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जी-20 समिट में हिस्सा लेने भारत नहीं आएंगे शी जिनपिंग, पीएम कियांग करेंगे देश का प्रतिनिधित्व

#g20summitchinesepresidentxijinpingtoskipsummit

चीन ने आधिकारिक रूप से स्पष्ट कर दिया है कि जी-20 नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग हिस्सा नहीं लेंगे। जिनपिंग की जगह प्रधानमंत्री ली कियांग जी 20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने दिल्ली आएंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। यह 18वां जी-20 शिखर सम्मेलन होगा।

पीटीआई के मुताबिक चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक संक्षिप्त बयान में कहा भारत गणराज्य की सरकार के निमंत्रण पर, राज्य परिषद के प्रधान मंत्री ली कियांग 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली, भारत में आयोजित होने वाले 18वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।प्रवक्ता माओ ने भारत की मेजबानी में पहली बार आयोजित हो रहे इस उच्च स्तरीय शिखर सम्मेलन से शी की अनुपस्थिति का कोई कारण नहीं बताया

ली आसियान में भी चीन का प्रतिनिधित्व करेंगे

जी-20 के विशेष सचिव मुक्तेश परदेशी ने एक दिन पहले कहा था कि जिनपिंग की भारत यात्रा को लेकर चीन ने फिलहाल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।राष्ट्रपति शी इस सप्ताह जकार्ता में आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ) और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भी शामिल नहीं होंगे। प्रधानमंत्री ली इंडोनेशिया में आसियान शिखर सम्मेलन में चीन का प्रतिनिधित्व करेंगे।

पुतिन भी जी-20 समिट में नहीं होंगे शामिल

इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस सम्मेलन में हिस्सा लेने से मना कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन बातचीत के दौरान पुतिन ने कहा था कि वह किसी कारणवश इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत नहीं आ सकेंगे।

जिनपिंग के भारत नहीं आने बाइडेन निराश

जो बाइडन ने कहा कि वह इस सप्ताह भारत की यात्रा करने को लेकर उत्सुक हैं, लेकिन उन्हें निराशा है कि उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग नई दिल्ली में आयोजित होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। व्हाइट हाउस ने बीते शुक्रवार को घोषणा की थी कि बाइडन जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए सात सितंबर को भारत जाएंगे और आठ सितंबर को वह इस ऐतिहासिक कार्यक्रम से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

भारत में जुट रहे हैं दुनियाभर के दिग्गज

बता दें कि भारत 9-10 सितंबर तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए विश्व के कई बड़े नेता शामिल होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा सहित कई देशों ने राष्ट्राध्यक्ष इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आने की पुष्टि कर दी है।

*उदयनिधि स्टालिन के समर्थन में आए कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के बेटे प्रियंक! कहा-जो धर्म किसी से इंसानों जैसा व्यवहार नहीं करता वह बीमारी के समान

#priyankkhargesupportudayanidhistalinstatementsanatana_dharma

तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। वहीं, अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियंक खरगे ने इशारों-इशारों में उदय स्टालिन का समर्थन कर दिया है।प्रियंक खड़गे ने कहा है कि जो धर्म किसी के साथ इंसान जैसा व्यवहार नहीं करता, वो बीमारी से कम नहीं है। हालांकि, खरगे ने किसी धर्म का नाम नहीं लिया।

क्या बोले प्रियंक खरगे?

दरअसल, प्रियांक खरगे से उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान को लेकर सवाल किया गया था. जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘’जो भी धर्म बराबरी को बढ़ावा नहीं देता और आपको मानव के तौर पर सम्मान नहीं देता, वह धर्म नहीं है। जो भी धर्म बराबरी का अधिकार नहीं देता है और आपके साथ इंसान जैसा व्यवहार नहीं करता है वो बीमारी से कम नहीं है।''

क्या कहा था उदयनिधि स्टालिन ने?

बता दें कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान अपने बयान में कहा कि 'कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिनका विरोध करना काफी नहीं होता, हमें उन्हें मिटाना ही होगा। मच्छर, डेंगू बुखार, मलेरिया, कोरोना, ये ऐसी चीजें हैं जिनका हम केवल विरोध नहीं कर सकते बल्कि हमें इन्हें मिटाना होगा। सनातन भी ऐसा ही है।

बीजेपी हुई हमलावर

उदयनिधि स्टालिन के इस बयान के बाद उनकी तीखी आलोचना शुरू हो गई। भाजपा ने भी स्टालिन को आड़े हाथों ले लिया और विपक्षी गठबंधन को भी जमकर कोसा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, हिंदुओं को मिटाने का ख्वाब रखने वाले कितने ही राख हो गए। घमंडिया गठबंधन के घमंडियो, तुम और तुम्हारे मित्र रहें न रहें, सनातन था, सनातन है और सनातन रहेगा। केंद्रीय मंत्री ने सवाल किया, आखिर इनकी मंशा और मानसिकता क्या है? ये राजनीति के लिए इतना नीचे गिर जाएंगे कि सनातन धर्म को खत्म करने की बात करेंगे। हिंदुओं को कुचलने की बात करेंगे। हिंदू आतंकवाद की बात कहेंगे। ये दिखाता है कि ये ध्रुवीकरण करके राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता इनका असली चेहरा जानती है, इनको सही जगह पहुंचाएगी।

उदयनिधि स्टालिन के समर्थन में आए कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के बेटे प्रियंक! कहा-जो धर्म किसी से इंसानों जैसा व्यवहार नहीं करता वह बीमारी के समान

#priyankkhargesupportudayanidhistalinstatementsanatana_dharma

तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। वहीं, अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियंक खरगे ने इशारों-इशारों में उदय स्टालिन का समर्थन कर दिया है।प्रियंक खड़गे ने कहा है कि जो धर्म किसी के साथ इंसान जैसा व्यवहार नहीं करता, वो बीमारी से कम नहीं है। हालांकि, खरगे ने किसी धर्म का नाम नहीं लिया।

क्या बोले प्रियंक खरगे?

दरअसल, प्रियांक खरगे से उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान को लेकर सवाल किया गया था. जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘’जो भी धर्म बराबरी को बढ़ावा नहीं देता और आपको मानव के तौर पर सम्मान नहीं देता, वह धर्म नहीं है। जो भी धर्म बराबरी का अधिकार नहीं देता है और आपके साथ इंसान जैसा व्यवहार नहीं करता है वो बीमारी से कम नहीं है।''

क्या कहा था उदयनिधि स्टालिन ने?

बता दें कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान अपने बयान में कहा कि 'कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिनका विरोध करना काफी नहीं होता, हमें उन्हें मिटाना ही होगा। मच्छर, डेंगू बुखार, मलेरिया, कोरोना, ये ऐसी चीजें हैं जिनका हम केवल विरोध नहीं कर सकते बल्कि हमें इन्हें मिटाना होगा। सनातन भी ऐसा ही है।

बीजेपी हुई हमलावर

उदयनिधि स्टालिन के इस बयान के बाद उनकी तीखी आलोचना शुरू हो गई। भाजपा ने भी स्टालिन को आड़े हाथों ले लिया और विपक्षी गठबंधन को भी जमकर कोसा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, हिंदुओं को मिटाने का ख्वाब रखने वाले कितने ही राख हो गए। घमंडिया गठबंधन के घमंडियो, तुम और तुम्हारे मित्र रहें न रहें, सनातन था, सनातन है और सनातन रहेगा। केंद्रीय मंत्री ने सवाल किया, आखिर इनकी मंशा और मानसिकता क्या है? ये राजनीति के लिए इतना नीचे गिर जाएंगे कि सनातन धर्म को खत्म करने की बात करेंगे। हिंदुओं को कुचलने की बात करेंगे। हिंदू आतंकवाद की बात कहेंगे। ये दिखाता है कि ये ध्रुवीकरण करके राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता इनका असली चेहरा जानती है, इनको सही जगह पहुंचाएगी।

देश के प्रसिद्ध वकील और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे 68 की उम्र में फिर बने दुल्ला, जानें तीसरी बार किससे रचाई शादी

#formersolicitorgeneralharishsalvewedsforthirdtime

देश के टॉप वकील और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने तीसरी बार शादी कर ली है। 68 की उम्र में साल्वे ने तीसरी बार रविवार को लंदन में शादी की है। साल्वे ने हाल ही में लंदन में एक संपन्न विवाह समारोह में ट्रिना से शादी की है। इस शादी में नीता अंबानी, ललित मोदी समेत कई हस्तियां शामिल हुईं। इससे पहले हरीश साल्वे ने साल 2020 में कैरोलिन ब्रोसार्ड से दूसरी शादी की थी, जो कि पेशे से एक आर्टिस्ट हैं।

पहली पत्नी से हैं दो बच्चियां

हरीश साल्वे अपनी पहली पत्नी मीनाक्षी से साल 2020 में अलग हो गए थे। उनकी पहली पत्नी मीनाक्षी से उनका रिश्ता 38 साल तक चला था। जून 2020 में दोनों का तलाक हो गया था।उनकी दो बेटियां- साक्षी और सानिया हैं। मीनाक्षी से अलग होने के कुछ ही महीनों बाद उन्होंने कैरोलिन से दूसरी शादी की थी। कैरोलिन की भी यह दूसरी शादी थी। कैरोलिन से शादी करने से पहले हरीश साल्वे ने ईसाई धर्म अपना लिया था। अब तीन साल से भी कम समय में हरीश साल्वे ने तीसरी बार शादी की है। उनकी तीसरी पत्नी का नाम ट्रिना है।

देश के सबसे महंगे वकीलों में होती है गिनती

मालूम हो कि हरीश साल्वे की गिनती देश के सबसे महंगे वकीलों में की जाती है। उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई नागपुर विश्वविद्यालय से की थी। 1992 में उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट में वरिष्ठ वकील नियुक्त किया गया था। साल्वे ने नवंबर 1999 से नवंबर 2002 तक भारत के सॉलिसिटर जनरल के रूप में भी काम किया था।

इन केसों के लिए जाने जाते हैं साल्वे

साल्वे को सुप्रीम कोर्ट में एंटी-डंपिंग मामले की पैरवी और सलमान खान के हिट-एंड-रन केस में पैरवी करने के लिए भी जाना जाता है। साल्वे ने पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण यादव का केस भी लड़ा था जिसमें उन्होंने केवल एक रुपये की फीस ली थी। हाल ही में उन्हें वन नेशन-वन इलेक्शन कमेटी के लिए गठित कमेटी का सदस्य भी बनाया गया है।

साल्वे ने 2003 में अंतरराष्ट्रीय मामलों की पैरवी शुरू की थी। इसके बाद वह लंदन में ही रहने लगे। वह 2013 में इंग्लिश बार नियुक्त हुए और इसी साल क्वींस काउंसिल नियुक्त हुए। इतना ही नहीं साल्वे वोडाफोन, मुकेश अंबानी, रतन टाटा और बड़ी हस्तियों के केस भी लड़ चुके हैं। साल्वे लंदन में रहते हैं और वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए ही भारत में वकालत करते हैं।

एक बार फिर चांद पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग, 40 सेमी तक ऊपर उठा, फिर किया 30 से 40 सेमी दूर पर सुरक्षित लैंड

#vikramlanderonceagainmadeasoftlandingonthelunar_surface

विक्रम लैंडर ने एक बार फिर चांद की सतह पर लैंडिंग की है। इसरो के आदेश पर विक्रम लैंडर का इंजन चालू हुआ और उसने खुद सतह से करीब 40 सेमी ऊपर उठाया और शिवशक्ति प्वाइंट से करीब 30 से 40 सेमी दूर सुरक्षित लैंड किया।सोमवार को एक एक्स पोस्ट में इसरो ने जानकारी दी कि चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने फिर से चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की।इसरो ने बताया कि भविष्य में लैंडर के वापस लौटने और मानव मिशन के लिए इस प्रयोग के बेहद मायने हैं।

इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, विक्रम लैंडर अपने मिशन उद्देश्यों से आगे निकल गया है। इसने सफलतापूर्वक हॉप एक्सपेरीमेंट (उछाल मारना) पूरा किया। इसरो ने बताया कि आदेश मिलने पर, इसने इंजन चालू कर दिए, उम्मीद के मुताबिक खुद को लगभग 40 सेमी ऊपर उठाया और 30-40 सेमी की दूरी पर सुरक्षित रूप से उतर गया।इसरो ने विक्रम लैंडर के इस करतब का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है।

क्यों अहम है दोबारा लैंडिंग?

महत्वपूर्ण बात यह है कि इस एक्सपेरिमेंट के आधार पर इसरो अब आगे के मिशनों में चांद से धरती पर वापस यान को ला सकेगा। फिलहाल यह टेस्ट सफल रहा और इससे वैज्ञानिक काफी खुश हैं।इसरो ने बताया है कि लैंडर के दोबारा किक स्टार्ट करने की ये प्रक्रिया उपग्रहों या फिर भविष्य में मानव मिशन को दुबारा धरती पर लाने की दिशा में एक अहम कोशिश है। लैंडर द्वारा आज किए गए इस मेनुवर से वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ा है कि भारत चांद की सतह पर उपग्रह उतारने के अलावा उन्हें दोबारा धरती पर भी ला सकता है।

रोवर ने पूरा किया काम

बता दें कि चंद्रयान-3 अपने उद्देश्य पूरे कर चुका है और इसका मिशन लगभग पूरा हो गया है। स्लीप मोड में जाने से पहले प्रज्ञान रोवर करीब 100 मीटर की दूरी चांद पर तय कर चुका है और जो जानकारियां भेजी है उसे आगे के मिशन के साथ साथ चांद को समझने में मदद मिलेगी। ऑक्सीजन,सिलिकॉन, टाइटेनियम, फेरोनियम की उपलब्धता बड़ी उम्मीद को जन्म दे रही है। आने वाले समय में आर्थिक संसाधनों की जरूरतों को चांद पूरा कर सकता है। जानकारों का कहना है कि इसरो का चंद्रयान मिशन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कम से कम बजट में बड़ी सफलता कैसे हासिल की जा सकती है। चांद पर अब रात हो रही है। इसलिए प्रज्ञान रोवर को सुरक्षित जगह पार्क कर स्लीप मोड में सेट किया गया है। चांद पर धरती के 14 दिन के बराबर एक दिन होता है और इतनी ही बड़ी रात होती है। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर रात के समय तापमान माइनस 238 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। ऐसे में इतने कम तापमान में रोवर और लैंडर काम नहीं कर पाएंगे। जब चांद पर रात बीत जाएगी तो लैंडर और रोवर को फिर से सक्रिय करने की कोशिश की जाएगी लेकिन इसकी उम्मीद कम है।

जन आशीर्वाद यात्रा में आमंत्रित नहीं करने पर बोलीं उमा भारती, , "हो सकता है वे (भाजपा नेता) घबरा गए हों कि मैं वहां रहूंगी, तो पूरी जनता का ध्यान मुझ पर ही होगा" 


मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती को भाजपा द्वारा अपनी जन आशीर्वाद यात्रा में आमंत्रित नहीं किया जाना काफी अखर रहा है। इस यात्रा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा रविवार को हरी झंडी दिखाई गई। 64 वर्षीय फायरब्रांड नेता उमा भारती ने कहा, "हो सकता है कि वे (भाजपा नेता) घबरा गए हों कि अगर मैं वहां रहूंगी, तो पूरी जनता का ध्यान मुझ पर ही होगा।" उमा भारती ने कहा, "अगर (2020 में) ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें सरकार बनाने में मदद की, तो मैंने भी उन्हें (2003 में) बड़ी बहुमत वाली सरकार बनाने में मदद की थी।"

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, कभी पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की करीबी मानी जाने वाली उमा भारती ने कहा, "मैं सिंधिया को भतीजे के रूप में प्यार करती हूं, लेकिन कम से कम मैं यात्रा के शुभारंभ पर आमंत्रित किए जाने के योग्य थी, भले ही मैं वहां नहीं जाती, लेकिन मैं फिर भी भाजपा के लिए प्रचार करूंगी और वोट मांगूंगी।" पार्टी आगामी चुनाव में जीत हासिल करेगी।'

कांग्रेस को मिला नया मुद्दा

भाजपा ने अभी तक इस चूक पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन राज्य के विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा कि यह स्पष्ट संकेत है कि भाजपा को सुर्खियों में लाने वाले राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में से एक उमा भारती को दरकिनार किया जा रहा है।

भोपाल में मौजूद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'भाजपा की आदत अपने सारे नेताओं को अपमानित करने की है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य की शिवराज सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ लोगों को लगातार दरकिनार किया। हिंदुस्तान का इतिहास रहा है कि जो अपने बुजुर्गों का तिरस्कार करता है, उसे भगवान भी माफ नहीं करते हैं।'

इस मामले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "पार्टी ने पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी को किनारे कर दिया... हमारी संस्कृति में, भगवान भी उस व्यक्ति को माफ नहीं करता जो बड़ों का सम्मान नहीं करता।"

बता दें कि, 2003 में उमा भारती ने तीन-चौथाई बहुमत से मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का शासन खत्म कर दिया था, लेकिन 2005 में उन्हें अनुशासनहीनता के कारण पार्टी से निकाल दिया गया और 2011 में वापस ले लिया गया था।

गौरतलब है कि 2013 में लोकसभा चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करने के लिए 13 उपाध्यक्षों में से एक को नियुक्त करते हुए उन्होंने तत्कालीन पार्टी सहयोगी यशवंत सिन्हा के इस विचार को खारिज कर दिया था कि नरेंद्र मोदी को उनकी अपार लोकप्रियता के कारण एनडीए का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि लोकप्रियता प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला नहीं कर सकती है और कम जन अपील वाले कई नेता हैं जो प्रधानमंत्री के रूप में बहुत कुशल हो सकते हैं।

जदयू विधायक ने कहा, लालू यादव का दिमाग सठिया गया है, ये सब मजाकिया टाइप आदमी हैं, उम्र हो गई है, अब उनका दिमाग लचर पचर हो गया है

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के विधायक ने गोपाल मंडल के ताजा बयान पर चर्चा का बाजार गर्म है। गोपाल मंडल ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के बारे में कहा कि उनका दिमाग सठिया गया है, और ये सब मजाकिया टाइप आदमी हैं। उन्होने कहा कि लालू जी उम्र हो गई है, अब उनका दिमाग लचर पचर हो गया है।

इंडिया गठबंधन में पीएम कैंडिडेट को लेकर गोपाल मंडल से सवाल पूछने पर उन्होने कहा कि लालू यादव ने पटना की बैठक में राहुल गांधी से कहा कि अगर आप शादी करें तो हमलोग बाराती बनकर जाएंगे। ऐसा थोड़ी होता है। अभी चुनाव में बहुत समय है, मान लीजिए अगर नीतीश कुमार या केजरीवाल को अन्य राज्य के लोगों ने मान लिया। जो योग्य रहेंगे, और उम्र का भी तो अंतराल है। राहुल गांधी को देश मानेगा तब तो, लालू जी की उम्र हो गई है। उम्र के बाद दिमाग लचर-पटर हो जाता है। देश का प्रधानमंत्री जनता तय करेगी। लालू जी के कहने से कुछ नही होता है। राहुल गांधी पर गोपाल मंडल ने कहा कि हम यह नहीं कहते कि राहुल गांधी उस योग्य नहीं है। उनके परिवार के लोग प्रधानमंत्री बनते आए हैं। लेकिन सिर्फ लालू जी के कहने से नहीं हो जाएगा। लालू यादव का दिमाग सठिया गया है। हाल ही में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है।

वहीं राहुल गांधी को मटन बनाने की ट्रेनिंग देने के मामले पर गोपाल मंडल ने तंज कसते हुए अब मटन क्या खाएंगे, जब किडनी ही ठीक नहीं है। गोपाल मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार ने पूरे देश के लोगों को संगठित करने का काम किया है। देश की क्षेत्रीय पार्टियों को एकजुट किया है। ताकि वो बीजेपी को हरा पाएं। गोपाल मंडल ने कहा कि लालू जी गरीबों के मसीहा हैं, पुराने लीडर हैं। उन्होने हंसाने और बुलाने का काम किया है। बता दें गोपाल मंडल नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के विधायक हैं और अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहते हैं।

यूपी के मंत्री सतीश शर्मा का शिवलिंग के पास हाथ धोते वीडियो वायरल, सपा और कांग्रेस ने घेरा

उत्तरप्रदेश में बाराबंकी के लोधेश्‍वर महादेव मंदिर में यूपी सरकार के मंत्री सतीश शर्मा द्वारा कथित रूप से शिवलिंग के पास हाथ धोने को लेकर सपा और कांग्रेस ने मंत्री और बीजेपी पर निशाना साधा है। जबकि मंदिर के पुजारी ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि हस्तप्रक्षालन जिस जगह पर पूजा की जाती है वहीं पर किया जाता है। मंत्री का कहना है कि उनके हाथ में पूजन सामग्री लगी थी। बता दें कि मंत्री के हाथ धोने का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसे लेकर सियासी दल सवाल उठा रहे हैं। हालांकि स्ट्रीज बज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। 

वीडियो में मंत्री सतीश शर्मा के साथ यूपी सरकार के एक अन्‍य मंत्री जितिन प्रसाद भी मौजूद दिख रहे हैं। समाजवादी पार्टी के नेता सुनील सिंह यादव ने इसे लेकर मंत्री सतीश शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि यह किसी अन्‍य जाति के नेता ने किया होता तो भाजपा के लोग अब तक उसे पार्टी से बाहर निकाल चुके होते।

कांग्रेस ने भी इस पर तंज कसा है। यूपी कांग्रेस ने एक्‍स (पूर्व ट्विटर) पर वीडियो शेयर करते हुए मंत्री सतीश शर्मा पर आरोप लगाया है कि वह शिवलिंग के पास हाथ धो रहे हैं। कहा है कि बीजेपी आस्था का इस्तेमाल सिर्फ राजनीति के लिए करती है।

कांग्रेस ने अपनी पोस्‍ट में लिखा- 'उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश शर्मा शिवालय में शिवलिंग के अर्घ्य से सटाकर ही हाथ धो रहे हैं। बगल में एक और मंत्री जितिन प्रसाद खड़े होकर टकटकी निगाह से देख रहे हैं। धर्म के नाम पर, देवी-देवताओं के नाम पर राजनीति करने वाले और कुर्सी पर बैठने वालों के पास इतनी सामान्य सी बुद्धि भी नहीं कि शिवलिंग के समीप हाथ नहीं धोया जाता।

क्‍या है वीडियो में

कांग्रेस द्वारा एक्‍स पर पोस्‍ट किए गए वीडियो में दिख रहा है कि मंत्री सतीश शर्मा शिवलिंग के पास खड़े होकर पूजा कर रहे हैं। इसी दौरान वह पुजारी द्वारा दिए गए जल से शिवलिंग के पास ही अपने हाथ धोते दिख रहे हैं। उनके बगल में यूपी सरकार के एक अन्‍य मंत्री जितिन प्रसाद भी खड़े दिख रहे हैं।

पुजारी ने दी सफाई 

उधर, इस बारे में लोधेश्‍वर महादेव मंदिर के पुजारी ने कहा कि हस्त प्रक्षालन जिस जगह पर पूजा की जाती है वहीं पर किया जाता है। पूजन के समय भगवान को चंदन, शहद, दही, दूध जैसी सामग्री चढ़ाई जाती है उसे कहीं अलग धुलने पर पुण्‍य क्षीण होता है। जो भी यह कह रहे हैं वे सनातन विरोधी हैं।

मंत्री ने क्‍या कहा 

मंत्री सतीश शर्मा ने कहा कि हाथ में पूजन सामग्री लगी थी उसे नाली में धो नहीं सकता था। इसलिए वहीं पर धुला। यह मामला करीब एक हफ्ते पहले का है। वीडियो को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है।

ताइवान में भयावह तूफान हाइकुई ने मचाई तबाही, आर्मी ने संभाला मोर्चा, हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, खतरा बरकरार

ताइवान में तूफान हाइकुई ने दस्तक दी। मूसलाधार बारिश होने के चलते सड़कों पर सैलाब आ गया। करीब 145 घंटे के रफ्तार से हवा के तेज झोंके सबको डरा रहे हैं। बिजली गुल हो गई है। कईयों घर में बत्ती गुल है। कई सालों बाद ताइवान में ऐसा तूफान देखा गया है। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। घरेलू और इंटरनेशनल उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। ताइवान की दो प्रमुख एयरलाइंस UNI एयर और मंदारिन एयरलाइंस ने सभी उड़ानें कैंसल कर दी है। तूफान के डर से लोग डरे-सहमे हैं। लोग घरों के अंदर हैं। प्रशासन ने लोगों को खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहने की सलाह दी है, क्योंकि तेज हवाओं और बारिश के चलते जहां-तहां पेड़ गिर गये। लोगों के घरों पर छत में रखी पानी की टंकियां तूफान में उड़ गई। तमाम ऑफिस, प्रतिष्टान, दुकानें, मॉल, बाजार और दुकानें बंद रखने का ऐलान कर दिया गया है। हाइकुई तूफान का खतरा चीन और फिलीपींस पर भी मंडरा रहा है। हाइकुई तूफान ने वहां कहर बरपा रखा है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान के सेंट्रल वेदर ब्यूरो ने कहा कि तूफान हाइकुई ने बीते 2 सितंबर की देर रात 3 बजकर 40 मिनट में दस्तक दी है। यह तूफान रविवार की दोपहर में पूर्वी ताइवान के एक पहाड़ी काउंटी तटीय ताइतुंग पहुंच गया है। ताइतुंग में 58 वर्षीय सेवानिवृत्त मैकेनिक चांग झी-मिंग ने कहा कि पिछले चार साल में यह सबसे शक्तिशाली तूफान है। यह तो अभी शुरुआत है, हवा अभी आ रही है और आप पहले से ही पेड़ों को गिरते हुए देख सकते हैं। इससे पहले ताइवान में साल 2019 में तूफान बाइलू आया था। जिसमें एक शख्स की जान चली गई थी।

अभी खतरा टला नहीं

मौसम ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने कहा कि बारिश और हवा की स्पीड अभी और बढ़ेगी। तूफान सोमवार शाम तक ताइवान जलडमरूमध्य में चला जाएगा। पूरे द्वीप में 21,000 से अधिक घरों में बिजली चली गई। पेड़ गिरने और कार टकराने के कारण दो लोग घायल हुए हैं।

राष्ट्रपति ने लोगों को सचेत रहने के लिए कहा

ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा कि बारिश के चलते भूस्खलन का खतरा है। तूफान के लिए तैयारी करें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें, बाहर जाने या किसी भी खतरनाक गतिविधि से बचें। सेना ने मोर्चा संभाला है। संवेदनशील जगहों पर सेना को तैनात किया गया है।

ब्रिटिश अखबार “द टेलीग्राफ” ने की पीएम मोदी की लीडरशिप की तारीफ, कहा-बिजली की गति से बढ़ रही भारत की अर्थव्यवस्था

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वैश्विक मंच पर भी हिंदुस्‍तान का कद काफी बढ़ा है। वैश्विक स्‍तर पर भारत इस समय कई क्षेत्रों में लीडरशिप रोल में नजर आ रहा है। ऐसा हाल के कुछ सालों में हुआ है, यूं कह लें की बीजेपी के सत्ता में आने के बाद। ऐही मानना है ब्रिटेन के अखबार द टेलीग्राफ का। जी हां ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ में पीएम मोदी की लीडरशिप की जमकर तारीफ की गई है।द टेलीग्राफ ने लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी के शासन में राजनीतिक स्थिरता के कारण भारत कानूनी सुधारों, मूलभूत कल्याण योजनाओं में सुधार, इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने में सफल रहा है।

“पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने बड़े लक्ष्य तय किए और हासिल किया”

ब्रिटिश लेखक बेन राइट ने इस लेख में कहा है, विवादों में घिरी राजनीति के बावजूद भारत अपने भौगोलिक लाभों और डिजिटल कौशल की व्यापक संभावनाओं के जरिये आगे बढ़ रहा है। लेख में कहा गया है कि भारत में संभावनाएं हैं, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं। ऐसे में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने बड़े लक्ष्य तय किए और इन्हें हासिल करने की ओर बढ़ रहा है। इसी कड़ी में लेखक ने चंद्रयान-3 की सफलता का भी जिक्र किया।

“पीएम मोदी के दावे को बताया यथार्थवादी लक्ष्य”

लेख में पीएम मोदी द्वारा भारत को दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने के वादे को एक यथार्थवादी लक्ष्य बताया गया है। राइट ने लिखा हैं, ‘मोदी ने हाल ही में ‘गारंटी’ दी कि अगर वह अगले साल का चुनाव जीतते हैं तो भारत उनके तीसरे कार्यकाल के अंत तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। यह काफी यथार्थवादी लक्ष्य है। भारत की जीडीपी 3.7 ट्रिलियन डॉलर है और उसे 2029 तक -जर्मनी (4.2 ट्रिलियन ) और जापान (4.4 ट्रिलियन)- जैसे देशों को पीछे छोड़ने की जरूरत है, जो तेजी से आगे नहीं बढ़ रहे हैं।

“अर्थव्यवस्था को बिजली की गति से 21वीं सदी में लाया जा रहा”

लेख में कहा गया, ‘पीएम मोदी का पहला कार्यकाल कल्याणकारी योजनाओं को शुरू करने पर केंद्रित था, जैसे कि यह सुनिश्चित करना कि पूरे देश में बैंक खाते हों, जिसमें लाभ का भुगतान किया जा सके, सब्सिडी वाली रसोई गैस और सरकार द्वारा वित्त पोषित शौचालयों का निर्माण। उनका दूसरा कार्यकाल वास्तव में व्यापार-समर्थक एजेंडे के लिए उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने धन सृजन करने वालों की प्रशंसा की और फार्मास्यूटिकल्स, मोबाइल फोन और कारों सहित विनिर्माण क्षेत्रों में देश की क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन के लिए 2 ट्रिलियन रुपये का बजट रखा। बेन राइट के मुताबिक, ‘एक समय बेहद अकुशल, नकदी आधारित अर्थव्यवस्था को बिजली की गति से 21वीं सदी में लाया जा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री ने कॉरपोरेशन टैक्स को 35 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत कर दिया है और देश को अधिक विदेशी निवेश के लिए खोल दिया है। राष्ट्रव्यापी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने स्थानीय करों की आश्चर्यजनक श्रृंखला का स्थान ले लिया गया है

“पीएम मोदी के लिए पूरी दुनिया की राजधानियों में लाल कालीन बिछाया जा रहा”

लेख में एअर इंडिया की ओर से एयरबस और बोइंग को रिकॉर्ड 470 विमानों का ऑर्डर दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा गया है कि पीएम मोदी के लिए पूरी दुनिया की राजधानियों में लाल कालीन बिछाया जा रहा है। आईएमएफ ने भविष्यवाणी की है कि 2023 और अगले पांच साल तक भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।इसी कड़ी में मुंबई और दिल्ली में एपल के बॉस टिम कुक के खुद आकर पहले दो रिटेल आउटलेट खोलने और एपल के लिए आईफोन बनाने वाली ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉम की ओर से कर्नाटक में एक अरब डॉलर की लागत से फैक्टरी शुरू करने की योजना का भी जिक्र लेख में किया गया है। अमेरिकी कंपनी माइक्रोन की ओर से गुजरात में सेमी कंडक्टर फैक्टरी शुरू करने की घोषणा और अंतरराष्ट्रीय फर्म गोल्डमैन सैश के भारत में अपनी बोर्ड मीटिंग करने को भी भारत की बढ़ती ताकत से जोड़ा गया है।