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पिचकारियों से सजा बाजार,हो रही खूब खरीदारी

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। रंगों का पर्व होली धीरे-धीरे नजदीक आने लगा है। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक के बाजार पिचकारी, रंग गुलाल से सज चुके हैं, लेकिन बाजारों में अभी खरीददार नहीं पहुंच रहे हैं। होली का पर्व 25 मार्च को है।

बाजार में 7 रुपए से लेकर 180 रुपए तक के पिचकारी बिक रहे हैं। पिछले साल की अपेक्षा इस साल पिचकारियों के दाम में पांच से 15 रुपए तक उछाल आए हैं। ज्ञानपुर, सुरियावां, भदोही, मोढ़, दुर्गागंज, गोपीगंज, चौरी, औराई,ऊंज आदि बाजार रंग - बिरंगी पिचकारियों और अबीर गुलाल से बाजार सज चुके हैं। हर बाजार में रंग बिरंगी पिचकारी नजर आ रही है। इससे होली के सामान बेचने वाले दुकानदारों में भी खुशी तो है, लेकिन ग्राहक न पहुंचने से चेहरे पर मायूसी भी है।

ज्ञानपुर के दुकानदार सूरज,राजू व राहुल ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल पिचकारी के दामों में 10 रुपए से 20 रुपए तक का उछाल है। अभी होली में एक सप्ताह शेष है, होली से तीन चार दिन पहले ग्राहकों की भीड़ होती है। जिले के विभिन्न दुकानों पर 7 रुपए से लेकर 180 रुपए तक पिचकारी बिक रही हैं। बच्चों में घोड़ा, गिलास, बंदूक और जग जैसी पिचकारियों की मांग है। वहीं बड़ों में डबलगन पिचकारी की मांग देखी जा रही है।

नगर में रंगों का बाजार भले ही अब तक नहीं सज सका है। लेकिन लोग आर्गेनिक रंगों के प्रयोग पर ही जोर दे रहे हैं क्योंकि बाजार में बिकने वाले सामान्य रंग और गुलाल क‌ई बार लोगों को स्क्रीन संबंधित समस्याएं पैदा कर देते हैं। ऐसे में लोगों का रुझान आर्गेनिक रंगों की ओर है।

बिक रही इस तरह की पिचकारियां

छोटी पिचकारी -7 रूपये

डबलगन - 30 रुपये

घोड़ा - 35 रुपये

गिलास - 150 रुपये

थर्मस- 60 रुपये

जग - 45 रुपये

बंदूक - 80 रुपये

सियार - 26 रुपये

शेर - 25 रुपये

मछली - 20 रुपये

राहुल हत्याकांड में पुलिस के हाथ खाली, फुटेज में उलझी

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। थानाक्षेत्र के जखांव गांव निवासी राहुल बिंद हत्याकांड में पुलिस के हाथ पांच दिन बाद भी कोई कंक्रीट हाथ नहीं लगा‌। अभी तक सिर्फ पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने में उलझी है। हत्यारोपी की पहचान एवं कार्रवाई की आस लगाकर परिवार वाले थाने का चक्कर लगा रहे हैं।

एसपी के निर्देश पर गठित टीमें भी अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। लालापुर जखांव निवासी रमाशंकर बिंद का पुत्र राहुल बिंद महाशिवरात्रि के दिन गोपीगंज आया था। देर रात तक घर नहीं लौटा तो परिजन अनहोनी की आशंका से परेशान होकर थाने पहुंच गए थे। चार दिन बाद 12 मार्च को राहुल का शव गोपीगंज के गांधी लिंक मार्ग पर कुएं में उतराया मिला था। पुलिस के लचर रवैये से नाराज परिवार वाले एवं ग्रामीणों ने हंगामा शुरू किया।

जिसके बाद पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन ने प्रभारी निरीक्षक को निलंबित कर संतोष सिंह को नया प्रभारी तैनात कर दिया, लेकिन पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है। अभी तक गांव से ही कुछ लोगों को बुलाकर पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज खंगालने में ही पुलिस उलझी हुई है। जिसको लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने शुरू हो ग‌ए है।

अपर पुलिस अधीक्षक डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि प्रकरण में पुख्ता सबूत मिल ग‌ए है। एक से दो दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाएगी।

रंगभरी एकादशी पर बड़े शिव धाम पर होंगे विविध आयोजन

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। सनातन परंपरा में होली से कुछ दिनों पहले पड़ने वाली आमलकी या फिर रंगभरी एकादशी का बहुत ज्यादा महत्व है. भले ही एकादशी को भगवान श्री विष्णु की पूजा के लिए जाना जाता हो लेकिन फाल्गुन मास के शुक्लपक्ष को पड़ने वाली एकादशी तिथि हरि और हर दोनों की पूजा के लिए जानती जाती है।

यह साल की एकमात्र एकादशी है जिसमें विशेष रूप से शिव साधना की जाती है. यही कारण है कि रंगभरी एकादशी के दिन बड़ी संख्या में भोले के भक्त बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी पहुंचते हैं और माता गौरी और महादेव के संग होली खेलते हैं। लोक आस्था के अनुसार, भगवान शिव का जब विवाह माता पार्वती से हो गया तो वे फाल्गुन शुक्ल एकादशी को देवी गौरी का गौना कराकर पहली बार अपनी नगरी काशी आए थे।

उस दौरान उनके भक्तों ने शिव और शक्ति का रंग-गुलाल से स्वागत किया. तब से ही हर साल फाल्गुन शुक्ल एकादशी को रंगभरी एकादशी मनाई जाती है।

काशी में भगवान शिव मां गौरी के साथ पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकलते हैं. रंगभरी एकादशी के दिन काशी विश्वनाथ मंदिर में शिव और गौरी की विशेष पूजा होती है. रंगभरी एकादशी के दिन आमलकी एकादशी भी मनाते हैं. उसमें भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा करते हैं।फाल्गुन माह एकादशी पर 20 मार्च बुधवार को बाबा बड़े शिव धाम ,तिलेश्वरनाथ धाम सहित नगर और ग्रामीण क्षेत्र मे स्थित प्रमुख शिव मंदिर और शिवालय में भव्य श्रृंगार किया जाएगाlरंग बिरंगे सुगंधित पुष्पों विद्युत झालरों से आकर्षक सजावट की जाएगीlइसकी तैयारी शुरु कर दी गई हैl बाबा बड़े शिव धाम मे सायंकाल 06 बजे से रंगभरी एकादशी महोत्सव का आयोजन किया गया है ,महापर्व पर बाबा बड़े शिव का परम पावन दिव्य स्वरुप का श्रृंगार होने जा रहा हैlइस दिन पूरे मंदिर परिसर को विद्युत झालरों से सजाया जाएगा और आकर्षक रंग बिरंगे सुगंधित पुष्पों से श्रृंगार होगा।

अबीर गुलाल के द्वारा भक्ति मय माहौल पूर्ण रुप से होलीमय हो जाएगाl मान्यता है कि इस दिन बाबा को अबीर गुलाल लगाने के बाद से ही होली की शुरुआत हो जाती है,बाबा बड़े शिव की महा आरती रात्रि 8:00 बजे उतारी जाएंगी l

लोक चुनाव में 725 वाहनों का होगा अधिग्रहण

भदोही। चुनाव में मतदान कार्मियों और सुरक्षाकर्मियों को बूथों पर पहुंचाने के लिए छोटे और बड़े वाहनों का अधिग्रहण किया जाएगा। निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर उप संभागीय परिवहन विभाग करीब 725 वाहनों का अधिग्रहण करेगा। इसके लिए स्कूल बस, ट्रक और चार पहिया वाहन स्वामियों को नोटिस भेज रहा है।

लोकसभा चुनाव की अधिसूचना शनिवार को जारी हो गई, लेकिन इसकी तैयारी कई महीने पहले से ही चल रही है। जिले में छठवें चरण में 25 मई को मतदान होना है। इसके पूर्व ही पुलिस एवं प्रशासन हर तैयारी को पूर्ण करने में जुट गया है। जिले में लोकसभा क्षेत्र के तीन विधानसभा ज्ञानपुर, भदोही और औराई की 1253 बूथों पर मतदान कार्मिकों, पीठासीन अधिकारी, सुरक्षाकर्मियों को पहुंचाने के लिए बस, ट्रक और चार पहिया वाहन लगाए जाएंगे।

चुनाव संपन्न कराने के लिए परिवहन विभाग को वाहनों को एकत्र करने का जिम्मा दिया गया। जिसके तहत एआरटीओ प्रवर्तन शारदा मिश्रा कर्मचारियों के साथ पूरे जिले भर की स्कूल की बसों के अलावा सड़कों पर चलने वाली प्राइवेट बसों के मालिकों के नाम पते नोट करने के बाद उनके घरों पर नोटिस भेज रहे हैं। उन्होंने बताया कि 725 वाहनों को अधिग्रहित किया जाना है। जिसके लिए नोटिस भेजी जा रही है। मतदान दिवस से दो दिन पूर्व ही वाहनों को सरपतहां स्थित मुख्यालय पर बुलाया जाएगा।

लोकसभा चुनाव का आचार संहिता लागू होते ही जिला प्रशासन और नगर पंचायत ज्ञानपुर नगर में उतरा बैनर पोस्टर

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 का अधिसूचना जारी होते ही जनपद पुलिस एवं नगर पंचायत प्रशासन खंभे व सर्वाधिक स्थान पर लगे नेताओं के बैनर पोस्टर को उतारने में जुट गई। बता दे कि जनपद में छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा। चुनाव आचार संहिता लागू होते हुए शत-प्रतिशत पालन कराने में जिला प्रशासन पूरी तरह कमर कस लिया है।भदोही जनपद में जैसे ही लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अधिसूचना जारी हुआ वैसे ही जिला प्रशासन चुनाव को निष्पक्ष सकुशल संपन्न कराने में जुट गई और आचार संहिता का सत प्रतिशत पालन करने को लेकर कमर कस लिया। लोकसभा चुनाव जनपद में छठे चरण 25 मई को निर्धारित किया गया।

आचार संहिता जनपद में लागू होते ही पुलिस प्रशासन एवं ज्ञानपुर नगर पंचायत के अधिकारी कर्मचारी ज्ञानपुर नगर में लगे बैनर पोस्टर को उतारने में जुट गई। जिस क्रम में ज्ञानपुर नगर के दुर्गागंज त्रिमुहानी, पुरानी बाजार, हॉस्टल चौराहा, शीतल पाल तिराहा, बलीपुर, जिला अस्पताल रोड सहित अन्य स्थानों पर लगे बैनर पोस्टर को उतार दिया गया।

करोड़ों के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास, विकास भवन पर आयोजित कार्यक्रम में विधायक व जिला पंचायत अध्यक्ष हुए शामिल

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले केन्द्र से लेकर राज्यों में विकास योजनाओं की बोछार जारी है। इसी क्रम में यूपी के भदोही जिले में वित्तीय वर्ष में विभिन्न विभागों द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों का शनिवार को विकास भवन परिसर में लोकार्पण शिलान्यास किया गया। लोकार्पण शिलान्यास कार्यक्रम में ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी मुख्य विकास अधिकारी ने संयुक्त रूप से 47 करोड़ के लागत से कराए गए निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं 65 करोड़ के लागत से होने वाले निर्माण कार्यों का किया गया शिलान्यास।

शनिवार को जिले के कंसापुर स्थित विकास भवन परिसर में विभिन्न निर्माण कार्यों का शिलान्यास लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें अथिति के रूप में ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी मौजूद रहे। सभी अतिथियों का मुख्य विकास अधिकारी बुके देकर स्वागत किया। लोकार्पण शिलान्यास कार्यक्रम में 25 निर्माण कार्यों की लागत 47 करोड़ का लोकार्पण एवं प्रस्तावित 60 कार्यों का 65 करोड़ की लागत का शिलान्यास जनप्रतिनिधि द्वारा विकास भवन में किया गया।

इस अवसर पर विधायक ज्ञानपुर ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि जनपद को विकास से सुसज्जित किया जाए एवं जनपद को मॉडल रूप में स्थापित किया जाए। जिसको लेकर लगातार शासन प्रशासन प्रयास में है। इस अवसर पर अधिकारी व जनप्रतिनिधि ग्राम मौजूद रहे।

भट्ठा संचालक के खिलाफ श्रम विभाग व कलेक्ट्रेट में महिलाओं ने किया प्रदर्शन, कार्यवाई की मांग

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट से सटी भदोही लोकसभा सीट पर भी राजनीतिक दिग्गजों की नजर है। आजादी के बाद से अब तक हुए चुनाव में यहां सबसे अधिक छह बार कांग्रेस तो चार बार भाजपा ने बाजी मारी है। बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त यहां से सर्वाधिक तीन बार, कांग्रेस के जान ए विल्सन, अजीज इमाम और सपा की फूलन देवी दो-दो बार सांसद चुनी गई। इस सीट पर ब्राह्मण और बिंद वोटर निर्णायक हैं, तो मुस्लिम संग पिछड़े मतदाता भी अहम भूमिका में रहते हैं।

भदोही लोकसभा 2009 में हुए परिसीमन के पहले मिर्जापुर-भदोही संसदीय क्षेत्र के नाम से जानी जाती थी। परिसीमन के बाद भदोही की तीन और प्रयागराज की दो विधानसभा सीटों को मिलाकर भदोही संसदीय क्षेत्र बनाया गया। इसमें भदोही जिले की ज्ञानपुर, औराई और भदोही तथा प्रयागराज की प्रतापपुर और हंडिया विधानसभा सीट शामिल हैं। भदोही लोकसभा क्षेत्र कुल वोटरों की संख्या 2009146 है। इसमें भदोही की तीन विधानसभा से 1208610 और प्रयागराज की दो विधानसभा क्षेत्र के 800536 वोटर हैं। इसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 1129245 और महिला वोटरों की संख्या 879901 है। आजादी के बाद पहले चुनाव में 1952 से 57 तक कांग्रेस के जॉन एन विल्सन पहले सांसद चुने गए। अस्सी के दशक तक कांग्रेस का इस सीट पर दबदबा रहा। उसके बाद जनसंघ, लोकदल के प्रत्याशी जीते। 1990 से लेकर 2010 तक चुनाव एवं उप चुनाव में एक बार भाजपा और तीन-तीन बार सपा-बसपा ने बाजी मारी। 2014 में वीरेंद्र सिंह मस्त भाजपा से निर्वाचित हुए जबकि 2019 में भाजपा के रमेश चंद्र बिंद चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे। लोकसभा की पांच विधानसभाओं में ब्राह्मण और बिंद सबसे अधिक मतदाता है। इसके अलावा यादव, मुस्लिम भी अच्छी खासी संख्या में है।

भदोही लोकसभा में मतदाताओं की संख्या - 2009146

पुरूष मतदाताओं की संख्या - 1129245

महिला मतदाताओं की संख्या - 879901

थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या - 97

किस विधानसभा में कितने वोट

विधानसभा कुल वोट महिला पुरुष

भदोही 434304 208072 226192

ज्ञानपुर 393735 188966 204728

औराई 380570 182697 197869

प्रतापपुर 408714 198247 210467

हंडिया 400811 195478 205333

भदोही लोकसभा सीट का जातीय समीकरण

कालीन नगरी के नाम पूरी दुनिया में मशहूर भदोही लोकसभा सीट में कुछ पांच विधानसभाएं हैं। पीएम मोदी के संसदीय सीट से सटे होने के कारण भाजपा के लिए यह सीट काफी अहम मानी जाती है। भदोही लोकसभा ब्राह्मण बहुल भदोही जिले की तीनों विधान सभाओं में बिंद और अन्य अति पिछड़ी जातियों की तादाद भी अच्छी-खासी है। वर्तमान में लोकसभा की पांच सीटों में औराई विस पर भाजपा, ज्ञानपुर सहयोगी दल निषाद और भदोही, हंडिया और प्रतापपुर विस की सीट पर सपा का कब्जा है।

छह बार कांग्रेस और चार बार भाजपा ने किया भदोही का रण फतह, ब्राह्मण और बिंद वोटर निर्णायक

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट से सटी भदोही लोकसभा सीट पर भी राजनीतिक दिग्गजों की नजर है। आजादी के बाद से अब तक हुए चुनाव में यहां सबसे अधिक छह बार कांग्रेस तो चार बार भाजपा ने बाजी मारी है। बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त यहां से सर्वाधिक तीन बार, कांग्रेस के जान ए विल्सन, अजीज इमाम और सपा की फूलन देवी दो-दो बार सांसद चुनी गई। इस सीट पर ब्राह्मण और बिंद वोटर निर्णायक हैं, तो मुस्लिम संग पिछड़े मतदाता भी अहम भूमिका में रहते हैं।

भदोही लोकसभा 2009 में हुए परिसीमन के पहले मिर्जापुर-भदोही संसदीय क्षेत्र के नाम से जानी जाती थी। परिसीमन के बाद भदोही की तीन और प्रयागराज की दो विधानसभा सीटों को मिलाकर भदोही संसदीय क्षेत्र बनाया गया। इसमें भदोही जिले की ज्ञानपुर, औराई और भदोही तथा प्रयागराज की प्रतापपुर और हंडिया विधानसभा सीट शामिल हैं। भदोही लोकसभा क्षेत्र कुल वोटरों की संख्या 2009146 है। इसमें भदोही की तीन विधानसभा से 1208610 और प्रयागराज की दो विधानसभा क्षेत्र के 800536 वोटर हैं। इसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 1129245 और महिला वोटरों की संख्या 879901 है। आजादी के बाद पहले चुनाव में 1952 से 57 तक कांग्रेस के जॉन एन विल्सन पहले सांसद चुने गए। अस्सी के दशक तक कांग्रेस का इस सीट पर दबदबा रहा। उसके बाद जनसंघ, लोकदल के प्रत्याशी जीते। 1990 से लेकर 2010 तक चुनाव एवं उप चुनाव में एक बार भाजपा और तीन-तीन बार सपा-बसपा ने बाजी मारी। 2014 में वीरेंद्र सिंह मस्त भाजपा से निर्वाचित हुए जबकि 2019 में भाजपा के रमेश चंद्र बिंद चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे। लोकसभा की पांच विधानसभाओं में ब्राह्मण और बिंद सबसे अधिक मतदाता है। इसके अलावा यादव, मुस्लिम भी अच्छी खासी संख्या में है।

भदोही लोकसभा में मतदाताओं की संख्या - 2009146

पुरूष मतदाताओं की संख्या - 1129245

महिला मतदाताओं की संख्या - 879901

थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या - 97

किस विधानसभा में कितने वोट

विधानसभा कुल वोट महिला पुरुष

भदोही 434304 208072 226192

ज्ञानपुर 393735 188966 204728

औराई 380570 182697 197869

प्रतापपुर 408714 198247 210467

हंडिया 400811 195478 205333

भदोही लोकसभा सीट का जातीय समीकरण

कालीन नगरी के नाम पूरी दुनिया में मशहूर भदोही लोकसभा सीट में कुछ पांच विधानसभाएं हैं। पीएम मोदी के संसदीय सीट से सटे होने के कारण भाजपा के लिए यह सीट काफी अहम मानी जाती है। भदोही लोकसभा ब्राह्मण बहुल भदोही जिले की तीनों विधान सभाओं में बिंद और अन्य अति पिछड़ी जातियों की तादाद भी अच्छी-खासी है। वर्तमान में लोकसभा की पांच सीटों में औराई विस पर भाजपा, ज्ञानपुर सहयोगी दल निषाद और भदोही, हंडिया और प्रतापपुर विस की सीट पर सपा का कब्जा है।

LLB छात्र हत्याकांड: गिरफ्तारी के बाद पिस्टल बरामद करने गई पुलिस पर फायरिंग, मुठभेड़ में अरेस्ट

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- भदोही जिले के कोतवाली क्षेत्र के पुरुषोत्तमपुर गांव में एलएलबी छात्र अमित हत्याकांड में फरार चल रहे तीसरे आरोपी को शनिवार को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद हत्या में इस्तेमाल पिस्टल की बरामदगी के लिए उसे लेकर उक्त स्थान पर पुलिस पहुंची तो आरोपी ने पिस्टल उठाकर फायर झोंक दिया। जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी है। उसे इलाज के लिए औराई सीएचसी में पहुंचाया गया है।

यह है पूरा मामला

औराई कोतवाली के पुरुषोत्तमपुर गांव के पास बीते सोमवार की सुबह एलएलबी छात्र अमित की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में पुलिस ने बीते बुधवार को आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सोने की तस्करी को लेकर हत्या करने की बात सामने आई थी। हत्याकांड में फरार चल रहे अन्य आरोपियों के साथ हत्या में प्रयुक्त पिस्टल की बरामदगी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में तीसरे आरोपी अंकित निवासी दुगुना, कोईरौना का नाम सामने आया। शनिवार की सुबह पुलिस ने उसे माधोसिंह के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने तहसील के पास सुनसान इलाके में पिस्टल रखने की जानकारी दी। पुलिस अभियुक्त को लेकर उस जगह पर पिस्टल की बरामदगी के लिए पहुंची। बताया जा रहा है कि मौके पर पहुंचते ही आरोपी ने झाड़ी से पिस्टल निकालकर पुलिस पर फायर झोंक दिया और भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस की ओर से जवाब कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी। उसे औराई सीएचसी में भर्ती कराया है।

एएसपी डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि अमित हत्याकांड में फरार चल रहे तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर पिस्टल की बरामदगी के लिए लेकर आया गया था। जहां उसने झाड़ी से पिस्टल निकालकर पुलिस पर ही फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी है। औराई में उसका उपचार चल रहा है।

*टीएमसी के खाते में गई भदोही सीट, सपा से चुनाव लड़ने की चाहत रखने वाले मायूस, अब भाजपा उम्मीदवार पर सबकी निगाहें*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- पूर्वांचल की बहुचर्चित भदोही लोकसभा सीट को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तृणमूल कांग्रेस के खाते में दे दी। उसके तुरंत बाद ही तृणमूल कांग्रेस की चेयरपर्सन ममता बनर्जी ने ललितेशपति त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर दी। समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाने वाली भदोही लोकसभा सीट को तृणमूल के खाते में देने से राजतीतिक विश्लेषक भी हतप्रभ हैं।

भदोही लोकसभा सीट में पांच विधानसभा सीटे हैं। इसमें भदोही जिले की ज्ञानपुर, भदोही और औराई जबकि प्रयागराज की प्रतापपुर एवं हंडिया सीटें शामिल है। भदोही लोकसभा सीट पर ब्राह्मण मतदाता निर्णायक माने जाते हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र ललितेशपति त्रिपाठी के कांग्रेस के टिकट पर मिर्जापुर की मड़िहान सीट से विधायक रह चुके हैं। सपा जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व का निर्णय है, पार्टी इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरी ताकत लगाएगी।

वाराणसी में कांग्रेस की राजनीति का केंद्र औरंगाबाद हाउस (पं. कमलापति त्रिपाठी का आवास) माना जाता था। कांग्रेस के टिकट पर डॉ राजेश मिश्र के जीतने के बाद कांग्रेस की राजनीति का केंद्र औरंगाबाद के अलावा उनका घर (खजूरी) भी हो गया था। औरंगाबाद हाउस और खजुरी हाउस में खींचतान चलती रहती थी। पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा के भाजपा में चले जाने के बाद इस बात के कयास तेज हो गए थे कि उनको भाजपा भदोही से मैदान में उतार सकती है। इसको देखते हुए ललितेश पति त्रिपाठी की भदोही से चुनाव लड़ने की संभावना तेज हो गई थी। पं. कमलापति त्रिपाठी का परिवार भी तृणमूल कांग्रेस में चला गया था। ऐसे में जैसे ही सीट तृणमूल कांग्रेस के खाते में आई, ललितेश की उम्मीदवारी तय हो गई।

भदोही लोकसभा में जातिगत आंकड़ा

ब्राह्मण - 3 लाख 15 हजार

बिंद- 2 लाख 90 हजार

दलित- 2 लाख 60 हजार

यादव- 1 लाख 40 हजार

राजपूत - एक लाख

मौर्या - 95 हजार

पाल- 85 हजार

वैश्य - 1 लाख 40 हजार

पटेल- 75 हजार

मुस्लिम - 2 लाख 50 हजार

अन्य- 1 लाख 50 हजार