गंगा आरती के तर्ज पर होगी महाआरती, सरोवर बीच विराजेंगे महादेव
नितेश श्रीवास्तव,भदोही। आगामी आठ मार्च को महाशिवरात्रि पर्व को लेकर जिले में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मंदिर समिति के साथ आयोजन समिति के कार्यकर्ता बाबा की बरात और भव्य आयोजन को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।
सिद्धपीठ बाबा हरिहरनाथ मंदिर स्थित ज्ञानसरोवर में बनारस के विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती की तर्ज पर भव्य आरती उतारी जाएगी। वहीं सरोवर के बीचो बीच महादेव का भव्य कटआउट लगाया गया है।
जिले में ज्ञानपुर स्थित सिद्धपीठ बाबा हरिहरनाथ धाम के साथ ही गोपीगंज के बाबा बड़े शिव, बाबा तिलेश्वरनाथ और अति प्राचीन काशी विंध्य प्रयाग के मध्य स्थित सेमराध में कुए के 15 फुट नीचे स्थित स्वयंभू शिवलिंग बाबा सेमराधनाथ धाम पर महाशिवरात्रि पर भव्य आयोजन किया जाएगा।
खास मौके पर बाबा की बरात निकालने के लिए मंदिर समिति के साथ-साथ आयोजन समिति के सदस्य तैयारियों को खास बनाने में जुटे हुए हैं। बाबा के भव्य शृंगार के साथ अन्य रस्मों को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
गोपीगंज नगर में शोभायात्रा निकाली जाएगी। वहीं हल्दी की रश्म का आयोजन सात मार्च को होगा। बाबा बड़े शिव धाम सेवा समिति के सचिव रामकृष्ण खट्टू ने बताया बाबा के भव्य बरात की तैयारी पूरी कर ली गई है। इसी तरह ज्ञानपुर में बाबा के भव्य शृंगार के बाद बाबा बर्फानी ग्रुप के सदस्य महादेव की भव्य बरात निकालेंगे।
अध्यक्ष ब्रह्मा मोदनवाल ने बताया कि सरोवर पर विशेष लाइटिंग शो के साथ बनारस के विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती की तर्ज पर विशेष महाआरती की जाएगी। वहीं सेमराधनाम में पूरे मंदिर को भव्य तरीके से संजाने के साथ ही बाबा की बरात निकाली जाएगी।
आठ मार्च को सर्वार्थ सिद्धि योग
आचार्य पंडित रशीले महाराज ने बताया कि फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास से मनाने की परंपरा है। शिव महापुराण के अनुसार प्रजापति दक्ष की कन्या सती का विवाह भगवान शिव से इसी दिन हुआ था।
पौराणिक मान्यता है कि चतुर्दशी तिथि के दिन निशा बेला में भगवान शिव ज्योतिर्लिंग के रूप में अवतरित हुए थे। जिसके फल स्वरूप महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। बताया कि फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि आठ मार्च शुक्रवार की रात्रि 9 बज के 59 मिनट पर लगेगी, जो अगले दिन नौ फरवरी शनिवार को सुबह 07 बज कर 55 मिनट तक रहेगी।
शुक्रवार की रात्रि 12 बज कर 46 मिनट तक शिवयोग रहेगा। शिव योग व सिद्ध योग पर भगवान शिव की पूजा विशेष फलदाई मानी गई है। आठ मार्च को दिन में 10 बज कर 41 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। यह विशेष फलदायी है।
सुबह तीन बजे से शुरू होगा जलाभिषेक हरिहरनाथ मंदिर परिसर में मंदिर व्यवस्था समिति की बैठक हुई। प्रधान पुजारी पंडित आशीष मिश्र की अध्यक्षता में हुई बैठक में आयोजन की रूपरेखा बनाई गई। महाशिवरात्रि पर होने वाली भीड़ को देखते हुए बैरिकेडिंग के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर मंदिर समिति के लोग तैनात रहेंगे। शुक्रवार को तीन बजे से जलाभिषेक शुरू होगा। शाम को बाबा का शृंगार किया जाएगा।
बैठक में सोनू मिश्रा, ब्रह्मजीत शुक्ला, विरेन्द्र बागी, मुन्नु उपाध्याय, नान्हक जायसवाल, सुभाष गौड़, सर्वेश पांडेय, विजय देव बंशी, आकाश आदि रहे।
Mar 11 2024, 18:49