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सरायकेला :कुकड़ू के हेंसालोंग निवासी हरेंद्र महतो के बेटी का विधायक ने कराया टीएमएच से 63 हजार का बील माफ।

सरायकेला : कुकड़ू प्रखंड के जानूम पंचायत अंतर्गत हेंसालोंग निवासी हरेंद्र महतो के बेटी ममता महतो का बुखार संबंधी समस्या होने पर परिजनों ने बेहतर इलाज के लिए टीएमएच में भर्ती कराया था।

इलाज के दौरान ममता महतो का अस्पताल में बकाया बील काफी हो गया। उनके पिता हरेंद्र महतो ने अस्पताल के बिल चुकाने में असमर्थकता जताते हुए इसकी जानकारी झामुमो नेता सपन महतो को दिया उन्होंने जानकारी विधायक सविता महतो को दिया।

विधायक सविता महतो ने मामले को गंभीरता से लेकर अस्पताल प्रवंधक से वार्ता कर उनके 63 हजार बिल माफ कराकर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दिलाई। विपदा के समय विधायक के इस नेक कार्य के लिए हरेंद्र महतो ने विधायक का आभार व्यक्त किया। उक्त बात कि जानकारी विधायक के आप्त सचिव काबलु महतो ने दिया।

अंडा के दर्जनों गांव के लोग शाम ढलते हीं हाथी के आतंक से भयभीत

रातजगा कर रहे हैं लोग ,घर से बाहर निकलना हुआ मुश्किल

सरायकेला : कोल्हान के चांडिल वन क्षेत्र के अधीन नीमडीह प्रखंड अंतर्गत आंडा में बिगत 3 जनवरी से गजरात के आतंक से जनजीवन अस्त व्यस्त है।

मंगलवार की रात्रि हाथी की झुंड में 16 हाथी के साथ एक वेबी हाथी दो बड़े हाथी बच्चे झुंड में शामिल है।

जिसके कारण इस हाथी के झुंड एक सप्ताह से ये झुंड हुटू खेड़वन में डेरा डाला हुआ है। बिगत छः दिन पूर्व इस झुंड के एक हाथी साथी अंडा गांव के रहिन सिंह घरों के सिंचाई कुआं एलिफेंट ड्राइव टीम द्वारा ड्राइव कराने के समय कुंआ में गिर जाने के बाद रेस्क्यू के दौरान मौत।

जिससे हाथी की झुंड खोए हुए साथी हाथी की झुंड मनुष्य को देखते ही आक्रामक हो जाती है और दौड़ाने लगते है।

जिसके कारण ग्रामीण भयभीत व दहशत की माहौल में जीने पर मजबूर है। दिन भर हाथी का झुंड जंगल में डेरा डालते हैं और शाम ढलते ही खेत खलिहान और घर में रखे अनाज को अपना निवाला बना रहा है।इस दौरान कई घर को क्षतिग्रस्त किया है।साथ ही डूब क्षेत्र के किसान द्वारा खरीफ फसल जैसे आलू,बैंगन, गोभी,कद्दू,लौकी,खीरी,टमाटर आदि फसलों को रौंद डाला।बीते रात हाथी का आतंक अंडा,कल्याणपुर, लावा,काशीपुर,हेबेन,मुरूगडीह,बांदू आदि गांव में शाम ढलते ही हाथी कोहराम मचाते हैं।इन किसानों का क्षतिपूर्ति किया जैसे शिवराम पंडा का एक क्वीटल आलू को निवाला बनाया।इसके अलावा वन घर में रामनाथ सिंह लक्ष्मीकांत सिंह व गुरूचरण महतो श्रीकांत महतो,किरीटी महतो रतन महतो,गणेश सिंह एमएल महतो समेत कल्याणपुर के सोनाराम गोराई, एवं जटल गोराई का करीब डेढ़ क्वींटल आलू खाया।

चांडिल वन क्षेत्र के पदाधिकारी द्वारा ग्रामीणों लगातार आश्वासन दिया जा है कि हाथी को इस क्षेत्र से जल्द भगायेंगे। लेकिन वन विभाग का आश्वासन कोरा साबित हुआ।हाथी इस क्षेत्र में डेरा जमाने रखा है।जिसके कारण प्रभावित होकर ग्रामीण वन विभाग के प्रति आक्रोशित व नाराजगी देखा गया।

चाईबासा से बड़ी खबर :भाकपा माओवादी ने अपने पुराने साथी नेलशन भेंगरा को गोली मार कर की हत्या

शव को लाने की जुगत में जूटी पुलिस

चाईबासा: कोल्हान के पश्चिमी सिंहभूम जिले के बाहर नक्सल प्रभावित जराईकेला थाना क्षेत्र में भाकपा माओवादी ने अपने पुराने साथी नेलशन भेंगरा की गोली मार हत्या कर दी ।

सूत्रों अनुसार जानकारी मिला 9 जनवरी की रात करीब 10 बजे हथियारबंद नक्सली समठा गांव पहुंचे और नेलशन भेंगरा को उसके घर से उठा कर अपने साथ ले गये। माओवादी ने पहले नेलशन की जमकर पिटाई की, फिर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। हालांकि पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी बताने से इनकार कर रही है ।

सूत्रों की मानें तो पुलिस व सीआरपीएफ के जवान सारंडा के जराईकेला, मनोहरपुर और छोटानागरा क्षेत्र के जंगलों में सर्च अभियान चला रहे हैं। कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा खुद तिरिलपोसी में ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे हैं। पुलिस नेलशन भेंगरा का शव बरामद करने का प्रयास कर रही है।

ज्ञात हो की दो माह पहले ही जेल से छूटकर आया था नेलशन भेंगरा

बता दें कि नेलशन भेंगरा सारंडा जंगल क्षेत्र के जराईकेला थाना अंतर्गत समठा गांव का निवासी था । नेलशन लंबे समय से बड़े नक्सलियों के साथ जुड़ा था. वह पुलिस के संपर्क में भी था । नेलशन भेंगरा को ओडिसा की बिसरा थाना पुलिस ने मई 2023 में एक सड़क निर्माण कंपनी से लेवी मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दो माह पहले ही वह जेल से बाहर आया था।

वहीं नेल्शन भेंगरा को ओडि़सा की बिसरा थाना पुलिस ने मई 2023 में एक सड़क निर्माण कंपनी से नक्सलियों के नाम पर लेवी मांगने के आरोप में पकड़ जेल भेजी थी।दो माह पहले हीं वह जेल से छूटा था। ओर मौत को गले लगा लिया ,भागता फिरता रहा यह हार्डकोर नक्सली और अंतिम में आपने ही साथी द्वारा गोलीमार कर हत्या कर दिए।

22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन चांडिल के हर मंदिर और हर घर में जलेगा दीप

सरायकेला : कोल्हान के ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के श्री श्री 108 खेलाईचंडी बजरंग दल आखड़ा के अध्यक्ष मनोज सिंह की अध्यक्षता में अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद रामलला का मूर्ति स्थापित के दिन 22 जनवरी की दिन , ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में सभी मंदिर और घरों में दिपावली की तरह उत्सव के रूप में मनाने की निर्णय लिया गया। 

इस बैठक में यह निर्णय हुआ कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन जय श्री राम के नारे के साथ साथ  प्रत्येक घरों में एक झंडा का वितरण किया जाएगा तथा हर घर में भगवा का झंडा लहारेगा । नगरवासियों के सभी लोगो को प्रेरित किया जायेगा की एक झंडा आपने घर पर लगाएं ।

 उस दिन टेंपू के माध्यम से माइक से लोगों को जागृत किया जाएगा कि साफ सफाई और मंदिर कि धुलाई करे और 21 जनवरी को फूलों से सजाया जाए ।

 क्षेत्र में नगर वासियों को राम लला की यादों में केला पौधा लगाया जाएगा , दशरथ राजा के पुत्र श्री राम ने 14 वर्ष वनवास के बाद अयोध्या पहुंचे थे , उस समय भरत और नगर वासियों ने अयोध्या नगरी  के भव्य रूप से सजाया और धूमधाम के मनाया गया था।अब हम लोगो को 5000 बर्ष के बाद हमे यह सौभाग्य प्राप्त हुया है। 

जिसे हम लोग धूमधाम से राम लाला का नव मूर्ति की स्थापना कर उनकी प्राण प्रतिष्ठा, हवन होने करने जा रहे हैं। जिसको देख आज हम भारवासी उत्साह पूर्वक आपने गांव में धूम धाम से मनाएंगे। जिसके लिए तैयारी में जुटे हैं।

22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन चांडिल के हर मंदिर और हर घर में जलेगा दीप

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सरायकेला : कोल्हान के ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के श्री श्री 108 खेलाईचंडी बजरंग दल आखड़ा के अध्यक्ष मनोज सिंह की अध्यक्षता में अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद रामलला का मूर्ति स्थापित के दिन 22 जनवरी की दिन , ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में सभी मंदिर और घरों में दिपावली की तरह उत्सव के रूप में मनाने की निर्णय लिया गया। 

इस बैठक में यह निर्णय हुआ कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन जय श्री राम के नारे के साथ साथ  प्रत्येक घरों में एक झंडा का वितरण किया जाएगा तथा हर घर में भगवा का झंडा लहारेगा । नगरवासियों के सभी लोगो को प्रेरित किया जायेगा की एक झंडा आपने घर पर लगाएं ।

 उस दिन टेंपू के माध्यम से माइक से लोगों को जागृत किया जाएगा कि साफ सफाई और मंदिर कि धुलाई करे और 21 जनवरी को फूलों से सजाया जाए ।

 क्षेत्र में नगर वासियों को राम लला की यादों में केला पौधा लगाया जाएगा , दशरथ राजा के पुत्र श्री राम ने 14 वर्ष वनवास के बाद अयोध्या पहुंचे थे , उस समय भरत और नगर वासियों ने अयोध्या नगरी  के भव्य रूप से सजाया और धूमधाम के मनाया गया था।अब हम लोगो को 5000 बर्ष के बाद हमे यह सौभाग्य प्राप्त हुया है। 

जिसे हम लोग धूमधाम से राम लाला का नव मूर्ति की स्थापना कर उनकी प्राण प्रतिष्ठा, हवन होने करने जा रहे हैं। जिसको देख आज हम भारवासी उत्साह पूर्वक आपने गांव में धूम धाम से मनाएंगे। जिसके लिए तैयारी में जुटे हैं।

सरायकेला :नीम के पेड़ से निकल रहा दूध, कुदरत का चमत्कार आस्था पर विश्वास लोग कर रहे पूजा अर्चना

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सरायकेला : कोल्हान के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ओर सुदूर्वर्ती गांव रांका के जावरादा टोला के इन वादियों में एक नीम का पेड़ पिछले कई दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पेड़ से दूध जैसा तरल पदार्थ निकल रहा है। जिसकी जानकारी जैसे आसपास के गांवों के लोगों को हुई तो भारी संख्या में लोग पहुंच गए। 

एक तरफ राम लाला की जन्म भूमि में महादिवाली के तरफ मनाने जा रहा हे।दूसरी ओर इस तरह के नीम के पेड़ में एक करिश्मा हे। आस्था को मानने वाले श्रद्धालु भक्तो लोग पदार्थ को बोतल में भरकर घर अपने घरों को भी ला रहे हैं। लोग दूध जैसी बहती धारा को देख चमत्कार मानने लगे हैं।विगत दो दिनो से आसपास के गांवों से लोग वहां पहुंचकर पूजा अर्चना भी करने लगे हैं।

करीब 25 30 वर्ष पुराने एक नीम के पेड़ से अचानक सफेद दूध जैसा तरल पदार्थ बीते शनिवार से निकल रहा है। जिसकी धारा पेड़ की काफी ऊंचाई से लगातार 2 दिन से तेज गति में बह रही है। जैसे ही इस बात की जानकारी लोगों को लगी तो वह बोतल और अन्य चीज लेकर उसको लाने के लिए पहुंच रहे हैं। गांव के पास स्थित इस पेड़ की लोग पूजा अर्चना भी कर रहे हैं। हालांकि, इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है, लेकिन लोग आस्था को विश्वास करने वाले मानने को तैयार नहीं हैं।

ग्रामीणों का कहना पहले इस तरह नीम के पेड़ से दूध नहीं निकला जेसे जेसे रामलाला की मूर्ति अयोध्या में लगने जा रहे उसी दौरान प्रभु राम की असीम कृपा हे,जो मानव जीवन से जुड़े रहा हे, क्युकी प्राचीन कालीन युग से हमारे ऋषि मुनि द्वारा नीम के पत्ते जड़े फल फूल और रस से कोई प्रकार के आर्युवेदिक अशौधी में काम आते हे।

पालना गांव निवासी सुशेन मांझी ने बताया कि पेड़ करीब 20/30 वर्ष पुराना है। इस पेड़ से 3 दिनों से कुछ दूध जैसा तरल पदार्थ निकल रहा।सोमवार को इसकी मात्रा अचानक बढ़ गई है। लोग ईश्वरीय चमत्कार मानकर इसे प्रसाद समझकर घर भी ले जा रहे हैं। इस बारे में कृषि वैज्ञानिक सुरेंद्र सिंह का कहना है पूरे पेड़ को जड़ों से ही पौष्टिक तत्व मिलता है।

जाइलम से पौष्टिक तत्वों को तने तक पहुंचाया जाता है। जाइलम के कभी फटने के कारण नीम के पेड़ से दूध जैसा तरल पदार्थ निकलने लगता है।लगातार पैड के नीचे सेकडो की तादात से ग्रामीण पहुंच रहा हे।

सरायकेला: विधायक साविता महतो ने ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र में किया पांच विकास योजनाओ का उद्घाटन।


सरायकेला : ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र में विधायक योजना से स्वीकृत पांच विकास योजनाओ का उद्घाटन मंगलवार को विधायक सविता महतो ने विधिवत शिलापट्ट अनावरण कर किया। 

इस दौरान विधायक ने कहा पांचो योजनाओ का निर्माण 28 लाख 62 हजार 7 सौ रुपये से कराया गया। जिसमें नदीसाई पंचायत के नारों में सालो किस्टो के घर से निरो लायक के घर तरफ 450 फीट पीसीसी 5 लाख 99 हाजार 2 सौ रुपये, गुदढ़ी पंचायत के जाहेरडीह में मनोहर प्रमाणिक के घर से तालाब तक 3 सौ फीट पीसीसी का निर्माण 4 लाख 50 हजार रुपये, गौरांगकोचा पंचायत के प्रखंड कार्यालय के सामने बिरसा मुंडा चौक से कॉलोनी तक 550 फीट पीसीसी पथ का निर्माण 7 लाख 51 हजार रुपये, गौरांगकोचा गिड्डू मांझी के घर के नजदीक से जोहार मांझी तालाब तक 3 सौ फीट पीसीसी 4 लाख 29 हजार 5 सौ रुपये व सिलदा में रोहिण कर्मकार के घर से नेहला मांझी के घर तक 450 फीट पीसीसी पथ का निर्माण 6 लाख 33 हजार रुपये कि लागत से कराया गया।

 विधायक ने कहा ग्रामीणों का मांग को देखते हुए उक्त सभी योजनाओं का निर्माण कराया गया है। योजना का निर्माण से ग्रामीणों को इसका लाभ मिलेगा। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी कीकू महतो, अंचल अधिकारी दीपक प्रसाद, प्रमुख गुरुपोदो मार्डी, झामुमो केंद्रीय सदस्य काबलु महतो, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष निताई उरांव, पशुपति बागची, गणपति कैवर्त, सपन सिंहदेव, पंचान्न पातर, सुधीर उरांव, शनिक मांझी, किसुन किस्कु, अमित सिन्हा, विभीषण महतो, गोविन्द बेसरा, इंद्रजीत सोरेन समेत आदि काफी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता व ग्रामीण जनता उपस्थित थे।

चाईबासा : पोटो हो के वंशजों की 62 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा बरकरार, वंशज दूसरों के खेतों में मजदूरी को विवश


चाईबासा : कोल्हान में दुर्भाग्यपूर्ण कहें या नियति की मार, जिस वीर शहीद पोटो हो ने जंगल, जल व जमीन की रक्षा के लिये अपनी जान की कुर्बानी तक दी थी उसी पोटो हो के वंशजों की पुश्तैनी जमीनों पर अवैध कब्जा आज भी बरकरार है।

 वंशजों का दावा है कि अंचल कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री तक से वे न्याय की गुहार लगा चुके हैं। बावजूद नतीजा सिफर ही है। पोटो के वंशज जापान पुरती, रमेश पुरती, जगन्नाथ पुरती, मंगल पुरती समेत अन्य वंशजों का आरोप है कि उनकी करीब 62 एकड़ पुश्तैनी जमीन पर कुछ लोगों का अवैध कब्जा है। 

कोल्हान भूमि बचाओ समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सावैयां ने सोमवार को राजाबासा का दौराकर इस अवैध कब्जे की अद्यतन स्थिति जानी और मदद का आश्वासन दिया। पोटो हो के वंशजों ने बताया कि यह कब्जा तीस वर्ष पुराना है। गरीबी की वजह से कोर्ट में लड़ने की ताकत भी अब नहीं रही। 

कब्जेदार जमीन पर खेतीकर उसका लाभ ले रहे हैं और हमलोग दूसरों के खेतों में मजदूरी करने को विवश हैं। सरकार हमें हमारी जमीनें वापस दिलाये। बस हम यही चाहते हैं। 

पोटो हो को शहीद और राजाबासा को शहीद ग्राम का प्राप्त है दर्जा

सेरेंगसिया घाटी युद्ध में कोल विद्रोह की अगुवाई करनेवाले वीर शहीद पोटो हो को शहीद का सरकारी दर्जा प्राप्त है। साथ ही उनके गांव राजाबासा, जो जगन्नाथपुर प्रखंड में आता है, को भी शहीद ग्राम का सरकारी दर्जा हासिल है। फिर भी उनके वंशजों का ये हाल है। जबकि पोटो हो के नाम से राज्य में एक योजना भी चलती है। ऐसे में भी वंशजों का ये हाल बना हुआ है। उपेक्षा की ये हद है। 

दर्जभर से अधिक हैं पोटो हो के वंशज

राजाबासा में एक दर्जन से अधिक पोटो हो के वंशज रहते हैं और अत्यंत ही गरीब हैं। अधिकत्तर वंशज निरक्षर भी हैं। पोटो हो के वंशजों में रासिका पुरती, सुकुमारी पुरती, शांति पुरती, लवली पुरती, अजूबा पुरती, पायल पुरती, राजेंद्र पुरती, रश्मि पुरती, रूपा पुरती, जापान पुरती, समीरा पुरती, मंगल पुरती, रमेश पुरती, जगन्नाथ पुरती समेत अन्य शामिल हैं। 

जांच के बाद क्या हुआ पता नहीं : वंशज

पोटो हो के वंशजों ने बताया कि एक साल पहले इस मामले की जगन्नाथपुर अंचल कार्यालय की टीम ने गांव आकर जांच की थी। लेकिन बाद में इसका क्या हुआ पता नहीं। लेकिन हमें न्याय नहीं मिला। वंशजों ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व सेरेंगसिया में आयोजित सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनको किचन सेट तथा मोबाईल देकर सम्मानित किया था। 

शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण : विनोद सावैयां

 कोल्हान भूमि बचाओ समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सावैयां ने कहा कि कुछ वर्ष पहले वंशजों की ओर से उपायुक्त से अवैध कब्जे की शिकायत की गयी थी। थोड़ी बहुत मामले की जांच हुई थी। लेकिन बाद में मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। पोटो हो के वंशजों के साथ इंसाफ होना चाहिये। इसके लिये समिति आवाज बुलंद करेगी।

चांडिल : डैम जलाश्य में उमड़ने लगा है सैलानियों का भीड़,

सरायकेला : कोल्हान के एक मात्र बहुउद्देशीय परियोजना के तहत बनाए गए। चांडिल डैम 22 हजार हैक्टर जमीन पर यह जलाशय फैला हुआ है ।इस  जलाशय में कुदरत का करिश्मा का नजारा देखने को मिलता है।

116 गांव 84 मौजा के लोग इस जलाशय में जल मग्न हो चुका है।इस परियोजना के कारण लोग सिर्फ बेघर हीं नही हुए बेरोजगार भी हुए हैं ।लेकिन सैलानियों।के आगमन से। कुछ।लोगों को रोजगार भी।मिलने लगा है।

शिक्षित और कर्मठ युवक विजय महतो यहां होटल का संचालन करते हैं, और पर्यटकों के दिलो में बसे हुए हैं।। रोजगार की तालाश में विजय महतो भटकते हुए कोई राज्यों में कार्य किया था, रोजगार से जो रुपया मिला था उसी से एक छोटा सा होटल खोला और धीरे धीरे आज एक प्रतिष्ठित दुकानदार के रूप से प्रचलित हो गए हैं। 

 पश्चिम बंगाल।उड़ीसा ,बिहार ,झारखंड राज्य के कोने कोने पर्यटक विजय होटल में परिवार के साथ भोजन का लुप्त उठाते हैं।।आज तक किसी पर्यटको से कोई शिकायत नही।मिली।

बिगत 15 बर्ष से चांडिल नौका बिहार में पर्यटकों को सेवा दे रहा है । विभिन्न प्रकार के व्यंजन की व्यवस्था यहां रहता है जिसका पर्यटक यहां लुत्फ उठाते हैं।

 इस क्षेत्र के जंगल और प्राकृतिक वादियों के बीच साथ ही सुवर्णरेखा नदी जलाशय के तट पर यह होटल आज लोगों के लिए जरूरत बन गयी है। 

नौका बिहार बोटिंग स्थल से सटे यह होटल का नजारा देखेने को मिलता ,भोजन करते हुए जलाशय को निखारना और बोटिंग करते हुए लोगो देखना।एक अद्भुत नाजरा होता है।

सरायकेला : कोल्हान के सभी प्रखंडों के सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए ‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ अभियान की शुरुआत

सराईकेला: स्कूलों में ‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ अभियान शुरू करने का उद्देश्य छात्रों की उपस्थिति बढ़ाना और बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले छात्रों का दोबारा नामांकन कराना है।

शिक्षा सचिव के रविकुमार व्यक्तिगत रूप से कार्यक्रम के कार्यान्वयन की निगरानी कर रहे हैं। 

अभियान के राज्य पदाधिकारी बादल राज को जिले में चलाई जा रहे ‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ अभियान की जानकारी दी जा रही है, 

‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’* अभियान के तहत स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के साथ-साथ आउट ऑफ स्कूल व ड्रॉप आउट बच्चों को भी स्कूल लाने का प्रयास किया जा रहा है.

जानकारी झारखंड शिक्षा परियोजना सरायकेला की फील्ड मैनेजर मोहम्मद अशफाक हुसैन ने दी

प्रत्येक गांव में प्रत्येक बच्चे को एक सीटी प्रदान की जाती है और उसे 20 से 25 बच्चों को स्कूल लाने का काम सौंपा जाता है।

प्रत्येक गांव में एक नामित मॉनिटर के नेतृत्व में, स्कूल की वर्दी पहने छात्र सुबह 8 बजे स्कूल जाते समय सीटियाँ बजाते हैं।

यह माता-पिता के लिए एक संकेत के रूप में कार्य करता है कि स्कूल खुला है, और उन्हें अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित करता है।

सीटी ग्रामीण क्षेत्रों में एक अलार्म के रूप में कार्य करती है, जो माता-पिता और बच्चों दोनों को स्कूल के लिए तैयार होने के लिए प्रेरित करती है।

यह अभियान स्कूल बंद होने जैसे बहानों पर अंकुश लगाने, छात्रों में जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देने में प्रभावी साबित हो रही है

जिन बच्चों को सीटी बजाने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है उनमें मजबूत प्रबंधन और नेतृत्व कौशल भी विकसित होता है।