवतार हैं।

यूपी के बदायूं हत्याकांड के बाद बचे एक बच्चे ने सुनाई आपबीती मंजर देखकर चीख निकल गई, हाथ से शीशे का गिलास छूटकर गिर गया, भागा तब बची जान

बदायूं शहर की बाबा कॉलोनी में दो बच्चों की हत्या के बाद मंगललार को रात भर गुस्से की आग सुलगती रही। तनावपूर्ण माहौल है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस-पीएसी और अर्ध सैनिक बल तैनात हैं। पुलिस अधिकारी लगातार हालात की अपडेट ले रहे हैं।

बुधवार सुबह 8:30 बजे दोनों बच्चों के शवों का पैनल में पोस्टमार्टम कराया गया। मोहल्ले में सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटी है। पुलिस बल तैनात है। दोनों बच्चों के घर में मातम पसरा हुआ। कई थानों की पुलिस मौके पर है।

जिंदा बचे बच्चे ने सुनाई दिल दहलाने वाली आपबीती

बदायूं में दोनों भाइयों की हत्या करने वाले आरोपी साजिद को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। इस दिल दहालने वाली वारदात में आरोपी साजिद के हाथों से छूटकर भागे बच्चे ने पूरी कहानी बताई है। उसने बताया कि वारदात के समय दो आरोपी जावेद और साजिद थे।

उसने बताया कि साजिद ने पहले बड़े भाई से चाय मंगवाई थी। छोटे भाई उसके साथ था। आरोपी ने पीयूष से पानी मंगवाया था। उसने बताया कि मुख्य आरोपी साजिद आयुष और अहान उर्फ हनी की दूसरी मंजिल की छत पर ले गया था।

बच्चे अक्सर उससे मिलते रहते थे। इससे दोनों बच्चे आसानी से उसके साथ घर की दूसरी मंजिल की छत पर चले गए। जब पीयूष शीशे के गिलास में पानी लेकर ऊपर पहुंचा तो वहां देखा कि साजिद उसके दोनों भाइयों पर बुरी तरह से चाकू से हमला कर रहा था।

यह मंजर देखकर उसकी चीख निकल गई। उसके हाथ से शीशे का गिलास छूटकर गिर गया। वह नीचे दौड़ा कि तभी आरोपी ने उस पर भी हमला करने की कोशिश की। इसमें पीयूष के हाथ की अंगुली भी कट गई।

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर परिवहन विभाग ने तैयारी की शुरू, वाहन में दर्ज होगा नाम और नंबर, तभी मिलेगा ग्रीन-कार्ड, यात्रियों को होगी सु

चार धाम यात्रा पर जाने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए परिवहन विभाग इस बार लोकसभा चुनाव के मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ग्रीन कार्ड बनाने की व्यवस्था को शुरू करेगा।

इसका फायदा यह होता है कि गाड़ी की पूरी फिटनेस की जांच पहले होती है और यात्रा मार्ग पर चालक को बार-बार वाहन के कागजात एवं लाइसेंस आदि नहीं दिखाने पड़ते।

इस वर्ष मई के पहले सप्ताह से चार धाम यात्रा शुरू हो रही है। परिवहन विभाग ने ग्रीन कार्ड को लेकर शर्त रखी है कि वाहन के अंदर वाहन स्वामी, चालक व परिचालक का नाम और मोबाइल नंबर लिखा होना चाहिए।

परिवहन विभाग ने शुरू कर दी तैयारी

चार धाम यात्रा को लेकर परिवहन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि, विभाग वाहनों की जांच की फुलप्रूफ रणनीति कभी तैयार नहीं कर पाता। यही वजह है कि हर साल यात्रा मार्ग पर वाहन तकनीकी खामी के चलते कई मर्तबा दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं।

दुर्घटना के मद्देनजर विभाग द्वारा रात में यात्रा मार्ग पर वाहन संचालन पहले ही बंद किया जा चुका है। इस बार चूंकि, यात्रा से पहले लोकसभा चुनाव का मतदान होना है, जो 19 अप्रैल को होगा। इसके लिए परिवहन विभाग व्यावसायिक वाहनों का अधिग्रहण कर रहा है।

ऐसे में यह वाहन 20 व 21 अप्रैल के बाद ही अधिग्रहण से मुक्त हो पाएंगे। ऐसे में परिवहन विभाग इस बार वाहनों की जांच और ग्रीन-कार्ड जारी करने का काम 22 अप्रैल के बाद शुरू करेगा। वाहनों के दस्तावेज और दशा देखने के बाद तकनीकी टीम फिटनेस जांच करेगी। उसके बाद वाहन को ग्रीन-कार्ड देने का फैसला लिया जाएगा।

बताया गया कि हर वाहन में फर्स्ट-एड बाक्स रखना अनिवार्य होगा। चालक को दवा के बारे में बताया जाएगा। बसों में चालक व परिचालक वर्दी में रहेंगे और निजी वाहनों के व्यावसायिक प्रयोग की जांच को भी कमेटी बनेगी।

इस बारे में आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि वाहनों की पड़ताल के बाद ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे। इसके लिए चालक को वाहन से जुड़े सभी दस्तावेज लाने होंगे। वाहन के अगले दोनों टायर तो नए होने अनिवार्य हैं। दून संभाग के सभी दफ्तरों से वाहनों को ग्रीन कार्ड मिलेंगे।

पंजाब: संगरूर में जहरीली शराब पीने से छह की हालत बिगड़ी, चार की मौत; पुलिस मामले की जांच में जुटी

पंजाब के संगरूर स्थित दिड़बा के नजदीकी गांव गुज्जरां में 150-150 रुपये में खरीदी शराब की पीने से छह व्यक्तियों की हालत बिगड़ गई। इनमें से जहां चार व्यक्तियों की मौत हो गई, वहीं दो सिविल अस्पताल संगरूर में जिंदगी व मौत के बीच जुझ रहे हैं। सभी व्यक्ति गांव में ही दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले हैं व गांव के ही किसी व्यक्ति से सस्ती शराब खरीदी थी। मरने वालों में दो सगे भाई है।

जानकारी अनुसार गांव में दिहाड़ी मजदूरी का काम करने वाले आधा दर्जन व्यक्तियों ने सोमवार व मंगलवार को गांव में अवैध तौर पर शराब बेचने वाले किसी व्यक्ति से शराब खरीदी थी। यह शराब पीने से निर्मल सिंह पुत्र जोरा सिंह (45), वीरपाल सिंह व जग्गी सिंह की सेहत खराब हो गई।

जिन्हें बुधवार सुबह चार बजे के करीब सिविल अस्पताल संगरूर लाया गया, जहां हालत गंभीर होने के कारण निर्मल सिंह की मौत हो गई, जबकि वीरपाल सिंह व जग्गी सिंह का इलाज चल रहा है, वहीं इसी गांव के जगजीत सिंह उर्फ जग्गी सिंह पुत्र जोगा सिंह, उसका भाई प्रगट सिंह उर्फ गुरजंट सिंह पुत्र जोरा सिंह।

भोला सिंह पुत्र बेअंत सिंह निवासी गुज्जरां भी शराब पीने के बाद रात को बीमार हो गए, जिन्हें दिड़बा के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। चारों मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल संगरूर भेज दिए गए।

डीएसपी दिड़बा पृथ्वी सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल आरंभ कर दी है। मृतक के परिजनों के बयानों के आधार पर अगली कार्रवाई की जा रही है।

उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो बच्चों की मौत से पूरा देश सन्न, आरोपी ने पहले मांगी चाय फिर तीन बच्चों आयुष, आहान और पीयूष पर छत पर जाकर धारदार हथ


उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो बच्चों की मौत ने पूरे देश को हैरान कर के रख दिया है। इस हत्याकांड के बाद से पूरे जिले के लोगों में आक्रोश का माहौल जिस कारण पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी है। बता दें कि बच्चों की हत्या का आरोपी साजिद भी एनकाउंटर में मारा गया है। कई लोगों के मन में सवाल है कि आखिर क्या मामला था कि शख्स ने मासूमों की खौफनाक तरीके से हत्या करने से पहले एक बार सोचा भी नहीं। आखिर घर में घुसकर आरोपी साजिद हत्या कैसे कर पाया?

इस तरह दिया हत्या को अंजाम

यूपी पुलिस के मुताबिक, साजिद नाम का शख्स जो नाई की दुकान चलाता है ये 8 बजे के लगभग अपनी दुकान के सामने विनोद नाम के शख्स के घर गया। जानकारी के अनुसार, दोनों एख दूसरे को पहले से जानते थे और उनमें कोई पुराना आपसी विवाद चल रहा था। साजिद ने विनोद के घर जाकर पहले उनके घरवालों से चाय बनाने को कहा। इसके बाद उसने विनोद के तीन बच्चों आयुष, आहान और पीयूष पर छत पर जाकर धारदार हथियार से हमला शुरू कर दिया। इस हमले में आयुष, आहान की मौत हो गई, पीयूष को हल्की चोट आई है जिनका ईलाज कराया जा रहा है।

पुलिस ने किया एनकाउंटर

आरोपी दो बच्चों की हत्या को अंजाम देने के बाद मौके से फ़रार हो गया था। पुलिस ने पास से ही इसे पकड़ा तो इसने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की। फिर मुठभेड़ में साजिद को पुलिस ने मार गिराया गया। पुलिस ने कहा है कि अभी तक की जांच के मुताबिक एक ही आरोपी साजिद था जिसको एनकाउंटर में मार गिराया गया है। हालांकि, बच्चों की मां का कहना है कि आरोपी साजिद के साथ उसका भाई जावेद भी मृतकों के घर आया था।

नई व्यवस्था के तहत ही की गई चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार ने दाखिल किया हलफनामा, कहा, यह सवालों के घेरे में बिल्कुल नहीं

दो नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर रोक लगाने की मांग के जवाब में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर दिया है. इसमें कहा गया है कि सरकार ने नियुक्ति नए कानून में लाई गई व्यवस्था के तहत की है, जो तीन सदस्यीय समिति की ओर से की गई है. हलफनामे में सरकार ने कहा है कि एडीआर की मांग आधारहीन है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में नई व्यवस्था लाने को कहा था. सरकार ने कहा कि नए आयुक्तों की नियुक्ति सवालों के घेरे में किसी भी तरह से नहीं है, उनकी योग्यता के आधार पर ही तीन सदस्यीय समिति ने उनका चयन किया है.

सर्च कमेटी ने भेजे थे नाम

सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में केंद्र सरकार ने कहा कि दोनों चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति नियम-कानून के आधार पर की गई है, इससे पहले सर्च कमेटी ने बड़े पैमाने पर सभी तथ्यों पर गौर किया और फिर समिति को नाम आगे भेजा गया. ऐसे में एडीआर समेत इस मामले में दायर सभी अर्जियों को खारिज किया जाना चाहिए.

याचिका का मकसद राजनीतिक विवाद खड़ा करना

सरकार ने हलफनामे में ये भी कहा कि जो भी याचिकाएं दाखिल की गई हैं, उनमें किसी तरह का कानूनी पहलू नहीं उठाया गया है, ऐसे में नए कानून के तहत की गई नियुक्तियों पर रोक लगाने का कोई भी कानूनी आधार नहीं है. याचिकाकर्ता का मकसद सिर्फ राजनीतिक विवाद खड़ा करना है.