सरायकेला :नीम के पेड़ से निकल रहा दूध, कुदरत का चमत्कार आस्था पर विश्वास लोग कर रहे पूजा अर्चना
*
सरायकेला : कोल्हान के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ओर सुदूर्वर्ती गांव रांका के जावरादा टोला के इन वादियों में एक नीम का पेड़ पिछले कई दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पेड़ से दूध जैसा तरल पदार्थ निकल रहा है। जिसकी जानकारी जैसे आसपास के गांवों के लोगों को हुई तो भारी संख्या में लोग पहुंच गए।
एक तरफ राम लाला की जन्म भूमि में महादिवाली के तरफ मनाने जा रहा हे।दूसरी ओर इस तरह के नीम के पेड़ में एक करिश्मा हे। आस्था को मानने वाले श्रद्धालु भक्तो लोग पदार्थ को बोतल में भरकर घर अपने घरों को भी ला रहे हैं। लोग दूध जैसी बहती धारा को देख चमत्कार मानने लगे हैं।विगत दो दिनो से आसपास के गांवों से लोग वहां पहुंचकर पूजा अर्चना भी करने लगे हैं।
करीब 25 30 वर्ष पुराने एक नीम के पेड़ से अचानक सफेद दूध जैसा तरल पदार्थ बीते शनिवार से निकल रहा है। जिसकी धारा पेड़ की काफी ऊंचाई से लगातार 2 दिन से तेज गति में बह रही है। जैसे ही इस बात की जानकारी लोगों को लगी तो वह बोतल और अन्य चीज लेकर उसको लाने के लिए पहुंच रहे हैं। गांव के पास स्थित इस पेड़ की लोग पूजा अर्चना भी कर रहे हैं। हालांकि, इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है, लेकिन लोग आस्था को विश्वास करने वाले मानने को तैयार नहीं हैं।
ग्रामीणों का कहना पहले इस तरह नीम के पेड़ से दूध नहीं निकला जेसे जेसे रामलाला की मूर्ति अयोध्या में लगने जा रहे उसी दौरान प्रभु राम की असीम कृपा हे,जो मानव जीवन से जुड़े रहा हे, क्युकी प्राचीन कालीन युग से हमारे ऋषि मुनि द्वारा नीम के पत्ते जड़े फल फूल और रस से कोई प्रकार के आर्युवेदिक अशौधी में काम आते हे।
पालना गांव निवासी सुशेन मांझी ने बताया कि पेड़ करीब 20/30 वर्ष पुराना है। इस पेड़ से 3 दिनों से कुछ दूध जैसा तरल पदार्थ निकल रहा।सोमवार को इसकी मात्रा अचानक बढ़ गई है। लोग ईश्वरीय चमत्कार मानकर इसे प्रसाद समझकर घर भी ले जा रहे हैं। इस बारे में कृषि वैज्ञानिक सुरेंद्र सिंह का कहना है पूरे पेड़ को जड़ों से ही पौष्टिक तत्व मिलता है।
जाइलम से पौष्टिक तत्वों को तने तक पहुंचाया जाता है। जाइलम के कभी फटने के कारण नीम के पेड़ से दूध जैसा तरल पदार्थ निकलने लगता है।लगातार पैड के नीचे सेकडो की तादात से ग्रामीण पहुंच रहा हे।
Jan 09 2024, 21:12