/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png StreetBuzz LIVE pariksha pe charcha(ppc)2024; PM मोदी का परीक्षा पे चर्चा थोड़ी देर में होगा शुरू , इस बार 2 करोड़ से अधिक हुए हैं रजिस्ट्रेशन PK
LIVE pariksha pe charcha(ppc)2024; PM मोदी का परीक्षा पे चर्चा थोड़ी देर में होगा शुरू , इस बार 2 करोड़ से अधिक हुए हैं रजिस्ट्रेशन
पीएम मोदी के लोकप्रिय कार्यक्रम ' pariksha
pe charcha(ppc)2024' का आयोजन, 29 जनवरी को नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मण्डपम में किया जाएगा.              LIVE pariksha pe charcha(ppc)2024 updates: आखिर वह दिन आ गया हैं, जब देश भर के स्टूडेंट्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे संवाद करके अपने परीक्षा के तनावों को दूर करने के लिए टिप्स पा सकेंगें. पीएम मोदी के लोकप्रिय कार्यक्रम 'परीक्षा पे चर्चा'(ppc) 2024 का आयोजन आज यानी सोमवार, 29 जनवरी को किया जाएगा. 2018 से शुरू हुए और हर वर्ष बोर्ड परीक्षाओं से पहले आयोजित किए जाने वाले LIVE परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का इस साल 7वां संस्करण आयोजित किया जा रहा हैं, जिसका कि आयोजन नई 
दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मण्डप में किया जाएगा. साथ ही इस कार्यक्रम को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर LIVE देखा जा सकेगा.
     
         पीएम मोदी ने पिछले वर्षों के PPC कार्यक्रम के दौरान एक स्टूडेंट्स द्वारा एग्जाम स्ट्रेस से कैसे निपटें का यह जवाब दिया गया था- हम बचपन से परीक्षा देते देते एग्जाम प्रुफ हो चुके हैं. हमें परीक्षा का काफी अनुभव हो चुका हैं. यह अनुभव अब आपकी ताकत बन चुकी हैं . इस अनुभव को कभी कतई कम न मानें. क्या आपकी तैयारी में कमी हैं जो आपको भय लग रहा हैं.ऐसे में सुझाव है कि अपने मन में बिठाएं कि जितना पढ़ा हैं उसमें मेरा आत्मविश्वास हैं. इस प्रकार आपका भय समाप्त हो जाएगा और एग्जाम का प्रेशर मन में न बनाएं.       टीवी चैनलों, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर LIVE  परीक्षा पे चर्चा 2024 प्रसारण के साथ- साथ आज, 29 जनवरी 2024 को स्कूलों में पढ़ाई होने के कारण देश भर के कई विद्यालयों में भी ppc को लाइव देखने के लिए व्यवस्था की गई हैं. इससे स्टूडेंट्स स्कूल में ही इस कार्यक्रम को देख सकेंगें.      ppc 2024 you Tube Live Link- http://www.youtube.com/watch?
v=gpO3N_VoAaE     ppc 2024 Facebook FB Live Link http:// business. facebook.com/ events/ 228393920
बिहार में अगले विधानसभा तक नहीं चलेगा JDU-BJP गठबंधन: प्रशांत किशोर
बिहार: जन सुराज के नेता और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा किया हैं कि जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार का भाजपा के साथ गठबंधन  बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले ही बिखर जायगा. पीएम मोदी और  जदयू सुप्रीमों दोनों के राजनीतिक रणनीतिकार के तौर पर काम कर चुके किशोर ने कहा कि भाजपा को विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को यह समझाने में कठिनाई होगी कि उसने नीतीश कुमार का समर्थन क्यों किया जबकि उसने कहा था कि उसके लिए दरवाजे बंद हैं.
     प्रशांत किशोर ने कहा कि आज का घटनाक्रम साबित करता हैं कि अगर नीतीश कुमार पलटूराम हैं तो नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी अलग नहीं हैं. ऐसा लगता हैं कि भाजपा ने यह गठबंधन आगामी लोकसभा चुनाव की एक गणना की हैं. लेकिन उसे अगले साल विधानसभा चुनाव होने पर इसकी बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ेगी. किशोर ने बेगुसराय में संवाददाताओं से कहा, " नीतीश कुमार का पलटी मारना कोई आश्चर्य की बात नहीं हैं
         प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया," भाजपा अब वही कर रही हैं जो कांग्रेस ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के समय में किया था. दोनों राष्ट्रीय दलों ने केंद्रीय स्तर पर छोटे लाभ के लिए बेहद अलोकप्रिय क्षेत्रीय नेताओं के साथ गठबंधन किया है. नीतीश कुमार ने यह कहते हुए महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हैं कि बिहार में महागठबंधन और राष्ट्रीय स्तर पर बने विपक्षी दलों के 'इंडिया' गठबंधन में स्थितियां ठीक नहीं लगी.
सियासी हलचल के बीच पूर्व MLA के भाई का मर्डर, बदमाशों ने चलाई ताबड़तोड़ गोलियां

लालगंज, वैशाली: शनिवार की शाम लालगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत बाईपास रोड के पास स्थित पूर्व मुखिया के कार्यालय पर बैठे पूर्व विधायक राजकुमार साह के भाई की गोली मारकर बाइक सवार बदमाशों ने हत्या कर दी. मृतक पूर्व विधायक राजकुमार शाह और लालगंज नगर पंचायत के सभापति कंचन शाह का भाई मुकेश साहू हैं.
      मुकेश लालगंज बाजार स्थित पूर्व मुखिया नरेश कुशवाहा के कार्यालय के पास बैठे थे. इसी दौरान दो बाइक से करीब चार की संख्या में  बदमाश आए और उनके पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरू कर दिया. गोली चलाने के बाद घटनास्थल से सभी बदमाशों फायरिंग करते हुए फरार हो गए. मुकेश को बदमाशों ने करीब एक दर्जन अधिक गोली मारी हैं. मौके पर मौजूद लोग एवं स्थानीय पुलिस की मदद से उन्हें इलाज के लिए हाजीपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत्य घोषित कर दिया.
           घटना की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल एसडीपीओ ओमप्रकाश, नगर थाना अध्यक्ष अस्मित कुमार, सदर अस्पताल राजन पांडेय, गंगा ब्रिज थाना ब्रिज पंकज कुमार सहित बड़ी संख्या पुलिस बल सदर अस्पताल पहुंच गये. घटना के बाद मृतक के स्वजनों का रोते-रोते बुरा हाल हैं. फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही हैं.
           वैशाली एसपी रविरंजन कुमार ने बताया कि अज्ञात बदमाशों के द्वारा मुकेश शाह के गोली लगने से गंभीर रूप से जख्मी होने की सूचना प्राप्त हुई. स्थानीय थाना को सूचना प्राप्त होते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर घायल को हाजीपुर निजी अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टर के द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर बदमाशों के भागने की दिशा में गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही हैं.
बिहार में रविवार का दिन अहम, बीजेपी ने फिर बुलाई विधायक दल की बैठक, नीतीश के घर भी जेडीयू की मीटिंग
बिहार: बिहार में होने सत्ता परिवर्तन को लेकर बीजेपी ने रविवार को फिर से विधायक दल की बैठक बुलाई हैं. इससे पहले पटना स्थित बीजेपी दफ्तर में शनिवार शाम को भी पार्टी के विधायकों, सांसदों और एमएलसी की बैठक हुई. यह मीटिंग करीब तीन घंटे तक चली.
              बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई. कल फिर से रविवार सुबह 10 बजे से बीजेपी विधायक दल की बैठक शुरू होगी.
   वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर भी रविवार को जेडीयू के विधायक दल की बैठक होगी. मुख्यमंत्री ने शनिवार शाम में जेडीयू के कई विधायकों मंत्रियों से मुलाकात की. नीतीश कुमार ने भी रविवार सुबह 10 बजे अपने एक अणे मार्ग स्थित आवास पर विधानमंडल दल की बैठक बुलाई हैं. जेडीयू के खेमे में भी हलचल तेज हैं.
                 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पटना के एक अणे मार्ग स्थित आवास पर जेडीयू विधायकों  का पहुंचना शुरू हो गया हैं. सियासी उठापटक के बीच नीतीश ने शनिवार शाम जेडीयू विधायकों को अपने आवास पर बुलाया था.  शुक्रवार शाम बिहार के मौजूदा हालात पर चर्चा के लिए नीतीश कुमार के चार वरिष्ठ नेताओं के साथ अपने आवास पर चर्चा की. इनमें लल्लन सिंह समेत कई बड़े नाम शामिल हैं.
        रविवार को नीतीश कुमार के घर पर होने वाली जेडीयू विधायक दल की बैठक में आम सहमति बनने के बाद बीजेपी के विधायक भी पहुंच जाएंगे. उसी बैठक को एनडीए विधायक दल के बैठक में तब्दील कर दिया जायगा. इसके बाद वह राजभवन जाकर बीजेपी के समर्थन में एनडीए की सरकार के गठन का प्रस्ताव पत्र सौपेंगें. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही एनडीए की सरकार के मुखिया होंगें.
         दूसरी ओर जीतनराम मांझी ने शनिवार शाम में अपने चारों विधायकों के साथ पटना में बैठक की. इसमें विधायकों का हस्ताक्षर लेकर नीतीश के नेतृत्व में नई एनडीए सरकार को अपना समर्थन पत्र बीजेपी को सौंप दिया.
         सूत्र के अनुसार, वैसे यह इस्तीफा निश्चित रूप से रविवार सुबह तक होगा.सूत्र ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार विधायक दल की एक पारंपरिक बैठक करेंगें.सूत्र ने कहा कि भाजपा के समर्थन से नई सरकार बनने की संभावना के बीच सचिवालय जैसे सरकारी कार्यालयों को रविवार खुला रखने के लिए कहा गया हैं यानि बिहार सचिवालय की छुट्टी रद्द की गई हैं. शाम 4 बजे तक शपथ ग्रहण होगा.
      उधर, भाजपा की प्रदेश इकाई के नेताओं ने पार्टी की एक बैठक के दौरान जेडीयू के महागठबंधन से बाहर निकलने की स्थिति में कुमार का समर्थन करने की औपचारिक घोषणा नहीं की. भाजपा के सूत्रों ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व से निर्देश प्राप्त हुए हैं कि कुमार को इस्तीफा देने का कोई भी औपचारिक घोषणा नहीं की जाए.
अटल से नरेंद्र मोदी तक, 8 बार सीएम बने नीतीश; भाजपा से चलती रही लव-हेट स्टोरी
बिहार: बिहार में एक बार फिर सत्ता परिवर्तन की आहट मिल रही हैं. बिहार में आरजेडी-जेडीयू का गठबंधन टूटने की कगार पर हैं. अटकलें चल रही है कि नीतीश कुमार फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं. आम चुनाव से पहले यह भाजपा के लिए बड़ी खुशखबरी होगी तो दूसरी तरफ इस फैसले के साथ ही INDIA गठबंधन पूरी तरह बिखरा नजर आएगा.
     अगर ऐसा होता हैं तो नीतीश कुमार नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगें.नीतीश कुमार और भाजपा के बीच लव और हेट स्टोरी पिछले 10 साल से चलती रही हैं. वहीं 23 साल में भले ही पांच बार ही विधानसभा चुनाव हुए हों लेकिन नीतीश कुमार 8 बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं. साल 2000 में भाजपा के समर्थन से ही नीतीश कुमार ने बिहार के सीएम पद की शपथ ली थी. उस वक्त एनडीए के पास 151 एमएलए थे जबकि आरजेडी के पास 159 विधायक थे. नीतीश कुमार के सीएम पद की शपथ तो ले ली लेकिन सात दिन के भीतर ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
        इसके बाद 2005 के विधानसभा चुनाव में एनडीए में रहते हुए ही वह भाजपा के समर्थन के साथ दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. 2010 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी को तगड़ा झटका लगा था. एनडीए को 206 सीटें मिली वहीं आरजेडी 22 सीट पर सिमट गई. जेडीयू ने 141 उम्मीदवार उतारे थे जिनमें से 115 जीत गए. 2010में नीतीश कुमार सीएम बन गए और भाजपा के सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री बने.
            नीतीश कुमार 14 साल तक भाजपा के साथ चलते रहें लेकिन 2014 में जब भाजपा ने प्रधानमंत्री चेहरे के रूप में नरेंद्र मोदी को प्रोजेक्ट किया तो दरार पैदा हो गई. नीतीश कुमार खुद को भी पीएम पद का दावेदार मानते थे.2014 में भाजपा की प्रचंड जीत हुई. वहीं बिहार में जेडीयू का प्रदर्शन अच्छा नहीं था. इसके बाद नीतीश कुमार ने नैतिक जिम्मेदारी का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया और जीतनराम मांझी मुख्यमंत्री बन गए.
           2015 के चुनाव में उन्होंने भाजपा का विरोध किया और बिहार में महागठबंधन का हिस्सा हो गए. यह चुनाव जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस ने साथ मिलकर लड़ा. चुनाव में जीत के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बन
गए. जब तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद एनडीए के साथ मिलकर उन्होंने शपथ ग्रहण किया.
        2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश ने फिर से भाजपा के साथ चुनाव लड़ा और मुख्यमंत्री बन गए. लेकिन कुछ दिन बाद ही 2022 में एक बार फिर इस्तीफा दे दिया.उन्होंने आरजेडी का साथ पकड़ा और मुख्यमंत्री बन गए .अब एक बार फिर अटकलें हैं कि नीतीश कुमार आरजेडी का साथ छोड़ सकते हैं
बिहार में सियासी भूचाल के बीच सीएम हाउस में नीतीश ने फहराया तिरंगा, अपने हाथों बांटी जलेबी
बिहार: देश आज दिवस की 75वीं वर्षगांठ मना रहा हैं. इससे पहले बिहार का सियासी तापमान हाई हैं. बिहार की सियासत से दिल्ली में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई हैं. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री ने 26 जनवरी के मौके पर मुख्यमंत्री आवास में झंडा उतोलन किया और अपने हाथों से लोगों को जलेबी खिलाई. सबने मुंह मीठा किया और जलेबी का स्वाद लिया. इस मौके पर मुख्यमंत्री बिहार पुलिस की जवानों ने मुख्यमंत्री को गॉड अॉफ आनर दिया.
            इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बिहार वासियों के साथ देश की जनता को गणतंत्र दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान 1950 में इसी दिन लागू हुआ जो हमें अपने में स्वतंत्रता पूर्वक और सम्मान के साथ जीवन बसर करने और जीविका के अवसर में समानता का अधिकार देता हैं. अपनी योग्यता और रूचि के अनुरूप जीविका का अवसर और आजादी देता हैं. हमें इसे हर हाल में बचाए रखना हैं
       इसके बाद मुख्यमंत्री गांधी मैदान में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के साथ झंडा तोलन के लिए रवाना हो गए. डिप्टी सीएम तेजस्वी भी साथ में गांधी मैदान में उनके साथ मौजूद थे.
      मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे पहले पद्म पुरस्कार विजेताओं की बधाई दी. प्रसिद्ध डॉक्टर पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सीपी ठाकुर एवं स्वच्छता अभियान के महानायक बिंदेश्वरी पाठक को पद्मभूषण से नवाजा गया हैं. इसके अलावा बिहार के कई गुमनाम विभूतियों को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्मश्री सम्मान दिया गया.
      नीतीश कुमार ने सबको इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा कि इससे हमारे राज्य का सम्मान बढ़ा हैं. दरअसल बिहार की राजनीति दो दिनों से बहुत गर्म हैं .कहा जा रहा हैं कि नीतीश कुमार कभी भी कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. लालू कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ जाने की चर्चा जोरों पर हैं.
10 वीं कक्षा की बालिकाओं के सीधे खाते में आएंगें 10000 रूपये, ऐसे उठाए लाभ
बिहार, वैशाली: बिहार में मुख्यमंत्री बालिका उत्थान योजना के तहत 10वीं कक्षा की छात्राओं को 10 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि पाने का अवसर हैं. बिहार शिक्षा विभाग की सूचना के अनुसार, राज्य में प्रथम श्रेणी से 10वीं पास होने वाली सभी बालिकाओं को 10 हजार सीधे खाते में ट्रांसफर किए जायेंगें. इसी योजना को ध्यान में रखते हुए परीक्षार्थियों के रजिस्ट्रेशन के वक्त बिहार सरकार ने उनके अकाउंट नंबर की सूचनाएं भी ली हैं.
              बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं 1 फरवरी शुरू हो रही हैं. बिहार बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा 15 फरवरी से 23 फरवरी 2024 तक चलेंगी. योजना का लाभ पाने की इच्छुक बालिकाओं को मैट्रिक परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से पास करनी होगी.यानी अभी से परीक्षा में अपना प्रर्दशन बेहतर कर लिया तो 10 हजार रूपये प्राप्त कर सकेंगें.
               सूचना के अनुसार, राज्य में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना एवं बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाना हैं. उच्च विद्यालय से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण 10 वीं कक्षा की बालिकाओं को 10 हजार रूपये डीबीटी के माध्यम से दिया जाता हैं. इसके लिए आवेदन प्रक्रिया विभाग की आधिकारिक वेबसाइट http://medhasoft.bih.nic.in पर की जाती हैं. 10 वीं प्रथम श्रेणी से पास करने वाली बालिकाएं अपने स्कूल व वेबसाइट के माध्यम से प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन उचित समय पर कर सकेंगें.
     अब तक एक लाख 61 हजार स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं के खातें में 50-50 हजार रूपये का भुगतान पूर्व में किया जा चुका हैं. योजना की शेष रह गयी 30 हजार बालिकाओं को भी जल्द राशि भेजी जाएगी. एक अप्रैल, 2021 से बाद स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को 50-50 हजार देने का प्रावधान किया गया हैं. इससे पहले इस मद में स्नातक उत्तीर्ण सभी छात्राओं को 25-25 हजार दिये जाते थे. मिली जानकारी के अनुसार 25-25 हजार की राशि का भुगतान ढ़ाई लाख से अधिक स्नातक उत्तीर्ण सभी लड़कियों को किया गया हैं
राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर डीआरएम ने दिलाई शपथ
सोनपुर: सोनपुर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में एक समारोह आयोजित कर 14वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर डीआरएम विवेक भूषण सूद ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई. शपथ दिलाते हुए कहा कि हम भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे साथ ही लोकतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए निर्भीक होकर धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इस अवसर पर एडीआरएम टू  समेत सभी शाखा अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे.
एडीएम ने गणतंत्र दिवस समारोह पर होने वाले परेड के पूर्वाभ्यास का किया निरीक्षण
वैशाली: अक्षयवट राय स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित होने वाले परेड का पूर्वाभ्यास कार्यक्रम कराया गया. एडीएम विनोद कुमार ने पूर्वाभ्यास कार्यक्रम का निरीक्षण किया. पूर्वाभ्यास के निरीक्षण के दौरान स्टेडियम में आयोजित परेड में जवानों की आठ टुकड़ियां शामिल हुई. निर्धारित प्रक्रिया( प्रोटोकाल) का अनुपालन करते हुए परेड को पूर्ण किया गया.
       जिला के प्रभारी मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव अक्षयवट स्टेडियम में ध्वजारोहण करेंगें. इस बार स्टेडियम में बड़ी संख्या में झांकियों का प्रर्दशन कराया जाएगा. जिसमें विभागीय नवाचार एवं योजनाओं की प्रस्तुति होगी.इन झांकियों के कारण यातायात सुचारू रहे, इसको लेकर सभी जरूरी निर्देश दिए गए.साथ ही एडीएम ने वहां तैनात अधिकारियों को मुख्य मंच को समय रहते पूर्ण करा लेने, साउण्ड सिस्टम की उत्तम व्यवस्था रखने का के लिए आवश्यक निर्देश दिए. 
           स्टेडियम में सुबह 9:00 बजे ध्वजारोहण का समय निर्धारित हैं. पूर्वाभ्यास कार्यक्रम के अवसर पर जिला भू- अर्जन पदाधिकारी मनोज कुमार, डीएसपी मुख्यालय देवेन्द्र प्रसाद, प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा दीपिका कश्यप, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी पदाधिकारी डॉ. उदय कुमार उज्जवल आदि अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
लालगंज में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई
वैशाली: अॉल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन प्रखंड कमिटी लालगंज के तत्वाधान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127 वीं जयंती मनाई गई. माननीय प्रबुद्ध किसान बेचन दास की अध्यक्षता एवं किसान नेता उमाशंकर पंडित के संचालन में संपन्न हुआ. सभा को संबोधित करते हुए अॉल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के बिहार राज्य कमिटी सदस्य डॉ राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस स्वतंत्रता आन्दोलन के महानायक थे. छात्र जीवन से ही उनके अंदर देश प्रेम व गरीबों की सेवा की प्रबल भावना जग चुकी थी. जब उन्होंने आजादी की लड़ाई में कूदने की ठानी तो परिवार के लोगों ने इसका विरोध किया और नौकरी करने को कहा. परंतु उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार के अधीन नौकरी करते हुए देश का सेवा नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा गुलाम भारत को आजाद कराने में सर्वस्व लगा देना ही समय की पुकार हैं और कैंब्रिज विश्वविद्यालय से पढ़ाई के बाद आइसीएस की परीक्षा पास करने के बाद भी उन्होंने उसे ठुकरा दिया और देश सेवा में लग गए. महात्मा गांधी के विरोध के बावजूद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए. आजादी आंदोलन के गति को तेज करने के लिए जापान जाकर आजाद हिंद फौज का गठन किया और सैनिकों से कहा मैं तीन चीजें दूंगा- भूख, प्यास और मौत. यह जिन्हें स्वीकार हैं वो लाईन में रहे, जिन्हें अस्वीकार हैं वे लाईन से बाहर हो जाए. उन्होंने देश की जनता से आह्वान किया था कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा. नेताजी सुभाष चंद्र बोस को पूंजीवादी शासन व्यवस्था कतई पसंद नहीं था. वे समाजवादी व्यवस्था चाहते थे. परंतु, आजादी आंदोलन में क्रांतिकारी से ज्यादा प्रभाव समझौतावादी धारा के नेताओं का हो गया. जिसके फलस्वरूप भारत में पूंजीवादी शासन व्यवस्था स्थापित हुआ. आजाद भारत में सरकारों द्वारा पूंजीपति परस्त नीतियां बनाई जा रही हैं. नतीजतन गरीब व उनके बच्चे उच्च शिक्षा, चिकित्सा व रोजगार से वंचित हो रहे हैं.