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बिहार लघु उघमी योजना के लिए आवेदन 5 फरवरी से, 94 लाख परिवारों को मिलेंगें दो लाख रूपये.
बिहार: उद्दोग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंडरिक  ने बताया कि सोमवार को बिहार उद्दमी योजना का लोकार्पण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगें. इस योजना का लाभ सभी वर्ग के गरीबों को मिलना हैं. राज्य में हुई जाति आधारित गणना में 94 लाख ऐसे परिवार मिले हैं, जिनकी मासिक आय छह हजार रूपये से कम हैं. इस योजना के तहत हर परिवार के एक सदस्य को दो लाख रूपये दिये जायेंगें. इससे वह  कोई भी रोजगार शुरू कर सकेंगें.इस योजना का लोकार्पण करने के बाद सोमवार से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जायगी.

            वे परिवार जिनकी मासिक आय 6 हजार रूपये से कम हैं, इसमें हर वर्ग के परिवार शामिल हैं. नीतीश सरकार इनके लिए योजना लेकर आई हैं, जिसका नाम लघु उद्यमी योजना दिया गया हैं. इसके तहत हर गरीब परिवार के एक सदस्य को दो लाख रूपये की मदद की जाएगी. यह योजना उद्दोग विभाग द्वारा चलाई जा रही हैं. इस संबंध में दिशा निर्देश जारी  कर दिए गए हैं. इसके लिए आवेदन 5 फरवरी से शुरू होगा. उद्दोग विभाग की वेबसाइट पर अॉनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 20 फरवरी तक चलेगी.

      बिहार लघु उद्यमी योजना का लाभ उठाने के लिए लाभुक को राज्य का निवासी होना जरूरी हैं. आधार कार्ड, राशन कार्ड आदि दस्तावेज के जरिए योग्य लाभार्थी  इस योजना के लिए आवेदन कर सकेंगें. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले दावा किया कि इस योजना का लाभ पांच साल के भीतर सभी 94 लाख परिवारों को दिया जायगा. बताया गया हैं कि लाभुकों को यह राशि तीन किस्तों में दी जायगी.
पटना में देश का सबसे बड़ा बापू टावर तैयार, 123 करोड़ की लागत, 4 फरयरी को उद्धाटन , जाने खासियत.
बिहार: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित देश का पहला सबसे बड़ा बापू टावर राजधानी पटना में बनकर तैयार हो गया हैं. बापू टावर को बनाने में 129 करोड़ की लागत आई हैं.  बापू टावर का उद्धाटन 4 फरवरी को होगा. पर्यटकों को  बापू टावर की नई सौगात मिलेगी.       टावर की गोलाकार भवन में लगी तांबे की परत चमक बिखेरी रही हैं. इतना ही नहीं रात में सामने से लाइट जलते ही, इसकी खूबसूरती बढ़ जाती हैं. दीवार पर लगने वाला तांबा आॅक्सईजन और नाईट्रोजन के रिएक्शन से इंद्रधनुषी रंगों में बदल जाता हैं. गोलाकार भवन की बाहरी दीवार में 42 हजार किलो से तांबे की परत लगाई गयी हैं.बापू टावर के आयताकार भवन का निर्माण कार्य पूरा हो गया हैं. सजाने का कार्य अंतिम चरण में हैं.                       बापू टावर में आने वाले पर्यटक गर्दनीबाग के मुख्य सड़क पर बने एक नंबर गेट से परिसर में प्रवेश करेंगें, जहां पर्यटकों को परिसर के अंदर 50 चार पहिया और 150 दो पहिया वाहन की पार्किंग की सुविधा मिलेगी. इसके बाद मुख्य द्वार के आगे बने काउंटर से टिकट लेने के बाद पर्यटक घूमने के लिए बापू टावर के गोलाकार भवन में प्रवेश करेंगें.
         
     जहां भूतल पर टर्न टेबल थियेटर शो के जरिये पर्यटकों को बापू की जीवनी दिखाई जाएगी. इसके बाद पर्यटक गोलाकार और आयताकार भवन में घूमते हुए बापू के इतिहास को देखेंगे. वहीं पर्यटक घूमने के बाद गर्दनीबाग के रोड नंबर 15 में बने गेट से बाहर निकल जाएंगे. करीब 42 करोड़ रूपये की लागत से गांधी जी और बिहार के इतिहास से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई जा रही हैं
पटना में देश का सबसे बड़ा बापू टावर तैयार, 129 करोड़ की लागत, 4 फरवरी को उद्धाटन, जानें खासियत
बिहार: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित देश का पहला सबसे बड़ा बापू टावर राजधानी पटना में बनकर तैयार हो गया हैं. बापू टावर को बनाने में 129 करोड़ की लागत आई हैं.  बापू टावर का उद्धाटन 4 फरवरी को होगा. पर्यटकों को  बापू टावर की नई सौगात मिलेगी.

       टावर की गोलाकार भवन में लगी तांबे की परत चमक बिखेरी रही हैं. इतना ही नहीं रात में सामने से लाइट जलते ही, इसकी खूबसूरती बढ़ जाती हैं. दीवार पर लगने वाला तांबा आॅक्सईजन और नाईट्रोजन के रिएक्शन से इंद्रधनुषी रंगों में बदल जाता हैं. गोलाकार भवन की बाहरी दीवार में 42 हजार किलो से तांबे की परत लगाई गयी हैं.बापू टावर के आयताकार भवन का निर्माण कार्य पूरा हो गया हैं. सजाने का कार्य अंतिम चरण में हैं.

                          बापू टावर में आने वाले पर्यटक गर्दनीबाग के मुख्य सड़क पर बने एक नंबर गेट से परिसर में प्रवेश करेंगें, जहां पर्यटकों को परिसर के अंदर 50 चार पहिया और 150 दो पहिया वाहन की पार्किंग की सुविधा मिलेगी. इसके बाद मुख्य द्वार के आगे बने काउंटर से टिकट लेने के बाद पर्यटक घूमने के लिए बापू टावर के गोलाकार भवन में प्रवेश करेंगें.

         जहां भूतल पर टर्न टेबल थियेटर शो के जरिये पर्यटकों को बापू की जीवनी दिखाई जाएगी. इसके बाद पर्यटक गोलाकार और आयताकार भवन में घूमते हुए बापू के इतिहास को देखेंगे. वहीं पर्यटक घूमने के बाद गर्दनीबाग के रोड नंबर 15 में बने गेट से बाहर निकल जाएंगे. करीब 42 करोड़ रूपये की लागत से गांधी जी और बिहार के इतिहास से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई जा रही हैं
बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षा में हुई गड़बड़ी, 18 केंद्र अधीक्षक पर कार्रवाई का आदेश
बिहार: बिहार लोक सेवा आयोग शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण की परीक्षा में गड़बड़ी की गई हैं. 15 जिलों के 18 केंद्रों पर केंद्राधीक्षकों के कमरे में ही प्रश्नपत्र का सील खोल दिया गया. जबकि सील परीक्षा कक्ष में अभ्यर्थियों के सामने खोलने का निर्देश दिए गए थे.               बीपीएससी के सचिव ने इसे लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को रिपोर्ट दी हैं. इसमें कहा गया हैं कि 9 दिसंबर को अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा शुरू होने के समय आयोग के कमांड कंट्रोल रूम में बीपीएससी अध्यक्ष द्वारा पर्यवेक्षण के दौरान कई परीक्षा केंद्रो पर लाइव सीसीटीवी फुटेज में यह देखा गया हैं कि प्रश्न पुस्तिका- सह-उत्तर पत्रक की सील्ड स्टील बॉक्स को केन्द्राधीक्षक कक्ष में खोला गया हैं जबकि आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए अनुदेश, प्रपत्र एवं गाइडलाईन में जिला पदाधिकारी- सह- परीक्षा - -संयोजक, केन्द्राधीक्षक, मजिस्ट्रेट के लिए अलग-अलग पृष्ठ संख्या में स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया हैं कि किसी भी परिस्थिति में प्रश्न पुस्तिका- सह- उत्तर पत्रक के सील्ड बैग को केन्द्राधीक्षक कक्ष या नियंत्रण में नहीं खोला जाना हैं. इस निर्देश का पालन कई केन्द्रों पर नहीं किया गया हैं.                   प्रश्नपत्र परीक्षा कक्ष में अभ्यर्थियों के समक्ष खोलना एवं बंद कर सील किया जाना हैं. इस निर्देश का पालन कई केन्द्रों पर नहीं किया गया हैं. आयोग की रिपोर्ट और भेजी गई सूची पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने इन जिलों के डीईओ का अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दिया हैं. डीएम को भी संबंधित परीक्षा केंद्रों की सूची उपलब्ध कराई गई हैं.                            माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने पटना, भागलपुर, भोजपुर, रोहतास, पूर्णिया, दरभंगा, बांका, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मुंगेर, जहानाबाद, औरंगाबाद, सिवान, सारण, एवं मोतिहारी के बीईओ को कार्रवाई के लिए निर्देश दिया हैं.
डीएम के कहने पर दो ग्रामीण महिलाओं को मिला राशन कार्ड
हाजीपुर: डीएम यशपाल मीणा ने शुक्रवार को कार्यालय में गांव से आए लोगों की समस्याएं सुनी और मौके पर ही निष्पादन कर दिया. इसी क्रम में सदर प्रखंड के गंगा ब्रिज थाना मोहब्बतपुर ग्राम की दो महिलाएं रीना देवी एवं सुलेखा देवी ने बताया कि पिछले दो साल से राशन कार्ड के लिए दौड़ रही हूं. इस पर डीएम ने राशन कार्ड बनाने वाले कर्मी को बुलाया और दोनों महिलाओं का राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया. कुछ ही देर बाद कर्मचारी ने कक्ष में आकर राशन कार्ड दे दिया.

             जन साक्षात्कार कार्यक्रम में कुल 70 आवेदन प्राप्त हुए जिस पर जिलाधिकारी के द्वारा संबंधित पदाधिकारियों से मोबाइल पर ही जानकारी प्राप्त की गई. प्राप्त शिकायतों की जांचकर शीघ्र निष्पादन का निर्देश जन साक्षात्कार के कार्यक्रम में प्राप्त आवेदनों को जिला जन शिकायत कोषांग के माध्यम से संबंधित पदाधिकारियों को भेजने का निर्देश दिया गया.
  
         करतांहा थाना के घटारों निवासी दिलीप राम के द्वारा बताया गया  कि ग्राम पंचायत मझौली वार्ड नं.-1 के आंगनबाड़ी की जमीन कब्जा कर उसमें झोपड़ी बना ली गयी हैं. आंगनबाड़ी की जमीन को खाली कराने की मांग की गयी. उनके आवेदनों को अंचलाधिकारी को आवश्यक जांच कर कार्रवाई के लिए भेजा गया.

         गंगा ब्रिज थाना के सहदुल्लापुर निवासी रीतु देवी ने बताया कि वे अत्यंत गरीब एवं असहाय हैं. रहने के लिए घर नहीं हैं. आवास दिलाने की मांग की गई. जिलाधिकारी द्वारा उनके आवेदनों को प्रखंड विकास पदाधिकारी हाजीपुर को भेजते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.

           जन साक्षात्कार के कार्यक्रम में जिलाधिकारी के साथ अपर समाहर्ता विनोद कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त मो. शम्स जावेद अंसारी, जिला भू- अर्जन पदाधिकारी मनोज कुमार, शिक्षा विभाग के डीपीओ सुनील कुमार गुप्ता सहित अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.
राज्यकर्मी बनने के लिए नियोजित शिक्षक देंगें 3 बार परीक्षा, फेल हुए तो...... केके पाठक लेंगें फैसला
बिहार: नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की अध्यक्षता में कमेटी बनायी गयी हैं. सक्षमता परीक्षा में तीन बार परीक्षा में देने पर भी उत्तीर्ण नहीं होने वाले अथवा इसमें शामिल नहीं होने वाले नियोजित शिक्षकों पर विचार करने के लिए यह समिति बनायी गयी हैं. यह समिति एक सप्ताह के अंदर अपनी अनुशंसा राज्य सरकार को देगी. समिति के गठन का आदेश विभाग ने गुरूवार को जारी कर दिया हैं. इस समिति में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष, निदेशक प्राथमिक शिक्षा, शोध एवं प्रशिक्षण परिषद तथा निदेशक माध्यमिक शिक्षा सदस्य के रूप में रखा गया हैं.

          राज्य के साढ़े तीन लाख से अधिक नियोजित शिक्षकों का राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए सक्षमता परीक्षा ली जा रही हैं. इसके लिए 26 दिसंबर, 2023 को राज्य कैबिनेट ने बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली 2023 की स्वीकृति दी थी. इसके तहत नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा देंगे और आवंटित स्कूल में योगदान करेंगे. साथ ही वे विशिष्ट शिक्षक कहलाएंगे. इसके साथ ही उन्हें बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा बहाल शिक्षकों के अनुरूप वेतनमान व अन्य लाभ मिलेगा.

        विशिष्ट शिक्षकों के पद को स्थानांतरणीय किया गया हैं. सक्षमता परीक्षा में शामिल होने के साथ शिक्षकों से तीन जिलों का विकल्प मांगा जायगा, जहां पर वे सेवा देना चाहते हैं. तीनों विकल्प के अलावा रंडमनाइजेशन के आधार पर जिला आवंटित किया जायगा. विशिष्ट शिक्षकों को सामान्य रूप से जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा शिक्षक का अधिकार अधिनियम, छात्र-शिक्षक अनुपात अथवा जनहित में प्रतिबद्धताओं को ध्यान में रखते हुए जिला के अंतर्गत स्थानांतरित किया जायगा. इसके बाद विभाग द्वारा तय की गई अवधि को पूरा होने पर जिला के अंदर या बाहर स्थानांतरित किया जायगा.
बजट2024: बिहार को मिलेगा 7500 करोड़ का ब्याज मुक्त ऋण, पूरी करनी होगी केंद्र सरकार की ये शर्त
चुनाव से पहले 01 Feb 2024 को वित्त मंत्री ने अंतरिम बजट पेश किया. अंतरिम बजट में कैंप एक्स फंड के अलावा राज्यों के लिए ब्याज मुक्त ऋण का भी प्रबंध हैं. राज्यों के बीच कुल 75 हजार करोड़ का ऋण वितरण होना हैं. उसमें से बिहार को 7500 करोड़ करोड़ रूपये मिलेंगे.

             लंबी अवधि के इस ऋण की वापसी 50 वर्षो के बीच कर देनी होगी. दूसरी शर्त है कि इस ऋण से आधारभूत संरचना का विकास और निर्माण कार्य होंगे. दूसरे मद में यह राशि खर्च नहीं होगी. सड़क- भवनों के निर्माण, अस्पताल व विद्यालय के साथ औद्दोगिक क्षेत्र के विकास आदि पर राशि खर्च की जाएगी. इससे बिहार में आधारभूत संरचना के विकास में पूंजीगत व्यय बढ़ेगा. इससे संसाधनों के रूप में राज्य समृद्ध होगा.

       इससे पहले वित्तीय 2022-23 में बिहार 8455 करोड़ और 2023-24 में 6200 करोड़ का लंबी अवधि का ब्याज मुक्त ऋण मिल चुका हैं. उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तुत अंतरिम बजट का स्वागत करते हुए कहा कि यह बजट दूरदर्शी, समावेशी एवं प्रगतिशील हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को फलीभूत होगा.

                उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना, विश्वकर्मा योजना, किसान सम्मान निधि योजना के द्वारा देश के युवा, गरीब, महिला   एवं किसानों का कायाकल्प किया गया हैं.  
BPSC TRE 3.0: पूरे होंगे सपने, 70 हजार शिक्षक पदों पर निकलेगी वैकेंसी. इसी मंथ आएगा नोटिफीकेशन, जानें सब कुछ
बिहार : सरकारी टीचर बनने का सपना अब जल्द ही सच हो सकता हैं. बिहार में जल्द ही शिक्षकों की बंपर भर्ती निकलने वाली हैं. राज्य में दो चरणों की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब जल्द ही तीसरे फेज के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. इसके लिए बीपीएससी ने इसके लिए तैयारियां तेज कर दी हैं.
 
         मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीपीएससी की ओर से इस महीने नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा. इसके तहत, करीब 70 हजार पदों पर नियुक्ति होने की उम्मीद हैं. बिहार शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण का नोटिफिकेशन 15 फरवरी, 2024 तक रिलीज किया जायगा. वहीं मार्च में परीक्षा आयोजित की जा सकती हैं.  सूचना जारी होने के बाद से ही आवेदन शुरू कर दी जायगी. इसके बाद, उम्मीदवारों को ऑनलाइन प्रक्रिया को पूरा करना होगा. हालांकि, अभ्यर्थी इस बात को न भूलें कि बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से कोई भी ऑफिसियल नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया हैं.

                   इसके लिए अधिकारिक वेबसाइट http://www.bpsc.bih..nic.in/  पर विजिट करना होगा. बिहार दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती के लिए अब सप्लीमेंट्री रिजल्ट घोषित नहीं किया जायगा.  इसके साथ ही इस फेज के पदों को भी तीसरे चरण में ही जोड़ दिया जायगा .बता दें कि बिहार में पिछले साल यानी कि 2023 में दो चरणों में शिक्षक के पदों पर वैकेंसी निकाली गई हैं. इसके तहत प्राईमरी से लेकर अन्य कक्षाओं में शिक्षकों के पदों पर नियुक्तियां की गई हैं. वहीं, अब तीसरे चरण के लिए वैकेंसी निकाली जायगी.
पुलिस ने छापेमारी कर नकली मसाला बनाने वाली फैक्ट्री को किया सील
वैशाली: लालगंज और मुजफ्फरपुर जिला के पारू में छापेमारी कर नकली आम्रपाली मसाला फैक्ट्री को सील किया गया. लालगंज के खत्री टोला के अयोध्या प्रसाद साह के पुत्र राजू कुमार 1997 से आम्रपाली मसाला उद्दोग के नाम से मसाला के निर्माण सप्लाई का कारोबार कर रहें हैं. काफी दिनों से राजू कुमार को सूचना मिल रही थी कि बिहार के कई जिलों में नकली आम्रपाली मसाला बिक रहा हैं.
     
         गुप्त रूप से पता किया तो पता चला कि लालगंज के राजकुमार और पारू थाना के बसंतपुर के विनोद शाह नकली आम्रपाली मसाला बनाकर बाजार में बेच रहें हैं. इस संदर्भ में कंपनी ने दिल्ली में अॉल आइपी केयर के माध्यम से रोहिणी जिला कोर्ट के कमर्शियल न्यायालय में सिविल वाद दायर किया.  जिसमें जिला जज ने आदेश पारित करते हुए कोर्ट कमिश्नर को नियुक्त कर, छापेमारी कर नकली सामान जब्त करने का आदेश पारित किया.

        उपरोक्त आदेश पर कमिश्नर ने मंगलवार को लालगंज पुलिस के साथ लालगंज में नकली  आम्रपाली मसाला का कारोबार कर रहे राजू कुमार, पिता सुरेश साह के यहां छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली रैपर, पैक मसाला, पैकेजिंग मेटेरियल पकड़ा गया हैं. छापेमारी में कोर्ट कमिश्नर, आम्रपाली मसाला उद्दोग के प्रोपराइटर राजू कुमार, अधिवक्ता सृजन पंकज, अधिवक्ता रोशन कुमार, सौरभ कुमार और लालगंज थाना पुलिस थी.

बिहार के डेढ़ करोड़ बच्चों के खाते में आएगा इस योजना का पैसा, लेकिन शिक्षा विभाग की एक शर्त हैं.
बिहार: बिहार के डेढ़ करोड़ छात्र- छात्राओं को साइकिल, पोशाक और छात्रवृत्ति योजना की राशि का भुगतान अगले सप्ताह में किया जाएगा. इसको लेकर शिक्षा विभाग की तैयारी अंतिम चरण में हैं. इन बच्चों को राशि का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जाएगा.  इसको लेकर शिक्षा विभाग की एक शर्त हैं. पदाधिकारी बताते हैं कि अप्रैल से सितंबर 2023 तक जिन छात्र-छात्राओं की कक्षा में उपस्थिति 75 प्रतिशत हैं, उन्हीं को इन योजनाओं का लाभ मिलेगा.
 
         इसको लेकर शिक्षा विभाग की वेबसाइट मेधा सॉफ्ट पर विद्यार्थियों की सूची अद्यतन की जा रही हैं, जो अंतिम चरण में हैं. इनमें वैसे विद्यार्थियों को अलग से चिन्हित किया गया हैं, जिनकी हाजिरी 75 प्रतिशत या उनसे अधिक रही हैं. लगातार कई  दिनों तक स्कूल से अनुपस्थित रहने वाले 24 लाख बच्चों के नाम काटे गए हैं. ऐसे बच्चों के नाम भी मेधा सॉफ्ट में अपलोड करना था. इस कार्य में जिलों द्वारा काफी देरी की गई. जानकारी मिली है कि नाम काटे बच्चों में 75 प्रतिशत से अधिक की सूची मेधा सॉफ्ट में अपलोड कर दी गई हैं.

        नौवीं के छात्र-छात्राओं को साइकिल की राशि दी जायगी. पोशाक और छात्रवृत्ति की राशि कक्षा पहली से 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों को दी जायगी. पदाधिकारी बताते हैं कि पहली से 12 वीं कक्षा में नामांकित बच्चों की संख्या पौने दो करोड़ हैं इनमें 75 प्रतिशत उपस्थिति वाले बच्चों को ही राशि मिलेगी, जिनकी संख्या डेढ़ करोड़ तक होने का अनुमान हैं