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मणिपुर के हालात पर गृहमंत्री अमित शाह आज करेंगे सर्वदलीय बैठक, क्या निकलेंगे हिंसा का हल?

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मणिपुर के हालात पर चर्चा के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई। यह बैठक आज शाम 3 बजे दिल्ली में होगी। मणिपुर में हिंसा का दौर शुरू होने के बाद सरकार की ओर से यह पहली आधिकारिक सर्वदलीय बैठक है।दरअसल, मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा के चलते राज्य में तनावपूर्ण स्थिति है। आए दिन हो रही है आगजनी की घटनाएं और सुरक्षाबलों पर भी हो रहे हमले आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से चुनौती बन गए हैं। राज्य सरकार ने अशांति को रोकने के प्रयास में इंटरनेट पर प्रतिबंध को 25 जून तक बढ़ा दिया है।

शरद पवार बैठक में नहीं होंगे शामिल

मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। उन्होनें बीते दिन अमित शाह की सर्वदलीय बैठक में शामिल होने में असमर्थता व्यक्त की।शरद पवार ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि ‘मुझे मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए 24 जून, 2023 को विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री की बैठक के संबंध में 22 जून 2023 का पत्र प्राप्त हुआ। हालाँकि कुछ महत्वपूर्ण पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण मैं इस बैठक में शामिल नहीं हो पाऊंगा। उन्होनें एनसीपी की ओर से बैठक में भाग लेने के लिए अपनी पार्टी के दो नेताओं को नामित किया है। पवार ने कहा श्री नरेंद्र वर्मा, राष्ट्रीय महासचिव, राकांपा और श्री सोरन लबोयिमा सिंह, अध्यक्ष, मणिपुर राज्य राकांपा, एनसीपी की ओर से गृह मंत्री की सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे।

3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़की थी

मणिपुर में हिंसा की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शुक्रवार को एक बार फिर अज्ञात बंदूकधारियों ने फायरिंग की। इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इंफाल पूर्व में उरंगपत/येंगांगपोकपी (वाईकेपीआई) और कांगपोकपी के इलाकों में सशस्त्र बदमाशों ने दोपहर में गोलीबारी की। हथियारबंद बदमाशों का एक समूह वाईकेपीआई से पहाड़ी की ओर इलाके में घुसा। उन्होंने उरंगपत और ग्वालताबी गांवों की ओर स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की। बता दें किमेइती को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल करने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल्स स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान झड़प के बाद 3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़क उठी थी जो कि अभी तक जारी है। 

अब तक 115 से ज्यादा लोगों की मौत

इस हिंसा में अब तक करीब 115 लोग मारे गए हैं और 50 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। हालात सुधारने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले महीने मणिपुर का दौरा कर सभी प्रभावित समुदायों के लोगों से मुलाकात कर शांति स्थापित करने की अपील की थी। हिंसा रोकने के लिए राज्य में आर्मी, असम राइफल्स समेत केंद्रीय पुलिस बलों की कई कंपनियां भी तैनात की गई हैं। इसके बावजूद हिंसा का चक्र अब भी जारी है।

पुतिन की बढ़ी परेशानी, वैगनर ग्रुप ने किया विद्रोह, मॉस्को पर कब्जा करने के लिए बढ़ रहे हैं 30 हजार लड़ाके

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लंबे समय से चल रहे यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। रूस के अंदर ही बड़ा विद्रोह छिड़ गया है।वैगनर ग्रुप और रूस की सेना के बीच तनाव पैदा हो गया है। रूसी सेना पर वैगनर ग्रुप हमले कर रहा है।रूस में वैगनर समूह के चीफ ने रूसी सेना को खत्म करने की कसम खाई है।वैगनर समूह के 62 वर्षीय चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने एक ऑडियो संदेश में कहा कि हम आगे बढ़ रहे हैं और हम आखिर तक जाएंगे। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि हम हमारे रास्ते में आने वाली हर चीज को नष्ट कर देंगे।

रूसी रक्षा मुख्यालय की बढ़ाई गई सुरक्षा

येवगेनी प्रिगोझिन के इस वीडियो के बाद रूस में तख्तापलट की आशंकाएं बढ़ रही हैं। डेली मेल की खबर के मुताबिक वैगनर सेना ने शुक्रवार रात रोस्तोव में प्रवेश किया। वहीं रूसी सैन्य वाहनों (टैंक और बख्तरबंद) को मॉस्को और रोस्तोव-ऑन-डॉन की सड़कों पर देखा गया, जहां सरकारी अधिकारियों ने निवासियों को अपने घरों में रहने के लिए कहा है। रूस की TASS समाचार एजेंसी ने सुरक्षा सेवा के एक सूत्र के हवाले से बताया कि मॉस्को में सरकारी इमारतों, परिवहन सुविधाओं और अन्य प्रमुख स्थानों पर शुक्रवार रात सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।

प्रिगोझिन को गिरफ्तार करने के आदेश

TASS न्यूज एजेंसी ने कहा कि जैसे ही येवगेनी प्रिगोझिन और सैन्य शीर्ष अधिकारियों के बीच लंबे समय से चल रहा गतिरोध चरम पर पहुंच गया, रूस की एफएसबी सुरक्षा सेवा ने उसके खिलाफ एक आपराधिक मामला खोल दिया है। सुरक्षा सेवा ने वैगनर निजी सैन्य कंपनी बलों से येवगेनी प्रिगोझिन के आदेशों की अनदेखी करने और उसे गिरफ्तार करने का आह्वान किया है। क्रेमलिन द्वारा प्रिगोझिन पर सशस्त्र विद्रोह का आह्वान करने का आरोप लगाने के कुछ ही समय बाद यह कदम उठाया गया।

पहले भी मतभेद जाहिर कर चुके हैं प्रिगोझिन

प्रिगोझिन पहले भी सैन्य नेताओं को लेकर मतभेद जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल स्टाफ प्रमुख जनरल वालेरी गेरासिमोव की कड़ी निंदा की थी। एक बार तो उन्होंने यह आरोप तक लगा दिया था कि सेना ने उस रास्ते पर बारूदी सुरंग बिछा दी थीं जिससे होकर उसके जवानों ने आगे बढ़ने की योजना बनाई थी।

यूएस में रह रहे भारतीयों के लिए खुशखबबरी, अब अमेरिका में ही रिन्यू हो जाएगा H1B वीजा

#h_1b_visa_renewal_now_possible_in_us_itself 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान वो पल भी आया जिसका वहां बसे लाखों भारतवंशी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।अमेरिकी दौरे के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन के रोनाल्ड रीगन सेंटर में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपने चार दिवसीय दौरे से जुड़ी कई बातें बताईं।पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका ने बैंगलुरु और अहमदाबाद में दो कंसुलेट खोलने का ऐलान किया है।इसके साथ ही पीएम मोदी ने घोषणा की कि H-1B वीजा अमेरिका में ही रिन्यू होगा। इसके लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

पीएम मोदी के ऐलान के बाद देर तक बजती रही तालियां

पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का भी धन्यवाद दिया और कहा भारत-अमेरिका पार्टनरशिप को एक नई ऊंचाई तक ले जाने में उनका अहम योगदान रहा है। बाइडेन एक सुलझे हुए और अनुभवी राजनेता हैं। इन तीन दिनों की यात्रा में भारत और अमेरिका के परस्पर संबंध की गौरवशाली यात्रा का आरंभ हुआ है। संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बताया कि भारत इस साल सिएटर में एक नया कॉन्सुलेट खोलने जा रहा है। इसके अलावा अमेरिका के दो और शहरों में भी भारतीय कॉन्सुलेट खोले जाएंगे. वहीं, अहमदाबाद और बेंगलुरु में अमेरिका के नए कॉन्सुलेट खुलने जा रहे हैं।पीएम मोदी ने एच1-बी वीजा पर बड़ा अपडेट देते हुए कहा, अब ये फैसला हुआ है कि एच1-बी वीजा को रिन्यू कराने के लिए भारतीयों को अमेरिका से बाहर नहीं जाना होगा। अमेरिका में रहते हुए ही अब ये वीजा रिन्यू हो जाएगा। पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद हॉल में देर तक तालियां बजीं और मोदी-मोदी के नारे लगे।

2022 में सबसे ज्यादा H-1B वीजा भारतीयों को

पीएम मोदी ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट को आने वाले समय बड़ी संख्या में विस्तारित किया जा सकता है. वित्तीय वर्ष 2022 में अमेरिका ने कुल जितने अमेरिकी एच-1बी वीजा जारी किए थे, उनमें से 73 फीसदी करीब 4,42,000 वीजा इंडियन को ही जारी किए गए थे. नई दिल्ली में यूएस एंबेसी दुनिया के सबसे बड़े यूएस डिप्लोमैटिक मिशनों में से एक है. अमेरिकी दूतावास चार कंसुलेट्स (मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद) से वीजा से संबंधित कार्यों को कोऑर्डिनेट करता है. इससे यह सुनिश्चित होता है कि अमेरिका-भारत के संबंध मजबूत हैं।

बता दें कि पीएम मोदी चार दिवसीय दौरे पर अमेरिका गए थे। यह उनका राजकीय दौरा था। 22 जून को पीएम मोदी का व्हाइट हाउस में जोरदार स्वागत किया गया। जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन ने पीएम मोदी के लिए स्टेट डिनर का आयोजन किया था। पीएम मोदी ने बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की। व्हाइट हाउस में अपने संबोधन के बाद उन्होंने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित किया।

अमेरिका का दौरा खत्म कर पीएम मोदी मिस्र के लिए रवाना, पहली बार जा रहे इस देश का दौरा कितना अहम

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पूरी होने के बाद मिस्र के लिए रवाना हो गए। वह आज से दो दिनों तक मिस्र के दौरे पर रहेंगे।पीएम मोदी की यह मिस्र की पहली यात्रा है। पीएम मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर काहिरा जा रहे हैं। मिस्र के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को राजकीय यात्रा के लिए तब आमंत्रित किया था जब वह जनवरी में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में आए थे।

अमेरिका दौरा खत्म करने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा, ‘एक बहुत ही विशेष यूएसए यात्रा का समापन, जहां मुझे भारत यूएसए की मित्रता को गति देने के उद्देश्य से कई कार्यक्रमों और बातचीत में भाग लेने का मौका मिला। हमारे देश और पृथ्वी को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर स्थान बनाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।’

पीएम मोदी मिस्र की राजधानी काहिरा में 11वीं सदी की अल-हकीम मस्जिद का दौरा भी करेंगे। जिसे दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से बहाल किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी हेलियोपोलिस शहीद स्मारक भी जाएंगे जहां प्रथम विश्व युद्ध में के शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे।यह उन करीब 4000 भारतीय सैनिकों का स्मारक है, जो प्रथम विश्व युद्ध में मिस्र और फलस्तीन में शहीद हुए थे।

बता दें कि मिस्र की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ‘इंडिया यूनिट’ के साथ भी संवाद करेंगे, जिसका गठन मिस्र के राष्ट्रपति ने भारत यात्रा से लौटने के बाद मार्च में किया था। इस यूनिट में कई उच्चस्तरीय मंत्री शामिल हैं।इस समूह का गठन भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिए किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी, मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे । दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने तथा कारोबार एवं आर्थिक सहयोग के नये क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। इस दौरान कुछ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किये जायेंगे।

इस दौरान दोनों पक्षों में सुरक्षा से लेकर व्यापार और निवेश तक के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनने की उम्मीद है। साल 2014 में सत्ता में आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी की यह पहली मिस्र यात्रा होगी। वहीं साल 1997 के बाद किसी भारतीय नेता की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है।

मिस्र के राजदूत वेल मोहम्मद अवद हमीद ने कहा है- दोनों देशों की बैठक में सैन्य उपकरणों के सह-उत्पादन के अलावा, स्वेज नहर आर्थिक क्षेत्र के भीतर भारत के लिए एक समर्पित स्लॉट पर भी चर्चा होगाी। इसके अलावा ग्रीन हाइड्रोजन और पर्यटन में भारतीय निवेश की संभावना है। जानकारी के मुताबिक इस यात्रा के दौरान दोनों गेशों के बीच कृषि, छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों, सूचना प्रौद्योगिकी, व्यापार संवर्धन और संस्कृति पर चार या पांच समझौते हो सकते हैं।पीएम मोदी की इस यात्रा को लेकर कहा जा रहा है कि भारत और मिस्र अपने संबंधों के सभी पहलुओं को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत ने सितंबर में नई दिल्ली में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में मिस्र को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है।

लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी और पीएम मोदी के विरुद्ध मजबूत मोर्चेबंदी को 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में महाजुटान, सीएम नीतीश के आवास में पिछले तीन घंटे से बैठक जारी


लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी के लिए 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में महाजुटान चल रहा है। सीएम नीतीश कुमार के आवास पर तीन घंटे से ज्यादा समय से विपक्ष की बैठक चल रही है।

 नीतीश को गठबंधन का संयोजक बनाने पर चर्चा हुई है। बैठक की शुरुआत में ही ममता बनर्जी ने नेताओं से महत्वाकांक्षा का त्याग करने की बात करके मीटिंग का टोन सेट कर दिया कि सबको कुर्बानी देनी होगी तभी विपक्ष एकजुट हो सकेगा। ममता ने कल लालू यादव से मुलाकात के बाद भी कहा था कि एक के खिलाफ एक लड़ेगा जो नीतीश के वन अगेंस्ट वन के फॉर्मूला को टीएमसी का समर्थन माना जा रहा है। शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे ने दिल्ली के अध्यादेश को लेकर अरविंद केजरीवाल की आप को समर्थन देने की बात उठाई वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने केजरीवाल से धारा 370 पर आप का रुख साफ करने को कहा। केजरीवाल ने अपने भाषण में दिल्ली सरकार के अधिकार को लेकर केंद्र के अध्यादेश की चर्चा की और राज्यसभा में सबका समर्थन मांगा। 

ये हैं बैठक में मौजूद

जेडीयू से नीतीश कुमार, ललन सिंह, संजय झा के अलावा कांग्रेस पार्टी से मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, आरजेडी से लालू यादव, तेजस्वी यादव, मनोज झा, एनसीपी से शरद पवार, सुप्रिया सुले, प्रफुल्ल पटेल, सीपीएम से सीताराम येचुरी, सपा से अखिलेश यादव, शिवसेना यूबीटी से उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, संजय राउत, जेएमएम से हेमंत सोरेन, टीएमसी से ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी, डेरेक ओ ब्रायन, डीएमके से एमके स्टालिन, टीआर बालू, AAP से अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, संजय सिंह, राघव चड्ढ़ा, पीडीपी से महबूबा मुफ्ती, सीपीआई से डी राजा, सीपीआई एमएल से दीपांकर भट्टाचार्य समेत अन्य नेता मौजूद हैं।

अत्याधुनिक फाइटर जेट इंजन, सेमीकंडक्टर प्लांट के साथ काफी कुछ! डिटेल में जानिए पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से भारत को क्या मिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका के पहले राजकीय दौरे पर कई महत्वपूर्ण करारों पर मुहर लगी है। इस बीच अपने गृह राज्य गुजरात को भी पीएम मोदी ने अमेरिका से ही बड़ा उपहार दिया है। दरअसल, अमेरिकी कंप्यूटर चिप मेकर कंपनी माइक्रॉन ने गुजरात में 2.7 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान किया है। कंपनी की तरफ से गुजरात में असेम्बलिंग और टेस्टिंग प्लांट खोला जाएगा। पीएम मोदी के साथ कंपनी के CEO संजय मेहरोत्रा की बैठक के बाद इस फैसले के बारे में जानकरी दी गई है। मेहरोत्रा ने कहा कि हम भारत सरकार द्वारा सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम के लिए उठाए कदमों से रोमांचित हैं और साथ मिलकर काम करने के इच्छुक हैं। 

बता दें कि, भारत सरकार की ATMP स्कीम के तहत इस प्लांट को हरी झंडी दी गई है। ATMP स्कीम में असेम्बलिंग, टेस्टिंग, मार्किंग तथा पैकेजिंग शामिल है। इसके साथ ही भारत और अमेरिका के बीच अर्टेमिस एकॉर्ड्स पर भी मुहर लगी है। इसके तहत दोनों देश अंतरिक्ष खोज पर एक साथ कार्य करेंगे। इस करार में NASA और ISRO ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 2024 में एक साथ काम करने का निर्णय लिया है। इस अनुबंध के साथ ही भारत उन देशों में शामिल हो गया है, जो अंतरिक्ष अनुसंधान में US के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। 

इसके अलावा एक अहम अनुबंध फाइटर जेट के इंजनों को लेकर किया गया है। अमेरिकी कंपनी GE एयरोस्पेस ने भारत में जेट इंजनों की मैन्युफैक्चरिंग का प्लांट लगाने का ऐलान किया है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ मिलकर अमेरिकी कंपनी भारत में काम करेगी। इससे भारत में ही फाइटर जेट्स के इंजन बनाए जा सकेंगे। इस प्लांट में तेजस फाइटर जेट के लिए इंजन बनेंगे। भारत और अमेरिका में इंडस एक्स समझौता भी हुआ है। इसके तहत दोनों देश डिफेंस स्टार्टअप्स सेक्टर में साथ आएंगे। यही नहीं तकनीकी जानकारी भी एक-दूसरे के साथ शेयर करेंगे। 

रिपोर्ट के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच iCET अनुबंध भी हुआ है। इसके तहत दोनों देश टेक रिसर्च, सिविलियन स्पेस, क्वांटम टेक्नोलॉजी और सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन के मामले में एक साथ आएंगे। दोनों देश जटिल तकनीक एक-दूसरे के साथ शेयर करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका की दोस्ती में आकाश से भी अधिक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हमारी दोस्ती का आधार पीपल टू पीपल कनेक्ट है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 40 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग अमेरिका के विकास में योगदान दे रहे हैं।

उत्तरप्रदेश के 'बालाजी मंदिर' के बाद अब बरसाना के इस मंदिर में लगा 'अमर्यादित' कपड़ो पर प्रतिबंध, एंट्री गेट पर नोटिस चस्पा


उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर के बालाजी मंदिर में भक्तों के लिए ड्रेस कोड लागू होने के बाद बरसाना के लाडली जी महाराज मंदिर में अमर्यादित कपड़े पहनकर आने पर बैन लगाया गया है। मंदिर परिसर में एक नोटिस बोर्ड चस्पा किया गया है, जिसमे सभी श्रद्धालुओं से मर्यादित ड्रेस में आने की अपील की गई है। 

बृहस्पतिवार को मंदिर प्रशासन ने इसकी खबर का बैनर भी मंदिर परिसर में लगाया है। जिसमें श्रद्धालुओं से अपील की गई है, "विनम्र आग्रह-सभी महिलाएं एवं पुरुष मंदिर में मर्यादित वस्त्र पहनकर ही आएं। छोटे वस्त्र जैसे हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जींस आदि पहनकर आने पर बाहर से ही दर्शन कर मदद करें।" वही इस मामले में लाडली जी महाराज मंदिर के सेवायत दान रासबिहारी गोस्वामी ने चर्चा की। उन्होंने कहा, अब जो अधिकतर भक्त आ रहे है उनका पहनावा मंदिर के नजरिए से शोभनीय नहीं है। हम जब शादी में जाते हैं, अलग वस्त्र पहनते हैं। होली खेलते हैं तो अलग वस्त्र पहनते हैं, किन्तु मंदिर जाते वक़्त तो मर्यादित वस्त्र ही पहनने चाहिए। 

उन्होंने भक्तों से अपील करते हुए कहा कि मंदिर आएं तो ऐसे वस्त्र एवं आभूषण पहनें, जिससे उस स्थल एवं आपकी अर्थात् दोनों की मर्यादा बनी रहे। आगरा के कैलाश महादेव मंदिर में छोटे कपड़ों पर बैन लगाया गया है। यहां के महंत ने कहा कि मंदिर जैसे पवित्र स्थान पर अमर्यादित कपड़े पहनकर आने से भावनाएं आहत होती हैं। मथुरा के मनकामेश्वर महादेव मंदिर के महंत ने भी इसे उचित ठहराया। उन्होंने कहा कि मंदिर में भारतीय परिधान में ही प्रवेश होना चाहिए। मथुरा के राधा बल्लभ, राधा दामोदर मंदिर एवं प्रयागराज के मनकामेश्वर मंदिर में भी छोटे कपड़े पहनकर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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ओबामा बोले-पीएम मोदी से बात होती तो भारत में मुसलमानों की सुरक्षा का मुद्दा उठाता, कांग्रेस ने कसा तंज अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में अल्पसंख्यकों के हालात पर चिंता जाहिर की है।प

ओबामा बोले-पीएम मोदी से बात होती तो भारत में मुसलमानों की सुरक्षा का मुद्दा उठाता, कांग्रेस ने कसा तंज
ओबामा बोले-पीएम मोदी से बात होती तो भारत में मुसलमानों की सुरक्षा का मुद्दा उठाता, कांग्रेस ने कसा तंज अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में अल्पसंख्यकों के हालात पर चिंता जाहिर की है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के बीच बराक ओबामा ने भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। ओबामा ने कहा है कि अगर उनकी बात भारतीय प्रधानमंत्री से होती तो वे मुस्लिम अल्पसंख्यकों की हिफ़ाज़त का ज़िक्र करते। यही नहीं बराक ओबामा ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को सलाह दी है कि उन्हें पीएम मोदी से बातचीत के दौरान मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मुद्दे को उठाना चाहिए।ओबामा के इस बयान को लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। ओबामा ने क्या कहा? बराक ओबामा ने गुरुवार (अमेरिकी समयानुसार) को सीएनएन को दिए इंटरव्यू में कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी बैठक के दौरान बहुसंख्यक हिंदू भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति होता और प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत करता, जिन्हें मैं अच्छी तरह से जानता हूं, तो मेरा एक तर्क ये होता कि यदि आप भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, मुमकिन है कि भविष्य में भारत में विभाजन बढ़े। ओबामा ने कहा कि ये भारत के हितों के विपरीत होगा। हमने देखा है कि जब आंतरिक संघर्ष बढ़ेगा तो यह ना भारत के मुसलमानों के हित में होगा और ना भारत के हिंदुओं के हित में। मुझे लगता है कि इन चीजों के बारे में पूरी ईमानदारी से बात की जानी चाहिए। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि अपने सहयोगियों के साथ मानव अधिकारों की बात करना थोड़ा मुश्किल होता है। ओबामा के बयान को लेकर कांग्रेस का हमला इधर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सीएनएन के साथ ओबामा के इस इंटरव्यू का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर डालते हुए तंज कहा है। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि ये मोदी जी के 'दोस्त' बराक का संदेश है।क्या लगता है कि वह भी मोदी के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है? कम से कम भक्त तो यही आरोप लगाएंगे। भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर क्या बोले पीएम मोदी वहीं,अमेरिका दौरे पर गए पीएम मोदी ने द्विपक्षीय बैठक के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की।इस दौरान एक महिला पत्रकार ने पीएम मोदी से भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति के बारे में सवाल पूछा।पीएम मोदी से विदेशी पत्रकार ने भारत में कथित रूप से अल्पसंख्यकों से भेदभाव से जुड़ा सवाल किया। इस पर पीएम मोदी ने उस महिला पत्रकार के सवाल को धैर्यपूर्वक सुना और फिर जवाब देना शुरू किया। पीएम मोदी ने कहा कि ‘लोकतंत्र हमारी रगों में हैं। हम लोकतंत्र को जीते हैं। हमारे यहां लोकतंत्र में जाति, पंथ या धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव का सवाल ही नहीं है। अमेरिका की कई संस्थाओं ने किया मोदी की अमेरिका यात्रा का विरोध गौरतलब है कि अमेरिका की कुछ संस्थाओं और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी मोदी की अमेरिका यात्रा पर सख़्त टिप्पणियां की हैं।एमनेस्टी इंटरनेशनल यूएसए ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस यात्रा के दौरान अमेरिका और भारत को दोनों देशों में मानवाधिकार मामलों की ख़राब हालत पर बात करनी चाहिए। संगठन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में भारत में मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों में वृद्धि हुई है। इसमें धार्मिक अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हिंसा भी शामिल हैं। बता दें कि, बराक ओबामा ने अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर 2014 और 2016 में पीएम मोदी की मेजबानी की थी। वहीं पीएम मोदी ने जनवरी 2015 में दिल्ली में बराक ओबामा की मेजबानी की थी जब वे भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे।
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पाकिस्तानी नेताओं को उनकी हरकतों के कारण अक्सर शर्मसार होना पड़ता है। और ऐसा क्यों हो जाता है कि आए दिन इनकी “वैश्विक बेइज्जती” हो जाती है। सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का एक वी

पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ की “शराफत”, प्रोटोकॉल ऑफिसर के हाथ ले लिया छाता, बारिश में भीगते हुए साथ चलती रही महिला अधिकारी
पाकिस्तानी नेताओं को उनकी हरकतों के कारण अक्सर शर्मसार होना पड़ता है। और ऐसा क्यों हो जाता है कि आए दिन इनकी “वैश्विक बेइज्जती” हो जाती है। सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे देख उनकी खूब आलोचना हो रही है। ये वीडियो फ्रांस की पेरिस का है। दरअसल पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ गुरुवार से फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित न्यू ग्लोबल फाइनेंसिंग पैक्ट शिखर सम्मेलन में हिस्‍सा ले रहे हैं। यहां पर वह फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों के अलावा अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर रहे हैं। लेकिन अपनी मीटिंग्‍स से ज्‍यादा शरीफ अपने उस वीडियो की वजह से चर्चा में हैं जो इस समय वायरल हो रहा है। वीडियो के सामने आने के बाद अब लोग पाकिस्‍तानी पीएम के रवैये पर सवाल उठा रहे हैं। लोग उनसे पूछ रहे हैं कि क्‍या इसी तरह से महिलाओं का सम्‍मान किया जाता है। दरअसल, वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रोटोकॉल के तहत एक महिला अधिकारी पाकिस्‍तान के पीएम शहबाज को कार तक रिसीव करने आती है। इस दौरान तेज बारिश हो रही है। महिला अधिकारी छाता लिए हुए नजर आ रही हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला अधिकारी पीएम शहबाज को रिसीव कर ला रही है।तभी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ महिला अधिकारी से छाता छीन लेते हैं और आगे निकल जाते हैं। इसके बाद वह ऑफिसर भीगते हुए अंदर आती हैं। अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।वायरल वीडियो के बाद यूजर्स शहबाज शरीफ को भला बुरा बोल रहे हैं। ट्विटर पर एक यूजर ने पीएम की तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ अपनी सादगी के लिए मशहूर हैं। सादगी की एक और मिसाल पेश करते हुए उन्होंने छाता खुद पकड़ लिया।हालांकि अन्य यूजर को पीएम का यह व्यवहार पसंद नहीं आया है। बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के न्यौते पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कल गुरुवार को शुरू हुए दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पेरिस पहुंचे हैं।शहबाज ने आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्‍टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से भी मुलाकात की है। उन्‍होंने क्रिस्‍टीना को पाकिस्तान की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया।शहबाज को उम्‍मीद है कि जल्‍द ही आईएमएफ की तरफ से विस्तारित निधि सुविधा (ईएफएफ) के तहत कर्ज की रकम देश के लिए जारी हो जाएगा।
टाइटैनिक का मलबा देखने गई पनडुब्बी डूबी, सभी यात्रियों की मौत, कंपनी ने भी की पुष्टि

#missing_titan_submarine_passengers_have_sadly_been_lost

110 साल पहले डूबे टाइटैनिक जहाज को देखने गए लापता पांच पर्यटकों की मौत की खबर सामने आई है। बता दें कि पनडुब्बी समेत पांच लोग रविवार से ही गायब थे। इनको तलाशने के लिए उत्तरी अटलांटिक महासागर में सर्च अभियान चलाया गया।लेकिन अब इस पनडुब्बी में सवार पांचों लोगों के मौत की खबर सामने आ रही है। इसकी पुष्टि पनडुब्बी ऑपरेट करने वाली कंपनी ने कर दी है।

पिछले कई दिनों से कई देशों के बचाव-दल उस लापता हुई पनडुब्बी को खोजने में जुटे थे। यूएस कोस्‍टगार्ड्स ने बताया कि गुरुवार, 22 जून को उसका मलबा टाइटैनिक के पास मिला। जिसके बाद पनडुब्बी की ऑनर कंपनी ओशनगेट ने हादसे की पुष्टि की।हालांकि, इनमें से किसी का शव बरामद नहीं किया जा सका है। टाइटन पनडुब्बी को ऑपरेट करने वाली कंपनी ओशनगेट का मानना है कि चालक दल से पांच सदस्य दुखद रूप से खो गए हैं। इस हादसे में ओशनगेट कंपनी के संस्थापक और सीईओ भी शामिल हैं।

ओशनगेट ने बयान जारी करते हुए कहा कि अब हम मानते हैं कि हमारे सीईओ स्टॉकटन रश, शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट को खो दिया गया है। बयान में आगे कहा गया है कि ये लोग सच्चे खोजकर्ता थे, जिनमें रोमांच की एक अलग भावना और दुनिया के महासागरों की खोज और सुरक्षा के लिए गहरा जुनून था। इस दुखद समय में हमारे दिल इन पांच आत्माओं और उनके परिवारों के प्रत्येक सदस्य के साथ हैं। हम उनके द्वारा जान-पहचान वाले सभी लोगों के लिए लाए गए जीवन और खुशी के नुकसान पर शोक व्यक्त करते हैं।

यात्रा शुरु होने के 2 घंटे बाद टूट गया था संपरक

मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक 18 जून यानी रविवार को ओशनगेट कंपनी की पनडुब्बी में सवार होकर पांच लोग इस रोमांचक यात्रा पर निकले थे। लेकिन यात्रा शुरु होने के 2 घंटों बाद ही इस पनडुब्बी का संपर्क सतह से टूट गया था।बता दें कि टाइटैनिक के मलबे तक जाने, उसको देखने और वापस आने के सफर में करीब आठ घंटे का समय लगता है।

5 दिनों तक चलती खोज, नहीं बचा पाए खोजी

टाइटन पनडुब्बी के लापता होने की सूचना मिलते ही अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा समेत कई देशों के खोजकर्ताओं की टीम सर्च-ऑपरेशन में जुट गई थीं। हालांकि, 4 दिनों तक किसी को समुद्र में वो पनडुब्बी नहीं मिली। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूएस कोस्ट गार्ड रियर एडमिरल जॉन माउगर ने बताया कि एक कनाडाई जहाज में तैनात रोबोटिक डाइविंग वाहन ने गुरुवार सुबह टाइटैनिक से लगभग 1,600 फीट (488 मीटर) दूर, सतह से 2 1/2 मील (4 किमी) नीचे समुद्र तल पर टाइटन पनडुब्बी के एक मलबे की खोज की। वहीं पनडुब्बी का मलबा मिलने के बाद एक्सपर्ट्स की टीम इसकी जांच में जुट गई है।

हादसे की वजह का नहीं चल सका है पता

पनडुब्बी के दुर्घटनाग्रस्‍त होने की वजहों को जानने की कोशिश की जा रही है। एक रिपोर्ट में बताया गया कि लापता पनडुब्बी में 10 साल पुराने गेमिंग कंट्रोलर का इस्तेमाल किया गया था, जिसने काम करना बंद कर दिया होगा। वहीं, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि पनडुब्बी जब गहराई में जा रही थी, तो उसमें तकनीक खराबी आ गई होगी। और, ये भी हो सकता है कि वो टाइटैनिक जहाज के मलबे से टकराकर फंस गई हो। इन सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं।