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जालसाजी व धोखाधड़ी के दो गैंगस्टरों की 107 करोड़ की संपत्ति जप्त

गोरखपुर। जलसाजी द्वारा धोखाधड़ी और गबन का अपराध कारित करने वालों की संपत्ति को बुधवार को प्रशासनिक टीम के साथ पहुंची पुलिस ने जप्त कर लिया इसकी कीमत 107 करोड़ रुपए आकी गई है ।

जानकारी के मुताबिक एम्स थाना इलाके के गैंग लीडर कमलेश यादव पुत्र रामकेवल यादव निवासी बहरामपुर अहिरवाती टोला थाना एम्स जनपद गोरखपुर व गैंग के सदस्य दीनानाथ प्रजापति पुत्र मोहन निवासी कुसुम्ही बाजार थाना एम्स गोरखपुर के द्वारा अपराध से अर्जित अवैध सम्पत्तियों को राजस्व टीम नायब तहसीलदार चौरीचौरा के द्वारा स0पु0अ0/क्षेत्राधिकारी कैण्ट गोरखपुर व थानाध्यक्ष मदन मोहन मिश्रा थाना एम्स की मौजूदगी में उ0प्र0 गिरोह बन्द समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधि0 1986 की धारा 14(1) के अन्तर्गत जब्तीकरण की कार्यवाही की गयी ।जब्त की गयी सम्पत्ति की अनुमानित कीमत 107 करोड़ की है।

जब्त/कुर्क की गयी सम्पत्ति का विवरण

जमीन व भवन का प्रकार मीना देवी आई.टी.आई. कालेज, मालिक का नाम मीना देवी पत्नी कमलेश यादव निवासी बहरामपुर अहिरवाती टोला थाना एम्स जनपद गोरखपुर,अनुमानित मूल्य 22 करोड़,जमीन व भवन का प्रकार आर.एन. आई.टी.आई. कालेज व हास्टल, मालिक का नाम मीना देवी पत्नी कमलेश यादव निवासी बहरामपुर अहिरवाती टोला थाना एम्स जनपद गोरखपुर, अनुमानित मूल्य 27 करोड़

3. जमीन व भवन का प्रकार आशिर्वाद गेस्ट हाउस, मालिक का नाम अर्चना सागर पत्नी दीनानाथ प्रजापति निवासी कुसम्ही बाजार थाना एम्स जनपद गोरखपुर, अनुमानित मूल्य 10 करोड़।

4. जमीन व भवन का प्रकार आशिर्वाद मैरेज हाल व हास्टल, मालिक का नाम अर्चना सागर पत्नी दीनानाथ प्रजापति निवासी कुसम्ही बाजार थाना एम्स जनपद गोरखपुर, अनुमानित मूल्य 20 करोड़।

5. जमीन व भवन का प्रकार जय बुढिया माता मन्दिर प्रापर्टी के बगल मे अर्ध निर्मित मकान, मालिक का नाम दीनानाथ प्रजापति पुत्र मोहन निवासी कुसम्ही बाजार थाना एम्स जनपद गोरखपुर, अनुमानित मूल्य 03 करोड़।

6. जमीन व भवन का प्रकार आशिर्वाद मैरेज लान के के पीछे गोदाम, मालिक का नाम अर्चना सागर पत्नी दीनानाथ प्रजापति निवासी कुसम्ही बाजार थाना एम्स जनपद गोरखपुर, अनुमानित मूल्य 03 करोड़।

7. जमीन व भवन का प्रकार जमीन कुल 04 बिगहा मौजा (बहरामपुर,रूद्रापुर,कुसम्ही,नरायनपुर), मालिक का नाम कमलेश यादव निवासी बहरामपुर अहिरवाती टोला थाना एम्स जनपद गोरखपुर व परिवारजन, अनुमानित मूल्य 08 करोड़।

8. जमीन व भवन का प्रकार जमीन कुल 03 बिगहा मौजा (बहरामपुर,रूद्रापुर,कुसम्ही), मालिक का नाम दीनानाथ पुत्र मनोज निवासी कुसम्ही बाजार थाना एम्स जनपद गोरखपुर व परिवारजन, अनुमानित मूल्य 06 करोड़।

9. जमीन व भवन का प्रकार पैतृक मकान मौजा कुसम्ही बाजार, मालिक का नाम दीनानाथ पुत्र मनोज निवासी कुसम्ही बाजार थाना एम्स जनपद गोरखपुर, अनुमानित मूल्य 02 करोड़।

10. जमीन व भवन का प्रकार जमीन कुल 02 बिगहा मौजा गहिरा, मालिक का नाम कमलेश यादव पुत्र रामकेवल यादव निवासी बहरामपुर अहिरवाती टोला थाना एम्स गोरखपुर, अनुमानित मूल्य 04 करोड़।

11. जमीन व भवन का प्रकार जमीन कुल 01 बिगहा मौजा अमहिया, मालिक का नाम रामकेवल यादव पुत्र स्व विन्ध्याचल यादव पता उपरोक्त, अनुमानित मूल्य 02 करोड़।

कुल अनुमानित मूल्य 107 करोड़ रूपये

अपराध का तरीका-

“मु0अ0सं0 222/23 धारा 3(1) उत्तर प्रदेश गिरोहबन्द एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 से सम्बन्धित अभियुक्तगण क्रमशः 1. कमलेश यादव पुत्र रामकेवल यादव निवासी ग्राम बहरामपुर अहिरवाती टोला, थाना एम्स, जनपद गोरखपुर (उम्र 52 वर्ष), 2. दीनानाथ प्रजापति पुत्र मोहन प्रजापति निवासी कुसुम्ही बाजार, थाना एम्स, जनपद गोरखपुर (उम्र 48 वर्ष) व 3. मनोज कुमार पुत्र सुदर्शन यादव निवासी ग्राम रक्षवापार थाना पिपराईच, जनपद गोरखपुर (उम्र 37 वर्ष) के विरुद्ध थाना एम्स जनपद गोरखपुर पर पंजीकृत किया गया है ।

मुकदमा के दौरान साक्ष्य संकलन से ज्ञात हुआ है कि अभियुक्त कमलेश यादव गैंग का सरगना है तथा दीनानाथ प्रजापति व मनोज कुमार गैंग के सक्रिय सदस्य हैं । यह गैंग एक संगठित, सक्रिय एवं अभ्यस्त गैंग है । गिरोह के माध्यम से अपने गिरोह के सदस्यों के साथ अनुचित आर्थिक व दुनियाबी लाभ एवं भौतिक सुख के लिए भा0दं0वि0 के अध्याय 17 व 22 के अन्तर्गत अपराध करने के आदी हैं । इन अपराधों के माध्यम से से आर्थिक अपराध करते हुए धन अर्जित करते हैं ।

राजेंद्र गुप्ता और हिमानी शिवपुरी का रंग महोत्सव में चला जादू

गोरखपुर।राजेंद्र गुप्ता और हिमानी शिवपुरी जब रंगमंच के यह साधक किसी नाटक में साथ आते हैं तब प्रस्तुति में कैसा रचनात्मक जादू होता है इसकी मिसाल है नाटक– "जीना इसी का नाम है"।

दिल को छू लेने वाली इस प्रस्तुति में दो प्रमुख नाम और भी शामिल है पहले हैं राकेश वेदा जिन्होंने इस नाटक को लिखा और जिसे अपनी दिलचस्पी लेकर राजेंद्र गुप्ता और हिमानी शिवपुरी ने प्रस्तुति के रूप में आगे बढ़ाया दूसरे हैं इस नाटक के निर्देशक सुरेश भारद्वाज। मूल रूप से यह प्रस्तुति अर्बुज़ोव के मूल रूसी नाटक 'ओल्ड वर्ल्ड' पर आधारित है।

जीना इसी का नाम है का मंचन बुधवार को अभियान थिएटर ग्रुप द्वारा आयोजित नेशनल थियेटर फेस्टिवल गोरखपुर रंग महोत्सव 2023 के अंतर्गत पहले दिन हुआ जिसमे दर्शक बहते चले गए। 80 मिनट कब बीते पता ही नहीं चला। इसी बीच मंच पर जब राजेंद्र गुप्ता और हिमानी शिवपुरी एक ही छतरी के नीचे बारिश में भीगे, युवा जोड़ों की तरह थिरके और जब हिमानी की गोद में सिर रखकर उन्होंने अपनी "नई बॉस" के आगे खुद को सरेंडर किया, रोमांचित दर्शक भी इस सिक्सटी प्लस रोमांस में खो गए।

युवा दर्शक इस अनूठी दोस्ती से खुद को अलग नहीं कर सके। इस नाटक ने बड़े प्यार से दर्शकों को संदेश दिया कि अकेली, उदास और 60 पार जिंदगी भी हसीन बना सकती है बशर्ते उसमें रूटिंग से हटकर मस्ती का नया रंग भर दिया जाए।सोच बदलने वाला कोई दोस्त, कोई साथी मिल जाए फिर उदासियां तो क्या गम भी आंसू बहाते है।

"जीना इसी का नाम है" नाटक दो विपरीत स्वभाव वाले पात्रों डॉक्टर भुल्लर (राजेंद्र गुप्ता) और सरिता शर्मा ( हिमानी शिवपुरी) की कहानी है। 69 बरस के डॉक्टर भुल्लर मुंबई में समंदर के किनारे एक हेल्थ सेंटर के चीफ मेडिकल ऑफिसर है। वहां पर सरिता शर्मा एडमिट है एक मरीज के रूप में। डॉक्टर भुल्लर से उनकी स्वाभाविक मुलाकात होती है मगर पहले ही मुलाकात में दोनों को मालूम हो जाता है कि दोनों मंगल और शुक्र तारे की तरह दो अलग प्रकृति के व्यक्तित्व है।

सरिता शर्मा एक थिएटर आर्टिस्ट है। वह जिंदगी से भरपूर है। उन्हें खूबसूरत रहना और इस अंदाज में पेश आना अच्छा लगता है। वह अपने गमों को भुलाकर बिंदास तरीके से जिंदगी को जीने में यकीन करती हैं। वही डॉक्टर भुल्लर बेहद अनुशासन प्रिय और रूखे मिजाज के हैं। सिगरेट छोड़ने की चाहत में पिछले 6 साल से चॉकलेट लगातार खा रहे हैं। बेतरतीब से रहते हैं। शुरुआती मुलाकात में दोनों के बीच विकर्षण का भयंकर विस्फोट होता है।

डॉक्टर भुल्लर को शिकायत है अस्पताल में एडमिट मरीज सरिता शर्मा ने अपना फार्म तक ठीक से नहीं भरा है। उसमें उम्र तक नहीं लिखी है। मैरिड है या अनमैरिड यह भी नहीं बताया है। अपॉइंटमेंट फिक्स होने के बावजूद समय पर नहीं आई। इस पर सरिता शर्मा के अपने तर्क है - " जरा गौर फरमाइए डॉक्टर साहब क्या आपको पता नहीं कि किसी महिला से उसकी उम्र पूछना निहायत ही बेअदबी की बात है और आपको मेरी शादी से क्या लेने देना।

दस बजे की जगह मैं एक बजे इसलिए आ सकी क्योंकि मैं गार्डन में चिड़ियों को दाने डाल रही थी वरना दाना खिलाने का टाइम गड़बड़ा जाता है। " जाहिर है कि तलाक मिजाज डॉक्टर साहब ऐसी अजीब तर्कों पर कशमशा जाते हैं, उखड़ जाते हैं।

डॉक्टर भुल्लर को जब अपने सवालों का जवाब नहीं मिलता तभी उनके पास आई स्टाफ की शिकायतों का कच्चा चिट्ठा खोल देते हैं। सरिता शर्मा से उन्हें इसके भी लाजवाब जवाब मिलता है - "डॉक्टर साहब मैं आधी रात के वक्त अपने वार्ड के खिड़की से इसलिए गायब हो जाती हूं क्योंकि मुझे चांद को देखना बहुत अच्छा लगता है। मैं रात को गार्डन में देर तक चांद को निहारती हूं ,घूमती हूं, फिरती हूं और सुकून से बैठकर गीत गुनगुनाती हूं और आप ही बताइए क्या सुबह-सुबह वार्ड में अपने बिस्तर पर बैठकर भजन गाना क्या बुरी बात है।"

हॉस्पिटल की शुरुआती मुलाकातों के विपरीत जल्दी दोनों एक दूसरे के दोस्त बन जाते हैं। यह सब होता है, सरिता शर्मा यानी हिमानी शिवपुरी की जिंदगी से भरपूर किरदार की वजह से। इस दौरान दोनों की आपबीती सामने आती है डॉक्टर भुल्लर की पत्नी तभी चल बसी थी जब उनकी बेटी सिर्फ 5 साल की थी। अभी बेटी शादीशुदा है। उन्हें बेटी और दामाद के आने का बीते डेढ़ साल से इंतजार है जबकि सरिता शर्मा के पति एक नामी कलाकार है। वह कार्यक्रमों की वजह से देश-विदेश की दौरे पर रहते हैं। वह एक यंग थिएटर आर्टिस्ट से शादी कर चुके हैं। लिहाजा सरिता शर्मा दोनों से अलग अपनी जिंदगी जी रही हैं। जाहिर है कि डॉक्टर भुल्लर और सरिता शर्मा एकाकी और टूटी जिंदगी जीने को मजबूर है। सवाल है कि क्या दोनों की पटरी एक दूसरे के साथ कभी बैठ सकेगी क्या विपरीत प्रकृति वाले दोनों उम्र दराज बची जिंदगी के सफर पर साथ चल सकेंगे नाटक अंत तक इसी कशमकश के साथ आगे बढ़ता है ।

नाटक में राजेंद्र गुप्ता और हिमानी अपनी अभिनय कला के बेहतरीन आयाम और रंग बिखरते हैं। कहानी के अनुसार मंच पर खुद को राजेंद्र गुप्त और हिमानी शिवपुरी बेहद बेहतरीन अंदाज में प्रस्तुत करते हैं और दर्शकों को सहज ही अपने किरदारों से बांध लेते हैं। एक रोमानी और जिंदगी से भरपूर पात्र के रूप में हिमानी शिवपुरी दर्शकों की आंखों और दिल में कुछ ज्यादा ही उतर जाती है। नाटक मंच पर जीवंत तथा प्रभावशाली बनाने में निपत्य के कलाकारों महत्वपूर्ण श्रम रहा नाटक में दृश्य को बदलने के लिए स्लाइडिंग सीन्स फ्रेम्स या पैनल का कल्पनाशील उपयोग किया गया संगीत, दृश्य और दर्शकों दोनों को जोड़ता रहा इस सफल संयोजन प्रस्तुति और प्रबंधन में निर्देशक सुरेश भारद्वाज एक बार फिर एक स्तंभ की तरह सामने आए।

रंग महोत्सव के दूसरे दिन होगी बिदेसिया की प्रस्तुति

आयोजन समिति के मीडिया समन्वयक नवीन पांडेय ने बताया कि रंग महोत्सव के दूसरे दिन रंग विमर्श के अंतर्गत रंगमंच का अभिनेता और उसका भविष्य विषय पर चर्चा होगी जिसमे बतौर अतिथि श्री संजय उपाध्याय, पूर्व निदेशक मध्य प्रदेश नाट्य विद्यालय भोपाल मौजूद रहेंगे और वार्ताकार होंगे डॉक्टर शैलेश श्रीवास्तव।

श्री पाण्डेय ने बताया कि विमर्श के तुरंत बाद भोजपुरी भाषा के सेक्सपियर कहे जाने वाले महान लोक कलाकार भिखारी ठाकुर द्वारा लिखित बिदेसिया की प्रस्तुति होगी। संगीत, परिकल्पना और निर्देशन चर्चित रंग निर्देशक श्री संजय उपाध्याय का है।पुष्प दंत जैन, प्रोफेसर चितरंजन मिश्र, प्रोफेसर आर डी राय, प्रोफेसर भरत भूषण, कुमार हर्ष, आर डी सिंह, विनोद सिंह, श्रीकांत शरण त्रिपाठी, राकेश श्रीवास्तव सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।

राज्य स्तरीय टीम ने देखा कोल्ड चेन, गुणवत्तापूर्ण सेवा के लिए किया प्रेरित

गोरखपुर।गोरखपुर, तीन दिवसीय दौरे पर आई राज्य स्तरीय टीम ने जिले के पांच कोल्ड चेन प्वाइंट का दौरा कर सहयोगात्मक पर्यवेक्षण किया । टीम ने चेन प्वाइंट के हैंडलर्स को गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करने के लिए प्रेरित किया और उनका क्षमता वर्धन भी किया ।

इस दौरान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और बसंतपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र के मॉडल टीकाकरण केंद्र समेत आंकाक्षी ब्लॉक बांसगांव और ब्रह्मपुर कोल्ड चेन प्वाइंट पर उपस्थित कर्मियों से टीम ने सवाल भी पूछे । टीम ने कौड़ीराम स्वास्थ्य केंद्र का भी कोल्ड चेन देखा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि टीके को सुरक्षित और असरकारक बनाने में कोल्ड चेन प्वाइंट की अहम भूमिका है । इन प्वाइंट पर दो से आठ डिग्री तापमान के बीच सभी टीके रखे जाते हैं ।

टीकाकरण सत्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी तापमान को मेंटेन करते हुए यह सभी टीके उपलब्ध कराए जाते हैं । इन प्वाइंट को देखने के लिए राज्य स्तर से यूएनडीपी संस्था के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर अहमद अब्बास आगा और उनकी टीम आई थी। तीन दिनों के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के बाद टीम ने कई महत्वपूर्ण फीडबैक दिये हैं जिन पर अमल कर समुदाय को बेहतर सेवाएं दी जाएंगी ।

सीएमओ ने बताया कि जिले के 80 फीसदी से ज्यादा कोल्ड चेन ए ग्रेड के हैं । ईविन एप के जरिये टीकों के तापमान की ऑनलाइन निगरानी की जाती है। इस कार्य में यूएनडीपी संस्था के मंडलीय प्रतिनिधि राजीव रंजन और जनपद प्रतिनिधि पवन कुमार सिंह सहयोग दे रहे हैं ।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा की देखरेख में सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी प्वाइंट पर टीके की कमी हो तो नजदीकी प्वाइंट से उसकी आपूर्ति सुनिश्चित की जाए । इस कार्य में ईविन एप और जिले के 84 प्रशिक्षित कोल्ड चेन हैंडलर्स मददगार साबित हो रहे हैं।

जिले में एम्स का कोल्ड चेन प्वाइंट एक ऐसा टीकाकरण स्थल है जहां पर यूविन एप के जरिये लाभार्थियों को टीकाककरण का ऑनलाइन प्रमाण पत्र दिया जाता है। लाभार्थियों को टीकाकरण के ड्यू डेट की अग्रिम सूचना भी एमएमएस के माध्यम से दी जाती है ।

सरकारी अस्पताल का टीका सुरक्षित

डॉ दूबे ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों पर उपलब्ध टीके पूरी तरह से सुरक्षित है और सरकारी प्रावधानों के तहत ही उपलब्ध है। अवकाश के दिनों में भी सरकारी अस्पताल के कोल्ड चेन पर नजर रखी जाती है। मुख्य स्टोर से स्वास्थ्य केंद्र और वहां से सत्र स्थल तक टीके का तापमान बना कर रखा जाता है।

अगर कोई टीका खुलने के कारण खराब हो गया है तो उसे कोल्ड चेन सिस्टम से बाहर कर दिया जाता है। अगर कोई तकनीकी बाधा भी आती है तो कोल्ड चेन बाक्स या आवश्यकता पड़ने पर टीकों का ट्रांसफर कर उनकी गुणवत्ता बनाए रखी जाती है।

कृषि गोष्ठी में किसानों को दी गई कृषि प्रबंधन की जानकारियां

खजनी गोरखपुर।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज क्षेत्र के भरोहियां में स्थित सरकारी कृषि बीज गोदाम पर आयोजित कृषि गोष्ठी में किसानों को फसलो कीबुवाई,सिंचाई,बीमा, खाद,बीज,पराली(पुआल)जलाने से होने वाले नुक़सान आदि कृषि प्रबंधन से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं।

सहायक विकास अधिकारी कृषि कमलेश सिंह ने बताया कि सरकारी कृषि बीज गोदाम पर किसानों के लिए उत्तम किस्म के परीक्षित गेंहू के बीज करण वंदना, डीबीडब्ल्यू-187,डीबीडब्ल्यू-330,सरसों के बीज,जिप्सम तथा पराली प्रबंधन के लिए आवश्यक जानकारियां देते हुए उन्हें सरकार द्वारा बीजों और कृषि रक्षा यंत्रों पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी,फसल बीमा,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि आदि से संबंधित जानकारियां दी गईं।

इस दौरान उपस्थिति किसानों को खेतों में पराली जलाने से होने वाले नुक़सान की जानकारी देते हुए बताया गया कि पराली जलाने से खेत की मिट्टी गर्म हो जाती है।पराली प्रबंधन के लिए डी-कंपोजर के उपयोग तथा खेत में पराली जलाने पर लगाए जाने वाले जुर्माने और दंड की जानकारी दी गई। इस दौरान मौके पर मौजूद किसानों अपनी समस्याओं से भी अवगत कराया।

गोष्ठी में भाजपा खजनी मंडल अध्यक्ष एडवोकेट धरणीधर राम त्रिपाठी,ए.जी. इंद्रजीत,बीटीएम सतीश कुमार मौर्या,एडीओ पीपी

कन्हैयालाल,बीज गोदाम के इंचार्ज अर्जुन सिंह टीएसी तथा स्थानीय किसान सुदामा मौर्या,अमरजीत सिंह,लालजी सिंह,विनयकांत त्रिपाठी,विंध्याचल,रामचंदर, उमाशंकर,चंद्र कुमार सिंह समेत दर्जनों किसान मौजूद रहे।

नवागत चिकित्सा निदेशक से मिले महामंत्री विनोद राय एवम केंद्रीय रेलवे चिकित्सालय की समस्याओं पर हुई वार्ता

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय एवं उनका प्रतिनिधि मंडल कल केंद्रीय रेलवे चिकित्सालय के नवागत चिकित्सा निदेशक से शिष्टाचार मुलाकात किया। महामंत्री विनोद राय ने केंद्रीय रेलवे चिकित्सालय की समस्याओं से उनको अवगत कराया। रेलवे हॉस्पिटल में कैंसर एवं न्यूरो के स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं है पहले रेलवे चिकित्सालय से हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर हॉस्पिटल टाइअप था जो खत्म हो गया है।

रेलवे हॉस्पिटल में चिकित्सा के लिए आए कैंसर एवं न्यूरो के मरीजों को अत्यंत कठिनाई का सामना करना पड़ता है। उन्होंने हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर हॉस्पिटल को रेलवे से टाइ अप करने तथा बाहर से न्यूरो के स्पेशलिस्ट डॉक्टर को रेलवे अस्पताल में बिठाने के लिए निवेदन किया।

अस्पताल कर्मचारियों तथा पैरामेडिकल स्टाफ के प्रमोशन पर भी चर्चा की गई।रेलवे अस्पताल में स्वच्छ पेयजल , मरीज को दिए जाने वाले खाने की गुणवत्ता, भर्ती मरीजों के तीमारदारों को बैठने के लिए कुर्सी, बाहर से आए मरीज के परिजनों को रहने के लिए विश्राम गृह की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु महामंत्री विनोद राय ने निवेदन किया।

नवागत चिकित्सा निदेशक महोदय ने सारी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना एवं सभी के समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। महामंत्री विनोद राय के साथ पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री डीके तिवारी, आर पी भट्ट दीपक चौधरी, विजय पाठक, कुलदीप मणि त्रिपाठी, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, जयप्रकाश सिंह, निशांत यादव, सतीश श्रीवास्तव देवेश सिंह हरिकेश बहादुर सिंह इत्यादि पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

प्रबुद्ध जनों से मिले क्षेत्रीय अध्यक्ष, अनुसूचित वर्ग सम्मेलन में किया आमंत्रित

गोरखपुर। अनुसूचित वर्ग सम्मेलन को लेकर क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय बुधवार को इस समाज के प्रबुद्ध लोगों से मिले और कार्यक्रम में आमंत्रित किया। क्षेत्रीय अध्यक्ष ने प्रोफेसर गोपाल प्रसाद, विभाग अध्यक्ष राजनीति शास्त्र दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर,

डॉ महेंद्र सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर राजनीति शास्त्र, डॉ अजय कुमार भारती हड्डी रोग विभाग एम्स गोरखपुर , डॉ श्वेता शाह असिस्टेंट प्रोफेसर मध्यकालीन इतिहास दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर से मुलाकात की और सम्मेलन में आमंत्रित किया।

साथ में अमृतलाल भारती, नरेंद्र कुमार महंता, सिद्धार्थ शंकर पाण्डेय,सोमेश्वर पाण्डेय, डा पंकज सिंह मौजूद रहे।

सिंधी समाज के लोगों ने अमर शहीद संत कवर साहिब जी का मनाया शहादत दिवस

गोरखपुर। 1 नवंबर को सिंधी समाज अमर शहीद संत कवर साहब जी का शहादत दिवस जटाशंकर स्थित लक्ष्मी सत्संग भवन में मनाया गया कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित व आरती के साथ की गई। साई रविदास जी द्वारा भजन भी प्रस्तुत किया गया।

वही शहादत दिवस के दिन प्रभु झूले लाल युवा सिंधी मंडल का भी गठन किया गया। साथ ही साइ रविदास द्वारा अरदास करके संपूर्ण जगत की सुख समृद्धि व शांति की कामना की गई।

इस अवसर पर विक्की कुकरेजा, लक्ष्मण नारंग, कमल मंझानी, शरद लखमणि, अमित केसवानी, सूरज हिरवानी, अमित जेसलानी आदि मौजूद रहे।

स्काऊट गाइड छात्रों के अंदर आत्मविश्वास और आत्मसम्मान पैदा करने में करता है मदद :राजकुमार मिश्र

गोरखपुर। गोला थाना क्षेत्र के कैलाशी देवी इण्टरमीडिएट कालेज बरहजपार में चल रहे त्रिदिवसीय स्काउट गाइड प्रशिक्षण के समापन समारोह के मुख्य अतिथि राजकुमार मिश्र ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्काउट गाइड प्रशिक्षण छात्रों के अंदर आत्मविश्वास और आत्मसम्मान पैदा करने में मदद करता है। स्वयंसेवक लोग महत्वपूर्ण जीवन-कौशल, टीम निर्माण, आउटडोर साहसिक कार्य, शिक्षा और मनोरंजन सीखते हैं। यह उन्हें कक्षा से परे की दुनिया की खोज करने में मदद करता है, और सर्वांगीण विकास में भी मदद करता है।

अध्यक्षता कर रहे हैं विद्यालय के प्रबंधक अवनीश मिश्र ने कहा कि स्काउट गाइड बचपन से व्यक्तित्व के विकास की नींव रखता है एक बेहतर नागरिक बनने के लिए समाज के प्रति जिम्मेदारी और कर्तव्यों की प्रेरणा स्काउट गाइड में दी जाती है। कार्यक्रम की शुरूआत माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प फुल अर्पित कर और दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।संचालन स्काउट गाइड प्रशिक्षक राजू मौर्य ने किया।

आज के कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा टेंट बना कर सजाया था। जिसमें महात्मा गांधी टीम प्रथम स्थान,जी 13 लक्ष्मीबाई द्वितीय स्थान और तीसरे स्थान पर सावित्री बाई फुले की टीम रही। इस टेंट बनाओ प्रतियोगिता में 32 टीम ने प्रतिभाग किया था। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के उप प्रधानाचार्य नितेश साहनी ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारीगण उपस्थित थे।

271 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे मुख्यमंत्री,चंपा देवी पार्क में जनसभा को संबोधित करेंगे सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 3 नवंबर (शुक्रवार) को गोरखपुर जिले को करीब 271 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे। वह छह कार्यदायी संस्थाओं की 221.10 करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण 89 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा आठ कार्यदायी संस्थाओं की 49.48 करोड़ रुपये की लागत वाली 51 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। लोकार्पण व शिलान्यास का यह कार्यक्रम रामगढ़ताल के समीप चंपा देवी पार्क में होना प्रस्तावित है।

गोरखपुर के अपने दौरे पर प्रायः विकास कार्यों की बौछार करने वाले सीएम योगी नवंबर माह के दौरों की शुरुआत भी उपहार देकर करेंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पित होने वाली विकास परियोजनाओं में लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड की 4, लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड तीन की 8, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की 6, यूपी प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड की 1, नेशनल प्रोजेक्ट्स कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड की 20 और जल निगम ग्रामीण की 50 परियोजनाएं शामिल हैं। जबकि शिलान्यास वाली परियोजनाओं में से 12 की कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड, 1 की लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड, 1 की सीएण्डडीएस (14), 4 की पुलिस आवास निर्माण निगम, 1 की यूपी सिडको, 2 की यूपीसीएलडीएफ, 4 की ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, व 26 की कार्यदायी संस्था नेशनल प्रोजेक्ट्स कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड है।

घर-घर नल से शुद्ध जल पहुंचाने पर खासा जोर

शुक्रवार को मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पित होने वाली विकास परियोजनाओं में सर्वाधिक संख्या उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) की हैं। कुल 50 परियोजनाओं पर 184 करोड़ 90 लाख 36 हजार रुपये खर्च कर 50 ग्राम पंचायतों में घर-घर नल से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। पेयजल की इन नई परियोजनाओं से पिपराइच, कैम्पियरगंज, गोरखपुर ग्रामीण, चिल्लूपार, खजनी, चौरीचौरा, बांसगांव विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।

उल्लेखनीय है कि सरकार हर गांव को नल से जल योजना के दायरे में लाने का कार्य कर रही है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विगत छह माह में 2800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास कर चुके हैं। 2 सितंबर को उन्होंने 193 गांवों के लिए 567.21 करोड़ रुपये तथा

20 जून को 623 गांवों के लिए 2245.28 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास किया था।

सिर्फ लग्न और त्योहारों तक सिमट कर रह गई कुम्हारों की चाककला

गोला बाजार /गोरखपुर। समय का चक्र बराबर घूमते रहता है।एक समय ऐसा भी था जिनके कला और श्रम से रहने के लिए घर, गृहउपयोगी सामान रखने के लिए पात्र के साथ साथ दिपावली में सभी के घर रोशनी से जगमग हुआ करते थे। गांवों में मिट्टी के मकान, अनाज रखने के लिए कुंड़ा खोना, मिट्टी के बने वर्तन आदि बहुतायत मिलते थे। प्रायः सभी लोग इसका उपयोग किया करते थे। इतना ही नही पशुओं को खिलाने के लिए नाद भी मिट्टी का हुआ करता था। इतना ही नहीं गर्मी का मौसम आते ही शहर से लेकर गांव तक सभी लोग शीतलजल पीने के लिए मिट्टी की बनी सुराही या घड़े का उपयोग करते थे।

जिसमें भीषण गर्मी होने के बावजूद भी जल शीतल रहता था। लेकिन आज के आधुनिक दौर में लोग आधुनिक संयंत्रों का उपयोग करने लगे हैं। जिसके चलते मिट्टी के घर में लगने वाले नरिया खपड़ा और वर्तन बनाने वाले कुम्हारों के कुम्हारी कला पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है। अब कुम्हार अपनी पुस्तैनी कला से मुह मोड़ने लगे हैं। गांव और कस्बों में भी अब इक्का दूक्का ही अब चाक चल रहा है। बाजारों में आए इलेक्ट्रिक सामानों ने इसे और भी जटील बना दिया है। दीया की जगह बाजार मे आई प्लास्टिक की बनी झालर ने ले लिया तो वही मिट्टी की बनी मुर्तियां को लोगों ने घरों से बाहर कर दिया।

सनद रहे कि एक जमाना था जब कुम्हारी कला से बहुत सारे घरों की जिविका चलती थी।महा पर्व दिपावली आते ही गांवों से लेकर शहर तक मिट्टी की बनी मुर्ति और दीया से भरा रहता था। लेकिन आज स्थिति दुसरी हो गई है। जिन गांवों में भोर से ही चाक चलने लगते थे।आवा लगा कर मिट्टी के बर्तन पकाए जाते थे, मिट्टी के वर्तन, खिलौने आदि खरीदने वालों का आना जाना लगा रहता था। अब वह दुर्लभ होता जा रहा है। आधुनिकता की दौड़ में कुम्हारी कला की पुरानी पुस्तैनी संस्कृति विलुप्त होती जा रही है।

कुछ समय पहले सरकार का फरमान आया था। कि सभी स्टेशनों पर मिट्टी के बने कुल्हड़ में ही चाय चाय मिलेगी। सरकार द्वारा आए इस फरमान से कुम्हारों में एक आशा की किरण जगी। कि अब गाँव कस्बा से लेकर शहर तक बनी छोटी बड़ी दूकानों और स्टेशन पर बने कुल्हण का ही उपयोग होगा। लेकिन अब रोजी रोटी पर ग्रहण आते देख कर इस ब्यवसाय से जुड़े लोग रोजी रोटी की तलाश में शहर का रुख लिए है। अब जहां पुरे लोग है। वही पर बची है यह पुरानी कला।

बना कर दिए मिट्टी की जरा सी आश पाली है।

मेरी मेहनत भी खरिदों लोगों मेरे घर भीआयी दिवाली है।यह कहना है गोला क्षेत्र के डाड़ी निवासी अमर जीत प्रजापति, शत्रुजीत प्रजापति और सुनिल प्रजापति अपनी पुरानी पुस्तैनी परम्परा को अभी भी जिवंत रखे है। राजगढ़ के कलपू और दीपू भी कुह्मारी कला के सहारे अपना जिवन यापन कर रहे हैं। आज भी क्षेत्र में लोग हैं।जो पढ़ लिख कर भी अपने इस पुस्तैनी कला मे लगे हुए हैं। राम लक्ष्न, रामप्यारे आदि का कहना है कि सरकारें किसी भी पार्टी की बने लेकिन हम कुम्हारों की सुधि लेने वाला कोई नही है।

वर्तमान सरकार कुम्हारी कला को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रॉनिक से चलने वाले चाक को कुह्मारों को देने और प्लास्टिक के बने सामान पर रोक लगाने का फरमान जारी की तो कुछ आशा की किरण जगी की अब होटलो पर प्लास्टिक ग्लास की जगह हमारी कुल्हणवाली चाय की लोग चूस्की लेंगे । लेकिन ऐसा नही हुआ आज भी होटलों पर प्लास्टिक की जगह कागज की ग्लास अपनी जगह बनाए हुए है।इन दुकानदारों का सरकार के आदेश का कोई हनक नही है। इन लोगों को इसका भी मलाल है। कि कुह्मारी कला को सरकार द्वारा कोई महत्व नही दिया जा रहा है। लेकिन हम क्या कर सकते हैं। हम तो इसे लेकर चल रहे हैं। लेकिन नई पिढ़ी इससे विमुख होती जा रही है।