*कवयित्री ने मलेशिया में बिखेरा अवध के साहित्य संस्कृति की सुगन्ध*
गोण्डा।जनपद की लब्ध प्रतिष्ठित कवयित्री व कथाकार डा उमा सिंह ने साहित्य अकादमी के निमंत्रण पर मलेशिया में उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि साहित्य सेवी के रूप में प्रतिभागी कर देश विदेश के रचनाकारों व रंगकर्मियों को अवध की साहित्य व सांस्कृतिक सुगन्ध से सराबोर कर दिया। रचनाकर के रूप में डा सिंह की यह चौथी साहित्यिक विदेश यात्रा थी। इसके पूर्व वह रुस लंदन जर्मन बर्लिन इंडोनेशिया इजिप्ट हंगरी आस्ट्रिया आदि देशों में सांस्कृतिक संस्थाओं के निमंत्रण पर काव्य पाठ व महिला सशक्तिकरण पर प्रतिभागी कर चुकी है।
विदेश से लौटने के बाद गायत्री पुरम स्थित अपने आवास पर साहित्यकारों के साथ हिन्दी के वैश्विक स्थिति पर अपना अनुभव साझा करते हुए सुश्री डा. सिंह ने बताया कि उन्होंने कविता कहानी उपन्यास व बाल साहित्य पर उनकी 20 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। साहित्य और समाज सेवा के साथ जिविका के लिए अध्यापन का व्रत लेते हुए उन्होंने आजीवन व्रह्मचर्य का संकल्प लिया है। रविवार को परिवार परामर्श केंद्र पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बैठकर पति पत्नी के बीच अहं से उत्पन्न मतभेद से परिवार को टूटने से बचने के लिए दम्पतियों की उपस्थिति में काउंसिलिंग करती हूँ। मलेशिया की साहित्यिक यात्रा की चर्चा करते हुए कवयित्री ने बताया कि हिन्दी साहित्य व संस्कृति अकादमी के सहयोग व मलेशिया के रामलीला नाट्य मंडल के निमंत्रण पर उन्होंने देश विदेश के तीन सौ रचनाकारों व रंगकर्मियों के साथ साहित्य संस्कृति संगम महोत्सव में भाग लिया।
मलेशिया में सर्दी का प्रकोप यहां से काफी अधिक होने के बावजूद रामलीला ग्राउंड में शैलेन्द्र सिंह के निर्देशन में आयोजित काव्य पाठ में श्रोताओं की धूम रही। देश विदेश के 29 कवियों में प्रदेश के प्रतिभागी के रूप में मैने गजल पढी और गोण्डा की रानी के पाठ से उल्लासित श्रोताओं ने गोण्डा की रानी कहकर सम्मानित किया। रचना विमर्श में हिन्दी की वैश्विक स्थिति व साहित्य के पठनीयता का संकट पर विचार व्यक्त करते हुए निष्कर्ष दिया कि यद्यपि युवाओं में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम व मोबाइल के प्रति रुझान बढ़ने से साहित्य के पाठकों की संख्या घटी है लेकिन सुधी साहित्य पाठक व सनातन धर्मी समाज का अध्ययन के प्रति रुचि कम नहीं हुआ है। डा सिंह ने बताया कि उन्होंने मानस पुष्पेन्द्र व हर्ष वर्धन आर्य के साथ आर्ट गैलरी में जाकर भारतीय व प्राच्य कला का भी आनन्द लिया। डा उमा सिंह अमेरिका में प्रवासी भारतीयों के निमंत्रण पर अवध की माटी की साहित्यिक सांस्कृतिक सोंधी सुगंध बिखरने के लिए यात्रा की तैयारी कर रही है।
Oct 19 2023, 17:39