आशा और आशा संगीनियों ने मांगों को लेकर डीएम को दिया ज्ञापन
फर्रूखाबाद । आशा और आशा संगीनियों ने मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया बाद में जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह को ज्ञापन दिया है जिसमें कहा है कि अस्पतालो मे मरीजी से लूट खसोट खुले आम जारी है । तीन हजार रुपए की वसूली और बाहर से प्रसव के समय उपयोग होने वाली सामग्री तथा दवाओं की खरीददारी भी तीमारदारों से करवाई जाती है।इसका विरोध पर आशा ही उनके कोप का शिकार बनती है।
आए दिन आशा कर्मियों के साथ चिकित्सकों, स्टाफ कर्मियों द्वारा मारपीट, उन्हें चिकित्सा संस्थान परिसरों से बाहर खदेडने प्रवेश न करने देने की घटनाओं के मूल में यही अवैध उगाही है। बार बार ध्यान आकर्षित करने के बावजूद सरकार न्यूनतम वेतन के प्रश्न को सुनने को भी तैयार नहीं है, न भविष्य निधि, न ग्रेड्युटी न किसी तरह की सामाजिक सुरक्षा, न कोई वार्षिक अवकाशातृत्व अवकाश 1 इन्ही समस्याओं के समाधान के लिए ध्यान आकर्षित करने और मांगो के माध्यम से इन्हें स्वीकार करने के लिए
आंदोलन की शुरुआत करते हुए निम्न मांग की है । आशा और संगिनी को मिलने वाली राशि को प्रोत्साहन राशि के बजाय उसे मानदेय के रूप में संबोधित किया जाये तथा उसके भुगतान की प्रणाली में आमूल चूल परिवर्तन करते हुए स्थाई भुगतान न्यूनतम वेतन के बराबर किया जाय।
गोल्डन आयुष्मान कार्ड व दस्तक, वेलनेस सेंटर में योगदान दी थी कुष्ट रोग निरोधक अभियान पोलियो के विरुद्ध अभियान हेल्थ प्रमोशन आदि समसामयिक कार्य में योगदान की वर्षो से बकाया अनुतोश राशियों का भुगतान अविलंब किया जाए, यही नहीं जुलाई 2019 राज्य सरकार दवारा अधिसूचित प्रतिपूर्ति राशि का आंशिक भुगतान नहीं किया जाता।
मार्च 2020 से 31 मार्च 2022 तक योगदान के लिए केंद्र सरकार द्वारा घोषित कोविड भत्ता रु 1000/- मासिक में सिर्फ 5 माह का भुगतान किया गया। शेष कोई 19 माह की प्रोत्साहन राशि का कहीं अता पता नहीं, समस्त बकाया का आकलन करने के लिए एक त्रिपक्षीय कमेटी बनाई जाय जो इस वित्तीय बकाए का मही मूल्यांकन कर सभी का भुगतान सुनिश्चित करें तथा इस पैसे के हेरफेर के जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मियों के
विरुद्ध कार्यवाही की जाय
संगिनी और आशा कर्मियों को राज्य स्वास्थ्यकमों के रूप में मान्यता देकर उन्हें न्यूनतम वेतन मातृत्व अवकाश कार्यस्थलों में सुरक्षा की गारंटी की जाया,भारतीय सम्मेलन की सिफारिश के अनुसार सभी आशा कर्मियों को भविष्यनिधि (ईपीएफ) व राज्य कर्मचारी बीमा निगम ( ईएसआई) का सदस्य बनाया जाय वा विना ग्रेच्युटी के भुगतान किसी भी आशा कभी को सेवा से निवृतमा आए वर्ष 2017 से सब तक सेवा के दौरान दुर्घटनाओं में और अन्य कारणों से जान गवाने बाली आशा व आशा संगीनियों के आश्रित को 20 लाख मुवावजा दिया जाए व आशा व संगीनियों को 10,000/-रू मासिक पेंशन दी जाय। योन हिंसा रोकने के लिए जिला स्तर पर जेंडर सेसटाइजेशन कमेटी अगस्ट मैक्सुअल हैरेसमेंट ( जीएम कैस) का गठन किया जाए ।
सभी आशा व आशा संगीनियों को रू10 लाख का स्वास्थ्य बीमा व रु 50 लाख का जीवन बीमा का लाभ दिया जाए। प्रदेश भर में भुगतान के नाम पर सीएचसी/ पीएचसी प्रभारियो, बीसीपीएम सहित अन्य कर्मचारियों द्वारा की जाने वाली वार्षिक 1000 करोड़ रु से अधिक की घुसखोरी को रोकने के लिए एक निगरानी तंत्र बनाया जाय। साक्ष्यों के साथ दी जाने वाली शिकायतों का त्वरित निस्तारण के लिए स्वतंत्र प्रकोष्ठ गठित किया जाय।
प्रोत्साहन राशियों के लम्बित भुगतान व राज्य सरकार द्वारा अनुमन्य बकाया 1500/ मासिक का तत्काल भुगतान सुनिश्चित कराया जाय। 12 सीएचसी मोहम्मदाबाद जनपद की 20 आशा कर्मियों को वर्षों से अकारण काम से वंचित रखा गया। सेवा से योगदान के नाम पर प्रभारी और बीसापीस द्वारा मोटी रकम मांगी जा रही है, जिसे देने में समर्थ न होने के कारण काम नहीं दिया जा रहा है। उन सभी को तत्काल कार्य आवंटित कराया जाय। जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा कार्य योजना बनाते समय मानव क्षमता के अनुरूप वैज्ञानिक आधार पर कार्य निर्धारण किया जाया ।
सीएचसी सिद्धौर जनपद बाराबंकी की आशा कर्मी प्रतिमा गुप्ता के अपहरण और हत्या में शामिल अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाय l भ्रष्ट्राचार आशा और तीमारदारों से की जाने वाली वसूली की शिकायत करने तथा साक्ष्य के रूप में उसके वीडियो अधिकारियो तक पहुंचाने की अमर्यादित टिप्पणी की शिकायत करने के कारण खोराबार पीएचसी जनपद गोरखपुर प्रभारी द्वारा उच्चाधिकारियों को भ्रमित कर शिकायतकर्ताओं को ही सेवा से पृथक करवा दिया। तत्कालीन खोराधार प्रभारी चिकित्साधिकारी राजेश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री को सारे भ्रष्ट्राचार की जानकारी होने का आरोप लगाने के अपराधिक कृत्य के विरुद कार्यवाही करने अपराधिक मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी करने के बजाय उसे प्रोन्नति देकर नगर निगम का प्रभारी बना दिया गया। अध्यक्ष विमलेश,सचिवअनीता देवी सहित दर्जनों पदाधिकारी उपस्थित रहे ।
Nov 22 2023, 20:20