असम में बाढ़ से हाहाकार, 16 जिले में 5 लाख लोग प्रभावित
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असम में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से राज्यों के कई जिलों में बाढ़ की वजह से हालात गंभीर होते जा रहे है। मौसम विभाग ने इस बीच कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी दी है। इस बीच कई नदियां उफान पर हैं।बाढ़ का पानी कई गांवों में घुस गया है। अब तक बाढ़ से 16 जिलों के करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम में बाढ़ की वजह से अबतक दो लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में नलबाड़ी जिले में एक व्यक्ति की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई।
बीते दो दिनों से स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ी
रिपोर्ट की मानें तो बक्सा, बारपेटा, चिरांग, दरांग, धुबरी, डिब्रूगढ़, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगुरी जिलों में बाढ़ के कारण 4,95,700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बारपेटा में लगभग 3,25,600 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं, नलबाड़ी में 77,700 लोग और लखीमपुर में करीब 25,700 लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं। बुधवार तक 10 जिलों के करीब 1.2 लाख लोग बाढ़ की चपेट में थे। गुरुवार को ये संख्या बढ़ कर करीब पांच लाख पहुंच गई है। असम के करीब 16 जिले बाढ़ से प्रभावित बताए जा रहे हैं। बीते दो दिनों से स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई है, जिसके चलते लोग अपने घरों को छोड़कर राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं।
1,366 गांव जलमग्न
एएसडीएमए ने बताया कि मौजूदा समय में 1,366 गांव जलमग्न हैं और पूरे असम में 14,091,90 हेक्टेयर खेत क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों का रेस्क्यू जारी है। सेना, अर्द्धसैनिक बल, एनडीआरएफ राज्य आपदा बल अग्निशमन और आपातकालीन सेवा, नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों यानी एनजीओ और स्थानीय लोगों ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे है।विभिन्न स्थानों से 561 लोगों को बचाया है। वहीं, प्रशासन सात जिलों में 83 राहत शिविर चला रहा है, जहां 14,035 लोगों ने शरण ली है।
अभी राहत की उम्मीद नहीं
असम में जारी ये आसमानी आफत अबी कम होने वाली नहीं है। असम के लिए मौसम विज्ञान विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार कुछ दिनों तक असम के कई जिलों में अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है। इस बीच लोगों को घरों में सतर्क रहने की सलाह दी गई है।विभाग ने भारी बारिश और तूफान के खतरों से निपटने के लिए तैयार रहने कहा है।
खतरे के स्तर से ऊपर बह रही ब्रह्मपुत्र नदी
इधर, केंद्रीय जल आयोग ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी अपने खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है। कामरूप और नलबाड़ी जिलों में बहने वाली पुथिमारी और पगलाडिया नदियां अपने लाल निशान को पार कर चुकी है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने शनिवार को येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी भी दी गई।
Jun 24 2023, 15:05