Nov 28 2023, 11:43
*जबलपुर से अपने पुरखों की जड़ों को ढूंढते कुडवार पहुंचे प्रोफेसर डॉ राजेंद्र कुडारिया*
प्रो. राजेंद्र कुमार कुडारिया जबलपुर के गवर्मेंट साइंस कॉलेज में भौतिक शास्त्र के प्राध्यापक है। प्रोफेसर साहब ने बताया कि वर्तमान में हमारा परिवार जबलपुर की सिहोरा तहसील में विगत 8, 10पीढियों से निवासरत हैं। सभी सरयूपारी ब्राह्मण हैं। सभी गार्ग (गोत्रिय) गोत्र के दुबे हैं।
एक बहुत प्राचीन सरयूपारिन ब्राह्मणों पर लिखी हुई पुस्तक से यह ज्ञात हुआ कि हम कुडारिया दुबे लोग सुल्तानपुर यूपी के कुडवार ब्लॉक के दुबे,/द्विवेदी हैं, ये कुड़वार नरेश द्वारा पूजित थे, और गोस्वामी तुलसीदास जी भी इसी वंश के हैं, आज अपनी जड़ों की ओर पहुंचने के प्रयास में मेरा आगमन सुल्तानपुर हुआ, यहां वरिष्ठ समाजसेवी डा डी एस मिश्र, सुल्तानपुर, चेयरमैन मेडीसेवा फाउंडेशन से मुलाकात हुई, उनके सक्रिय सहयोग से कुड़वार जाना हुआ,।
वहा श्री राजमणि मिश्र सेवानिवृत अध्यापक बीपी इंटर कॉलेज के सहयोग से श्री पवन शुक्ला एडवोकेट के घर पर श्री संजय दुबे पत्रकार राकेश तिवारी सहित कुरवार में संभ्रांत लोगो से मुलाकात हुई । तलाश करने पर *केवटली गांव* के दुबे परिवार से जड़ का पता चला । *केवटली गांव के श्री अमर नाथ दुबे से भेंट हुई* और विस्तृत विवरण प्राप्त किया।
केवटली गांव के वरिष्ठ पत्रकार श्री नरेंद्र द्विवेदी श्री बृजेन्द्र द्विवेदी अध्यापक श्री सूर्य प्रकाश द्विवेदी से भी वार्ता हुई । जब जानकारी प्राप्त की गई तो पता चला कि यह लोग मेरे ही गोत्र के निकले उनके और मेरे कुलदेवता एक ही है।बहुत सी सार्थक चर्चाएं हुईं, और समाज, परिवार के अन्य लोगों से मिलने तथा एकत्र एवं संगठित करने की दिशा में सार्थक चर्चाएं हुईं। साथ ही दुबेपुर ब्लॉक के बांसी गांव के रामदास के पुरवा में श्री अरविंद तिवारी जी द्वारा निर्मित तिवारियों के गांव मे स्थित दक्षिण शैली भव्य मदिर के भी दर्शन पूजन किए।
गांव के डॉ आलोक तिवारी ,अखिलेश तिवारी सहित गांव के लोगो ने भव्य स्वागत किया। ज्ञातव्य हो कि प्रो राजेंद्र कूड़ेरिया (दुबे)जबलपुर में ब्राह्मण विवाह जबलपुर ग्रुप भी चलाते हैं। आपकी धर्म पत्नी भी उसी कॉलेज में प्रोफेसर है। यह बहुत से ब्राह्मणों सहित समाज सभी वर्ग के बेटे बेटियों की शादी में आपका योगदान दे रहे है। वहां पर आदिवासी और वंचित वर्ग के बच्चो के शिक्षा के उत्थान में आप लगातार अभियान चलाए है ।आप *शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास महाकोशल प्रांत के प्रांत संयोजक भी* हैं। साथ ही बहुत से सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों मे सतत सलग्न रहते हैं। श्री दिनेश दुबे जी एवं डा डी एस मिश्रा जी के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। और अपने पुरखों के भूमि की मिट्टी साथ लेकर गए। ज्ञात हो कि केवटली गांव कुड़वार रियासत और वर्तमान कुड़वार गांव का ही अंग था। प्रोफेसर साहब उसके बाद अयोध्या धाम के दर्शन के लिए निकल गए।
Nov 28 2023, 12:54