हर दिल में शिव, जुबां पर हर-हर महादेव,मखमली काली नगरी के शिवालयों में उमड़ा आस्था का जनसैलाब
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। भगवान शिव की पूजा-आराधना और विशेष कृपा पाने के लिए सावन महीना, प्रदोष व्रत, सोमवार, मासिक शिवरात्रि और महाशिवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व होता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है।
वैसे तो हिंदू पंचांग के अनुसार हर एक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत और पूजा-साधना की जाती है ,लेकिन फाल्गुन माह की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि के रूप में मनाई जाती है। महाशिवरात्रि पर देशभर के सभी ज्योतिर्लिंगों और शिवालयों में शिव भक्तों की भारी भीड़ होती है। जहां पर शिवलिंग का जलाभिषेक विधि-विधान के रूप में किया जाता है।
महाशिवरात्रि वह महारात्रि है जिसका शिव तत्व से घनिष्ठ सम्बन्ध है। यह पर्व शिव के दिव्य अवतरण का मंगल सूचक पर्व है। उनके निराकार से साकार रूप में अवतरण की रात्रि ही महाशिवरात्रि कहलाती है। शिव-पार्वती उपासना का महापर्व महाशिवरात्रि शुक्रवार को जिले में श्रद्धा और उल्लासपूर्वक मनाया गया। शिव मंदिरों में दर्शन-पूजन के निमित्त आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।
हरिहरनाथ, सेमराध और बड़े शिव धाम में सुबह से देकर देर शाम तक श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगीं रहीं। कालीन नगरी का कोना-कोना शुक्रवार को शिवभक्ति में लीन नजर आया। जिले के प्रमुख शिवमंदिरों पर सुबह चार बजे से ही दर्शन-पूजन का सिलसिला शुरू हो गया, जो देर शाम तक चलता रहा। ज्ञानपुर नगर स्थित सिद्धपीठ हरिहरनाथ धाम में भोर से ही महिलाओं और पुरुष श्रद्धालुओं का आगमन दर्शन के लिए शुरू हो गया।
आठ बजते-बजते मंदिर के गर्भगृह से लेकर राजा पार्क तक श्रद्धालुओं की कतार लग गई। इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। एक अनुमान के मुताबिक 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने यहां दर्शन-पूजन और जलाभिषेक किया। देवाधिदेव महादेव को प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र, मंदार माला और भांग की पत्तियां अर्पित की गईं। गोपीगंज स्थित बड़ेशिव और तिलंगा के तिलेश्वरनाथ धाम में भी बड़ी तादाद में भक्तों ने दर्शन-पूजन किया। बड़े शिवधाम में शिवरात्रि के अवसर पर मेले जैसा नजारा हो गया। हजारों की संख्या में भक्तों ने भोलेनाथ के दरबार में उपस्थित होकर जयकारे लगाए।
काशी-प्रयाग के मध्य स्थित स्वयंभू सेमराधनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर प्रबंधन के अनुसार शिवरात्रि पर एक लाख से अधिक शिवभक्तों ने यहां दर्शन-पूजन किया। हर-हर महादेव के जयघोष से मंदिर परिसर का कोना-कोना गूंजता रहा। इसी तरह जिले के अन्य शिवमंदिरों और इलाकों में भी महाशिवरात्रि की धूम रही। कई जगह मेले लगे और रात्रि जागरण हुआ।
Mar 08 2024, 16:58