चीन ने जानबूझकर तैयार किया था कोरोनावायरस, बायोवेपन के तौर पर किया इस्तेमाल, वुहान में काम करने वाले रिसर्चर का दावा
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कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है।इस वायरस के कारण फैली महामारी के कारण दुनिया भर में करोड़ों जानें जा चुकी है। एक समय में चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। इस दौरान चीन पर वुहान लैब से वायरस को लीक करने के आरोप बी लगते रहे। हालांकि की ड्रैगन ने हर पर इस तरह के आरोपों को खारिज ही किया है। अब वुहान के एक शोधकर्ता ने बड़ा दावा करते हुए चीन पर जानबूझकर कोरोना वायरस तैयार करने का आरोप लगाया है।वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक शोधकर्ता ने दावा किया है कि इस वायरस को चीन ने जैविक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए जानबूझकर तैयार किया था।
इंटरनेशनल प्रेस एसोसिएशन को दिए एक इंटरव्यू में रिसर्चर चाओ शाओ ने कहा-कोरोनावायरस को चीन ने एक जैव हथियार के रूप में तैयार किया था। उसने आगे कहा कि मुझे और मेरे साथियों को टेस्टिंग के लिए वायरस के 4 स्ट्रेन्स दिए गए थे, जिससे ये पता चल सके कि कौन सा स्ट्रेन सबसे ज्यादा संक्रामक है।
वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक शोधकर्ता ने कोरोनावायरस के बारे में आश्चर्यजनक दावे करते हुए बताया कि उनके एक सहयोगी ने बताया कि उसके एक सीनियर ने उसे कोरोनोवायरस के चार प्रकार दिए थे और परीक्षण कर पता लगाने के लिए कहा था कि उनमें कौन से ज्यादा प्रभावशाली है। उससे कहा गया था कि कौन से वायरस में अधिक से अधिक प्रजातियों को संक्रमित करने की क्षमता है और वायरस से मानव सहित अन्य प्रजातियों को संक्रमित करना कितना आसान है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यह इंटरव्यू 2020 का है, लेकिन अब सामने आया है।चाओ शाओ ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि उनके कई सहयोगी वुहान में 2019 सैन्य विश्व खेलों के दौरान गुम हो गए थे, बाद में उनमें से एक ने बताया कि वह विभिन्न देशों से आए एथलीटों की जांच के लिए होटलों में गए थे। उन्होंने कहा कि ये बात समझनी चाहिए कि स्वास्थ्य जांच के लिए किसी वायरोलॉजिस्ट की आवश्यकता नहीं होती है। उन्हें वहां वायरस फैलाने के लिए वहां भेजा गया था।
बता दें कि इससे पहले भी एक अमेरिकी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कोरोना वायरस चीन की वुहान लैब से ही लीक हुआ था और बाद में इसने पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया। रिपोर्ट के मुताबिक वुहान लैब के तीन वैज्ञानिक सबसे पहले कोरोना इन्फेक्शन का शिकार हुए थे। ये 3 वैज्ञानिक बेन हू, यू पिंग और यान झू थे। तीनों इस लैब के लीड रिसर्चर्स थे। इतना ही नहीं, रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया था कि चीन की इस हरकत के तमाम सबूत अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई के पास मौजूद हैं।
Jun 28 2023, 16:25