*दशमड़ा गांव में मजलिस का हुआ आयोजन ,मौलाना हुसैन हुसैनी ने कहा माँ से बड़ी दुआ सबसे उत्तम*
सिद्धेश्वर पाण्डेय
आजमगढ़ । फूलपुर तहसील क्षेत्र के दसमडा गांव स्थित इमाम बारगाह में सोमवार को मजलिस का आयोजन हुआ। इसमें मुजफ्फर नगर से आए मौलाना हुसैन हुसैनी ने कहा की इस्लाम मोहब्बत और अपने किरदार पर फैला हुआ है। इमाम हुसैन ने अपनी अजीम कुर्बानी देकर इस्लाम को बचाया है। उन्होंने रस्म पर बाहों में बांधे जाने वाले इमाम जामिन (सुरक्षा कवच  के महत्व को विस्तार से बताया। इमाम हुसैन का "न" कहने की वजह से आज हुसैनियत है। पूरी करबला की जंग "न" कहने पर ही हुई है।
अगर इमाम हुसैन यजीद के सामने "हां" कर देते तो आज इस्लाम खत्म हो जाता। उन्होंने मां की ममता पर बयान में कहा की मां हमेशा अपने बच्चो को दोवाये (आशीर्वाद) देती है। जब मां इंतकाल कर जाती है तो उसकी हर बाते याद आती है। रिश्ता कभी कमज़ोर नही होता है। मौलाना ने जब जनाबे फातिमा के मायायब( परेशानियों ) का जिक्र किया तो सभी लोग रो पड़े। मजलिस से पूर्व जफर आजमी, दिलनवाज, आले हसन ने मौला की बारगाह में नजराने अकीदत पेश किया।
सैय्यद हादी हसन और फकरे आलम ने आभार प्रकट किया । इस मौके पर मोहमद अब्बास, शमीम काजिम एडवोकेट, दिलशाद एडवोकेट, अहसान एडवोकेट, मोहम्मद हसन, राजू, मोहम्मद हाशिम, जैगम, असगर, मुन्ना, अच्छे हुसैन, जासिम आदि काफी संख्या में लोग थे।
Jul 03 2023, 21:48