पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड आतंकी शाहिद लतीफ की हत्या, पाकिस्तान में अज्ञात हमलावरों ने मारी गोली
पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड और भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी शाहिद लतीफ की पाकिस्तान में हत्या कर दी गई है। 2016 में पंजाब के पठानकोट के एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ था। यह हमला आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने किया था। इस हमले में भारतीय सेना के सात जवान शहीद हुए थे। एनआईए की जांच से पता चला था कि इस हमले का मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ ही था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अज्ञात हमलावरों ने पाकिस्तान की एक मस्जिद में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के शहर सियालकोट में उसे मारा गया है।
दो जनवरी, 2016 को जैश के आतंकियों ने पठानकोट में एयरबेस पर हमला कर दिया था। इसमें सात जवान शहीद हो गए थे। तीन दिन तक कॉम्बिंग ऑपरेशन चला था। शाहिद लतीफ आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का एक प्रमुख सदस्य था। उसने ही चारों आतंकवादियों को पठानकोट भेजा था।एनआईए की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि पठानकोट आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई और उसे अंजाम दिया गया था। आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने हमले को अंजाम देने के लिए चार फिदायीनों को प्रशिक्षित किया था और उन्हें भेजा था। एनआईए की जांच में पाया गया था कि हमले को अंजाम देने के लिए भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के मास्टरमाइंड और आका सभी पाकिस्तान में स्थित थे।
एयरबेस पर यह हमला भारतीय सेना की वर्दी में आए हथियारबंद आतंकियों ने इसे अंजाम दिया था। वे सभी भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर रावी नदी के रास्ते आए थे। भारतीय इलाके में पहुंचकर आतंकियों ने कुछ गाड़ियां हाईजैक कीं और पठानकोट एयरबेस की ओर बढ़ गए। बाद में, कैंपस की दीवार कूदकर, लंबी घास से होते हुए उस जगह पहुंचे, जहां सैनिक रहते थे। यहां उनका पहला सामना सैनिकों से हुआ। फायरिंग में चार हमलावर मारे गए और तीन जवान शहीद हो गए। अगले दिन एक आईईडी धमाके में चार और भारतीय सैनिक शहीद हुए। सुरक्षाबलों को यह पक्का करने में तीन दिन लग गए कि हालात पूरी तरह उनके काबू में हैं।
बता दें कि शाहिद लतीफ को 1993 में आतंकी आरोप में भारत में गिरफ्तार किया गया था।उस पर मुकदमा चलाया गया और जेल भेज दिया गया। शाहिद लतीफ भारतीय जेल में करीब 11 सालों तक बंद रहा था। भारत में सजा पूरी होने के बाद 2010 में उसे पाकिस्तान भेज दिया गया था।
Oct 11 2023, 14:52