अमेरिका का दौरा खत्म कर पीएम मोदी मिस्र के लिए रवाना, पहली बार जा रहे इस देश का दौरा कितना अहम
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पूरी होने के बाद मिस्र के लिए रवाना हो गए। वह आज से दो दिनों तक मिस्र के दौरे पर रहेंगे।पीएम मोदी की यह मिस्र की पहली यात्रा है। पीएम मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर काहिरा जा रहे हैं। मिस्र के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को राजकीय यात्रा के लिए तब आमंत्रित किया था जब वह जनवरी में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में आए थे।
अमेरिका दौरा खत्म करने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा, ‘एक बहुत ही विशेष यूएसए यात्रा का समापन, जहां मुझे भारत यूएसए की मित्रता को गति देने के उद्देश्य से कई कार्यक्रमों और बातचीत में भाग लेने का मौका मिला। हमारे देश और पृथ्वी को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर स्थान बनाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।’
पीएम मोदी मिस्र की राजधानी काहिरा में 11वीं सदी की अल-हकीम मस्जिद का दौरा भी करेंगे। जिसे दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से बहाल किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी हेलियोपोलिस शहीद स्मारक भी जाएंगे जहां प्रथम विश्व युद्ध में के शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे।यह उन करीब 4000 भारतीय सैनिकों का स्मारक है, जो प्रथम विश्व युद्ध में मिस्र और फलस्तीन में शहीद हुए थे।
बता दें कि मिस्र की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ‘इंडिया यूनिट’ के साथ भी संवाद करेंगे, जिसका गठन मिस्र के राष्ट्रपति ने भारत यात्रा से लौटने के बाद मार्च में किया था। इस यूनिट में कई उच्चस्तरीय मंत्री शामिल हैं।इस समूह का गठन भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिए किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी, मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे । दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने तथा कारोबार एवं आर्थिक सहयोग के नये क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। इस दौरान कुछ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किये जायेंगे।
इस दौरान दोनों पक्षों में सुरक्षा से लेकर व्यापार और निवेश तक के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनने की उम्मीद है। साल 2014 में सत्ता में आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी की यह पहली मिस्र यात्रा होगी। वहीं साल 1997 के बाद किसी भारतीय नेता की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है।
मिस्र के राजदूत वेल मोहम्मद अवद हमीद ने कहा है- दोनों देशों की बैठक में सैन्य उपकरणों के सह-उत्पादन के अलावा, स्वेज नहर आर्थिक क्षेत्र के भीतर भारत के लिए एक समर्पित स्लॉट पर भी चर्चा होगाी। इसके अलावा ग्रीन हाइड्रोजन और पर्यटन में भारतीय निवेश की संभावना है। जानकारी के मुताबिक इस यात्रा के दौरान दोनों गेशों के बीच कृषि, छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों, सूचना प्रौद्योगिकी, व्यापार संवर्धन और संस्कृति पर चार या पांच समझौते हो सकते हैं।पीएम मोदी की इस यात्रा को लेकर कहा जा रहा है कि भारत और मिस्र अपने संबंधों के सभी पहलुओं को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत ने सितंबर में नई दिल्ली में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में मिस्र को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है।
Jun 24 2023, 10:08