राजनाथ सिंह ने ब्रिटिश पीएम सुनक से की मुलाकात, बोले-भारत अब कमजोर नहीं है, चीन का भी नजरिया बदला
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भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ब्रिटेन दौरे पर हैं। इस दौरान रक्षा मंत्री ने बुधवार को 10 डाउनिंग स्ट्रीट में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक बातचीत के एजेंडे में रक्षा, व्यापार और क्षेत्रीय मुद्दे शामिल थे। इसके अलावा मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर जारी वार्ता की प्रगति पर भी चर्चा की गई।राजनाथ सिंह ने यहां रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स और विदेश मंत्री कैमरन के साथ भी मुलाकात की है।
अपने ब्रिटेन दौरे के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधावर को लंदन में इंडिया हाउस में एक सामुदायिक स्वागत समारोह में शामिल हुए। राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम में भारत और चीन के बीच जारी तनाव को लेकर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चीन को भारत का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है, लेकिन हम चीन को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते हैं, शायद चीन ऐसा मानता है। हम किसी को भी अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते। राजनाथ सिंह ने कहा, 2020 में, भारत और चीन के बीच आमना-सामना हुआ और हमारे सुरक्षा बलों ने जो बहादुरी दिखाई, शायद यही कारण है कि चीन का भारत के प्रति नजरिया बदल गया है। उन्हें एहसास हो गया है कि भारत अब कमजोर नहीं है। पहले हम रक्षा उपकरणों के आयातक सबसे बड़े हुआ करते थे, लेकिन अब जब रक्षा वस्तुओं के निर्यात की बात आती है तो हम शीर्ष 25 देशों में हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के एक लेखक ने भी भारत को लेकर एक लेख लिखा है। चीन सरकार भी मानती है कि भारत में हुए आर्थिक और रणनीतिक बदलावों के चलते भारत की अर्थव्यवस्था एक रणनीतिक ताकत बन गई है। हम किसी को अपना दुश्मन नहीं देखते लेकिन ये बात दुनिया जानती है भारत और चीन के बीच रिश्ते अच्छे नहीं हैं। हम सभी के साथ अपने रिश्ते बेहतर करना चाहते हैं।
लंदन में राजनाथ सिंह ने अपने समकक्ष ग्रांट शाप्स के साथ ब्रिटेन-भारत रक्षा उद्योग के सीईओ के गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि भारत ब्रिटेन के साथ सह-निर्माण पर केंद्रित एक समृद्ध रक्षा साझेदारी की कल्पना करता है. गोलमेज बैठक में ब्रिटेन के रक्षा उद्योग के कई मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय (एमओडी) के अधिकारी, ब्रिटेन-भारत व्यापार परिषद (यूकेआईबीसी) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।इस दौरान कई प्रमुख रक्षा कंपनियां जैसे- बीएई सिस्टम्स, जीई वर्नोवा, जेम्स फिशर डिफेंस, लियोनार्डो एसपीए, मार्टिन-बेकर एयरक्राफ्ट कंपनी लिमिटेड, एसएएबी यूके, थेल्स यूके, अल्ट्रा-मैरीटाइम रोल्स-रॉयस, एडीएस ग्रुप और एमबीडीए यूके शामिल हुए। सिंह ने इसके बारे में एक्स पर कहा कि रक्षा उद्योग जगत के वरिष्ठों के साथ शानदार बातचीत हुई। भारत सहयोग और सह निर्माण की कल्पना करता है। दोनों देशों की ताकतों का समन्वय कर हम एक साथ महान काम कर सकते हैं।
Jan 11 2024, 13:41