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भट्ठा संचालक के खिलाफ श्रम विभाग व कलेक्ट्रेट में महिलाओं ने किया प्रदर्शन, कार्यवाई की मांग

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट से सटी भदोही लोकसभा सीट पर भी राजनीतिक दिग्गजों की नजर है। आजादी के बाद से अब तक हुए चुनाव में यहां सबसे अधिक छह बार कांग्रेस तो चार बार भाजपा ने बाजी मारी है। बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त यहां से सर्वाधिक तीन बार, कांग्रेस के जान ए विल्सन, अजीज इमाम और सपा की फूलन देवी दो-दो बार सांसद चुनी गई। इस सीट पर ब्राह्मण और बिंद वोटर निर्णायक हैं, तो मुस्लिम संग पिछड़े मतदाता भी अहम भूमिका में रहते हैं।

भदोही लोकसभा 2009 में हुए परिसीमन के पहले मिर्जापुर-भदोही संसदीय क्षेत्र के नाम से जानी जाती थी। परिसीमन के बाद भदोही की तीन और प्रयागराज की दो विधानसभा सीटों को मिलाकर भदोही संसदीय क्षेत्र बनाया गया। इसमें भदोही जिले की ज्ञानपुर, औराई और भदोही तथा प्रयागराज की प्रतापपुर और हंडिया विधानसभा सीट शामिल हैं। भदोही लोकसभा क्षेत्र कुल वोटरों की संख्या 2009146 है। इसमें भदोही की तीन विधानसभा से 1208610 और प्रयागराज की दो विधानसभा क्षेत्र के 800536 वोटर हैं। इसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 1129245 और महिला वोटरों की संख्या 879901 है। आजादी के बाद पहले चुनाव में 1952 से 57 तक कांग्रेस के जॉन एन विल्सन पहले सांसद चुने गए। अस्सी के दशक तक कांग्रेस का इस सीट पर दबदबा रहा। उसके बाद जनसंघ, लोकदल के प्रत्याशी जीते। 1990 से लेकर 2010 तक चुनाव एवं उप चुनाव में एक बार भाजपा और तीन-तीन बार सपा-बसपा ने बाजी मारी। 2014 में वीरेंद्र सिंह मस्त भाजपा से निर्वाचित हुए जबकि 2019 में भाजपा के रमेश चंद्र बिंद चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे। लोकसभा की पांच विधानसभाओं में ब्राह्मण और बिंद सबसे अधिक मतदाता है। इसके अलावा यादव, मुस्लिम भी अच्छी खासी संख्या में है।

भदोही लोकसभा में मतदाताओं की संख्या - 2009146

पुरूष मतदाताओं की संख्या - 1129245

महिला मतदाताओं की संख्या - 879901

थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या - 97

किस विधानसभा में कितने वोट

विधानसभा कुल वोट महिला पुरुष

भदोही 434304 208072 226192

ज्ञानपुर 393735 188966 204728

औराई 380570 182697 197869

प्रतापपुर 408714 198247 210467

हंडिया 400811 195478 205333

भदोही लोकसभा सीट का जातीय समीकरण

कालीन नगरी के नाम पूरी दुनिया में मशहूर भदोही लोकसभा सीट में कुछ पांच विधानसभाएं हैं। पीएम मोदी के संसदीय सीट से सटे होने के कारण भाजपा के लिए यह सीट काफी अहम मानी जाती है। भदोही लोकसभा ब्राह्मण बहुल भदोही जिले की तीनों विधान सभाओं में बिंद और अन्य अति पिछड़ी जातियों की तादाद भी अच्छी-खासी है। वर्तमान में लोकसभा की पांच सीटों में औराई विस पर भाजपा, ज्ञानपुर सहयोगी दल निषाद और भदोही, हंडिया और प्रतापपुर विस की सीट पर सपा का कब्जा है।

छह बार कांग्रेस और चार बार भाजपा ने किया भदोही का रण फतह, ब्राह्मण और बिंद वोटर निर्णायक

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट से सटी भदोही लोकसभा सीट पर भी राजनीतिक दिग्गजों की नजर है। आजादी के बाद से अब तक हुए चुनाव में यहां सबसे अधिक छह बार कांग्रेस तो चार बार भाजपा ने बाजी मारी है। बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त यहां से सर्वाधिक तीन बार, कांग्रेस के जान ए विल्सन, अजीज इमाम और सपा की फूलन देवी दो-दो बार सांसद चुनी गई। इस सीट पर ब्राह्मण और बिंद वोटर निर्णायक हैं, तो मुस्लिम संग पिछड़े मतदाता भी अहम भूमिका में रहते हैं।

भदोही लोकसभा 2009 में हुए परिसीमन के पहले मिर्जापुर-भदोही संसदीय क्षेत्र के नाम से जानी जाती थी। परिसीमन के बाद भदोही की तीन और प्रयागराज की दो विधानसभा सीटों को मिलाकर भदोही संसदीय क्षेत्र बनाया गया। इसमें भदोही जिले की ज्ञानपुर, औराई और भदोही तथा प्रयागराज की प्रतापपुर और हंडिया विधानसभा सीट शामिल हैं। भदोही लोकसभा क्षेत्र कुल वोटरों की संख्या 2009146 है। इसमें भदोही की तीन विधानसभा से 1208610 और प्रयागराज की दो विधानसभा क्षेत्र के 800536 वोटर हैं। इसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 1129245 और महिला वोटरों की संख्या 879901 है। आजादी के बाद पहले चुनाव में 1952 से 57 तक कांग्रेस के जॉन एन विल्सन पहले सांसद चुने गए। अस्सी के दशक तक कांग्रेस का इस सीट पर दबदबा रहा। उसके बाद जनसंघ, लोकदल के प्रत्याशी जीते। 1990 से लेकर 2010 तक चुनाव एवं उप चुनाव में एक बार भाजपा और तीन-तीन बार सपा-बसपा ने बाजी मारी। 2014 में वीरेंद्र सिंह मस्त भाजपा से निर्वाचित हुए जबकि 2019 में भाजपा के रमेश चंद्र बिंद चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे। लोकसभा की पांच विधानसभाओं में ब्राह्मण और बिंद सबसे अधिक मतदाता है। इसके अलावा यादव, मुस्लिम भी अच्छी खासी संख्या में है।

भदोही लोकसभा में मतदाताओं की संख्या - 2009146

पुरूष मतदाताओं की संख्या - 1129245

महिला मतदाताओं की संख्या - 879901

थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या - 97

किस विधानसभा में कितने वोट

विधानसभा कुल वोट महिला पुरुष

भदोही 434304 208072 226192

ज्ञानपुर 393735 188966 204728

औराई 380570 182697 197869

प्रतापपुर 408714 198247 210467

हंडिया 400811 195478 205333

भदोही लोकसभा सीट का जातीय समीकरण

कालीन नगरी के नाम पूरी दुनिया में मशहूर भदोही लोकसभा सीट में कुछ पांच विधानसभाएं हैं। पीएम मोदी के संसदीय सीट से सटे होने के कारण भाजपा के लिए यह सीट काफी अहम मानी जाती है। भदोही लोकसभा ब्राह्मण बहुल भदोही जिले की तीनों विधान सभाओं में बिंद और अन्य अति पिछड़ी जातियों की तादाद भी अच्छी-खासी है। वर्तमान में लोकसभा की पांच सीटों में औराई विस पर भाजपा, ज्ञानपुर सहयोगी दल निषाद और भदोही, हंडिया और प्रतापपुर विस की सीट पर सपा का कब्जा है।

LLB छात्र हत्याकांड: गिरफ्तारी के बाद पिस्टल बरामद करने गई पुलिस पर फायरिंग, मुठभेड़ में अरेस्ट

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- भदोही जिले के कोतवाली क्षेत्र के पुरुषोत्तमपुर गांव में एलएलबी छात्र अमित हत्याकांड में फरार चल रहे तीसरे आरोपी को शनिवार को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद हत्या में इस्तेमाल पिस्टल की बरामदगी के लिए उसे लेकर उक्त स्थान पर पुलिस पहुंची तो आरोपी ने पिस्टल उठाकर फायर झोंक दिया। जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी है। उसे इलाज के लिए औराई सीएचसी में पहुंचाया गया है।

यह है पूरा मामला

औराई कोतवाली के पुरुषोत्तमपुर गांव के पास बीते सोमवार की सुबह एलएलबी छात्र अमित की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में पुलिस ने बीते बुधवार को आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सोने की तस्करी को लेकर हत्या करने की बात सामने आई थी। हत्याकांड में फरार चल रहे अन्य आरोपियों के साथ हत्या में प्रयुक्त पिस्टल की बरामदगी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में तीसरे आरोपी अंकित निवासी दुगुना, कोईरौना का नाम सामने आया। शनिवार की सुबह पुलिस ने उसे माधोसिंह के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने तहसील के पास सुनसान इलाके में पिस्टल रखने की जानकारी दी। पुलिस अभियुक्त को लेकर उस जगह पर पिस्टल की बरामदगी के लिए पहुंची। बताया जा रहा है कि मौके पर पहुंचते ही आरोपी ने झाड़ी से पिस्टल निकालकर पुलिस पर फायर झोंक दिया और भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस की ओर से जवाब कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी। उसे औराई सीएचसी में भर्ती कराया है।

एएसपी डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि अमित हत्याकांड में फरार चल रहे तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर पिस्टल की बरामदगी के लिए लेकर आया गया था। जहां उसने झाड़ी से पिस्टल निकालकर पुलिस पर ही फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी है। औराई में उसका उपचार चल रहा है।

*टीएमसी के खाते में गई भदोही सीट, सपा से चुनाव लड़ने की चाहत रखने वाले मायूस, अब भाजपा उम्मीदवार पर सबकी निगाहें*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- पूर्वांचल की बहुचर्चित भदोही लोकसभा सीट को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तृणमूल कांग्रेस के खाते में दे दी। उसके तुरंत बाद ही तृणमूल कांग्रेस की चेयरपर्सन ममता बनर्जी ने ललितेशपति त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर दी। समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाने वाली भदोही लोकसभा सीट को तृणमूल के खाते में देने से राजतीतिक विश्लेषक भी हतप्रभ हैं।

भदोही लोकसभा सीट में पांच विधानसभा सीटे हैं। इसमें भदोही जिले की ज्ञानपुर, भदोही और औराई जबकि प्रयागराज की प्रतापपुर एवं हंडिया सीटें शामिल है। भदोही लोकसभा सीट पर ब्राह्मण मतदाता निर्णायक माने जाते हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र ललितेशपति त्रिपाठी के कांग्रेस के टिकट पर मिर्जापुर की मड़िहान सीट से विधायक रह चुके हैं। सपा जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व का निर्णय है, पार्टी इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरी ताकत लगाएगी।

वाराणसी में कांग्रेस की राजनीति का केंद्र औरंगाबाद हाउस (पं. कमलापति त्रिपाठी का आवास) माना जाता था। कांग्रेस के टिकट पर डॉ राजेश मिश्र के जीतने के बाद कांग्रेस की राजनीति का केंद्र औरंगाबाद के अलावा उनका घर (खजूरी) भी हो गया था। औरंगाबाद हाउस और खजुरी हाउस में खींचतान चलती रहती थी। पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा के भाजपा में चले जाने के बाद इस बात के कयास तेज हो गए थे कि उनको भाजपा भदोही से मैदान में उतार सकती है। इसको देखते हुए ललितेश पति त्रिपाठी की भदोही से चुनाव लड़ने की संभावना तेज हो गई थी। पं. कमलापति त्रिपाठी का परिवार भी तृणमूल कांग्रेस में चला गया था। ऐसे में जैसे ही सीट तृणमूल कांग्रेस के खाते में आई, ललितेश की उम्मीदवारी तय हो गई।

भदोही लोकसभा में जातिगत आंकड़ा

ब्राह्मण - 3 लाख 15 हजार

बिंद- 2 लाख 90 हजार

दलित- 2 लाख 60 हजार

यादव- 1 लाख 40 हजार

राजपूत - एक लाख

मौर्या - 95 हजार

पाल- 85 हजार

वैश्य - 1 लाख 40 हजार

पटेल- 75 हजार

मुस्लिम - 2 लाख 50 हजार

अन्य- 1 लाख 50 हजार

जिला अस्पताल में 703 मरीजों की ओपीडी

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। मौसम तेजी से बदला है‌। तेज धूप के साथ उसम और गर्मी भी लोगों को परेशान करने लगी है। इसका असर लोगों की सेहत पर भी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में 703 लोगों का उपचार हुआ।

अधिकतर मरीज सर्दी, जुकाम, खांसी,सर दर्द ,बदन दर्द आदि बीमारी से ग्रसित मिले। चिकित्सकों ने मरीजों को जांच पड़ताल कर दवा उपलब्ध कराई और बदलते मौसम में समेत रहने को कहा।

बढ़ा मच्छरों का प्रकोप, नहीं कराई जा रही फाॅगिंग

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जिले में गर्मी का असर बढ़ते ही मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। निकायों के अंतर्गत मच्छरों के असर को कम करने के लिए फागिंग कराई जाती है। लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण इन दिनों फागिंग नहीं कराई जा रही है। जिससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और लोगों में बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है।

विभागीय अधिकारी जमीन के बजाय सिर्फ कागजों पर फागिंग कर रहे हैं। जनपद में कुल सात निकाय है‌। जिसमें गोपीगंज व भदोही नगर पालिका के साथ ज्ञानपुर,न‌ई बाजार, सुरियावां, घोसिया, खमरिया नगर पंचायत है। सात निकायों के 128 वार्ड में करीब साढ़े तीन लाख की आबादी रहती है। गर्मी का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। इसके साथ ही मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगे हैं।

मच्छर से बचाव के लिए निकायों में नियमित फागिंग कराए जाने का निर्देश है। इसके बाद भी निकायों में केवल कागजों पर ही दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। दवा का छिड़काव न होने से डेंगू, मलेरिया सहित तमाम बीमारियों का डर बना हुआ है।

जिम्मेदारों की उदासीनता निकायों की करीब साढ़े तीन लाख आबादी पर भारी पड़ सकती है। जिले में घोसिया, खमरिया, भदोही, गोपीगंज, ज्ञानपुर, सुरियावां,न‌ई बाजार समेत सभी निकायों के तमाम वार्डों में गंदगी का अंबार देखने को मिला रहा है। लेकिन उदासीनता देखी जा रही है। इस संबंध में सभी निकायों के ईओ भले ही नियमित फागिंग का दावा कर रहे हैं। लेकिन हकीकत इससे बहुत अलग है।

महीनेभर में हत्या की चार चोरी की 12 घटनाएं हुई

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जिले में बढ़ते चोरी और हत्याओं की घटनाओं ने पुलिस की चुनौतियां बढ़ा दी है। बीते एक महीने में जनपद में चार हत्यारं हो चुकी है। वहीं दर्जनभर से अधिक चोरियों ने पुलिस की नींद उड़ा दी है।

अपराध के मामले में काफी शांत रहने वाली कालीन नगरी में इन दिनों में चोरी,ठगी और हत्याओं के मामले अधिक आ रहे हैं। जहां क‌ई- क‌ई महीनों तक कोई बड़ी घटनाएं नहीं होती थी। वहां एक महीने के भीतर चार हत्याएं हो चुकी है। बीते माह 14 फरवरी को गोपीगंज के अमिलौर उपवार निवासी आटो चालक शिव प्रसाद चौबे की हत्या की गई। वहीं 16 फरवरी को गोपीगंज के जखांव में घनी बस्ती के बीच हंडिया के सदरेपुर गांव हिस्ट्रीशीटर शनि देवल की हत्या कर कुएं में उसके शव फेक दिया गया।

सोमवार को माधोसिंह निवासी एल‌एलबी छात्र अमित की सरेराह बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं मंगलवार को कुएं में लालपुर जखांव निवासी राहुल का शव मिला। पोस्टमॉर्टम में मौत की पुष्टि भी गला दबाने से हुई है। चार हत्याओं में से तीन हत्याओं का खुलासा किया जा चुका है। गोपीगंज के क‌ई गांवों में चोरी घटनाएं हुई। चोरी के एक भी मामले में पुलिस के हाथ चोरों तक नहीं पहुंच नहीं सके हैं।

पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि अपराध पर लगाम कसने को लेकर पुलिस लगातार काम कर रही है।

महिला डिप्टी कलेक्टर ऑनलाइन फ्रॉड की शिकार, मंगाया था मेडिकल का उपकरण निकला नैपकिन का पैकट

संभल । जिले में तैनात महिला डिप्टी कलेक्टर ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हुई है उन्होंने एमेजॉन से मेडिकल उपकरण ऑर्डर किया था मगर ऑर्डर पैकेज में मेडिकल उपकरण की जगह नैपकिन का पैकेट हाथ लगा इस मामले में महिला एसडीएम ने उपभोक्ता फोरम में जाने की बात कही है।

संभल जिले में डॉक्टर वंदना मिश्रा बहजोई मुख्यालय पर डिप्टी कलेक्टर के पद पर तैनात हैं हालांकि वह जिले के चंदौसी में रहती है डॉक्टर वंदना मिश्रा के मुताबिक उन्होंने बीते दिनों ऑनलाइन कंपनी अमेजॉन पर मेडिकल संबंधी कुछ उपकरण मंगाए थे जिसका उन्होंने ₹30000 का भुगतान ऑनलाइन ऑर्डर के तहत कर दिया था गुरुवार को डिलीवरी बॉय उनके चंदौसी स्थित आवास पर ऑर्डर पैकेट लेकर पहुंचा था। जब उन्होंने डिलीवरी बॉय से ऑर्डर पैकेट खुलवाने को कहा तो उसमें नैपकिन का पैकेट निकला। जिस पर उनके होश उड़ गए ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हुई महिला डिप्टी कलेक्टर ने डिलीवरी बॉय को अपने हमराह होमगार्ड से पकड़वाया और उसे पुलिस चौकी पर भेज दिया।

डिलीवरी बॉय से नाराजगी जाहिर करने की एक वीडियो भी वायरल हो रही है महिला अधिकारी ने बताया कि जब उनके साथ इस तरह की धोखाधड़ी हो सकती है तो आम इंसानों के साथ कितनी धोखाधड़ी होती होगी डिप्टी कलेक्टर वंदना मिश्रा ने बताया कि इस मामले में उन्होंने अमेजॉन कंपनी के मैनेजर को एक दिन का समय दिया है अगर इस दौरान उनका ऑर्डर कराया हुआ सामान नहीं आता है तो वह उपभोक्ता फोरम में जाएगी साथ ही पुलिस कार्रवाई की बात भी कही है।

*माह- ए - रमजान में फलों के दामों में बढ़ोतरी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। फलों के दामों में लगी आग के चलते आम आदमी व मोमिनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। माह-ए-रमजान की शुरुआत से ही फल विक्रेताओं द्वारा दाम में 20 से 25 फीसदी का इजाफा कर दिया गया। विवशता में लोगों को अधिक दाम अदा कर फलों को खरीदना पड़ रहा है। इन दिनों फलों का सीजन चल रहा है। इसके बावजूद भी रमजान को देखते दामों में बढ़ोतरी कर दी गई।

एक माह तक मोमिन भूखे प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत करते हैं। इस दौरान उनके द्वारा विभिन्न प्रकार के फलों का सेवन किया जाता है। इसके साथ ही दर्शन - पूजन को पहुंचने वाले लोग अंगूर,संतरा, केला, नारियल,चुनरी आदि चढ़ाते हैं। फल विक्रेताओं के अनुसार रमजान में फलों की बिक्री दो से ढ़ाई गुना तक बढ़ जाती है। ज्ञानपुर में फल की दुकान सजाने वाले सुरेश कुमार यादव ने बताया कि सेब 140 रुपए किलो बिक रहा है।

जबकि अंगूर 70, संतरा 80 ,अनार सौ,केला 70 रुपए दर्जन,आम डेढ़ सौ रुपया किलो, पपीता 40 रुपया किलो, नारियल 30 रुपए पीस,कंदा 30 रुपए किलो बिक रहा है। अनार सेब सौ रुपए, नारियल 20 रुपए पीस, संतरा 50 रुपए प्रति किलो बिक रहा था। कहा इन दिनों फलों की डिमांड काफी बढ़ गई है, इसके चलते दामों में इजाफा बड़े व्यापारियों द्वारा कर दिया गया है।

उधर, फलों के दामों में भारी इजाफा होने से रोजेदारों में आक्रोश देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि त्योहार के बीच फल विक्रेताओं द्वारा की जा रही मनमानी लूट के प्रति जिला प्रशासन को संजीदगी का परिचय देना चाहिए।

15 दिन में 25 करोड़ की परियोजनाओं की लगी शिलापट

नितेश श्रीवास्तव7भदोही। आचार संहिता लागू होने से पहले कालीन नगरी में धड़ाधड़ शिलान्यास हो रहे हैं। कहीं शिलान्यास पट्टिकाओं का अनावरण किया जा रहा है, तो कहीं भूमि पूजन हो रहा है। लखनऊ से सीएम उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं तो यहां स्थानीय जनप्रतिनिधि शिलान्यास के रास्ते विकास की हवा बनाने की कोशिश में जुटे हैं। सरकारी मशीनरी भी इसको पूरा करने में जुट गई है।

शिलान्यास की बहार के बीच आने वाले समय में जनता ही पालनहार बनेगी।लोकसभा चुनाव को लेकर कभी भी बिगुल बज सकता है। जिसके कारण आचार संहिता लागू होने पर कोई भी नया काम न तो शुरू हो पाएगा और न ही पूर्ण कार्यों का लोकार्पण हो सकेगा। इसलिए आचार संहिता लगने से पूर्व जिले में लोकार्पण-शिलान्यास की बहार आ गई है। वैसे तो फरवरी से ही जगह-जगह छोटी-बड़ी परियोजनाएं शुरू करने के लिए भूमिपूजन और शिलान्यास हो रहे हैं, लेकिन गत 15 दिनों में इसकी रफ्तार तेज हो गई है। सांसद से लेकर विधायक और निकाय के अध्यक्षों की ओर से सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल से जुड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया।आंकड़ों पर गौर करें तो करीब 25 करोड़ से अधिक परियोजनाओं का मात्र 15 दिनों में ही भूमिपूजन किया गया। एकाध कार्य की शुरूआत हो सकी है, जबकि ज्यादातर स्थानों पर सिर्फ शिलापट्ट लगाकर छोड़ दिया गया है। ऐसे में कब से काम शुरू होगा और कब पूरा होगा यह भविष्य के गर्भ में है। ताजा मामला सुरियावां से अभियां जाने वाले मार्ग का है। करीब 20 दिन पूर्व उक्त मार्ग का शिलान्यास किया गया, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हो सका। यही हाल औराई के द्वारिकापुर में 10 दिन पूर्व शिलान्यास हुए कार्य का है। अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण एसके पांडेय ने कहा कि जिन कार्य का शिलान्यास हुआ है उन पर आचार संहिता का असर नहीं रहेगा।

किस विभाग में कितने करोड़ का शिलान्यास

माध्यमिक विभाग - तीन करोड़ 36 लाख

लोक निर्माण विभाग - 15 करोड़

ग्रामीण अभियंत्रण विभाग - दो करोड़

स्वास्थ्य विभाग - ढाई करोड़

सात निकाय - तीन से चार करोड़

जिले में 15 से 20 दिनों के भीतर इन योजनाओं का हुआ लोकार्पण शिलान्यास

-एक करोड़ 30 लाख की लागत से सुरियावां से अभिया मार्ग आठ किमी मार्ग

-20 लाख छनौरा-अभोली मार्ग में तीन किमी मार्ग

-गौरा गांव में इंटरलांकिंग

-गंगारामपुर में हाईमास्ट लाइट

-अभोली ब्लॉक के गौरा, भानीपुर, नवलपुर, प्रयागपुर में स्कूल भवन शिलान्यास

-अन्नपूर्णा राशन गोदाम शेरपुर गोपहला, गौरा में लोकार्पण।

-ज्ञानपुर में 4.5 करोड़ से की लागत से नाली निर्माण